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Tag: EducationSatire

स्मार्टमीटरों से स्मार्ट पॉलिटिशियन्स का स्मार्ट गेम

#सरकारीपिछलग्गू
ओए झल्लेया! ये क्या मख़ौल बणा रख्या है?
ओए #स्मार्टमीटरों के कंट्रोल में माड़ी मोटी तकनीकी खराबी के चलते कुछ लोगों को कुछ समय के लिए बिजली नही मिल पाई तो ढेरों हंगामे हो रहे हैं।अरे कान्हा की मर्जी के आगे किसका बस चला है ?
#झल्ला
अरे मेरे भोले चतुर सुजान! असल गल ये है के जब लखनऊ से ही घरों में लगे जीनियस #स्मार्टमीटर कंट्रोल हो रहे हैं तो फिर वहीं से ही #लोडजंपिंग+#लाइनलॉस+#बिजली की खपत भी तो कंट्रोल हो रही होगी तभी तो इस महीने भी ₹7.21 की दर से भुगतान करना पड़ा है जिसकी ना अपील+ना वकील+ना ही कोई दलील

यूंपी के रिटायर्ड शिक्षक को प्रति वर्ष मात्र १३ हजार रु की पेंशन


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

औए झल्लेया मुबारकां! औए हमजी की सरकार ने प्रति व्यक्ति की आय में साढ़े आठ प्रतिशत का इजाफा करके इसे १.१३ लाख रु तक पहुंचा दिया है| मानता है ना क अब देश तरक्की कर रहा है+समृद्ध हो रहा है|अच्छे दिन आ रहे हैं|

झल्ला

चतुर सेठ जी! यूंपी के रिटायर्ड शिक्षक को प्रति वर्ष मात्र १३ हजार रु की पेंशन मिलती है| इससे ज्यादा तो आप लोगो सब्सिडिओं में बाँट देते हो|आप जी के ये आंकड़ों की बाजीगरी फिलहाल सुहावनी लग रही है लेकिन वास्तव में आज भी यूं पी के शिक्षक को पूरी उम्र सेवा करने के पश्चात प्रति वर्ष मात्र १३ हजार रु की पेंशन मिलती हैं |जो आपके आंकड़ों का मुंह चिढ़ाने के लिए पर्याप्त है

९०% अंक ,दिल्ली में एडमिशन नहीं,चुनावों में फेल,कर्नाटक में सरकार बनाली


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

१२वीं पास मेधावी छात्र

औए झल्लेया ये क्या जुल्म हो रहा है|हमने सारे साल जीतोड़ मेहनत करके ९०% अंक प्राप्त किये और दिल्ली में कालेज हमें यह कहते हुए एडमिशन देने को राजी नहीं के हम उनकी कटआउट लिस्ट में नहीं आते |अब हमारा क्या होगा?

झल्ला

काका जी राजनीती में आ जाओ यहाँ चुनावों में फ़ैल होने वाले भी कर्नाटक में सरकार बना लेते हैं

मनीष सिसोदिया को दिल्ली के गेस्ट टीचर्स की समस्या के लिए तो स्विट्ज़रलैंड ही जाना पडेगा

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओऐ झल्लेया! ये आपियों ने दिल्ली में क्या ग़दर मचा रखा है?अखबारों में करोड़ों रुपयों के विज्ञापन छपवाए जा रहे हैं लेकिन गेस्ट शिक्षकों को भी पैसे पैसे के लिए तरसाया जा रहा है |असन्तोषी शिक्षकों ने शिक्षा मंत्री +उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के दरबार में भी फर्याद की लेकिन डायरेक्टरेट ऑफ़ एजुकेशन(DoE) द्वारा जून में जारी आदेशों को दरकिनार रख कर गेस्ट शिक्षकों की मांगों को दबाया जा रहा है

jhalla

ओ मेरे चतुर सुजान!मनीष सिसोदिया शिक्षा की समस्या समझने के लिए फ़िनलैंड गए थे |शिक्षकों की समस्या के लिए तो स्विट्ज़रलैंड जाना पडेगा