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नोटबंदी के तत्काल पश्चात् लाखों रु जमा करवाने वाले १८ लाख चिन्हित

Its Black Or White?

Its Black Or White?

[नई दिल्ली ]नोटबंदी के तत्काल पश्चात् लाखों रु जमा करवाने वाले १८ लाख चिन्हित |अब देना होगा जवाब!
सीबीडी टी [CBDT]ने ऐसे १८ लाख संदिग्ध बैंक खातों को चिन्हित किया है|इन खातेधारकों को दस दिनों मेंअपनी आय का स्रोत बताना होगा| आयकर विभाग द्वारा आज से आपरेशन क्लीन मनी शुरू किया गया है जिसके अंतर्गत संदिग्ध खाते धारकों को विभिन्न स्रोतों से पत्र भेजे जायेंगे
बोर्ड के चेयरमैन शुशील चंद्र के अनुसार किसी भी कार्यवाही से बचने के लिए दस दिनों में जवाब दिया जाना लाजमी होगा चंद्र के अनुसार एक करोड़ एकाउंट्स में २ लाख रु से अधिक की रकम जमा करवाई गई है

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केजरीवाल को अपने जैन के दस्तावेज+रिकार्ड्स सबूत के रूप में जनता के समक्ष रख देने चाहिए

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

आम आदमी पार्टी चेयर लीडर

आये झल्लेया ये भाजपाइयों ने क्या षटराग मचा रखा है?अब इनकम टैक्स वालों को हसाड़े ईमानदार मंत्री सत्येंद्र जैन के पीछे लगा दिया

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी !आयकर अधिकारियों का दावा है के उन्हें कलकत्ता में आपके स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से जुड़े वित्तीय लेन देन के अनेकों संदिग्ध रिकॉर्ड मिले हैं| चूंकि जैन साहिब के बचाव में संजय सिंह और आशुतोष जैसे खिदमतगार इनकम टैक्स ऑफिस में धमक गए और केजरीवाल ने खुद सर्टिफिकेट दे दिया तो हम भी यह मान लेते हैं के आप जी के सत्येंद्र जैन बेहद ईमानदार हैं लेकिन इसे साबित करने के लिए आप लोगों को सबूत के रूप में जैन के दस्तावेज+रिकार्ड्स जनता की अदालत के समक्ष रख देने चाहिए|अपने आप हो जायेगा दूध का दूध और पानी का पानी

आयकर विभाग के निशाने पर आये ‘पैन’ छुपा कर लाखों का लेनदेन करने वाले ७ लाख खाते

आयकर विभाग के निशाने पर आये 'पैन' छुपा कर लाखों का लेनदेन करने वाले ७ लाख खाते

आयकर विभाग के निशाने पर आये ‘पैन’ छुपा कर लाखों का लेनदेन करने वाले ७ लाख खाते

[नई दिल्ली]आयकर विभाग के निशाने पर आये ,पैन छुपा कर, लाखों का लेनदेन करने वाले ७ लाख खाते
आयकर विभाग ने अधिक राशि के बिना पैन संख्या वाले लेनदेन के संबंध में जानकारी देने के लिए 7 लाख पत्र जारी किए हैं|इन्होंने पैन संख्या छुपा कर लाखों रुपयों का लेनदेन किया है|
वार्षिक सूचना रिटर्न (एआईआर) के तहत, उच्च राशि के विभिन्न प्रकार के लेन-देन होने की जानकारी आयकर विभाग को प्राप्त हुई हैं।
इनमें बचत बैंक खाते में 10,00,000 रुपये या अधिक की नकदी राशि जमा करने और
30,00,000 रुपये या अधिक मूल्य की अचल संपत्ति की खरीददारी/ बिक्री की सूचनाएं शामिल हैं।
इनमें से अधिकांश लेनदेनों में पैन संख्या का उल्लेख नहीं है। विभाग के पास वित्त वर्ष 2009-10 से 2016-17 की अवधि को दौरान ऐसी
लगभग 90 लाख लेनदेन का ब्यौरा मौजूद है। आयकर विभाग ने इन-हाउस कम्प्यूटर तकनीकियों की सहायता से ऐसे गैर-पैन लेनदेन को वर्गीकृत किया है और लगभग
14 लाख गैर-पैन लेनदेन वाले 7 लाख उच्च जोखिम समूहों की पहचान की है। इनकी आयकर विभाग द्वारा गहराई से छानबीन की जा रही है।

Govt To Isolate Tax Defaulters

[New Delhi]Govt To Isolate Tax Defaulters
The Income Tax department has decided to “block” Permanent Account Number (PAN) of such entities, get their LPG subsidy cancelled and take measures to ensure that they are not sanctioned loans.
A number of such measures have been mooted by the tax department, to be undertaken this financial year, in order to curb the menace of large-scale tax avoidance and evasion.
The department, beginning last year, has also started to ‘name and shame’ large tax defaulters (over Rs 20 crore default) by publishing their names and other credentials in leading national dailies and on its official web portal.
Till now, 67 such entities have been put in public domain by the department.
The IT department, beginning this financial year, has also decided to publicly name all category of taxpayers who have a default of Rs one crore and above.
“Tax default is a major menace that the department is grappling with.These new measures are aimed to curb these instances in the right earnest,” a senior IT official said.