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Tag: Information & Broadcast minister Manish Tiwari

जाने माने लेखक+पत्रकार+इतिहास कार, ज़िंदा दिल सरदार खुशवंत सिंह नहीं रहे: वह 99 वर्ष के थे

जाने माने .लेखक+पत्रकार +इतिहास कार ज़िंदा दिल सरदार खुशवंत सिंह का आज निधन हो गया। वह 99 वर्ष के थे।पत्रकार के तौर पर खुशवंत सिंह ने ‘इलस्ट्रेटेड वीकली आफ इंडिया’ के आलावा अनेक पत्रिकाओं का संपादन किया|उनके निधन का समाचार सुन कर एक शोक कि लहर दौड़ गई है |
उप-राष्‍ट्रपति हामिद एम् अंसारी ने सरदार खुशवंत सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि श्री खुशवंत सिंह का कई दशकों का लंबा, उत्‍कृष्‍ट और सफल साहित्‍यिक जीवन रहा है। इस दौरान उन्‍होंने राजनीति और कविता से लेकर सामाजिक चिंतन के विभिन्‍न मुद्दों पर साहित्‍य सृजन किया है। अपने लेखों और भाषणों में अपने विचार व्‍यक्‍त करते हुए वे हमेशा निर्भीक रहे। अपने शोक संदेश में उप-राष्‍ट्रपति ने शोक संतप्‍त परिवार, उनके मित्रों और प्रशंसकों को अपनी संवेदना व्‍यक्‍त करते हुए कहा कि मैं सर्वशक्तिमान ईश्‍वर से यह प्रार्थना करता हूं कि वह आप सबको इस अपूरणीय क्षति को सहन करने का धैर्य और शक्ति प्रदान करे।
सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने खुशवंत सिंह के निधन पर दुःख व्यक्त करते हुए कहा , ‘’उत्कृष्ट इतिहासकार और स्पष्टवादी राजनीतिक टिप्पणीकार, श्री सिंह ने अपने विचारों को अपनी कलम की ताकत से व्यक्त किया। उन्होनें अपनी प्रत्येक रचना से साहित्य की दुनिया में नए मानक स्थापित किए जिनमें काल्पनिक कहानियां और गैर-काल्पनिक उत्कृष्ट साहित्य शामिल हैं। श्री सिंह को उनके नई सोच और अच्छी समझ के लिए हमेशा याद किया जाएगा जो उनकी लेखनी में दिखाई देता है। उनकी रचनाओँ ने इंटरनेट समकालीन डिजिटल सामग्री के युग में करोड़ों लोगों को पढ़ने का आनन्द प्रदान किया। उनके निधन से साहित्य जगत के एक युग का अंत हो गया है। ईश्वर शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को इस नुकसान को बर्दाश्त करने का साहस प्रदान करें।

नरेंदर मोदी पी एम् बने तो यह देश के लिए दुर्भाग्य पूर्ण होगा:डॉ मन मोहन सिंह की प्रेस कांफ्रेंस

डॉ मनमोहन सिंह ने वर्त्तमान प्रधानमंत्री कार्यकाल की सम्भवत अंतिम प्रेस वार्ता में जहाँ तीसरी बार पी एम् पद की रेस से सवयम को अलग किया तो वही उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी और कटु आलोचक नरेंदर मोदी की पी एम् की दौड़ में कांटे बोते हुए कहा कि अगर मोदी प्रधानमंत्री पद तक पहुंच गए तो यह देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण [ DISASTROUS ]होगा|
डॉ मनमोहन सिंह ने पिछले तीन साल के कार्यकाल के अपने पहले प्रेस मीट में कहा कि वर्ष 2014 के आम चुनाव के बाद वह लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री का पदभार नहीं संभालेंगे| उन्होंने श्रीमति सोनिया गांधी को उद्धत करते हुए बताया कि समय आने पर कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद के लिए नए प्रत्याशी की घोषणा कर दी जाएगी।पत्रकारों के प्रश्नो का उत्तर देते हुए डॉ सिंह ने भाजपा के पी एम् प्रत्याशी नरेंदर मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि यदि वह (नरेंद्र मोदी) भारत के प्रधानमंत्री पद तक पहुंच गए तो यह देश के लिए दुर्भाग्य पूर्ण [DISASTROUS ] सिद्ध होगा।
प्रधानमंत्री ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा, “लोकसभा चुनाव के बाद मैं प्रधानमंत्री पद की जिम्मेदारी नए प्रधानमंत्री को सौंप दूंगा… मुझे उम्मीद है कि अगला प्रधानमंत्री यूपीए से ही चुना जायेगा प्रेस कांफ्रेंस का सञ्चालन सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने किया
फ़ोटो कैप्शन
The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh addressing a press conference, in New Delhi on January 03, 2014.
The Minister of State (Independent Charge) for Information & Broadcasting, Shri Manish Tewari is also seen.

भारत सरकार के दीवार कैलेंडर 2014 में केंद्र में यूं पी ऐ सरकार की १० सालों की उपलब्धियों को उकेरा गया

[नई दिल्ली]भारत सरकार के दीवार कैलेंडर 2014 में केंद्र में यूं पी ऐ सरकार की १० सालों की उपलब्धियों को उकेरा गया है |
केन्‍द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री मनीष तिवारी ने आज भारत सरकार के दीवार कैलेंडर 2014 का विमोचन तथा लोकार्पण किया। इस अवसर पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव श्री बिमल जुल्‍का, प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार श्री पंकज पचौरी तथा अन्‍य वरिष्‍ठ अधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद थे। कैलेंडर का मूल विषय है, ‘भारत निर्माण तथा भारत सरकार की अन्‍य फ्लैगशिप योजनाएं’। इस अवसर पर बोलते हुए श्री मनीष तिवारी ने कहा कि यह कैलेंडर सरकार की नीतियों के बारे में लोगों तक जानकारी पहुंचाने का बेहतर माध्‍यम है। हालांकि मीडिया डिजिटल माध्‍यमों से सूचनाओं का दूर-दूर तक प्रसार करती है फिर भी भारतीय परिस्थितियों में कैलेंडर का अपना महत्‍व है। कैलेंडर के माध्‍यम से प्रत्‍येक नागरिक के घर तक फ्लैगशिप योजनाओं की जानकारी पहुंचती है। विशेषकर जहां भी नागरिकों के अधिकारों की बात है, जैसे कि ”आम आदमी का हक”। भारत सरकार की यह पहल लोगों को नीतियों के बारे में जानकारी देना है ताकि समावेशी विकास को बढ़ावा दिया जा सके।
मंत्री श्री तिवारी ने यह भी कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग दीवार कैलेंडर बहुत पसन्‍द करते हैं। यह कैलेंडर न सिर्फ दिल्‍ली के सरकारी दफ्तरों के लिए प्रस्‍तुत किया गया है बल्कि इसे देश की प्रत्‍येक पंचायत को ध्‍यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
मंत्रालय के सचिव श्री बिमल जुल्‍का ने पिछले एक वर्ष में मंत्रालय की मुख्‍य गतिविधियों की चर्चा की।पहले यह केलेण्डर केवल केंद्रीय सरकार के कार्यालयों के लिए ही छपवाए जाते थे जो अधिकतर दिल्ली तक सीमित रह जाते थे इस वर्ष इन्हें ग्रामीण इलाकों में भी भेजने की योजना है
[जनवरी] माह ‘सूचना का अधिकार अधिनियम 2005’ को प्रदर्शित करता है जिससे नागरिक मात्र दस रुपये के मामूली शुल्‍क से सरकारी जानकारी के बारे में समयबद्ध सूचना प्राप्‍त कर सकते हैं।
[फरवरी] माह ‘महात्‍मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम, 2005′[मनरेगा] को प्रदर्शित करता है। यह कार्यक्रम कम से कम 100 दिन का सुनिश्चित रोजगार प्रदान करते हुए आजीविका सुरक्षा को बढ़ाता है।
[मार्च] माह ‘आधार’ को प्रदर्शित करता है जो कि एक ऐेसी महत्‍वपूर्ण योजना है जिससे सरकारी योजनाओं तक आसान पहुंच सुनिश्चित बनाने के लिए जीवनभर के लिए एक 12 अंक का विशिष्‍ट पहचान नम्‍बर प्रदान किया जाता है।
[अप्रैल] माह ‘खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 को समर्पित है जो कि 81 करोड़ लोगों को खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
[मई ]माह ‘भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 को प्रदर्शित करता है जिसके तहत प्राप्त की गई भूमि के मालिकों को युक्तिसंगत व उचित मुआवजा प्रदान किया जाता है।
[जून]बच्‍चों को मुफ्त व अनिवार्य शिक्षा का अधिकार, अधिनियम 2009 जून माह में वर्णित है। यह अधिकार सीखने का वातावरण प्रदान करता है, जो कि पक्षपात रहित हो।
[जुलाई] माह में अनुसूचित जनजाति और अन्‍य वनवासी अधिनियम 2006 के प्रदर्शन करता है। यह अधिनियम अनुसूचित जनजाति व अन्‍य वनवासियों की आजीविका व भूमि स्वामित्‍व के अधिकारों को सुनिश्चित बनाता है। अभी तक अनुसूचित जनजाति को 18.8 लाख हैक्‍टेयर वन भूमि के लिए 13 लाख स्‍वामित्‍व के पट्टे दिये जा चुके हैं।
[अगस्त]शहरी भारत में आधारभूत ढांचा एक महत्‍व भूमिका निभा‍ता है। अगस्‍त माह में मैट्रो रेल की यात्रा का वर्णन किया गया है जो कि आज के शहरी भारत की जीवन रेखा बन चुकी है। मैट्रो रेल शुरू से कई शहरों में विश्‍व स्‍तरीय सार्वजनिक आवागमन सेवा शुरू हो सकी है। इससे शहर की सड़कों पर ट्राफिक जाम से राहत मिली है व पर्यावरण मुखी आवागमन सेवा मिल सकी है।
[सितम्‍बर] माह ‘कनेक्‍टिंग इंडिया’ को समर्पित है। भारत में 2004 से लेकर अब तक संचार घनत्‍व 25 गुणा बढ़ चुका है। 2012-13 के दौरान ग्रामीण टेलीफोन कनेक्‍शनों की गिनती बढ़ कर एक करोड़ हो गई है।
[अक्टूबर]] प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अक्‍तूबर माह का विषय है। इस योजना से सुदूर इलाकों को जोड़ने के लिए सभी तरह मौसम के अनुकूल उच्‍च गुणवत्‍ता सड़कों का निर्माण किया गया है।
[नवम्‍बर] माह प्रत्‍यक्ष लाभ हस्‍तानांतरण योजना डीबीटी पर प्रकाश डालता है जिसके अंतर्गत छात्रवृत्तियां, रसोई गैस सब्सिडी, वृद्धावस्‍था पेंशन व अन्‍य लाभ, लाभार्थियों के खातों में सीधे हस्‍तानांतरित किये जाते हैं। ‘आप का पैसा आपके हाथ’ डीबीटी का आदर्श वाक्‍य है।
[दिसंबर]’हम सब भारतीय हैं’ दिसम्‍बर के विषय के रूप में वर्णित है जो कि हमसे अलग विचारधाराओं के लिए सहिष्‍णुता व आदर को प्रोत्‍साहित करना सि‍खाने वाली हमारी देश की संस्‍कृतियों पर केन्द्रित है।
फ़ोटो कैप्शन The Minister of State (Independent Charge) for Information & Broadcasting, Shri Manish Tewari releasing the official calendar 2014, brought out by the DAVP, in New Delhi on December 31, 2013.
The Secretary, Ministry of Information and Broadcasting, Shri Bimal Julka and other dignitaries are also seen.

मनीष तिवारी ने मल्‍टी सर्विस आपरेटरों को सभी निशुल्‍क चैनल नहीं दिखाए जाने पर लताड़ा

मनीष तिवारी ने मल्‍टी सर्विस आपरेटरों कोचेतवनी देते हुए कहा कि सभी निशुल्‍क चैनल नहीं दिखाए जाने पर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी| सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कुमाऊं सांस्‍कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन करने के पश्चात यह चेतावनी दी|
चंडीगढ़ के टैगोर थियेटर में कुमाऊं सभा द्वारा आयोजित सांस्‍कृतिक कार्यक्रम का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि भारत के लोगों की यह अन्‍तर्निहित प्रवृत्ति है कि वे जहां भी जाते हैं अपनी संस्‍कृति को अवश्‍य साथ ले जाते हैं।। उन्‍होंने कहा कि भारत की व्‍यापक संस्‍कृति के विविध रंग उन सांस्‍कृतिक कार्यक्रमों में भी झलकते हैं जो किसी भिन्‍न क्षेत्र द्वारा आयोजित किए गए हों। उन्‍होंने कहा कि कुमाऊं सभा ऐसे सांस्‍कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए भारत की इसी परम्‍परा का निर्वाह करती है। इन प्रयासों को संस्‍थागत रूप देने के लिए कुमाऊं सभा ने शहर में कुमाऊं भवन की संस्‍थापना का प्रस्‍ताव किया है। उन्‍होंने प्रस्‍तावित भवन के लिए हर संभव सहायता देने का आश्‍वासन दिया। कुमाऊं सभा के अध्‍यक्ष श्री बच्‍चन सिंह, महा सचिव श्री एम एस रावत और अन्‍य सदस्‍यों ने श्री मनीष तिवारी का अभिनंदन किया।
बाद में श्री तिवारी ने कहा कि मल्‍टी सर्विस आपरेटरों के लिए यह अनिवार्य है कि वे सभी निशुल्‍क चैनल दिखाएं और जो ऐसा नहीं करेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

वयोवृद्ध मनोज[भारत]कुमार के अनुसार ऐसे पुरस्‍कार की स्‍थापना करनी चाहि‍ए जि‍ससे हॉलीवुड तक बराबरी करना चाहे:४४ वां आईएफएफआई

[पणजी/दिल्ली ]मनोज [भारत ]कुमार ने 44वें आईएफएफआई में भारतीय पेनोरमा खंड का उद्घाटन और मनीष तिवारी ने ‘भारतीय सिनेमा का सफरनामा’ पुस्‍तक का विमोचन किया |
वयोवृद्ध फि‍ल्‍म अभि‍नेता और नि‍र्देशक मनोज कुमार ने सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष ति‍वारी, सूचना प्रसारण मंत्रालय में सचि‍व बि‍मल जुल्‍का और प्रेम चोपड़ा, सुभाष घई और मनोज बाजपेयी जैसी फि‍ल्‍मी हस्‍ति‍यों की मौजूदगी में आज 44वें भारत के अंतर्राष्‍ट्रीय फि‍ल्‍म समारोह(आईएफएफआई) के भारतीय पेनोरमा खंड का उद्घाटन कि‍या। इस अवसर पर अपने संबोधन में मनोज कुमार ने बीते दि‍नों की फि‍ल्‍मों और फि‍ल्‍म-नि‍र्माण को याद कि‍या।
उन्‍होंने सुझाव दि‍या कि‍ मंत्रालय को एक ऐसे पुरस्‍कार की स्‍थापना करनी चाहि‍ए जि‍ससे हॉलीवुड तक बराबरी करना चाहे।
उपस्‍थि‍त गणमान्‍य व्‍यक्‍ति‍यों को संबोधि‍त करते हुए सूचना और प्रसारण मंत्री श्री मनीष ति‍वारी ने कहा कि‍उनका मंत्रालय अगले वर्ष से राजनीति‍क सि‍नेमा पर एक वि‍शेष खंड शुरू करना चाहता है। श्री ति‍वारी ने कहा कि‍ भारत में फि‍ल्‍म उद्योग ने स्‍वयं को फायदेमंद स्‍थि‍ति‍ तक पहुंचा दि‍या है। उन्‍होंने कहा कि‍ आज सि‍र्फ भारतीय सि‍नेमा की यात्रा के ऐति‍हासि‍क दस्‍तावेज की ही जरूरत नहीं है बल्‍कि‍ ऐसी गाथा की जरूरत है जो राजस्‍व कमाने का अपने कि‍स्‍म का ही मॉडल हो। भारतीय सि‍नेमा ने सि‍ने प्रेमि‍यों के दि‍लोदि‍माग पर बहुत महत्‍वपूर्ण छाप छोड़ी है।
इस खंड में 26फीचर फि‍ल्‍में और 16 गैर-फीचर फि‍ल्‍में हैं। प्रख्‍यात फि‍ल्‍म-नि‍र्माता और संपादक बी लेनि‍न की अध्‍यक्षता वाली फीचर फि‍ल्‍मों की ज्‍यूरी ने के आर मनोज की ‘कन्‍याका टॉकीज़’ को पेनोरमा की आरंभि‍क फि‍ल्‍म के रूप में चुना हैं। अन्‍य फि‍ल्‍मों में सि‍द्धार्थ शि‍वा की ‘101 चोडीएंगल’, अंजन दास की ‘अजाना बतास’ और नागराज मंजुल की ‘फैनड्राई’ शामि‍ल हैं। गैर-फीचर फि‍ल्‍मों की ज्‍यूरी की अध्‍यक्षता प्रति‍ष्‍ठि‍त नि‍र्देशक राजा सेन ने की। इस श्रेणी में प्रांति‍क नारायण बासु की ‘मकारा’, बाबू कामब्राथ की ‘बि‍हाइंड द मि‍स्‍ट’ और राजा शबीर खान की ‘शेफर्डस ऑफ पैराडाइज’ शामि‍ल हैं। इस खंड की आरंभि‍क फि‍ल्‍म कमल स्‍वरूप की ‘रंगभूमि‍’ होगी।

The Secretary Information and Broadcasting, Shri Bimal Julka felicitating the actor Prem Chopra, at the in auguration of the Indian Panorama,

The Secretary Information and Broadcasting, Shri Bimal Julka felicitating the actor Prem Chopra, at the in auguration of the Indian Panorama,


केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने आज ‘भारतीय सिनेमा का सफरनामा’ पुस्‍तक का विमोचन किया। इस अवसर पर फिल्‍म निर्देशक राकेश ओमप्रकाश मेहरा, अभिनेत्री दिव्‍या दत्‍ता और अभिनेता पवन मल्‍होत्रा भी मौजूद थे। यह पुस्‍तक भारतीय सिनेमा की यात्रा के बारे में भारतीय फिल्‍म- हस्तियों द्वारा लिखे गए लेखों का संकलन है। इस पुस्‍तक का प्रकाशन सूचना और प्रसारण मंत्रालय के प्रकाशन प्रभाग द्वारा किया गया है।
इस पुस्‍तक में 9 साक्षात्कार और 22 लेख है।
महेश भट्ट ने सिनेमा की प्रवृत्तियों पर अपने विचार लिखे हैं, तो गुलजार ने राजनीतिक सिनेमा पर अपनी टिप्‍पणियों से योगदान दिया है। जाने-माने फिल्‍म निर्माता मुज्‍जफ़र अली, एन. चंद्रा, रमेश सिप्‍पी, दीप्‍ति नवल, ख़य्याम और रेमी डिसूजा़ ने इस पुस्‍तक के लिए अपने साक्षात्कार दिए हैं। डॉ. चंद्र प्रकाश द्विवेदी, ए. के. बीर, तिगमांशु धुलिया, प्रसून जोशी, कैलाश खेर और पंकज शुक्‍ल ने पौराणिक सिनेमा, सिनेमैटोग्राफी, नया सिनेमा, संगीत और गीत तथा सिनेमा के तकनीकी पहलू जैसे विभिन्‍न विषयों पर लेख लिखे हैं।
क्षेत्रीय सिनेमा भाग में 8 लेख और साक्षात्कार हैं। इस भाग के प्रारंभ में प्रसिद्ध असमिया फिल्‍म निर्माता जाह्नू बरूआ, पंजाबी फिल्‍म निर्माता गुरवीर ग्रेवाल, भोजपुरी अभिनेता दिनेशलाल यादव ‘निरहुवा’, बंगाली निर्देशक कौशिक गांगुली और प्रोफेसर अभिजीत कुंडु ने भी इस भाग के लिए अपना योगदान दिया है। प्रसिद्ध पत्रकार के. वी. कुरमानाथ, एन. विद्याशंकर और मनमोहन चड्डा ने विभिन्‍न भारतीय भाषाओं में क्षेत्रीय सिनेमा के महत्‍वपूर्ण मुद्दों पर लेख लिखे हैं। पुस्‍तक के अंतिम भाग में जाने-माने पत्रकारों और लेखकों के महत्‍वपूर्ण विषयों पर लेख हैं। अजय ब्रह्मात्‍मज, प्रदीप सरदाना, मीनाक्षी शर्मा, अजय कुमार, अविनाश वाचस्‍पति, इकबाल रिज़वी, देब प्रकाश चौधरी और कई अन्‍य ने भारतीय सिनेमा की यात्रा से संबंधित विभिन्‍न विषयों पर लेख लिखे हैं। इन विषयों में- 21वीं शताब्‍दी का सिनेमा, राष्‍ट्रीय फिल्‍म पुरस्‍कार, फिल्‍म प्रचार, पोस्‍टर, स्‍टूडियो, महिला फिल्‍म निर्माता, थियेटर और सिनेमा तथा भारतीय सिनेमा में हास्‍य जैसे अनेक विषय शामिल हैं।
फ़ोटो कैप्शन
The Minister of State (Independent Charge) for Information & Broadcasting, Shri Manish Tewari, the veteran film actor cum film maker Shri Manoj Kumar, the film director and producer, Shri Subhash Ghai and the actor Manoj Bajpayee, during the 44th International Film Festival of India (IFFI-2013), in Panaji, Goa on November 21, 2013.

अडवाणी घर बैठे ही इतिहास की खोदाई में लगे हैं और रोज अस्थि पंजर निकाल कांग्रेसियों को जवाब देने को मजबूर कर रहे हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

उत्साहित भाजपाई

ओये झल्लेया एवेंए लोगी हसाडे लाल कृषण अडवाणी जी को बुड्डा कह रहे हैं देख तो आजकल उन्होंने कांग्रेसियों की साँसे फुला दी हैं|बेशक नरेंदर भाई मोदी भाजपा की रैलियों में अपनी ताकत दिखा रहे हैं लेकिन हसाडे डड्डा आडवाणी तो घर बैठे बैठे ही अपने ब्लॉग से अपने सरदार वल्ल्भ भाई पटेल और कांग्रेसियों के जवाहर लाल नेहरू में विवाद की बात उठा कर तहलका मचा रहे हैं| हैदराबाद और अब जे & के में नेहरू की असफल पालिसी को उजागर करके रख दिया है|पहले ब्लॉग में उन्होंने नौकरशाह एम् के के नायर की किताब का हवाला दिया तो सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने नाक भोएं सिकोड़ी इस पर अब डड्डा ने नेट पर उपलब्ध रीडिफ़ के हवाले से फील्ड मार्शल सैम शा के इंटरव्यू में से जे & के कांग्रेसी नीतियों को भी खोल कर रख दिया है

झल्ला

वाकई कांग्रेसी साधू+स्वामी+संत+महात्मा [जो भी कहों] के आदेश से उन्नाव के किले की खोदाई से खजाना तो निकला नहीं हां आपजी के अडवाणी की इतिहास की खोदाई में जरुर ऐतिहासिक अस्थि पंजर मिल रहे हैं और ये अस्थि पंजर ऐसे हैं कि जिन पर कांग्रेसी मनीष तिवारी तक को भी जवाब देना पड़ रहा है |इसीलिए कहा जाता है कि घर की बारात में एक बुजुर्ग का होना लाजमी है वक्त -बेवक्त बड़े काम आता है

मनीष तिवारी ने अपने संसदीय छेत्र लुधियाना के लिए केन्द्रीय निधियों के १०% से भी कम उपयोग पर सख्त नाराजगी जताई

केन्द्रीय सूचना + प्रसारण मंत्री + लुधियाना के सांसद मनीष तिवारी ने विकास कार्यक्रमों के लिए केन्द्रीय निधियों का १०% से भी कम उपयोग किए जाने पर सख्त नाराजगी जताते हुए इसके कारणों की जानकारी माँगी |
आज लुधियाना में जिला सतर्कता एवं निगरानी कमेटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी कार्यक्रम में हुए कम खर्च पर नाराजगी जताई।
श्री तिवारी ने कहा कि लुधियाना में इस वर्ष 150 करोड़ खर्च करने के उद्देश्य के विपरीत अब तक मात्र 11 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। मनीष तिवारी ने उपायुक्‍त रजत अग्रवाल को कहा कि वह इस लक्ष्‍य के विपरीत कम धन खर्च होने के कारणों का पता लगाएं।
उन्‍होंने बताया कि राजस्थान के एक जिले ने एक वर्ष में मनरेगा के तहत 2000 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च की है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि ऐसा कोई कारण नहीं है कि लुधियाना में तय रकम खर्च नहीं हो सकती, विशेषकर उस समय जब मांग पर आधारित इस कार्यक्रम के लिए बजट की कोई सीमा तय नहीं है।
श्री तिवारी ने इसकी सख्त चेतावनी देते हुए उपायुक्‍त को कहा कि वह 150 करोड़ रुपए की रकम खर्च करने का गलत अनुमान लगाने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करें और इस बात का पता लगाएं कि अब तक मात्र 11 करोड़ रुपए क्यों खर्च हुए हैं?
श्री तिवारी ने कुछ अधिकारियों द्वारा बिना तैयारी बैठक में आने पर सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि यदि वह अच्छी तरह तैयार नहीं हैं या उनके पास पूरी जानकारी नहीं हैं, तो इससे अच्छा है कि वह बैठक में आए ही नहीं।
उपायुक्‍त रजत अग्रवाल ने श्री तिवारी को विश्‍वास दिलाया कि कुछ अधिकारियों द्वारा बिना तैयारी के बैठक में आने का वह संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी करेंगे। बैठक में निगरानी एवं सतर्कता कमेटी के उपाध्‍यक्ष व फतेहगढ़ साहिब से सांसद श्री एसएस लिबरा ने कहा कि अधिकारी स्थानीय प्रतिनिधियों को विभिन्न विकास कार्यों व मनरेगा के सामाजिक लेखा परीक्षण के बारे में कोई जानकारी नहीं देते। इस पर श्री तिवारी ने उपायुक्‍त को मनरेगा लेखा परीक्षण की पूरी रिपोर्ट सरकारी वेबसाइट पर डालने और इसकी एक प्रति सभी सदस्यों को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
बैठक में विधायक श्री सुरिन्दर डावर+ अमरीक सिंह ढिल्लों+ जी.एस. बोपाराय+ श्री गुरकीरत सिंह कोटली व जिला कांग्रेस शहरी के प्रधान श्री पवन दीवान भी मौजूद थे।
Photo Caption
[1]The Minister of State (Independent Charge) for Information & Broadcasting, Shri Manish Tewari interacting with the Media, at Ludhiana, Punjab on October 23, 2013.
The Ex Minister of Punjab, Shri Malkit Singh Dakha and the DCCU President, Shri Pawan Diwan are also seen.

भारत और चीन बेशक सीमा पर बंदूकें ताने खड़े हैं मगर मीडिया क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं

भारत और चीन बेशक सीमा पर आँख मिचौली के खेल को खेल रहे हों मगर वर्ष 2014 को दोनों देशों ने दोस्ताना आदान-प्रदान वर्ष के रूप में मनाने का निर्णय ले लिया है|यह सहमति सूचना एवं प्रसारण युवा मंत्री मनीष तिवारी और चीन के राज्य परिषद सूचना कार्यालय मंत्री कई मिंग झाव की बैठक के दौरान बनी। चीनी मंत्री के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी आया है। बैठक की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए बताया गया है कि दोनों देश उच्च स्तरीय मीडिया आदान-प्रदान और सुविधा को बढ़ाने के लिए सक्रिय रूप से कदम उठाने पर विचार करने के लिए सहमत हैं।
दोनों देशों के बीच सहमति दोस्ताना आदान-प्रदान को यादगार बनाने की दिशा में सक्रिय पहल के तहत विशेष परियोजनाओं/प्रस्तावों को शामिल करने के लिए रूपरेखा तैयार करने पर भी बनी है। दोनों पक्षों का मानना है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों को सकारात्मक तरीके से उजागर करते हुए मीडिया दोनों देशों में बेहतर सहयोग के लिए एक माध्यम के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है।
दोनों प्रतिनिधिमंडलों के बीच बातचीत के दौरान क्षमता निर्माण के क्षेत्र में भी संभावित सहयोग का पता लगाने के उपाय ढूंढने+ फिल्मों से जुड़े सहनिर्माण समझौता प्रसारण क्षेत्र को डिजिटल रूप देने में सांस्थानिक अनुभव का आदान-प्रदान करने और दोनों देशों में होने वाले फिल्म उत्सवों में भागीदारी बढ़ाने में पर समहति बनी है। बातचीत में यह सुझाव भी दिया गया कि दोनों देशों के बीच गठित कार्यकारी समूह के तहत सभी संभावित क्षेत्रों की पहचान की जा सकती है। दोनों देशों में मीडिया और मनोरंजन उद्योग की संभावनाओं को देखते हुए दोनों पक्ष विभिन्न मीडिया के लिए रणनीति, नीतिगत पहलों, नवाचार और क्रियान्वयन के संदर्भ में अपने अनुभव साझा करने पर सहमत हुए।
बातचीत के दौरान श्री तिवारी ने अपने चीनी समकक्ष श्री झाव को नीतियों को सहज बनाने की दिशा में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में बताया जिनके चलते दुनिया भर में मीडिया क्षेत्र में वैश्विक मंदी के बावजूद भारत के मीडिया और मनोरंजन उद्योग ने विकास किया।
चीन से आए राज्य परिषद सूचना कार्यालय मंत्री ने भी दोनों देशों के नागरिकों के बीच सीधे सम्पर्क बनाने में मीडिया की भूमिका को रेखांकित किया। चीनी मंत्री ने 2014 को दोस्ताना आदान-प्रदान वर्ष के रूप में मनाए जाने वाले समारोह में 2014 में आने के लिए श्री तिवारी को आमंत्रित किया।
Photo caption
[1]The Minister of State (Independent Charge) for Information & Broadcasting, Shri Manish Tewari with the Minister of State Council Information Office, People’s Republic of China, Mr. Cai Mingzhao, in New Delhi on September 16, 2013.

एफ एम रेडि‍यो की नीलामी का पारदर्शिता में तीसरा चरण अगले महीने तक: मनीष ति‍वारी

सूचना एवं प्रसारण युवा मंत्री मनीष ति‍वारी ने कहा कि‍ एफ एम रेडि‍यो की नीलामी का तीसरा चरण अगले महीने शुरू कि‍या जाएगा।
दि‍ल्‍ली में आज भारतीय उद्योग परि‍संघ, बि‍ग पि‍क्‍चर समि‍ट-2013 में उन्‍होंने कहा कि‍ सरकार ई-नीलामी को यथासंभव पारदर्शी बनाने की कोशि‍श में है।
श्री ति‍वारी ने कहा कि‍ सरकार मीडि‍या और मनोरंजन उद्योग को 100 अरब डालर तक पहुंचाने के लि‍ए सभी जरूरी सहायता उपलब्‍ध कराएगी। उन्‍होंने कहा कि‍ सरकार को मीडि‍या और मनोरंजन उद्योग में सभावनाओं का अंदाजा है और इस उद्योग में लोगों की सृजन शक्‍ति‍ को उभारने की क्षमता है। उन्‍होंने यह भी बताया कि‍ मौजूदा सि‍नेमेटोग्राफी कानून में संशोधन के वास्‍ते सभी संबंधि‍त पक्षों से वि‍चार-वि‍मर्श के बाद जस्‍टि‍स मुदगल कमेटी रि‍पोर्ट के मध्‍य अक्‍टूबर तक आने की उम्‍मीद है।
मीडि‍या और मनोरंजन क्षेत्र के लि‍ए एक स्‍थाई नि‍यामक व्‍यवस्‍था की आवश्‍यकता पर उन्‍होंने कहा कि‍ सरकार मीडि‍या के लि‍ए नि‍यामक की जगह आपसी वि‍चार-वि‍मर्श में वि‍श्‍वास रखती है। पि‍छले कुछ सालों से मीडि‍या और मनोरंजन उद्योग की दो अंकों में जोरदार वृद्धि दर हासि‍ल करते रहने पर उन्‍होंने कहा कि‍ आर्थि‍क मंदी के बीच यह एक शानदार उपलब्‍धि‍ है।‍
नये मीडि‍या क्षेत्र के बारे में श्री मनीष ति‍वारी ने कहा कि‍ इसमें काफी दम है और यह अनि‍यंत्रि‍त है। उन्‍होंने उद्योग से सोशल मीडि‍या की संभावनाओं को और उभारने का आह्वान कि‍या।

National Institute of Fashion Technology (NIFT). On PPP Model Is Promised For Ludhiana:A step To Boost Indian Manchester

[Ludhiana] Ludhiana will be shortly having a National Institute of Fashion Technology (NIFT). This was announced by the Union Minister of Textiles K.S Rao in the presence of Manish Tewari, Union Minister for Information and Broadcasting here today. Shri Tiwari Is a Parliamentarian From Ludhiana .
The Union Textile Minister also announced that he alongwith Tewari will take up the issue of “anti-dumping duty” on some goods where it is badly needed with the Union Finance Ministry.There Is a Great Threat of anti-dumping duty on cheap products being sent by China+ Indonesia +Bangladesh,For Which Rao assured that he and Tewari will take up the issue with the Ministry of Finance.
Rao also announced Rs. 10 crores for Exhibition Centre within the upcoming Apparel Park, for the textile sector in the town. He also assured all possible support from the Government of India to promote the knitwear industry.
Agreeing to the industry demand for a training centre in the city, the Minister said that District Industries Centre (DIC) will be asked for immediate action. In order to promote training of unskilled labour, Rao announced that the Centre will provide Rs. 10,000 for each trainee whom the industry undertakes to train.

The Minister of State (Independent Charge) for Information & Broadcasting, Shri Manish Tewari addressing the gathering, at Ludhiana on September 11, 2013. The Union Minister for Textiles, Dr. Kavuru Sambasiva Rao, the former Punjab Minister Shri Surinder Singla and the DCCI Urban President, Shri Pawan Diwan are also seen.

The Minister of State (Independent Charge) for Information & Broadcasting, Shri Manish Tewari addressing the gathering, at Ludhiana on September 11, 2013.
The Union Minister for Textiles, Dr. Kavuru Sambasiva Rao, the former Punjab Minister Shri Surinder Singla and the DCCI Urban President, Shri Pawan Diwan are also seen.


He lauded the efforts by Tewari in promoting the cause of industry in Punjab in general and Ludhiana in particular, and said that he had been persistent in his effort to fulfil the Industry’s demands.
In his remarks, Manish Tewari said that the Government has a responsibility to promote industry in all possible ways. Recalling the general norms of making available land and bearing capital cost for setting up of an NIFT by the State Government, Tewari suggested that PPP Model could be considered for Ludhiana as industry was willing to provide land for the purpose.
He emphasized that opening an NIFT in Ludhiana was the need of the hour to further develop the industry and to provide employment opportunities to the local youth.
Tewari further said that the people of Punjab are industrious and have progressed under all conditions, with or without Government support. It is imperative to lend them necessary support to quicken the pace of progress and development. He expressed confidence that all possible support will be made available by the Ministry of Textiles.
The Minister further said that as each household in Ludhiana is connected with Textile/Hosiery industry, the demanded support will go a long way in promoting the cause of this sector. He further said the Textiles Minister was apprised of the various issues related to the sector following his deliberations and interactions with various organizations of this sector during his visit to Ludhiana.
Later, at the press interaction Rao exhorted the entrepreneurs of Ludhiana to produce more as industrial production is the backbone for any economy and India needs this support at this crucial juncture, when the economy needs higher production and larger exports.
He also said that issues of imports related to Textiles have been resolved by the Centre and he expects the sector to look up and contribute more to the Forex kitty.
The steps included removal of Central Excise Duty on certain items. He also promised to take up the issue of warehousing facilities in major Latin American countries.
Photo Caption
[1] The Union Minister for Textiles, Dr. Kavuru Sambasiva Rao and the Minister of State (Independent Charge) for Information & Broadcasting, Shri Manish Tewari addressing at a Press Conference, in Ludhiana on September 11, 2013.