Statement by BJP President Shri Rajnath Singh
at New Delhi on November 10, 2013
Bhartiya Janata Party [BJP] Criticized U P A’s Pakistan Policy
B J P expresses its grave concern over the manner in which the UPA government is operating its Pakistan policy. and demanded that Mr Aziz should be stopped from holding talks with Kashmiri separatists on Indian soil.
On the one hand India facing a series of ceasefire violations from Pakistan and on the other hand the UPA Government’s response towards such acts of aggression has been submissive.
After making a failed attempt to buy peace with Pakistan at New York, the UPA government has now allowed Pakistani Prime Minister Nawaz Sharif’s advisor Sartaj Aziz to meet and hold talks with Kashmiri separatist leaders in New Delhi. Why Mr Aziz is given this opportunity when Pakistan is committing acts of aggression in the state of Jammu and Kashmir? This is something blatantly against the established international diplomatic norms.
Pakistan has been trying hard to internationalize the Kashmir issue for the past many years. Kashmir issue was recently raised once again at the UN General Assembly meeting this year by Pakistan. In the absence of a long term strategic thinking and direction the UPA government’s Pakistan policy has been driven by adhocism. By allowing Mr Sartaj Aziz to hold talks with Kashmiri separatists the UPA government has committed another diplomatic blunder with serious costs to national security and national interest.
The BJP demands that Mr Aziz should be stopped from holding talks with Kashmiri separatists on Indian soil. Kashmir issue is India’s internal matter and it should be resolved through a home grown solution.
Tag: Foreign Policy
Bhartiya Janata Party Criticized U P A’s J& K , Pakistan Policy
सलमान खुर्शीद के अश्व मेघ यज्ञ घोड़े के साउदी अरब में आगमन से २५ लाख भारतीयों की निकासी रुकेगी ?
झल्ले दी झल्लियाँ गल्ला
एक कांग्रेसी चीयर लीडर
ओये झल्लेया हसाड़े विदेश मंत्री जनाब सलमान खुर्शीद साहब ने अपने अश्व मेघ यज्ञ का रथ साउदी अरब की तरफ मौड़ दिया है|ओये अब वहां काम कर रहे लगभग २५ लाख भारतीयों की आवाज दबाई नही जा सकेगी उन्हें भी लगेगा कि उन्हें भी सुनने वाला कोई है| इसके अलावा ऊर्जा सुरक्षा और आतंकवाद निरोधी सहयोग पर भी रास्ता निकाला जाएगा|
झल्ला
ओ मेरे चतुर सुजाण जी आप जी के ही डा प्रणव मुखर्जी साहब ने भी २००८ में ऐसे ही तेवर दिखाए थे लेकिन उसके बाद वहां नई श्रम नीति[निताकत१९९४ ] के नाम पर निकासी की तलवार के नीचे आये भारतीयों की संख्या २७००० तक पहुँच गई है|और अगर ऐसा ही चलता रहा तो यह संख्या तीन लाख [ स्किल +अन स्किल] तक पहुँच सकती है|और स्थिति बिगड़ने पर यह संख्या २५००००० तक पहुँच सकती है|ये अधिकतर साउथ के ही हैं | बेशक आप अपना राजनितिक प्रभाव साउथ में बढाना चाहते हो लेकिन अब इतनी नौकरियां खुले आम केवल इन्ही के लिए तो भारत में क्रियेट करने से रहे |
नरेन्द्र मोदी के एन आर आई से संवाद को लेकर भाजपा में केन्द्रीय न्रेत्तव फिर चर्चा में आया
गुजरात के सबसे विवादित मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी आज कल फिर विवादों में घिरे हैं और इन विवादों के कारण विरोधियों के बीच भी चर्चा का विषय बने हुए हैं |वर्तमान विवाद या चर्चा गुजरात के दंगों के परिपेक्ष्य में बनी मोदी की हिंदूवादी छवि को लेकर नही वरन अब विडियो के माध्यम से भारतीय प्रवासियों के साथ हो रहे मोदी के संवाद हैं| अब मोदी की साम्प्रदाईक छवि नही वरन केन्द्रीय न्रेतत्व की क्षमता को केन्द्रित करके मोदी की चर्चा की जाने लगी है|
बीती आधी रात को अहमदाबाद से विडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मोदी ने अमेरिका लगभग १८ शहरों में बसे भारतीय प्रवासियों से संवाद कायम किया|इस अवसर पर उन्होंने अपने प्रदेश में विकास के ढोल पीटने के साथ ही केंद्र सरकार की निति विशेष कर विदेश नीति के विरुद्ध बिगुल बजा दिया है|
सरबजीत सिंह की पाकिस्तान के लखपत कोट जेल में ह्त्या के लेकर पाकिस्तान के साथ संबंधों से लेकर चाइना के दबाब में अपनी ही भूमि से अपनी सेनाओं की वापिसी को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों पर जम कर प्रहार किये | भाजपा की नई उम्मीद बन कर उभर रहे नरेन्द्र मोदी ने अपने विरोधियों को भी निशाने पर लेते हुए अप्रवासी भारतीयों को बताया के कुछ लोग उनके गुजरात में विकास मॉडल को झुटलाने के लिए साम्प्रदाईक और सेक्युलर के विवाद को हवा देने लगते हैं|और नरेन्द्र मोदी के विकास को झुटला कर स्वयम सेक्युलर बनने का ढोंग करते फिर रहे हैं|
इस अवसर पर मोदी ने भारतीय परम्पराओं को आधार बनाया और देश के पर्यावरण के सुधार के लिए गंगा +जमुना आदि नदियों के महत्त्व को स्वीकार करने और नदियों को उनका दर्ज़ा दिए जाने के वकालत की| संयुक्त परिवार को सामाजिक सुरक्षा की गारंटी बताते हुए कहा के अमेरिका में भी अब परिवार सुधार के लिए आवाजें उठने लगी है|
मोदी ने अपने धुरंधर विरोधी जे दी यू के नितीश कुमार के बिहारीवादी नारे का जवाब एक कदम आगे जाते हुए देते हुए कहा के देश के बाहर रहने वाला प्रत्येक गुजराती भारत का राजदूत है| इसीलिए भारत से बहार रहते हुए प्रत्येक गुजराती स्वयम को भारत का राजदूत समझे|
बेशक नरेन्द्र मोदी को एक विशेष लाबी के दबाब में अमेरिका जाने का विश नहीं दिया गया है लेकिन इसके बावजूद अब इसी तरह विडियो क्न्फ्रेंसिंग करके वहां के एन आर आई के साथ संवाद कायम करने का रास्ता निकाल लिया गया है|यह उपाय ज्यादा प्रभावकारी हो रहा है क्योंकि भारतीय मीडिया और राजनीति इस पर केन्द्रित होने लगी है|अब कहा जाने लगा है के नरेन्द्र मोदी भाजपा में केन्द्रीय न्रेतत्व को कब्जाना चाहते हैं इसीलिए यूं पी ऐ पर भी एटैक कर रहे हैं|
नरेन्द्र मोदी ने समस्यायों के साथ उनके रोचक उपाय बता कर राष्ट्रीय न्रेतत्व की क्षमता का सराहनीय प्रदर्शन किया
गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजधानी के होटल ताज में चल रहे इंडिया टुडे कॉनक्लेव में समस्यायों के साथ उनके हल बता कर अपनी राष्ट्रीय क्षमता का प्रदर्शन किया| अपने भाषण में मोदी चार बार पानी के घूँट भरते हुए हर एक मिनट को बांध कर रखा।उन्होंने इस कॉनक्लेव में पूर्व की भांति एक गुजराती या किसी वर्ग विशेष की तरह बात नहीं की बल्कि बतौर भारतीय भाषण दिया। हाँ उन्होंने गुजरात में कराये जा रहे विकास के कार्यों पर देश को चलाये जाने की इच्छा जरुर प्रगट की| उन्होंने कहा कि भारत को पड़ोसी देशों से मित्रवत रिश्ते बनाने की जरूरत है, लेकिन हमारे हितों को दरकिनार करके नहीं। उन्होंने कहा, “मेरा सपना है कि एक दिन भारत खुद हथियार बनाये और दूसरे देशों को सप्लाई करे। ऐसा करने से गंदे हथियार दलालों से छुटकारा मिलेगा,और हम आत्मनिर्भर भी होंगे, हमारा देश गर्व के साथ खड़ा हो[हथियारों कि यह बात उन्होंने पूर्व जनरल वी पी मालिक के एक प्रश्न के उत्तर में कही] लेकिन इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज फौज या आर्थिक शक्ति के बजाये ज्ञान के आधार पर विश्व में शिखर पर पहुंचा जा सकता है|और ज्ञान के मामले में भारत हमेशा आगे रहा है|इस अवसर पर दंगों और पी एम् के प्रश्नों पर बचते भी दिखाई दिए
उन्होंने कहा कि देश का समुचित विकास तब तक नहीं हो सकता, जब तक हम लोगों को यह अहसास नहीं दिलायेंगे कि वो जो कर रहे हैं वो राष्ट्र के लिये कर रहे हैं।उन्होंने वोट बैंक की राजनीती से ऊपर उठ कर तकनीक+निज़ीकरण और यहाँ तक हथियारों के एक्सपोर्ट को जरुरी बताया| रेलवे की पटरियों पर निजी ट्रेन चलवाने के एक अनूठे मार्ग को उजागर किया| जब राहुल ने मोदी से पूछा कि क्या उनकी मां ने सोचा है कि आप प्रधानमंत्री बनें, मोदी ने जवाब दिया यहां चर्चा विकास की चल रही है, माता और पिता ऐसे में कोई मायने नहीं रखते| कोई भावुक्तापूर्ण कथा काम नहीं आती, कोई मां रोती नहीं, सिर्फ काम बोलता है। हर मुद्दे पर मोदी ने तथ्यों के साथ जवाब दिये। चाहे बात सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की हो, या सोलर पावर प्रोजेक्ट की। मोदी ने आंकड़ों के साथ जवाब दिये। मोदी तैयारी के साथ नहीं आते, बल्कि वो हमेशा तैयार रहते हैं|उन्होंने अपने विपक्षपर कटाक्ष करने की परिपाटी का भी पालन किया |उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री ने मोदी के विकास के सुझाव स्वीकारे मगर उनपर अमल नहीं करवा पाए
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