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पूर्वग्रसित बीमारियों से पीड़ित रेलयात्रा से बचें :#रेलमंत्रालय

#Covid19
#प्रवासी संकट
पूर्वग्रसित बीमारियों से पीड़ित रेलयात्रा से बचें :#रेलमंत्रालय
भारतीय रेल, देश भर में प्रतिदिन कई श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चला रहा है, यात्रा के दौरान पूर्व ग्रसित बीमारियों से लोगों की मृत्यु होने के कुछ दुर्भाग्यपूर्ण मामले भी मिले हैं।
ऐसे कुछ लोगों की सुरक्षा हेतु रेल मंत्रालय ने अपील की है कि पूर्व ग्रसित बीमारी (जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हृदय रोग, कर्करोग, कम प्रतिरक्षा) वाले व्यक्ति, गर्भवती महिलाएं, 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चे एवं 65 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग अपने स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए, जब तक अत्यंत आवश्यक ना हो रेल यात्रा करने से बचें।

भारतीय रेलवे ने १५९५ श्रमिक ट्रेनों के जरिये 21लाख यात्रियों को गृहराज्यों तक पहुंचाया

भारतीय रेलवे ने “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों के जरिये 21लाख यात्रियों को गृहराज्यों तक पहुंचाया
भारतीय रेलवे ने 19 दिन में “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों के जरिये कुल 21 लाख से अधिक यात्रियों को उनके गृह राज्यों तक पहुंचाकर एक और उपलब्धि हासिल की
भारतीय रेलवे ने 19 मई, 2020 तक (1600 बजे तक) देश भर में 1595 “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनें चलाई यात्रियों को मुफ्त भोजन और पानी दिया जा रहा है
विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों की स्‍पेशल ट्रेनों से आवाजाही के संबंध में गृह मंत्रालय के आदेश के बाद, भारतीय रेलवे ने “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनें चलाने का फैसला किया।
19 मई 2020 तक (1600 बजे तक), देश भर के विभिन्न राज्यों से कुल 1595 “श्रमिक स्पेशल” ट्रेनों को चलाया गया है। अब तक 21 लाख से अधिक यात्री अपने गृह राज्य पहुंच चुके हैं।
इन 1595 ट्रेनों को आंध्र प्रदेश, बिहार, संघ शासित चंडीगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, संघ शासित पुडुचेरी, पंजाब, राजस्थान, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल जैसे विभिन्न राज्यों से चलाया गया।
इन श्रमिक स्पेशल ट्रेनों ने विभिन्न राज्यों जैसे उत्‍तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, मणिपुर, मिजोरम, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, त्रिपुरा, उत्तराखंड, पंजाब, जम्मू और कश्मीर में अपनी यात्रा समाप्त की।
ट्रेन में चढ़ने से पहले यात्रियों की अच्‍छी तरह से स्‍क्रीनिंग की जाती है। यात्रा के दौरान यात्रियों को मुफ्त भोजन और पानी दिया जाता है।

रेलवे में अपरेंटिस के लिए २०% आरक्षण:मुंबई में छात्र आंदोलन

रेलवे में अप्प्रेन्टिसेस के लिए २०% आरक्षण:मुंबई में छात्र आंदोलन रेलवे में अप्प्रेन्टिसेस शिषण पूरा कर चुके लोगों के लिए २०% आरक्षण
आज सुबह मुंबई में छात्र आंदोलन के संदर्भ में केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल यह आश्वासन दिया है
भारतीय रेलवे में वर्तमान में व्यापक स्तर पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों व कानून का पालन करते हुए भारतीय रेलवे ने यह नीति बनायी है |
हमारे द्वारा पहले से ही 20% पदों को ‘कोर्स कम्प्लेटेड एक्ट अप्प्रेन्टिसेस ’ के लिए आरक्षित किया गया है, जो अपरेंटिस अधिनियम के तहत रेलवे प्रतिष्ठानों में शामिल थे। वह अप्प्रेन्टिसेस ’ जिन्होंने प्रशिक्षण पूरा किया है, उन आवेदकों को प्रशिक्षण की अवधि के बराबर आयु छूट भी दी गई है।
यह भारत में किसी भी संगठन द्वारा की गई सबसे बड़ी भर्ती है।

भारतीय रेल कर्मी साक्षी मलिक ने देश के लिए रियो ओलंपिक्‍स 2016 में पहला पदक [कांस्य]हासिल किया

[नई दिल्ली]भारतीय रेल कर्मी साक्षी मलिक ने देश के लिए रियो ओलंपिक्‍स 2016 में पहला पदक हासिल किया।
साक्षी मलिक ने 58 किलोग्राम वर्ग की महिला फ्रीस्‍टाइल कुश्‍ती में ओलंपिक कांस्‍य पदक जीता।
साक्षी मलिक ने भारत के लिए ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली ‘महिला पहलवान’ बनकर इतिहास रच दिया है।
जुझारु महिला पहलवान साक्षी मलिक ने किरगिजस्‍तान की अलसुलू टिनीबेकोवा को प्‍लेऑफ प्रतियोगिता में 8-5 से हराकर 58 किलोग्राम वर्ग में कांस्‍य पर कब्‍जा किया।
इसके पहले भारतीय रेल की एक अन्‍य कर्मी विनेश फोगट घायल हो जाने के कारण मुकाबले से हट गई थीं।
उल्‍लेखनीय है कि भारतीय रेल ने पहली बार पूरी महिला पहलवान टीम को आगे बढ़ाया और इस तरह कुश्‍ती के क्षेत्र में भारतीय महिलाओं को आकर्षित करके उनके लिए खिलाड़ी के रूप में एक नया विकल्‍प उपलब्‍ध कराया है।
साक्षी मलिक इस समय उत्‍तर रेलवे के दिल्‍ली प्रखंड में वाणिज्‍य विभाग में कार्यरत हैं।
खेलों के शुरू होने के पहले रेल मंत्री श्री सुरेश प्रभारक प्रभु ने पहले ही यह घोषणा कर दी थी कि साक्षी मलिक को 50 लाख रुपये का पुरस्‍कार दिया जाएगा और उन्‍हें अपनी पसंद के जोनल रेल कार्यालय में राजपत्रित अधिकारी के पद पर पदोन्‍नति दी जाएगी।
फोटो कैप्शन
Ms. Sakshi Malik, wrestler of Northern Railway, India, won bronze medal in Women’s 58 kg category, at the Rio Olympic Games-2016, Brazil

रेलवे में भी मिले फर्जी जाति प्रमाणपत्र के [६१] मामले

[नयी दिल्ली]रेलवे में भी मिले फर्जी जाति प्रमाणपत्र के [६१] मामले|महाराष्ट्र में एमबीबीएस कर रहे 19 छात्रों को निष्कासित किया गया है।
उनके खिलाफ यह कार्रवाई कथित तौर पर फर्जी जाति प्रमाणपत्र के जरिए इन कालेजों में अनुसूचित जाति और जनजाति के लिए आरक्षित सीटों पर प्रवेश लेने के लिए की गई है ।
रेलवे में पिछले तीन सालों में फर्जी जाति प्रमाणपत्र की 61 शिकायतें सामने आयी हैं।
रेल राज्य मंत्री राजेन गोहेन ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में यह जानकारी देते हुए बताया कि फर्जी जाति प्रमाणपत्र के 41 मामलों में जांच चल रही है जिनमें से 20 मामलों में जांच पूरी कर ली गयी है।
उन्होंने बताया कि इस बात के निर्देश दिए गए हैं जो भी अधिकारी भर्ती या कर्मचारियों के सेवा रिकार्ड की देखभाल से जुड़े हैं वे यह सुनिश्चित करें कि नागरिक प्रशासन द्वारा जारी किए गए अनुसूचित जाति जनजाति प्रमाणपत्रों की उचित जांच की जाए।
उन्होंने साथ ही कहा कि यदि ऐसे प्रमाणपत्रों में कोई अनियमितता पायी जाती है तो इसे तुरंत जरूरी कार्रवाई के लिए नागरिक प्रशासन के संज्ञान में लाया जाए

प्रभु जी!औनेपौने दामों रेलवेज का कूड़ा बेचने से पहले सोच लो, कचरा हो सकता है

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भारतीय रेलवेज का चेयर लीडर

ओऐ झल्लेया!वह दिन हवा हुए जब आये दिन रेलवे का किराया बढ़ा दिया जाता था| अब तो हसाडे “प्रभु” जी महाराज ने रेलवेज की आय बढ़ाने के लिए रेलवे परिसर में पसरा कचरा बेचने का निर्णय ले लिया है|इससे पैसे आएं और रेल पटरी+प्लेटफार्म मुफ्त में साफ़ सुथरे हो जायेंगे |ओऐ ! अब बिना हींग+फिटकरी लगाए रंग चौखा आना है

झल्ला

भापा जी ये गल तो आप जी की १६ आने सच्ची और अच्छी है,लेकिन झल्लेदिमागानुसार
[१]भारतीय रेल परिसरों में कूड़ा बीनने वाले हजारो झोपड़ पट्टी वालों का क्या होगा?परिसरों में इनकी बस्तियां बन चुकी हैं |
[२] कूड़े से बिजली पैदा करने वाले मंत्रालय को क्या यही कूड़ा इन्हीं निजी फर्मों से खरीदना पढ़ेगा?
भविष्य में होने वाले चुनावों में इन्हें मुद्दा बनाया जा सकता है, इसीलिए झल्लेविचारानुसार कूड़ा बेचने से पहले सोच लो!

रेलगाड़ियों में खानपान संबंधित 5000 शिकायतें मिली,साल भर में लाइसेंस एक ही निरस्त

[नयी दिल्ली] रेलगाड़ियों में खानपान संबंधित 5000 शिकायतें मिली मगर लाइसेंस एक ही निरस्त हुआ
केंद्र सरकार ने लोकसभा को आज सूचित किया कि लंबी दूरी की और प्रीमियम ट्रेनों में पिछले साल खानपान से संबंधित करीब 4969 शिकायतें दर्ज की गयीं जिनमें एक लाइसेंस निरस्त करने के साथ ही चेतावनी देने की और अन्य कार्रवाई की गयी हैं।
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने रामटहल चौधरी के प्रश्न के उत्तर में बताया
‘‘2015 में आइ’ शिकायतों के संदर्भ में
1203 मामलों में चेतावनी जारी की गयी,
2321 मामलों में जुर्माना लगाया गया और
एक मामले में लाइसेंस निरस्त कर दिया गया।’’
उन्होंने कहा कि आईआरसीटीसी द्वारा संचालित
10 आधुनिक बेस किचन बनाने, ई-कैटरिंग की सुविधा मौजूदा
45 बड़े स्टेशनों से बढ़ाकर सभी ए और ए-। श्रेणी के स्टेशनों तक पहुंचाने आदि की घोषणा की जा चुकी है।

मेरठ -सहारनपुर सेक्शन(113 रूट किलोमीटर) इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर शुरू

[नई दिल्ली]मेरठ -सहारनपुर सेक्शन(113 रूट किलोमीटर) इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर शुरू| गाजियाबाद- मेरठ सिटी सेक्शन इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर 31.12.2015 को शुरू हो चूका है| विद्युतीकरण से ट्रेनों की क्षमता काफी बढ़ जाएगी जिससे 30 से 60 मिनट की यात्रा में बचत होगी |
उत्तरी रेलवे का मेरठ सिटी- सहारनपुर सेक्शन(113 रूट किलोमीटर) इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर शुरू हो गया है|
उत्तरी सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त की जांच और अनुमति मिलने के बाद यह रूट शुरू हो गया।
इससे पहले गाजियाबाद- मेरठ सिटी सेक्शन इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन पर 31.12.2015 को शुरू हुआ था। इस तरह अब 161 किलोमीटर लंबे रूट पर पूरे गाजियाबाद- मेरठ-सहारनपुर सेक्शन का विद्युतीकरण हो गया। इस पूरी परियोजना पर 275 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं और इसे सेंट्रल ऑर्गेनाइजेशन फॉर रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन (सीओआरई) ने पूरा किया। अब दिल्ली/गाजियाबाद/खुर्जा से बिजली से चलने वाली ट्रेनें हरिद्वार, अंबाला, जम्मू, अमृतसर समेत अन्य जगहों की ओर जा सकेंगी। इससे यात्रा के समय में 30 से 60 मिनट की बचत हो सकेगी।

Now Beggars will Sing To Beg For “Swachh Bharat” In Trains

[New Delhi]Now Beggars will Sing To Beg “Swachh Bharat” In Trains
Indian government is considering a proposal to rope Beggars in for publicising PM ‘s Ambitious initiatives like ‘Swachh Bharat Abhiyan+Beti Bachao, Beti Padhao’ + ‘Jan Dhan Yojana’.
As part of this initiative, the I&B ministry is considering involving “beggars who sing for a living”.
“There are people who sing for a living like in trains.
So bedraggled beggar on train would be seen belting out songs in praise of ‘Swachh Bharat Abhiyhan’ instead of the usual bhajans and time-worn Bollywood numbers.
The Information and Broadcasting Ministry, official sources said, is planning a massive rural outreach programme through its Song and Drama Division, which in collaboration with the All India Radio (AIR), would implement the programme where troupes would sing songs creating awareness about government initiatives.
Lyrics of some of the songs which would be sung are being finalised and registered troupes would be pressed into service to take the message to the farthest corners.
Though the Song and Drama Division in the ministry uses registered troupes, we are also considering involving them in this exercise. The proposal is being considered at an idea stage.
The ministry would also chalk out details related to remuneration and all other aspects.

वरिष्ठ नागरिकों को तत्काल आरक्षण में रेलवे छूट तो देता नही उलटे अतिरिक्त राशि भी वसूलता है

[मेरठ]वरिष्ठ नागरिकों को तत्काल आरक्षण में रेलवे छूट तो देता नही उलटे अतिरिक्त राशि भी वसूलता है
वरिष्ठ नागरिकों को तत्काल में आरक्षण कराने पर कोई छूट का प्रावधान नहीं है इसपर रोष प्रगट करते हुए सेवा निवृत कर्मचारी कल्याण समिति के सदस्यों ने रेलवे में तत्काल आरक्षण में विशेष छूट की मांग की है |मेरठ कमिश्नरी पार्क में सोमवार की सुबह इकट्ठा हुए वरिष्ठ नागरिकों ने एक स्वर में इस मांग का समर्थन किया |अध्यक्ष लोकेश मूर्ति ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों को न केवल छूट से वंचित रखा जा रहा है वरन अतिरिक्त चार्ज भी देना पढ़ रहा है इसका अौचित्य समझ से परे हैं|इस विषय में रेलवे मंत्री सुरेश प्रभु को एक पत्र भी लिखा गया है|