Ad

Tag: Information and broadcasting ministry

एक विषय पर 108 देशों में बनीं 2,800 फिल्में प्रतिभा का सटीक उदाहरण;जावड़ेकर

केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आज कहा कि एक ही विषय पर 108 देशों में बनीं 2,800 फिल्मों की भागीदारी लोगों की अपार प्रतिभा का सटीक उदाहरण है। उन्‍होंने इस महोत्‍सव के आयोजकों को बधाई दी।
श्री जावडेकर ने कहा कि कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया के देशों के लिए गंभीर संकट पैदा कर दिए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस संकट को अच्छी तरह से संभालने में सक्षम रहा है। भारत ने इस संकट को 2020 की शुरुआत में ही पहचान लिया था और देश तभी से इस संकट के खिलाफ लगातार काम कर रहा है।
श्री जावडेकर ने गोवा में आयोजित होने वाले 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्‍मोत्‍सव के बारे में कहा कि इसका आयोजन हाइब्रिड तरीके से किया जाएगा। लोग इस महोत्‍सव को ऑनलाइन देख पाएंगे, जबकि इस महोत्‍सव के उद्घाटन और समापन समारोह सीमित दर्शकों के साथ आयोजन स्‍थल पर ही आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि भारतीय अंतर्राष्‍ट्रीय फिल्‍मोत्‍सव के इस संस्करण में 21 गैर-फीचर फिल्मों की भागीदारी भी देखने को मिलेगी। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इस अवसर पर भारत जैसे विशाल देश में कोरोनो वायरस के बारे में व्यापक जागरूकता पैदा करने के लिए श्री जावड़ेकर और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को बधाई दी। उन्होंने एक ही स्‍थान पर लघु फिल्मों की इतनी बड़ी श्रृंखला के लिए ज्‍यूरी और इस महोत्‍सव के आयोजकों को भी बधाई दी।

मीडिया प्रोडक्शन के लिए एसओपी जारी

(नई दिल्ली)मीडिया प्रोडक्शन के लिए एसओपी जारी
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के परामर्श से मीडिया प्रोडक्शन के लिए निवारक उपायों पर मार्गदर्शक सिद्धांतों के साथ-साथ मानक परिचालन प्रक्रियाएं (एसओपी) भी तैयार की हैं, जिन्‍हें आज नई दिल्ली में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने जारी किया है। मार्गदर्शक सिद्धांतों की मुख्य बातों में सामान्य सिद्धांत शामिल हैं, जो स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा दिए गए हैं। इनमें अन्‍य बातों के अलावा वे गैर-आवश्यक गतिविधियां शामिल हैं जिनकी अनुमति कोविड-19 से संबंधित कंटेनमेंट (सील) जोन में नहीं है। इन सिद्धांतों के तहत ज्‍यादा जोखिम वाले कर्मचारियों को अतिरिक्त सावधानियां बरतनी होंगी। इसी तरह फेस कवर/मास्क पहनना होगा, बार-बार हाथ धोना पड़ेगा, हैंड सैनिटाइजर, इत्‍यादि की व्‍यवस्‍था करनी होगी और इसके साथ ही विशेषकर मीडिया प्रोडक्शन के संबंध में श्वसन से जुड़ी तहजीब या नियम-कायदों को ध्‍यान में रखना होगा।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा, ‘एसओपी अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप है। इससे कोरोना वायरस के कारण तकरीबन 6 माह से बेहद प्रभावित उद्योग को बड़ी राहत मिलेगी और लोग मंत्रालय के इस कदम का स्वागत करेंगे।’ श्री जावड़ेकर ने कहा कि इस कदम का उद्देश्य अर्थव्यवस्था के विकास को नई गति प्रदान करना भी है क्योंकि फिल्म और टेलीविजन सेक्‍टर बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार देता है।
मंत्री ने उम्मीद जताई कि सभी राज्य ‘एसओपी’ को स्वीकार करेंगे एवं इसे लागू करेंगे तथा आवश्‍यकता पड़ने पर कुछ अन्‍य शर्तों को इसमें जोड़ देंगे। मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और गृह मंत्रालय के परामर्श से जारी किया गया है।
File Photo

FTII Mahabharat Part 2 Starts,Standoff Between Police,Students Amid Protest

[Pune,Maharashtra]FTII Mahabharat Part 2 Starts,Standoff Between Police,Students Shouted “Gajendra Chauhan Go Back
Police ,Today,used force to disperse and round up a group of about 40 FTII students protesting against TV actor and BJP member Gajendra Chauhan who is expected to take charge as the institute’s Chairman today.
Notwithstanding a warning issued by police yesterday to maintain peace on the eve of the first meeting of the new FTII Society headed by Chauhan, members of FTII Students Federation (FSA) staged a protest demonstration at the institute’s gate shouting “Gajendra Chauhan go back” which led to a scuffle between the students and police.”We have been brutally targeted by police who lathi-charged us with the knowledge of FTII administration,” alleged one of the students as he was put in a police van and whisked away.
The students of the prestigious institution here were on a strike opposing Chauhan’s appointment since June 12 last year and called it off on October 28 and returned to the classes.
An FSA representative Vikas Urs said, “We had withdrawn the strike but we have not given up our resistance to the wrong appointments. Police have attacked on our peaceful protesters in connivance with the FTII administration. Our protest will continue”.”We had asked the students to demonstrate peacefully but we had to use force because they wanted to block the way to the institute and therefore we had to detain them. We used minimum force,” said Tushar Joshi, Deputy Commissioner of Police who was on the spot.
The FSA has alleged that Chauhan lacks stature to head the FTII.A tough posture by the Information and Broadcasting Ministry which steadfastly refused to accept the FSA demand for removal of Chauhan, a crackdown on some students and their arrest subsequent to gherao of the institute director Prashant Pathrabe ultimately saw the long drawn out agitation by students fizzle out last year as they returned to academics.
Meanwhile, the first meeting of FTII Society scheduled to be held today at the campus, is likely to be attended among others by Anagha Ghaisas, Rahul Solapurkar, Shailesh Gupta and Narendra Pathak — the members whose appointments have been objected by the FSA for being political and allegedly lacking in merit and stature for the post.

FTII Agitating Students Called Off Their 18 days Old Hunger Strike

[Pune] FTII Agitating Students Called Off Their 18days Old Hunger Strike
Rathore Emotionally Appealed media to play constructive role
The agitating Film and Television Institute of India (FTII) students today called off their 18- day-old “hunger strike” in response to the government’s communication inviting them for a dialogue to resolve their demands at a meeting slated for September 29 in Mumbai.
Ranjit Nair, a representative of the FTII Students’ Association (FSA), which is protesting against appointment of actor Gajendra Chauhan as FTII Chairman, said the “hunger strike” is being called off to facilitate talks with the government.
The students had yesterday said they were ready to withdraw their hunger strike to pave the way for a dialogue if the Information and Broadcasting Ministry confirmed a date and venue for talks.
Nair, however, clarified that although the relay hunger strike undertaken by the students in batches of three was being withdrawn, the general strike, that started on June 12 with a boycott of classes, will continue till the issues raised by them are resolved during the proposed talks.

इंडियन बिस्मार्क सरदार पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय एकता के लिए ३१ अक्टूबर को “रन फॉर यूनिटी”

[मुंबई]इंडियन बिस्मार्क सरदार पटेल की जयंती पर राष्ट्रीय एकता के लिए ३१ अक्टूबर को “रन फॉर यूनिटी”
इंडियन बिस्मार्क +लौहपुरुष+सरदार वल्ल्भ भाई पटेल की जयंती को ‘राष्‍ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा |३१ अक्टूबर को देश भर में रन फॉर यूनिटी का आयोजन भी किया जाएगा| महात्मा गांधी की स्मृति में अभी २ अक्टूबर को भारत को स्वच्छ बनाने के लिए झाड़ू चलाई गई थी अब तो ३१ अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता के लिए लोग दौड़ेंगे |गौरतलब है कि जर्मनी के बिस्मार्क द्वारा राष्ट्रीय एकीकरण के लिए प्रयास किये गए थे उसी तर्ज पर सरदार पटेल ने भी आजादी के बाद रियासतों को तिरंगे झंडे के नीचे ला कर एक मजबूत भारत का गठन किया था|
भारत सरकार ने 31 अक्‍टूबर को सरदार वल्‍लभ भाई पटेल की जयंती को राष्‍ट्रीय एकता दिवस या राष्‍ट्रीय अखंडता दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है। आज मुम्‍बई में महाराष्‍ट्र के राज्‍यपाल द्वारा बुलाई गई एक आधिकारिक बैठक में भाग लेने के बाद केन्‍द्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर ने और कोयला मंत्री पियूष गोयल ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सरकार, सरदार पटेल द्वारा भारत के स्‍वतंत्रता आन्‍दोलन के दौरान और भारत की राष्‍ट्रीय अखंडता को सुनिश्चित करने के लिए दिये गए योगदान के बारे में जागरूकता लाना चाहती है।
उन्‍होंने बताया कि सरदार पटेल को भारत के लौह-पुरुष के रूप में भी जाना जाता है। उन्‍होंने भारत की स्‍वतंत्रता के तुरंत बाद विभिन्‍न रजवाड़ों को भारत में मिलाने और आधुनिक भारत के निर्माण के लिए महत्‍वपूर्ण प्रयास किये थे। इसलिए उनकी जयंती को राष्‍ट्रीय अखंडता के दिवस के रूप में मनाना उचित ही है। केन्‍द्रीय ऊर्जा मंत्री श्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरदार पटेल के योगदान के बारे में काफी कम जागरुकता है जो कि दुर्भाग्‍यपूर्ण है। उन्‍होंने कहा कि उन्‍हें अभी हाल ही में पता चला है कि दसवीं कक्षा के इतिहास की पुस्‍तक में सरदार पटेल का जिक्र सिर्फ एक ही बार आया है।
सरदार वल्‍लभ भाई पटेल का जन्‍म 31 अक्‍टूबर, 1875 को गुजरात के करमसांड में हुआ था। पेशे से एक सफल बैरिस्‍टर वल्‍लभ भाई पटेल महात्‍मा गांधी के नेतृत्‍व में चल रहे भारतीय राष्‍ट्रीय आन्‍दोलन में शामिल हो गये और बाद में वे इस आन्‍दोलन के एक कद्दावर नेता के रूप में सामने आए। उन्‍होंने गुजरात के खेडा, बोरसाड़ और बाढ़दोली के किसान आन्‍दोलनों को आयोजित करने और ब्रिटिश शासन के विरुद्ध ‘भारत छोड़ो आन्‍दोलन’ को बढ़ावा देने में महत्‍वपूर्ण नेता की भूमिका निभाई। वर्ष 1947-49 के दौरान 500 से अधिक स्‍वतंत्र रजवाड़ों को भारत में शामिल कराने का श्रेय उन्‍हीं को जाता है।वे पहले देश में गृह मंत्री थे

सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी मीडिया के लिए स्‍वयं- नियमन को ही यथेष्‍ट बताया

सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने भी मीडिया के लिए स्‍वयं- नियमन को ही यथेष्‍ट बताया श्री प्रकाश जावडेकर ने आज सूचना और प्रसारण मंत्रालय के राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) का कार्यभार ग्रहण किया | मंत्रालय के सचिव तथा वरिष्‍ठ अधिकारियों ने नीतिगत रूपरेखा+अधिदेश + प्रमुख प्रयासों के बारे में मंत्री को संक्षेप में अवगत कराया।
सूचना और प्रसारण राज्‍यमंत्री के रूप में कार्यभार सँभालने के पश्चात मीडिया से बात करते हुए श्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि प्रेस की स्‍वतंत्रता लोकतंत्र का स्‍तंभ है और लोकतंत्र की सफलता के लिए प्रेस की आजादी आवश्‍यक है इससे विविध राय मिलती है। उन्‍होंने यह भी बताया कि मीडिया के लिए स्‍वयं- नियमन यथेष्‍ट है।
श्री जावडेकर ने यह कहा कि लोकतंत्र के कार्यचालन के लिए संस्‍थाओं का महत्‍व है और भागीदारों से उचित विचार-विमर्श करते हुए प्राथमिकताओं का निर्धारण किया जाएगा।
इस संबंध में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के विजन ‘’मजबूत भारत, विकसित भारत’’ की ओर भी संकेत किया। उन्‍होंने यह भी बताया कि हमें सरकार के लिए बहुमत प्राप्‍त है, किंतु हमें 2025 तक सुदृढ़ और विकसित राष्‍ट्र बनाने के लिए सारे देश के सहयोग की आवश्‍यकता है।

राष्ट्रीय कार्यशाला में फिल्‍म निर्माण के क्षेत्र की बाधाओं और सुविधाओं के साथ- अनुभवों की भी समीक्षा की गई

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की राष्ट्रीय कार्यशाला में फिल्‍म निर्माण के क्षेत्र की बाधाओं और सुविधाओं के साथ- अनुभवों की भी समीक्षा की गईसूचना और प्रसारण सचिव श्री बिमल जुल्‍का ने कहा कि भारत और विदेशी फिल्‍म निर्माताओं के लिए भारत में फिल्‍मों की शूटिंग की स्‍वीकृति प्राप्‍त करने हेतु एक संकलित ‘मानक संचालन प्रक्रिया’ (एसओपी) बनाया जाएगा इस प्रक्रिया में प्रत्‍येक महत्‍वपूर्ण हितधारक को शामिल करने के लिए संस्‍थागत और मानक मानदंडों का पालन किया जाएगा। एसओपी में चिह्नित मानदंडों में स्‍पष्‍ट रूप से फिल्‍म शूटिंग के लिए आवश्‍यक स्‍वीकृति, समय सीमा, अनुमति के संदर्भ में महत्‍वपूर्ण हितधारकों के उत्‍तरदायित्‍व की पहचान की जाएगी। श्री जुल्‍का आज ‘भारत में फिल्‍म शूटिंग के लिए एकल खिड़की स्‍वीकृति’ पर राष्‍ट्रीय कार्यशाला के उद्घाटन समारोह को सम्‍बोधित कर रहे थे। इस मीटिंग में फिल्‍म निर्माण के क्षेत्र में आने वाली बाधाओं और इसके लिए दी जाने वाली सुविधाओं के साथ-साथ अनुभवों की भी समीक्षा की गई|
मंत्रालय की पहल के संदर्भ में सचिव ने कहा कि एकल खिड़की स्‍वीकृति प्रणाली को संचालित करने के लिए मंत्रालय एक समर्पित ऑनलाइन पोर्टल बनाने की प्रक्रिया में है। इस वेबसाइट में शूटिंग के लिए विभिन्‍न आवश्‍यकताओं जैसे सीमा शुल्‍क स्‍वीकृति, वीजा, सांस्‍कृतिक संवेदनशीलता आदि विषयों पर आंकड़े भी उपलब्‍ध होंगे। वेबसाइट में आवेदकों के लिए राज्‍यवार सुविधाएं जैसे परिवहन, आतिथ्‍य, चिकित्‍सा और स्‍थानीय जानकारी भी उपलब्‍ध होंगी।
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया बिना किसी रुकावट के संचालित किया जा सकेगा।
संयुक्‍त सचिव (फिल्‍म) श्री राघवेन्‍द्र सिंह ने भारतीय फिल्‍म उद्योग के विकास का उल्‍लेख करते हुए भारत में फिल्‍म निर्माण की सुविधाओं पर एक प्रस्‍तुति भी दी। उन्‍होंने बताया कि घरेलू थियेटर राजस्‍व में 24 % की वृद्धि हुई है और इसने 124 बिलियन रुपये अर्थात 76 %तक का योगदान दिया है।
दिनभर चलने वाली कार्यशाला के दौरान केन्‍द्र, राज्‍य सरकार के प्रतिनिधियों, वरिष्‍ठ अधिकारियों, फिल्‍म निर्माताओं, फिक्‍की जैसे संगठनों के प्रतिनिधियों और इस क्षेत्र से जुड़े प्रमुख विभागों एवं संगठनों के विभिन्‍न हितधारकों के बीच महत्‍वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया गया।
photo caption
The Secretary, Ministry of Information and Broadcasting, Shri Bimal Julka addressing at the inauguration of the National Workshop on theme “Single Window Clearance Mechanism” for shooting films in India, in New Delhi on July 31, 2013.

भारत में फि‍ल्‍म शूटिं‍ग के लि‍ए ‘एकल खि‍ड़की[SingleWindowSystem ] अनुमति‍प्रणाली’ पर कार्यशाला

केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत में फि‍ल्‍मों की शूटिं‍ग के लि‍ए पहली राष्‍ट्रीय कार्यशाला का कल आयोजन कर रहा है। यह आयोजन ‘एकल खि‍ड़की अनुमति‍प्रणाली’ के संबंध में कि‍या जा रहा है, जि‍समें सभी हि‍तधारक हि‍स्‍सा लेंगे। कार्यशाला का उद्घाटन सूचना एवं प्रसारण सचि‍व श्री बि‍मल जुल्‍का करेंगे। श्री जुल्का ने पहली जुलाई से कार्यभार संभाला है| बीते दिन ही केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मनीष तिवारी और रिपब्लिक आफ सेनेगल में इस विषय में आपसी सहयोग के लिए सहमती बनी है | राष्‍ट्रीय कार्यशाला में एकल खि‍ड़की अनुमति‍प्रणाली से संबंधि‍त सभी वि‍षयों पर चर्चा होने की संभावना है। इस संबंध में अनुमति‍ देने में पहले जो अड़चनें आती थीं, उन पर भी वि‍चार कि‍या जाएगा। उल्‍लेखनीय है कि‍इस कार्यशाला का आयोजन भारत में फि‍ल्‍म नि‍र्माण के संवर्द्धन संबंधी अन्‍तर-मंत्रालयी समि‍ति‍के गठन के बाद कि‍या जा रहा है। इस समि‍ति‍ का गठन अप्रैल 2013 में कि‍या गया था, जि‍सका अध्‍यक्ष सूचना एवं प्रणारण सचि‍व को बनाया गया था। समि‍ति‍में गृह मंत्रालय+ पर्यटन, वि‍देश+ संस्‍कृति‍,+रेल+ नागरि‍क उड्डयन+ रक्षा इत्‍यादि‍ मंत्रालयों के वरि‍ष्‍ठ अधि‍कारी सदस्‍य हैं।

उज्जवल अरोड़ा ने औडियो+विडियो एलबम “बम तेरी कांवड़ भोले” लांच की

[मेरठ]बी ७ मूवी म्यूजिक कंपनी की औडियो+विडियो एलबम बम तेरी कांवड़ भोले लांच की गई|फिल्म सेंसर बोर्ड केन्द्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के सदस्य युवा नेता उज्जवल अरोड़ा ने आज यह एलबम, पी पी पी कांफ्रेंस हाल में ,लांच की |
एलबम के निर्माता और लेखक अमित कुमार+गायक मनु वंदना+पवन चुग +राकेश और आशुतोष जोहरी+ सुधांशू गुप्ता+राजेंदर शर्मा +सचिन आदि उपस्थित थे|शिव रात्रि के पावन पर्व पर कांवड़ धारण करने वाले लाखों शिव भक्त ऐसी ही केसेट की मांग करते हैं | आज कल कांवड़ उठाई जा रही हैं इसीलिए व्यवसाईक द्रष्टि से इसके सफल होने की उम्मीद जताई जा रही है|