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Tag: Indian Air force

IAF Aircraft with 13 People on Board Goes Missing:Jorhat

[New Delhi]IAF Aircraft with 13 People on Board Goes Missing:Jorhat
An AN-32 transport aircraft of the Indian Air Force lost contact with ground agencies around 35 minutes after it took off from Jorhat in Assam on Monday
The aircraft got airborne at around 12:25 PM and lost all contacts with ground staff at around 1 PM
A total of eight crew and five passengers were on board the aircraft

Wing Commander”Reddy” Arrested for Racketing Drugs ,Internationally

[New Delhi]Wing Commander”Reddy” Arrested for Racketing Drugs ,Internationally
I A F Wing Commander G Rajasekhar Reddy was arrested by the Narcotics Control Bureau (NCB) in coordination with Nanded Police on Monday and brought to Hyderabad today
Some mobiles and Rs 7.5 lakh in cash were recovered from him.
Officials said Reddy was produced in a court in Hyderabad today which sent him in NCB’s custody.
The NCB had on Monday seized 231 kg of the banned narcotic drug amphetamine, worth about Rs 45 crore, from Hyderabad and Bengaluru and arrested three persons including a research scientist and his wife.

वायुसेना ने कश्मीर में सर्वोच्च बलिदान देने वाले स्‍क्‍वाड्रन लीडर अजय आहूजा को सेल्यूट किया

भारतीय वायु सेना ने कश्मीर के ऑपरेशन विजय में सर्वोच्च बलिदान देने वाले स्‍क्‍वाड्रन लीडर अजय आहूजा को सेल्यूट किया
भारतीय वायु सेना के स्‍क्‍वाड्रन लीडर अजय आहूजा ने कश्‍मीर में एक संघर्ष अभियान में ‘ऑपरेशन विजय’ के दौरान 27 मई 1999 को राष्‍ट्र के लिए अपने प्राणों की आहूति दी थी।
श्री आहूजा के एयरक्राफ्ट को जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल के द्वारा शत्रुओं ने उस वक्‍त निशाना बनाया, जब वे अपनी जान को जोखिम में डाल कर खतरनाक क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्‍त हुए एक पायलट का पता लगाने की कोशिश कर रहे थे।
भारतीय वायु सेना के साहसिक स्‍क्‍वाड्रन लीडर अजय आहूजा ने अत्‍यंत खतरे के बावजूद अपनी बहादुरी का परिचय दिया, लेकिन दुर्भाग्‍य से उनके विमान को निशाना बनाया गया और यह बुरी तरह क्षतिग्रस्‍त हो गया। इसके बावजूद भी श्री अजय आहूजा ने अपने को विमान से सुरक्षित बाहर निकाल लिया लेकिन वह शत्रुओं की कैद में शहीद हो गए। श्री अजय आहूजा को उनकी बहादुरी, निस्‍वार्थ सेवा, देश और वायुसेना के अपने साथियों के लिए दी गई प्राणों की आहूति के लिए सदैव याद किया जायेगा।
स्‍क्‍वाड्रन लीडर अजय आहूजा राजस्‍थान के कोटा से थे। वह राष्‍ट्रीय रक्षा अकादमी के एक भूतपूर्व विद्यार्थी थे और एक युद्धक पायलट के तौर पर भारतीय वायुसेना में 14 जून 1985 से सेवा प्रारम्‍भ की थी। अपने 14 वर्षों के कार्यकाल के दौरान उन्‍होंने भारतीय वायुसेना के महत्‍वपूर्ण अभियानों में भाग लिया। उन्‍होंने मिग-21 और मिग-23 युद्धक विमानों का भी संचालन किया।श्री आहूजा अपने पीछे अपनी पत्‍नी अलका आहूजा और पुत्र अंकुश को छोड़ गये हैं।

एयरफ़ोर्स और महाराष्ट्र सरकार में जमीन के एक्सचेंज मामले को सुलझाने में पीएम पंच बने

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पंचप्रधान [Arbitrator]की भूमिका निभाते हुए इंडियन एयर फ़ोर्स[ IndianAirForce ] और महाराष्ट्र सरकार में २८८.७४ एकर्स जमीन के एक्सचेंज समस्या को निबटाया|इस एक गवर्नेंस के कदम से एयर फ़ोर्स और मिहान एयर पोर्ट दोनों को फायदा होगा| केंद्रीय केबिनेट की मीटिंग में आज इस एक्सचेंज को स्वीकृति दी गई| एयर फ़ोर्स की महाराष्ट्र सरकार की ४०० एकर्स भूमि के बदले एयर फ़ोर्स की यह २८८ एकर्स लैंड के एक्सचेंज को स्वीकृति दी गई है महाराष्ट्र सरकार द्वारा नागपुर एयर पोर्ट के लिए यह भूमिक प्रयोग की जानी है |एक्स्ट्रा लैंड का उपयोग एयर फ़ोर्स द्वारा गजराज प्रोजेक्ट के लिए किया जाएगा|एयर फ़ोर्स के कब्जे वाली भूमि पांच विभिन्न पॉकेट्स में बंटी हुई है अब इस आर्बिट्रेशन से रनवे और गजराज प्रोजेक्ट के लिए सिंगल प्लाट मिल सकेगा |इसके साथ ही एयर फ़ोर्स की जमीन मिहान एयरपोर्ट सीमा के साथ लगी हुई है इसीलिए इसका उपयोग वहां मिहान के लिए हो सकेगा १२२ एकर्स एक्स्ट्रा लैंड बतौर कंपनसेशन दिया जा रहा है |

Fighter Sukhoi Craft Su-30 Fleet Temporarily Confined to Aircraft hangars

[New Delhi] Fighter Su-30 fleet temporarily confined to Aircraft hangars
The flying of the Su-30 fleet are temporarily suspended.By Ministry of Defence Of India
One Su-30 fighter of the Indian Air Force (IAF) was involved in an accident In Pune on October 14, 2014 in which both ejection seats had fired whilst the aircraft was coming in to land.
The pilots are reported safe but the aircraft[ costing to na Rs 200 Hundred Crores] crashed about 20 Kms short of the runway.
No loss of life or damage to property was reported.
A Court of Inquiry (CoI) had immediately been constituted to investigate the cause of accident.
Meanwhile, as is the procedure in such cases, the flying of the Su-30 fleet has been temporarily suspended. The CoI is in progress and certain specific checks are being conducted on the aircraft. There are 34 sqdns with 18 crafts each.

भारत ने लापता मलेशियाई विमान के लिए नई रणनीति के इंतजार में अपना तलाशी अभियान फिलहाल रोका

भारत ने लापता मलेशियाई विमान के लिए नई रणनीति के इंतजार में अपना तलाशी अभियान फिलहाल रोक दिया है |मलेशियाई प्रशासन से ताजे निर्देश का इंतजार है। मलेशिया विमान का पता लगाने के लिए नये क्षेत्रों पर गौर सकता है।
लापता मलेशियाई विमान की तलाश के बारे में मलेशिया के अधिकारियों ने अब छानबीन पर आधारित संकेत दिया है कि तलाश अभियान नए चरण में पहुंच गया है और आगे की तलाश के लिए एक रणनीति तैयार की जा रही है। इसे देखते हुए तलाश अभियान स्थगित कर दिया है और इस काम में लगे भारतीय जहाजों, विमानों और साजो-सामान को हालांकि तैयार रहने को कहा गया है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार भारत ने अपनी वायुसेना, नौसेना और तटरक्षक दल के कई विमानों, जहाजों और साजों-सामान को लापता मलेशियाई एयरलाइंस के विमान एमएच-370 की खोज के लिए लगाया है। अंडमान निकोबार कमान, पूर्वी नौसेना कमान और भारतीय वायुसेना तथा भारतीय तटरक्षक दल के कुल छह विमानों और छह जहाजों तथा इनके हेलिकॉप्टरों को तलाश काम में लगाया गया था जिन्होनें अंडमान सागर और बंगाल की खाड़ी में फैले विस्तृत क्षेत्र में निर्धारित स्थानों पर मिलकर खोज का काम किया। पूर्वी नौसेना कमान के अतिरिक्त साजो-सामान को तत्काल जरूरत के लिए तैयार रखा गया था। समाचार एजेंसी भाषा ने अंडमान निकोबार कमान के प्रवक्ता कर्नल हरमीत सिंह के हवाले से कहा है कि पांच जंगी जहाज और छह निगरानी विमान के साथ मिलकर चलाये जाने वाले तलाशी अभियान को फिलहाल रोक दिया गया है।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार भारतीय नौसेना ने अपनी प्रमुख भूमिका के रूप में नई दिल्ली स्थित समुद्री प्रचालन केन्द्र से शाही मलेशियाई नौसेना और शाही मलेशियाई वायुसेना के साथ सक्रिय समन्वय बनाया हुआ है। नई दिल्ली स्थित केन्द्र 24 घंटे काम कर रहा है।
लापता विमान की तलाश में विभिन्न निर्धारित क्षेत्रों में जुटी इकाइयों ने अभी तक लापता विमान को देखे जाने या उसके बारे में कुछ और जानकारी होने की कोई खबर नहीं दी है।

फिलिन की फैलाई तबाही से पीडितो को उबारने के लिए सेना के सभी अंग मुस्तैदी से जमे

फिलिन तूफान[ cyclone Phailin ] का प्रभाव बेशक कम हो गया है लेकिन अपने पीछे तबाही फैला गया है जिससे पीड़ितों को उभारने के लिए सेना के सभी अंग मुस्तैदी से जमे हुए हैं|
भारतीय वायुसेना ने आज पूर्वी वायु कमान एयरबेस बैरकपुर से चार एम आई-17 वी 5 हेलीकॉप्‍टर उड़ीसा के बालासोर तथा चांदीपुर से सटे इलाकों में राहत और बचाव कार्य के लिए भेजे हैं।

Navy divers carrying rescue & relief materials after being off loaded from Aircraft, at Chandipur near Balasore, Odisha.

Navy divers carrying rescue & relief materials after being off loaded from Aircraft, at Chandipur near Balasore, Odisha.


इन इलाकों में रात भर वर्षा होने से बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। प्रभावित इलाकों में रेमुना, धर्मपुर तथा बदपाल हैं। इन क्षेत्रों में राज्‍य प्रशासन द्वारा मुहैया कराए गए खाने के लगभग 15,000 पैकेट गिराए गए। चार उड़ानों में 5.5 टन की सामग्री गिराई गई। एम आई-17 वी 5 हेलीकॉप्‍टरों के जरिए भारतीय जल सेना के गोताखोर भी उन इलाकों में गए जो जल से भर गए हैं। बालासर और चाँदीपुर के गंभीर रूप से प्रभावित इलाकों से इन गोताखोरों को हेलीकॉप्‍टर से लाया गया है।
थल सेना ने भी राहत और बचाव कार्य के लिए बालासोर में एक कालम तैनात किया है। गोपालपुर से कार्य कर रहा सेना का इंजिनियरिंग कार्यबल सोमवार को सबेरे छतरपुर के पीथल गांव की ओर बढ़ा। यह स्‍थान गंजाम से 100 किलोमीटर पश्चिम में है।
उड़ीसा में भारतीय सेना की त्‍वरित मेडिकल टीम भी तैनात की गई है
The super cyclone Phailin affected people being treated by the Air Force special medical team, at Behrampur, Odisha.

The super cyclone Phailin affected people being treated by the Air Force special medical team, at Behrampur, Odisha.


भारतीय वायुसेना का 37 सदस्‍यीय त्‍वरित चिकित्‍सा दल फिलिन तूफान के बाद चिकित्‍सा आपदा से निपटने के लिए असम के जोरहाट से उड़ीसा पहुंचा। इसमें एक सर्जन, एक निश्‍चेतक (एनेस्‍थेटिस्‍ट) तथा एक महिला चिकित्‍सा अधिकारी हैं। इस दल के साथ दो नर्सिंग अधिकारी तथा अन्‍य पारामेडिकल कर्मी हैं।
दल का नेतृत्‍व कर रही डॉक्‍टर स्‍केवर्डन लीडर लवनीत कौर ने कहा कि हमने हर स्थिति से निपटने की तैयारी की है।
शल्‍य चिकित्‍सा विशेषज्ञ विंग कमांडर एस वी कुलकर्णी ने बताया कि हमारी टीम ने घायल 30 मरीजों का ईलाज किया, इनमें अधिकतर बच्‍चे और महिलाएं थीं।
भारतीय वायुसेना ने आपदा स्थित से निपटने के लिए 1999 में बंगलौर, जोरहाट तथा हिंडन में त्‍वरित मेडिकल टीम का गठन किया था। अब यह दल बहरामपुर से भुवनेश्‍वर चला गया है
फोटो कैप्शन [१]Relief packets being dropped from a plane in a locality after heavy rains in the aftermath of super cyclone Phailin, in Balasore, Odisha.

सुपर एयरक्राफ्ट आईएएफ सी 130जे-30 ने अक्‍साई चीन की हवाईपट्टी दौलत बेग ओल्‍डी पर ऐतिहासिक लैंडिग का विश्‍व कीर्तिमान बनाया

सुपर एयरक्राफ्ट आईएएफ सी 130जे-30 ने अक्‍साई चीन की हवाईपट्टी दौलत बेग ओल्‍डी पर ऐतिहासिक लैंडिग की
एक महत्‍वपूर्ण क्षमता प्रदर्शन के रूप में भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के सुपर हरक्‍यूलिस एयरक्राफ्ट सी 130जे-30 ने दुनिया की सबसे उंची हवाई पट्टी दौलत बेग ओल्‍डी (डीबीओ) पर आज 0654 बजे लैंडिग की।
कमांडिंग अधिकारी ग्रुप कैप्‍टन तेजबीर सिंह और ”वील्‍ड वाइपर” के साथियों ने वायु सेना मुख्‍यालय के वरिष्‍ठ अधिकारियों के साथ अपने गृह हवाई अड्डे हिंडन से उडने के बाद 16614 फीट की उंचाई पर स्थित अक्‍साई चीन की हवाईपट्टी डीबीओ को छुआ।
दौलत बेग ओल्‍डी चीन की तरफ जाने वाले प्राचीन रेशम मार्ग पर एक महत्‍वपूर्ण अग्रिम चौकी क्षेत्र है। सेना का यह ठिकाना 1962 के भारत चीन संघर्ष के समय बनाया गया था। उत्‍तरी हिमालय क्षेत्र में स्थित इस सेना के रणनीतिक ठिकाने ने अब एक बार फिर से महत्‍व प्राप्‍त किया है।
इस अड्डे को वायु सेना ने भारतीय सेना के साथ मिलकर फिर से तब सक्रिय किया जब दो इंजन वाला एएन 32 चंडीगढ़ से उडकर 43 वर्षों के अंतराल के बाद यहां उतरा था।
इस श्रेणी के एयरक्राफ्ट द्वारा सबसे अधिक उंचार्इ पर लैंडिंग की यह उपलब्धि उसे विश्‍व कीर्तिमान की योग्‍यता प्रदान करती है। आज की उपलब्धि सैनिक बलों को विकसित क्षमताओं की विरासत के दोहन के योग्‍य बनायेगी और एक बड़े नैतिक बल प्रोत्‍साहन का भी काम करेगी। यह इस तथ्‍य को भी रेखांकित करता है कि भारतीय वायु सेना भारतीय सेना के समर्थन के लिए ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में आपरेशन चलाने में भी सक्षम है।
फोटो कैप्शन
The IAF C 130J-30 Super Hercules aircraft makes an historic landing at Daulat Beg Oldie (DBO) on August 20, 2013.

हेम कुंट साहब की दुर्गम तीर्थ यात्रा के श्र्धालूओं को बचाने के लिए तत्काल सहायता बेहद जरुरी

उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा ने प्रकृति के विरुद्ध किये जा रहे मानवीय विकास के नाम पर दोहन को धोह डाला है| यहाँ तक कि धार्मिक स्थलों को भी नही बक्शा | केदार नाथ से लेकर हेमकुंड साहब मार्ग पर तबाही की इबारत साफ़ देखी जा सकती है|अब तक सरकारी आंकड़ों के अनुसार १५० मृत्यु हो चुकी हैं और लगभग ६५ हज़ार लोग फंस गए हैं|भवनों की हानि का अनुमान लगाया जा रहा है| बी जे पी की लोक साभा में नेता श्रीमती सुषमा स्वराज ने सरकार पर ढीली सहायता कार्य का आरोप भी लगाया है|इस सब के बावजूद एयर फाॅर्स |भारतीय सेना +बी आर टी ऍफ़+और अन्य सहायक फोर्सेस जी जान से जुटी हैं|[AidToCivilPower]
चमौली जिले के मारवाड़ी[जोशी मठ] के आगे हेम कुंड साहब मार्ग के पहले पडाव के रूप में जाने जाने वाले गुरुद्वारा गोबिंद घाट भवन भी प्रभावित हुआ है| गुरुद्वारा साहब के बाहरी किनारे बह गए हैं| यहाँ हज़ारों श्र्धालूजन फंसे हुए हैं और सरकारी सहायता की प्रतीक्षा कर रहे हैं| इस कठिन यात्रा से किसी तरह बच कर जोशी मठ पहुँचने वाले तीर्थ यात्रियों का कहना है कि व्यवस्था की सहायता वहां के दुर्गम स्थल तक नहीं पहुँच रही है|इसी कारण वहां भोजन और दवाओं की खेप शीघ्र पहुंचानी बेहद जरुरी है|
श्रोत [१] जी पी सिंह [ <panthparkash@gmail.com> ]
[२]कुलबीर कलसी
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी[ DSGMC ] के अध्यक्ष मंजीत सिंह ने घोषणा की है कि पीड़ितों की सहायता के लिए एक हेलीकाप्टर +भोजन और दवाएं भेजी जायेंगी

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पाकिस्तान से लगे वेस्टर्न सेक्टर की सुरक्षा के लिए हेलीकाप्टर परिसर का उद्घाटनAir Chief Marshal NAK Browne inaugurated helicopter complex

Mi17V5 Armed Chopper Deployed In Western Sector

पाकिस्तान के साथ लगती पश्चिमी सेक्टर में राजस्थान की सीमा को सुरक्षित करने के उद्देश्य से जोधपुर के फलोदी एयर बेस पर आज ७ जनवरी सोमवार को वायुसेना के अत्याधुनिक हेलीकाप्टर स्कवाडन परिसर का उद्घाटन किया गया|. एयर चीफ मार्शल एनए के ब्राउन [Air Chief Marshal NAK Browne]स्वयम नवीनतम अत्याधुनिक एमआई 17वीं पांच हेलीकाप्टर के परिसर का उद्घाटन के लिए आये|.अत्याधुनिक तकनीक पर आधारित हेलीकाप्टर एमआई 17वीं पांच [Mi-17 V5 ]हर मौसम में उड़ान भर कर किसी भी कार्यवाही को अंजाम दे सकता है.
प्रवक्ता कर्नल एस डी गोस्वामी के अनुसार ये आर्म्ड हेलीकाप्टर अत्याधुनिक तकनीक, इंजन, रात दिन में देखने के उपकरण, राडार प्रणाली से सुसज्जित हैं. एक स्क्वाडन में 15 हेलीकाप्टर रहते हैं.
गौरतलब है कि वर्ष 2008 में भारत ने इन हैलीकॉप्टरों के लिए रूस के साथ एक अनुबंध किया था। इसका मुख्य उद्देश्य एयर मेन्टेनेंस ऑपरेशन, मुसीबत में फंसे लोगों की मदद,[ ऐड टू सिविल पावर ]और ट्रांसपोर्ट ऑपरेशन के लिए करना है। रूस भारत को कुल 80 एमआई-17 वी-5 हैलीकॉप्टर की आपूर्ति करेगा। इस अनुबंध की कीमत 1.345 अरब डॉलर है। जोधपुर और जैसलमेर के बीच स्थित इस एयर बेस का उदघाटन २०१० में किया गया था|