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दिल्ली विधान सभा के चुनांवों के नतीजों के एग्जिटपोल पर प्रतिबंध

(नईदिल्ली)दिल्ली विधान सभा के चुनांवों के नतीजों के एग्जिटपोल पर प्रतिबंध ,चुना ८ फ़रवरी को होने है
निर्वाचन आयोग ने विधानसभा चुनाव, 2020 के लिए तय मतदान के दिन 8 फरवरी, 2020 (शनिवार) को सुबह 8 बजे से शाम 6:30 बजे तक किसी तरह का एग्जिट पोल करने और एग्जिट पोल के नतीजे को प्रिंट या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया या किसी अन्य माध्यम से प्रकाशित या प्रसारित करने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इसके साथ ही, जन प्रतिनिधित्व कानून, 1951 की धारा 126(1) (ब) के तहत दिल्ली विधानसभा चुनाव संपन्न होने के लिए तय समय से पहले के 48 घंटे के दौरान ओपिनयन पोल के नतीजे या कोई अन्य चुनाव सर्वेक्षण जैसे चुनाव से संबंधित किसी भी सामग्री का किसी भी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में प्रदर्शित करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

ईवीएम के दुरुपयोग की शिकायतों को चुनाव आयोग ने गलत पाया

[नयी दिल्ली]ईवीएम के दुरुपयोग की शिकायतों को चुनाव आयोग ने गलत पाया
चुनाव आयोग ने मतदान के बाद ईवीएम को मतगणना स्थलों तक पहुंचाने में गड़बड़ी और दुरुपयोग को लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार सहित विभिन्न राज्यों से मिली शिकायतों को शुरुआती जांच के आधार पर गलत बताते हुये खारिज कर दिया है। एक तरफ विपक्षी नेतागण चुनाव आयोग को ईवीएम पर घेरने के लिए शिखर वार्ता करने में व्यस्त हैं तो दूसरी तरफ उनके सहयोगी यूपी और बिहार में ईवीएम को लेकर हंगामा कर रहे हैं |ऐसे में चुनाव आयोग ने ईवीएम के दुरूपयोग के आरोपों की की जाँच करवा कर विपक्ष के मंसूबों की हवा निकाल दी| ईवीएम पर विपक्ष के रवैय्ये पर चिंता व्यक्त करते हुए चुनाव आयोग को स्थिति स्पष्ट करने को कहा है|
आयोग की जांच में पाया गया कि जिन मशीनों की शिकायत की गयी है वे रिजर्व मशीनें थीं। इनका मतदान में इस्तेमाल नहीं किया गया था। मतदान के दौरान ईवीएम में तकनीकी खराबी होने पर रिजर्व मशीनों से बदला जाता है।
उल्लेखनीय है कि आयोग ने उत्तर प्रदेश के गाजीपुर, चंदौली, डुमरियागंज और झांसी तथा बिहार की सारन सीट पर मतदान के बाद ईवीएम के दुरुपयोग की शिकायतों पर कार्रवाई के आधार पर किसी भी तरह की गड़बड़ी और दुरुपयोग की आशंका से इंकार किया।

कांग्रेस के साथ ही चुनाव आयोग भी पंजाब में लोक तंत्र का हत्यारा:वरिष्ठ बादल

[चंडीगढ़,पंजाब] कांग्रेस के साथ ही चुनाव आयोग भी लोक तंत्र का हत्यारा:वरिष्ठ बादल
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री [बाबा बोड] प्रकाश सिंह बादल ने राज्य में बुधवार को हुए जिला परिषद और पंचायत समिति के चुनावों को ‘लोकतंत्र की नृशंस और दिन दहाड़े हत्या’ करार दिया।
बादल ने कहा कि 19 सितंबर 2018 को पंजाब में लोकतंत्र के लिए ‘सबसे काले दिनों में से एक’ रूप में याद किया जाएगा जब कांग्रेस ने ‘बिहार के सबसे बुरे समय के जैसी’ स्थितियां राज्य में भी पैदा कर दीं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह ‘‘बेहद दर्दनाक और खेदजनक’’ था कि राज्य चुनाव आयोग ने कल अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी पूरी तरह त्याग दी।
गौरतलब हे के २२ जिला परिषद और १५० पंचायत समितियों के लिए हुए चुनावों में बढ़ी संख्या में गड़बड़ियों के आरोप लगे हैं
जिसके फलस्वरूप ८ जिलों की परिषद और पंचायत समितियों के ५० बूथों पर पुनः मतदान करवाया जा रहा है|अमृतसर +मोगा+फाजिल्का+पटिआला + फरीदकोट +बठिंडा+
लुधियाना+मुक्तसर आदि में चुनाव दुबारा होने हैं |इससे पूर्व अकाली नेताओं ने नामांकन के समय अपने नुमायंदे निर्विरोध चुनवाने के लिए कांग्रेस पर धक्केशाही का भी आरोप लगाया है

“आप” के २० विधायकों के निरस्तीकरण के मामले को न्यायालय ने चुनाव आयोग को भेजा

[नयी दिल्ली]”आप” के २० विधायकों के निरस्तीकरण के मामले को न्यायालय ने चुनाव आयोग को भेजा
दिल्ली में सत्तारूढ़ आप के 20 विधायकों को अयोग्य ठहराने वाली अधिसूचना पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने चुनाव आयोग को दोबारा सुनवाई करने के लिए
कहा |इससे आप पार्टी खेमे में जश्न का माहौल है |मिठाइयां बांटी जा रही है| आह्लादित मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसे सच्चाई की जीत करार दिया।
न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और न्यायमूर्ति चंद्रशेखर की पीठ ने कहा कि आप विधायकों को अयोग्य ठहराने वाली अधिसूचना कानूनन सही नहीं थी और उनका मामला फिर सेसुनवाई के लिये चुनाव आयोग के पास भेज दिया।
इसमें नैसर्गिक न्याय के उल्लंघन का हवाला दिया गया है |
दागी विधायकों की यह दलील थी के चुनाव आयोग ने इन विधायकों को दिल्ली विधानसभा की सदस्यता के लिये अयोग्य ठहराने की सिफारिश करने से पहले कोई मौखिक सुनवाई का अवसर नहीं दिया।

केजरीवाल ने पंजाबी वोटर्स को भी पैसे लेने को कह दिया और चुनाव आयोग के रडार पर आ गए

चंडीगढ़,पंजाब]केजरीवाल ने पंजाबी वोटर्स को भी पैसे लेने को कह दिया और चुनाव आयोग के रडार पर आ गए
केजरीवाल की विवादित टिप्पणी पर ‘आप’ को नोटिस जारी किया गया है
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की एक विवादित टिप्पणी पर जालंधर के निर्वाचन अधिकारी ने पार्टी को एक नोटिस थमाकर जवाब तलब किया है । केजरीवाल ने कल पंजाब के वोटरों से कहा था कि यदि राजनीतिक पार्टियां उन्हें पैसों की ‘‘पेशकश’’ करे तो वे उसे स्वीकार कर लें । केजरीवाल की इस टिप्पणी को आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के तौर पर देखा जा रहा है ।इसे पूर्व दिल्ली के चुनावों में भी केजरीवाल यही डाव खेल चुके हैं |
जिला निर्वाचन अधिकारी कमल किशोर यादव के अनुसार
‘‘संबंधित निर्वाचन अधिकारी की ओर से ‘आप’ को एक नोटिस थमाकर कहा गया है कि वह केजरीवाल के बयान पर 24 घंटे के भीतर जवाब दाखिल करे ।’’ जालंधर के उपायुक्त यादव ने केजरीवाल के बयान को आचार संहिता के उल्लंघन का मामला करार देते हुए कहा कि इस मामले को पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग के पास भेजा जाएगा ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके ।

E C Transfers14 IPS Officers in Pb: Rao New Commissioner For ASR

[Chandigarh,Punjab]14 IPS Officers Shuffled in Punjab.The new Commissioner of Police of Amritsar will be G Nageshwara Rao.
Election Commission today transferred 14 IPS officers in Punjab, where polling for the assembly election is scheduled for February 4.
The commission shifted SSP of nine districts –
Muktsar,
Tarn Tarn,
Ferozepur,
Patiala,
Batala,
Fazilka,
Faridkot,
Kapurthala, and
Mansa,
Among the transferred officers included three IGPs.
While Nilabh Kishore will be the new IGP Bathinda zone,
B Chandrasekhar will be new IGP Patiala zone.
Besides, Amit Prasad will be new IGP Intelligence.

असम में कल होने वाले चुनावों में १ सीट पर भी मुकाबला सीधा नहीं:७०% सेअधिक निर्दलीय+अन्य

[नई दिल्ली] असम में कल होने वाले चुनावों में एक भी सीट पर सीधा मुकाबला नहीं |१९.९८ लाख वोटर करेंगे १०६४ कैंडिडेट्स का फैंसला |एक सीट के लिए अधिकतम २५ उम्मीदवार तक मैदान में हैं जबकि एक सीट पर न्यूनतम तीन कैंडिडेट्स भी हैं|चुनाव आयोग द्वारा चुनावों के दौरान एग्जिट पोल पर रोक लगाईं जा चुकी है |
असम विधान सभा की ६५ सीटों के लिए कल होने वाले चुनावों में १०६४ उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला १९.९८ लाख वोटर करेंगे लेकिन किसी भी सीट पर सीधा मुकाबला नहीं होगा क्योंकि ७०% से अधिक उम्मीदवार निर्दलीय+अन्य हैं
असम विधानसभा चुनाव-2016 के लिए चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़े निम्न हैं
चरण 1- मतदान की तिथि 04.04.2016
क्रम संख्‍या======मद=========================मतदान होने वाले विधानसभा क्षेत्रों की संख्या =65
१]. कुल मतदाता
पुरुष – 10,30,7219
महिला- 9639763
अन्य – 27
सेवा निर्वाचक – 37477
——————————
कुल – 19,98,4486
२] उम्मीदवारों की कुल संख्‍या===================1064
३]महिला उम्मीदवारों की कुल संख्या================87
४]अधिकतम उम्मीदवारों की संख्या के साथ विधानसभा क्षेत्र की संख्या और नाम
4- करीमगंज दक्षिण (25 उम्मीदवार)
५] न्‍यूनतम उम्मीदवारों की संख्‍या के साथ विधानसभा क्षेत्र की संख्या और नाम
18-हावड़ाघाट, 76-बिश्‍वनाथ चरियाली, 107-थोरा, 63-चम्‍पागुरी, 82-राहा
(3 उम्मीदवार )
६] एक से अधिक महिला उम्मीदवारों के विधानसभा क्षेत्र
19 विधानसभा क्षेत्र
७]
सीधे मुकाबले वाले विधानसभा क्षेत्रों की संख्या और नाम
कोई नहीं
८] पार्टीवार उम्मीदवारों की सूची
एजीपी========================================30
एआईयूडीएफ====================================74
भाजपा=========================================89
इंडियन नेशनल कांग्रेस=============================122
बीपीएफ=======================================13
सीपीआई=======================================15
सीपीआई एम===================================19
अन्य========================================205
निर्दलीय=========================================497
कुल=======================================================1064
९]========================सबसे बड़ा मतदाताओं वाला विधानसभा क्षेत्र
52- दिसपुर
१०] क्षेत्रवार सबसे बड़ा विधानसभा क्षेत्र
16 हाफलॉंग
११] सबसे छोटा मतदाताओं वाला विधानसभा क्षेत्र
107- थोरा
१२]======================मतदान केंद्रो की सं==============24889
१३]
चुनावों में उपयोग होने वाली ईवीएम मीशीनों की संख्या ============== 24889

बिहार में १६ अक्टूबर को होने जा रहे द्वितीय चरण के चुनावों में८६.१३लाख वोटर्स ४५६ उम्मीदवारों में से ३२ को विजयी बनाएंगे

बिहार में १६ अक्टूबर को होने जा रहे द्वितीय चरण के चुनावों में ८६.१३ लाख वोटर्स ४५६ उम्मीदवारों में से ३२ को विजयी बनाएंगे इसके लिए ९११९ मतदान केंद्र बनाये गए हैं|चुनाव आयोग द्वारा जारी विवरण निम्न है
तथ्य एक नजर में – द्वितीय चरण बिहार विधानसभा चुनाव-2015
(द्वितीय चरण, मतदान की तिथि-16.10.2015)
क्र.सं. विषय विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की संख्‍या, जहां चुनाव होना है=32

[१]. कुल मतदाता
सामान्य मतदाता- 8596856
पुरुष – 4576722
महिला- 4019878
अन्य – 256
सर्विस मतदाता – 16976
पुरुष – 11501
महिला – 5473
अन्य: 02
——————————
कुल – 8613832
[२] उम्‍मीदवारों की कुल संख्‍या 456
[३] महिला उम्मीदवारों की कुल संख्‍या 32
[४] उम्मीदवारों की सर्वाधिक संख्‍या वाले विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की संख्‍या और नाम 01 (215-अरवल जिले का कुर्था)
[५] उम्मीदवारों की न्‍यूनतम संख्‍या वाले विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की संख्‍या और नाम 01 [227- गया जिले का इमामगंज (एससी)]
[६] एक से ज्‍यादा महिला उम्मीदवारों वाले विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की संख्‍या और नाम
08 [205-भबुआ, 211-नोखा, 218-मखदुमपुर (एससी), 220-ओबरा, 221-नबीनगर, 226-शेरघाटी, 228-बरचट्टी (एससी) और 231-टिकारी}
[७]विभिन्‍न दलों के उम्‍मीदवारों की संख्‍या
भाजपा 16
बसपा 32
सीपीआई 13
सीपीएम 02
आईएनसी 06
जेडी (यू) 13
एनसीपी 06
आरजेडी 13
एलजेपी 03
आरएलएसपी 06
पंजीकृत राजनीतिक दल (मान्‍यता प्राप्त राष्‍ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों को छोड़कर)
200
निर्दलीय 146
कुल 456
[ ८] मतदाताओं के लिहाज से सबसे बड़ा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र
208-सासाराम
[९] क्षेत्र के लिहाज से सबसे बड़ा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र
206- चैनपुर
[१०] मतदाताओं के लिहाज से सबसे छोटा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र
218-मखदुमपुर (एससी)
[११] क्षेत्र के लिहाज से सबसे छोटा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र
230- गया शहर
[१२] मतदान केंद्रों की कुल संख्‍या 9119
[१३] चुनावों में इस्‍तेमाल की जाने वाली ईवीएम की संख्‍या
नियंत्रण इकाइयां – 9119
मतदान इकाइयां – 5624

भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को लोकतान्त्रिकशक्ति”नोटा”विकल्प का स्मरण कराया

[नई दिल्ली]भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाताओं को लोकतान्त्रिकशक्ति”नोटा”विकल्प का स्मरण कराया
मालूम हो के उच्चतम न्यायालय के 27 सितम्बर, 2013 के आदेश का अनुसरण करते हुए 11 अक्तूबर, 2013 से इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों पर दिखाए गए बैलेट पेपरों में तथा अन्य बैलेट पेपरों में नोटा- उपरोक्त में से कोई नहीं- विकल्प को लागू किया था।
भारत निर्वाचन आयोग ने अब अन्य चुनाव चिन्हों की तरह नोटा विकल्प के लिए विशेष चिह्न x लागू किया है। इसका उद्देश्य मतदाताओं द्वारा नोटा विकल्प चुनने में मदद देना है। अब से आगे होने वाले सभी चुनावों में ईवीएम के अंतिम पैनल तथा अन्य बैलेट पेपरों पर नोटा विकल्प के समक्ष यह विशेष चिह्न दिखेगा। इस संबंध में सभी मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को आवश्यक निर्देश जारी किए गये हैं।
नोटा विकल्प का मुख्य उद्देश्य ऐसे मतदाताओं की सहायता करना है जो किसी भी उम्मीदवार को वोट देना नहीं चाहते और ऐसे मतदाताओं को अपने निर्णय की गोपनीयता का उल्लंघन किए बिना किसी भी उम्मीदवार को वोट न देने के अधिकार के उपयोग में सहायता देना है।
नोटा विकल्प चिह्न को भारतीय डिजाइन संस्थान (एनआईडी) अहमदाबाद ने डिजाइन किया है।

नोटा चिह्न

पीएम के”मन की बात”पर रोक लगाने की कांग्रेसी मांग को चुनाव आयोग ने ठुकराया

[नयी दिल्ली]”मन की बात”पर रोक लगाने की कांग्रेसी मांग को चुनाव आयोग ने ठुकराते हुए कहा “पूर्ण रोक लगाना संभव नहीं”
कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम ‘मन की बात’ पर रोक लागने की मांग करने के लिए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाने का निर्णय किया है । आारोप है कि यह बिहार विधानसभा चुनाव की वजह से लागू आचार संहिता का उल्लंघन करता है, लेकिन निर्वाचन आयोग ने कहा कि इस पर ‘‘पूर्णत: रोक’’ नहीं लगाई जा सकती ।
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री द्वारा राजनीतिक उद्देश्यों के लिए सार्वजनिक प्रसारक का दुरूपयोग किए जाने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हैं, जो भाजपा के मुख्य प्रचारक और चेहरा हैं ।’’ शर्मा ने कहा कि कांग्रेस और इसके गठबंधन सहयोगी दल निर्वाचन आयोग से संपर्क करेंगे क्योंकि प्रधानमंत्री अपने पद और सार्वजनिक प्रसारक का दुरूपयोग करने पर तुले हुए हैं ।
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री को ‘‘सदाशयता दिखानी’’ चाहिए थी और बिहार चुनाव के मद्देनजर रेडियो कार्यक्रम करने से बचना चाहिए था ।
चुनाव आयोग ने हालांकि कहा कि कैबिनेट की बैठकों और मन की बात कार्यक्रम पर ‘‘पूर्ण रोक’’ नहीं लगाई जा सकती और इस तरह की किसी मांग पर वह तब ही संज्ञान ले सकता है जब पाया जाए कि केैबिनेट के फैसले अथवा कार्यक्रम की सामग्री आचार संहिता का उल्लंघन करती है ।