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अरुण जेटली ने देश में पहले और विश्व में पांचवें आईडीएस मुख्‍यालय भवन की आधारशिला रखी

रक्षा मंत्री ने आईडीएस मुख्‍यालय भवन की आधारशिला रखी|तीनो सेनाओं का एकीकृत यह देश का पहला और विश्व में पांचवां परिसर है|
रक्षा मंत्री श्री अरुण जेटली ने आज दिल्‍ली कैंट स्थित मेहरामनगर में एकीकृत रक्षा कर्मचारी (आईडीएस) मुख्‍यालय भवन परिसर के लिए आधारशिला रखी।
इस अवसर पर श्री जेटली ने देश की एकता और विवि‍धता की रक्षा करने में सशस्‍त्र बलों की कर्तव्‍यनिष्‍ठा के लिए बेहद सराहना की। उन्‍होंने कहा कि भविष्‍य के प्राय: सभी संचालन, चाहे वे देश के भीतर हों या बाहर, त्रिस्‍तरीय सेवा संचालन का रूप लेने जा रहा है। उन्होंने कहा कि बल के मनमुताबिक इस्‍तेमाल तक पहुंच के लिए सेवाओं के बीच तालमेल कायम करना काफी महत्‍वपूर्ण है।
अपने स्‍वागत भाषण में सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह ने संक्षिप्‍त रूप से आईडीएस स्‍थापना के इतिहास और उसके आधार की चर्चा की। उन्‍होंने कहा कि कारगिल समीक्षा समिति रिपोर्ट और मंत्रियों के समूह के सुझाव के आधार पर एकीकृत रक्षा कर्मचारी की स्‍थापना भारत सरकार की ओर से अक्‍तूबर 2001 में की गई थी। एकीकृत रक्षा कर्मचारी के गठन का उदेद्श्‍य सीओएससी अध्‍यक्ष के लिए एक सचिवालय उपलब्‍ध कराना, रक्षा संकट प्रबंधन समूह (डीसीएमजी) के गठन को आसान बनाना, तीनों सेवाओं के लिए वित्‍तीय और बजटीय प्रस्‍तावों का समन्‍वय करना और रक्षा मंत्री के सामने प्रस्‍तावों का समन्वित सेट प्रस्‍तुत करना था।
प्रस्‍तावित आईडीएस परिसर का बहुमंजिला भवन दिल्‍ली कैंट के मेहरामनगर में एनएसजी मुख्‍यालय के निकट 10.57 एकड़ भूमि में बनकर तैयार होगा। इस परिसर में कार्यालय भवन, ऑफिसर मेस कम्‍पलेक्‍स, सिगनल इंटेलीजेंस निदेशालय, सेंटर फॉर ज्‍वाइंट वारफेयर स्‍टडीज, आईडीएस कैम्‍प मुख्‍यालय और खेल परिसर शामिल होंगे।
इस कार्यक्रम में अन्‍य लोगों के अलावा नौसेना प्रमुख एडमिरल आर.के.धोवन, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अरूप राहा, रक्षा सचिव श्री आर.के. माथुर और सीआईएससी ले. जन. अनिल चैत ने भाग लिया।
फोटो कैप्शन
The Union Minister for Finance, Corporate Affairs and Defence, Shri Arun Jaitley unveiling the plaque to lay the foundation stone of HQ Integrated Defence Staff (IDS) building complex, in New Delhi on June 27, 2014. The Chief of Army Staff, General Bikram Singh, the Chief of Naval Staff, Admiral R.K. Dhowan and the Chief of the Air Staff, Air Chief Marshal Arup Raha are also seen.

Singapore Naval Chief Visit Would Strengthen Historical Ties Between Both Countries

Singapore Naval Chief Visits India Would Strengthen Historical Ties Between Both Countries
Chief of Navy,Republic of Singapore Navy Lays a wreath at ‘Amar Jawan Jyoti’, India Gate, New Delhi
Visiting Chief honoured the sacrifice made by our soldiers by laying a wreath at ‘Amar Jawan Jyoti’
Visiting Rear Admiral Ng Chee Peng, called on Admiral RK Dhowan, Earlier in the day, Thereafter, he was received at the South Block lawns by Admiral RK Dhowan with the traditional ‘Guard of Honour’.
,Visit of Singapore Naval Chief is expected to intensify the cooperation between both navies and strengthen historical ties between both navies.
Incidentally, 2014-15 marks the 50th anniversary of diplomatic relations between India and Singapore.
. The interaction between the Armed forces of the two countries has been historic, since both countries operated together in various campaigns during the Second World War. Presently, Singapore has a Defence Cooperation Agreement besides a Comprehensive Economic Cooperation Agreement with India. Visiting Chief Interacted With Indian C O A S also
The two Chiefs are planned to discuss issues of cooperation between both navies and regional maritime security. During his stay in India, the RSN Chief would also be interacting with COAS, CAS and the Defence Secretary
Photo Caption
.The Chief of Navy Republic of Singapore, Rear Admiral Ng Chee Peng meeting the Chief of Army Staff, General Bikram Singh, in New Delhi on June 03, 2014.

फील्‍ड मॉर्शल सैम शॉ की स्मृति में उनकी आदम कद की प्रतिमा का अनावरण और एक पुस्तक का विमोचन किया गया

[नई दिल्ली]फील्‍ड मॉर्शल सैम शॉ की स्मृति में उनकी आदम कद की प्रतिमा का अनावरण और एक पुस्तक का विमोचन किया गया|
भारतीय थल सेना के लब्‍ध प्रतिष्‍ठ जनरलों में से एक फील्‍ड मार्शल एसएचएफजे मानेकशॉ की जन्‍मशती के अवसर पर सेना अध्‍यक्ष जनरल बिक्रम सिंह ने ३ अप्रैल को फील्‍ड मार्शल की प्रतिमा का अनावरण किया और दिल्‍ली कैंट स्थित मानेकशॉ सेंटर में ”फील्‍ड मार्शल सैम मानेकशॉ –द मैन एंड हिज टाइम्‍स” शीर्षक से एक पुस्‍तक का विमोचन किया ।
गौरतलब है कि फील्‍ड मार्शल मानेकशॉ ने 1971 में पाकिस्‍तान के साथ युद्ध में विजय दिलाई थी , जिसके परिणामस्‍वरूप बंगलादेश का जन्‍म हुआ। उनके सम्‍मान में आयोजित समारोह में अपने उदघाटन भाषण में इंफेंट्री महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रामेश्‍वर यादव ने चार दशक से भी ज्‍यादा समय तक सेना को अपनी सक्रिय सेवाएं प्रदान करने वाले स्‍वर्गीय फील्‍ड मार्शल के जीवन की महत्‍वपूर्ण बातों का उल्‍लेख किया, इस समारोह में जनरल मानेकशॉ की पुत्री श्रीमती माजा दारूवाला अपने पति के साथ शामिल हुईं।

फील्‍ड मार्शल सैम मानेकशॉ –द मैन एंड हिज टाइम्‍स'' शीर्षक से एक पुस्‍तक का विमोचन

फील्‍ड मार्शल सैम मानेकशॉ –द मैन एंड हिज टाइम्‍स” शीर्षक से एक पुस्‍तक का विमोचन


सेना अध्‍यक्ष ने समारोह में बड़ी संख्‍या में मौजूद दर्शकों को संबोधित किया, जिनमें अनेक सेनानिवृत्‍त सेनाध्‍यक्ष, सेना के वरिष्‍ठ अधिकारी, वयोवृद्ध सैनिक और उनके बच्‍चे तथा फील्‍ड मार्शल के नजदीकी रिश्‍तेदार शामिल थे। जनरल बिक्रम सिंह ने सेना के अधिकारियों खासतौर से युवा पीढ़ी का आह्वान किया कि वे फील्‍ड मार्शल मानेकशॉ से प्रेरणा लें और देश सेवा में अपनी पेशेवर उत्‍कृष्‍टता का परिचय दें।
जन्‍मशती समारोह के अंतर्गत ऊटी और कुन्‍नूर में भी अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जहां फील्‍ड मार्शल अपने आखिरी दिनों में रहे। आज सुबह ऊटी से वेलिंगटन तक 14 किलोमीटर की मैराथन आयोजित की गई। वेलिंगटन में भी फील्‍ड मार्शल मानेकशॉ की प्रतिमा का अनावरण किया गया। इसके अलावा ऊटी में पारसी कब्रिस्‍तान में प्रार्थना सभा आयोजित की गई और उन्‍हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

राष्‍ट्रपति ने प बंगाल के बरहामपुर[नाबाग्राम] में सैन्‍य स्‍टेशन की आधारशिला रखी

राष्‍ट्रपति ने पश्चिमी बंगाल के बरहामपुर [नाबाग्राम] [Nabagram ]में सैन्‍य स्‍टेशन की आधारशिला रखी |
राष्‍ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने आज पश्चिम बंगाल के नाबाग्राम में बरहामपुर सैन्‍य स्‍टेशन की आधारशिला रखी।
राष्‍ट्रपति ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि राष्‍ट्र की सेवा के लिए प्रतिबद्धता और समर्पण का भारतीय सेना का लम्‍बा इतिहास रहा है। उन्‍होंने उम्‍मीद जताई है कि बरहामपुर सैन्‍य स्‍टेशन इस ऐतिहासिक परंपरा को आगे भी जारी रखेगा। राष्‍ट्रपति ने ड्यूटी के दौरान देश की सेवा के लिए अपने प्राणों को न्‍यौछावर करने वाले शहीदों को भी याद किया। उन्‍होंने बरहामपुर सैन्‍य स्‍टेशन की स्‍थापना के संबंध में रक्षा मंत्रालय, भारतीय सेना और पश्चिम बंगाल सरकार के योगदान की सराहना की। इसके अलावा उन्‍होंने सैन्‍य स्‍टेशन के लिए भूमि प्रदान करने हेतु स्‍थानीय लोगों के योगदान की भी सराहना की।
फ़ोटो कैप्शन
[१]The President, Shri Pranab Mukherjee unveiling the plaque to lay the foundation stone of the Berhampore Military Station, at Nabagram, District Murshidabad, in West Bengal on February 20, 2014.
The Governor of West Bengal, Shri M.K. Narayanan and the Chief of Army Staff, General Bikram Singh are also seen.

अमेरिकी जनरल रेमंड टी . ओदिएर्नो ने अमर जवान ज्योति पर सेल्यूट किया

यूनाइटेड स्टेट आफ अमेरिका की आर्मी के चीफ जनरल रेमंड टी . ओदिएर्नो [ Raymond T. Odierno ]आज कल भारत में आये हुए हैं इस दौरे में उन्होंने अनेकों कार्यक्रमो में भाग भी लिया| २४ जुलाई की कुछ गतिविधियों के फोटोज प्रस्तुत हैं:
[१] आर्मी चीफ जनरल रेमंड टी ओदिएर्नो ने इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति पर सेल्यूट किया और श्रधांजली अर्पित की

भारत के केन्द्रीय रक्षा मंत्री ऐ के एंटोनी और जनरल रेमंड

भारत के केन्द्रीय रक्षा मंत्री ऐ के एंटोनी और जनरल रेमंड

[२]आगंतुक जनरल ने शिष्टाचार निभाते हुए भारत के केन्द्रीय रक्षा मंत्री ऐ के एंटोनी से नई दिल्ली में मुलाकात की
[3]भारतीय नोसेना के चीफ [ Chief of Naval Staff,] एडमिरल डी के जोशी ने अमेरिकी जनरल को स्मृति चिन्ह[ मोमेंटो प्रस्तुत करके सम्मानित किया
]एडमिरल डी के जोशी जनरल रेमंड को मोमेंटो देते हुए

]एडमिरल डी के जोशी जनरल रेमंड को मोमेंटो देते हुए


]जनरल बिक्रम सिंह से मुलाकात करते हुए जनरल रेमंड

]जनरल बिक्रम सिंह से मुलाकात करते हुए जनरल रेमंड

[4]अतिथि जनरल ने भारतीय सेना के स्वागत करता जनरल बिक्रम सिंह से मुलाकात की