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पके पकाए नितीश कुमार जब झोली में आ गिरे तो सड़े गले लालू प्रसाद यादव को गले में बाँध कर कौन चुनाव लड़ना चाहेगा


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाड़े राज्य में न्याय के लिए देर हो सकती है अंधेर नहीं |17 साल बाद ही सही हसाड़े सहयोगी ही सही लेकिन लालू प्रसाद यादव को दोषी करार दे ही दिया गया लालू प्रसाद यादव को सी बी आई की विशेष अदालत ने चारा घोटाले में दोषी घोषित कर दिया है| ओये इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र और जे डी यूं सांसद जगदीश शर्मा सहित कुल 44 लोगों पर दोष साबित कर दिया है|
इन्हें 37.7 करोड़ रुपये का घोटाला करने के आरोप में दोषी करार दिया है. ओये अब न 3 अक्टूबर को इन्हें सजा होवे ही होवे लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने कहा है की वो इस

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी अप लोग राजनीतिक शतरंज के पुराने माहिर हो आपजी की झोली में पके पकाए नितीश कुमार अपनी जे डी यूं सहित आ गिरे हैं ऐसे में एन चुनावों के वक्त सड़े गले लालू प्रसाद यादव और उनकी आर जे डी को गले में बाँध कर फिरना तो घाटे की ही राजनीती होगी के नहीं ?

नरेन्द्र मोदी के वीजा प्रकरण में ,राष्ट्रीय गौरव को ताक पर रख कर, माननीय सांसद चले बराक ओबामा के दरबार

नरेन्द्र मोदी के वीजा प्रकरण में ,राष्ट्रीय गौरव को ताक पर रख कर, माननीय सांसद चले बराक ओबामा के दरबार भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने नरेन्द्र मोदी के लिए अमेरिकी वीजा की वकालत क्या की के भारत में सियासी हलकों में भूंचाल गया है| १२ दलों के 65 सांसदों ने राष्ट्रपति बराक ओबामा से अपील की है कि वह मोदी को वीजा नहीं देने की मौजूदा नीति को बनाएरखें |
12 राजनीतिक दलों से ताल्लुक रखने वाले इन ६५ सांसदों ने ओबामा को लिखे पत्र में कहा है, ‘हम सम्मानपूर्वक आपसे अपील करते हैं कि मिस्टर मोदी को अमेरिका का वीजा नहीं देने की मौजूदा नीति को बनाए रखा जाए।’| राज्यसभा के 25 सदस्यों + लोकसभा के 40 सदस्यों के हस्ताक्षर हैं। ये पत्र 26 नवंबर और 5 दिसंबर 2012 को लिखे गए थे जिन्हें रविवार के अवकाश के दिन व्हाइट हाउस को फिर से फैक्स किया गया है।
राजनाथ सिंह ने न्यू जर्सी में दिए अपने पहले ही भाषण में अमेरिकियों से मोदी के लिए वीजा पर लगे प्रतिबंध की आलोचना करते हुए उस पर से प्रतिबन्ध को हटाये जाने का आग्रह किया
राज नाथ सिंह के इस अभियान की हवा निकालने के लिए राज्यसभा के निर्दलीय और कांग्रेस के नजदीकी सांसद मोहम्मद अदीब ने कमान संभाल लीऔर ये पत्र भेज दिए
दावा किया गया है के इस पत्र पर अदीब के अलावा कांग्रेस के एसएस रस्मासुब्बु,साबिर अली+ अली अनवर अंसारी [जदयू]+रशीद मसूद+ एस अहमद [तृणमूल कांग्रेस]+असाउद्दीन ओवैसी [ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन]+ थिरुमावालावन [वीसीके]+ केपी रामालिंगम [डीएमके]+ सीताराम येचुरी [माकपा] + एमपी अच्युतन [भाकपा] के हस्ताक्षर हैं।
यह देश का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा के देश की लड़ाई के लिए विदेश में मैदान तैयार किया जा रहा है| मुख्य विपक्षी दल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज नाथ सिंह द्वारा अमेरिका में जाकर अपने भावी प्रधान मंत्री पद के दावेदार नरेन्द्र मोदी के लिए वीसा का आग्रह करते हुए वोह राष्ट्रीय सम्मान के साथ कुछ खेलते हुए दिखाई दिए इसके साथ ही ६५ सांसदों के पत्र ने तो संसदीय प्रणाली की विश्वसनीयता पर ही प्रश्न चिन्ह लगा दिया है|
अगर इन सांसदों को नरेन्द्र मोदी के अमेरिका जाने में कोई वाजिब शिकायत है तो भी उन्हें मोदी के पासपोर्ट को कैंसिल कराने के लिए अपने ही देश की सरकार पर दबाब बनाना चाहिए था|लेकिन ऐसा नही करके केवल विदेशों में चिट्ठी भेज कर सियासी लाभ लेने की इस प्रवर्ती से देश की छवि को धक्का लगना स्वाभाविक ही है|यहाँ एक बात और प्रमुखता से उभर कर सामने आ रही है जिससे ६५ सांसदों की चिट्ठी की असलियत को ही चुनौती दी जाने लगी है|कहा जा रहा है के ओबामा को लिखी इस चिट्ठी में लेफ्टिस्ट सीता राम येचुरी के भी हस्ताक्षर हैं लेकिन आश्चर्यजनक रूप से येचुरी ने इसका खंडन कर दिया है|इसका अभिप्राय यह हुआ की मोदी को अमेरिकी वीसा को लेकर जो मुहीम चलाई जा रही है इसमें झोल दिखने लग गए हैं|
इस अवसर पर भाजपा और कांग्रेस के इन शुभ चिन्तक सांसदों के सूचनार्थ श्री मति इंदिरा गाँधी से जुडा हुआ यह किस्सा बताना जरुरी है| सर्व विदित है के श्रीमती इंदिरा गाँधी[ अब स्वर्गीय] का झुकाव रूस की तरफ था |एक बार उन्होंने इसी देश का दौरा किया मगर उन्हें एयर पोर्ट पर रिसीव करने कोई सम्मान जनक नेता या प्रतिनिधि नही आया तो उन्होंने अपने उस सरकारी दौरे को तत्काल अपने निजी दौरे में तब्दील कर दिया और राष्ट्रीय गौरव को बनांये रखा |

दागियों को संसद से दूर रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट के एतिहासिक फैसले का आम आदमी पार्टी ने स्वागत किया

दागियों को संसद से दूर रखने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने दागी शब्द की व्याख्या कर दी है इस एतिहासिक फैसले का आम आदमी पार्टी[आप] ने स्वागत किया और मांग की है कि जिनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है. उनके चुनाव लड़ने पर भी रोक लगाई जानी चाहिए| गौरतलब है कि कांग्रेस के 44, भाजपा के 43, समाजवादी पार्टी के नौ, बहुजन समाजवादी पार्टी के छह, जेडीयू के आठ और सीपीएम के तीन सांसद हैं. ऐसा ही हाल राज्यसभा में देखा जा रहा है. 41 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से 16 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
राजनीति को साफ करने के सुप्रीम कोर्ट के आज के फैसले को आप पार्टी ऐतिहासिक मानती है और इसका स्वागत करती है. पार्टी का मानना है कि इस फैसले से अपराधियों और भ्रष्टाचारियों को राजनीति से दूर रखने में काफी मदद मिलेगी.
आप पार्टी पहले से ही यह कहती आई है कि जब तक अपराधियों और भ्रष्टाचारियों के लिए संसद और विधानसभाओं के रास्ते बंद नहीं किए जाते, सही मायने में लोकतंत्र स्थापित नहीं होगा. पार्टी का मानना है कि न सिर्फ सजायफ्ता, बल्कि ऐसे लोगों के भी चुनाव लड़ने पर रोक लगाई जानी चाहिए, जिनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है.
अदालत ने “दागी” शब्द की फिर से व्याख्या करते हुए ऐसे लोगों के चुनाव लड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया है जिनको किसी भी अदालत से दो साल की सजा हुई हो और उन्होंने उस फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालतों में अर्जी लगा रखी हो. जनप्रतिनिधित्व कानून ऐसे सजायाफ्ता लोगों को भी चुनाव लड़ने का अधिकार देता है जिन्होंने कोर्ट के फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालतों में अर्जी लगा रखी हो और जिसपर सुनवाई चल रही हो.
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से राजनीति को साफ करने की आम आदमी पार्टी की मुहिम को मदद मिलेगी. पार्टी आगामी दिल्ली विधानसभा चुनावों में सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है. पार्टी का वादा है कि ऐसे किसी भी व्यक्ति को टिकट नहीं दिया जाएगा जिसे किसी अदालत से सजा हुई हो या जिसके खिलाफ किसी आपराधिक मामले में चार्जशीट भी दाखिल हुई हो.
एडीआर की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक लोकसभा में फिलहाल करीब एक तिहाई (161 सांसदों के) सांसदों के ऊपर आपराधिक मामले चल रहे हैं. उनमें से 78 यानी 15 प्रतिशत लोगों के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं.
दागी लोगों को संसद तक पहुंचाने में सभी पार्टियों ने भरपूर रुचि दिखाई है. इन 161 दागी सांसदों की सूची में कांग्रेस के 44, भाजपा के 43, समाजवादी पार्टी के नौ, बहुजन समाजवादी पार्टी के छह, जेडीयू के आठ और सीपीएम के तीन सांसद हैं. ऐसा ही हाल राज्यसभा में देखा जा रहा है. 41 सांसदों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से 16 के खिलाफ गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं.
एडीआर की रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली विधानसभा में भी आपराधिक छवि के लोगों की भरमार है. दिल्ली के 70 विधायकों में से 32 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनमें से आठ के खिलाफ तो गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं.

भाजपा और जे डी यूं ने मित्रता के जिस रबर को खींच कर तोड़ा अब वोह दोनों के हाथों को दर्द दे रहा है

सत्रह साल तक मित्रता के जिस रबर ने भाजपा और जे डी यूं को जोड़े रखा था उसी को दोनों ने इतना खींचा कि टूट गया नतीजतन रबर टूट कर दोनों के हाथों को दर्द पहुंचा रहा है जिसके लिए दोनों दल एक दूसरे को विश्वासघाती बताने पर तुले हैं यहाँ तक कि बिहार में दोनों के बीच लाठियां तक निकल आई हैं|
बिहार में भाजपा और जदयू के कार्यकर्ता अब दुश्मनी के तेवर दिखा रहे हैं| मतभेद कल तक जुबानी था उसने मंगलवार को जमीनी हकीकत अख्तियार कर ली|। राज्य की सत्ता से बेदखल की गई भाजपा द्वारा विश्वास घात दिवस के नाम पर बिहार बंद का आयोजन किया जिसके दौरान राजधानी पटना के अलावा भी कुछ स्थानों पर जदयू व भाजपा के कार्यकर्ता भिड़ गए। भाजपा के प्रदेश कार्यालय के समक्ष भाजपा के जूलूस निकलते ही दोनों दलों के समर्थकों में मारपीट हो गई। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय इसे सुनियोजित हमला बता रहे हैं, तो जदयू ने इसके लिए भाजपाइयों को जिम्मेदार बताया है। जदयू के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन और उनके भाई को चोट लगी है।इसके अलावा भाजपा ने आरोप लगाया है कि एक अल्प संख्यक महिला कार्यकर्ता की जे डी यूं वालों ने
साड़ी खींचने का दुस्साह किया |
कई जगह बाजार स्वत: बंद रहे। कुछेक जगह पर बंद के लिए दबाव की बात भी सुनने में आई है। राष्ट्रीय राजमार्ग-30 ए [फतुआ]और खगड़िया में राष्ट्रीय राजमार्ग-31 को जाम कर दिए जाने के कारण आवागमन ठप्प हो गया। बिहारशरीफ में दानापुर-राजगीर पैंसेजर को रोक दिया गया। इस्लामपुर-पटना पैंसेजर कंगड़सराय में देर तक खड़ी रही।
उत्तर बिहार के जिलों में सुबह से ही बंद का असर दखाई दिया| लखीसराय में दोनों दलों के बीच झड़प पर पुलिस ने तत्काल नियंत्रण पा लिया। पूरे प्रदेश में लगभग चार हजार बंद समर्थकों को हिरासत में लिया गया। पटना में शिव शंकर प्रसाद +शाहनवाज हुसैन+राजीव प्रताप रूडी सहित कई वरिष्ठ नेताओं समेत सैकड़ों लोग पकड़े गए। बाद में उनकी रिहाई की खबर है|
मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने बंद को भाजपा की खीझ करार दिया है। उनका कहना है कि यह हताशा की परिणति है। भाजपा कार्यकर्ता असंयमित हो गए हैं। लाठी-डंडा लेकर सड़क पर उतरे भाजपाइयों का तेवर हिंसात्मक है जबकि भाजपा ने नितीश कुमार पर अपने कार्यकर्ताओं को भाजपा पर हमला करने केलिए उकसाने का आरोप लगाया है|

मुलायम सिंह यादव ने भी बिना बहस कराये खाद्य सुरक्षा अध्यादेश लाये जाने के विरोध में ताल ठोंकी : सरकार से समर्थन वापिसी की धमकी

केंद्र सरकार की महत्वकांक्षी खाद्य सुरक्षा अध्यादेश के विरोध में अब सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने भी ताल ठोंक दी है|एन सी पी के अध्यक्ष और कृषि मंत्री शरद पवार के बाद अब मुलायम सिंह का विरोध सरकर के लिए जोखिम पैदा कर सकता है|
मुलायम सिंह ने एलानिया कह दिया है कि सरकार इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर बेक डोर से अध्यादेश लाने का प्रयास नहीं करें वरना सपा किसी भी सीमा तक जा सकती है| गौरतलब है कि सपा ने सरकार को बाहर से समर्थन दिया हुआ है| और सपा के विड्रावल से सरकर खतरे में आ सकती है |उत्तर प्रदेश के मंत्री और सपा के प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने अपनी पार्टी का रुख साफ़ करते हुए बताया कि यह महत्वपूर्ण मुद्दा है और १०० करोड़ लोगों से जुडा हुआ है| इसीलिए इसे हडबडी में लाने के बजाये इस पर व्यापक बहस होनी चाहिए मानसून सत्र में इसके व्यवहारिक पक्ष को सामने लाना चाहिए| सपा पार्टी का मानना है कि चुनावों में राजनीतिक लाभ पाने के लिए ही हडबडी में बिल को लाया जा रहा है जिसका भरपूर विरोध किया जाएगा|
इससे पूर्व सी पी आई+एन सी पी +भाजपा+जे डी यू बहस की मांग करती आ रही हैं लेकिन केंद्र सरकार खाद्य सुरक्षा यौजना को गेम चेंजर के रूप में देख रही है और बकौल संसदीय कार्य मंत्री कमल नाथ सरकार भी किसी हद तक जा सकती है|

सी बी आई पुरानी हुई तो अब सीधे सीधे खरीद फरोख्त


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक दुखी पर सतर्क भाजपाई

ओये झल्लेया ये हमारी डेमोक्रेसी किस दिशा में जा रही है|केंद्र सरकार को अपने कब्जे में रखने के लिए अभी तक तो सी बी आई और इनकम टैक्स जैसे विभागों का इस्तेमाल किया जा रहा था अब तो हद ही हो गई हसाड़े सहयोगी जे डी यू को हमसे तोड़ने के लिए सी बी आई काम नही आई तो सरकारी १२००० करोड़ रुपयों की कीमत देकर खरीदने की कौशिश की जा रही| ओये ऐसे देश चलता है क्या?ओये अब सी बी आई पुरानी हुई तो सीधे सीधे खरीद फरोख्त ?

सीधे सीधे खरीद फरोख्त

सीधे सीधे खरीद फरोख्त

झल्ला

भोले सेठ जी आप जी को तो तभी समझ जाना चाहिए थे जब जे डी यू के सी एम् नितीश कुमार ने अकारण ही नरेन्द्र मोदी पर बिहारी तीर चलाये थे |खैर इससे आपजी के एन डी ऐ को दो फायदे हुए हैं |आपके नरेन्द्र मोदी को बैठे बिठाए पब्लिसिटी मिली और आपके सहयोग से चल रही बिहार सरकार को मिलगये १२००० करोड़ रुपये|अब आप की बिहारी पार्टी इस कीमत को कम बता रही है यानी खम्बा नौचा जा रहा है| बिहार में इस जे डी यू पार्टी के २० ही तो सांसद हैं और भाई अब जितना विरोध किया गया उतना ही तो कीमत तय होगी|

डी एम् के की करुणा से महरूम होकर भी मन मोहणी सरकार तो कायम है हां शेयर जरुर गिर गए


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक प्रफुल्लित भाजपाई

ओये झाल्लेया मज़ा आ गया द्रविड़ मुनेत्र कडघम ने धाँसू मुनेत्र कडघम का रूप अख्तियार कर लिया है| ओये इन द्रविड़ों ने दिल्ली के आर्यों से लंका के खिलाफ कार्यवाही करने को कहना शुरू कर दिया है| चेन्नई गए पी चिदम्बरम+ ऐ के एंटोनी और गुलाम नबी की तिकड़ी भी करुणानिधि की करुणा नहीं पा सके| डी एम् के ने इस विषय पर यूं पी ऐ से अपने १८ सांसदों की सपोर्ट भी विडड्रा कर ली है| आरबीआई द्वारा रेपो और रिवर्स रेपो दरों में 25 आधार अंकों की कटौती के तमाम उपाय भी शेयर बाजारों को सम्भाल पाने में कामयाब नहीं रहे |ओये अब तो यूं पी ऐ की सरकार गिरे ही गिरे |हसादी सरकार बने ही बने|

डी एम् के की करुणा से महरूम होकर भी मन मोहणी सरकार तो कायम है हां शेयर जरुर गिर गए

डी एम् के की करुणा से महरूम होकर भी मन मोहणी सरकार तो कायम है हां शेयर जरुर गिर गए

झल्ला

सेठ जी ये दूर के सुहावने ढोल हैं सो ज्यादा खुश मत होवो|मन मोहनी सरकार को बाहर से समर्थन दे रहे मायावती और मुलायम सिंह ने सपोर्ट को वापिस नहीं लिया है| इसीलिए सरकार तो स्थिर है हाँ शेयर बाज़ार जरुर सहम गया है|
सपा के नेता प्रोफ.रामगोपाल यादव ने तो डीएमके को ब्लैक मेलर तक बता दिया है| इसके अलावा भाजपा से रूठी रूठी जे डी यु का कुछ पता नहीं कब पाला बदल ले ,इसीलिए सेठ जी ये मन मोहणी सरकार कहीं नहीं जा रही| २०१४ में ऐ आई ऐ डी एम् के को ठिकाने लगाने के लिए ही ये सारी दंड बैठक हो रही है| हाँ इस चक्कर में बेचारे शेयर बाजारों में भारी गिरावट जरुर आ गई है | प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स २८५ .१० अंकों की गिरावट के साथ 19,००८ .१० पर और निफ्टी ८९ .३० अंकों की गिरावट के साथ 5,७४५ .९५ पर बंद हुआ है|