[नई दिल्ली]जाट आरक्षण के लिए कानूनी ढांचे में समाधान तलाशा जाएगा :पीएम
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जाट आरक्षण के लिए कानूनी ढांचे में समाधान तलाशने का आश्वासन दिया |
पीएम ने जाट समुदाय से सम्बद्ध मामलों पर चर्चा के लिए शिष्टमंडल से चर्चा की
विभिन्न राज्यों के 70 सदस्यों वाले शिष्टमंडल ने आरक्षण के संबंध में उच्चतम न्यायालय के हाल के फैसले सहित जाट समुदाय से सम्बद्ध मामलों पर चर्चा के लिए आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री ने शिष्टमंडल द्वारा उठाये गये मामलों को ध्यान से सुना। उन्होंने कहा कि सरकार उच्चतम न्यायालय के फैसले का अध्ययन कर रही है और वह कानूनी ढांचे के भीतर कोई समाधान तलाशने का प्रयास करेगी।
प्रधानमंत्री ने शिष्टमंडल से ‘’बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’’ अभियान के कार्यान्वयन में अग्रणी भूमिका निभाने का अनुरोध किया।
फोटो कैप्शन
A delegation meeting the Prime Minister, Shri Narendra Modi to discuss issues related to Jat Community, in New Delhi on March 26, 2015.
Tag: JaatReservation
पीएम ने जाट आरक्षण के लिए कानूनी ढांचे में समाधान तलाशने का आश्वासन दिया
चौ. अजित सिंह जाट आरक्षण की संजीवनी का क्या प. उ प्र.में उपयोग कर पाएंगे ?
झल्ले दी झल्लियां गल्लां
कांग्रेसी चीयर लीडर
ओये झल्लेया मानता है न कि हमने तीन सांसदों वाले रालोद को बेफालतू में ही पाल कर नहीं रखा था |इस छेत्रिय दल का उपयोग अब चुनावों में प. उ .प्र में होगा ओये इसके लिए हमने जाट आरक्षण की संजीवनी भी चौ.अजित सिंह को दे दी है अब तो जाट बाहुल्य इलाके में कांग्रेस+रालोद की हो जाणी है बल्ले बल्ले बाक़ी सारे रह जाणे हैं थल्ले थल्ले
झल्ला
अरेमेरे चतुर सुजाणा जे गर तुस्सी डाल डाल हो ते ये भाजपाई भी तो पांत पाँत पर हैं ये भी वोही रोटी खाते हैं जो आप लोग खाते हो|जाट आरक्षण को भुनाने के लिए आप जी ने रालोद कोओनली आठ सीटें दी हैं इन आठ सीटों में से दो तो चौ.अजित सिंह और उनके पुत्र जयंत चौधरी के खाते में गई |दो और सीटों कोआप जी की कांग्रेस ने[ नॉन जाट] ठाकुर अमर सिंह और ज्या प्रदा को दिला कर इनडाइरेक्ट्ली अपने पास ही रख ली बाकी बची चार सीटों में से एक पर ही तो बेचारे नरेश टिकैत को भिड़ाया गया है जबकि भाजपाइयों ने जाट केंडीडेट्स निकालने के लिए मुम्बई तक को खोद डाला है |मुजफ्फर नगरमें डॉ संजीव बालियान[जाट] +बिजनौर में राजेंद्र सिंह[जाट] यहाँ तक की बागपत में सत्यपाल[जाट] उतारे हैं इसके अलावा मथुरा से जाट/जट्ट धर्मेन्द्र की ड्रीम गर्ल हेमा मालिनी को लाया गया है अब ये तो आप भी मानते हो न कि पानी तो ढलान की तरफ ही बहता है|जाट वोट संगठित है और चुनावों में तो नदी की रफ़्तार से पड़ सकता है|
सांसद देवेन्द्र नागपाल ने अपने निलंबन के उत्तर में रालोद सुप्रीमो अजित सिंह के ओचित्य पर सवाल उठाये
अमरोहा से सांसद देवेन्द्र नागपाल ने राष्ट्रीय लोक दल [रालोद ] से अपने निलंबन को लेकर सुप्रीमो चौधरी अजित सिंह के ओचित्य पर ही सवाल उठा दिए हैं|
श्री चौधरी अजित सिंह ने चौधरी चरण सिंह के आदर्शों को तिलांजली देकर राष्ट्रीय लोक दल को अपने हितों को साधने के लिए एक क्लब बना लिया है|ऐसे में अजित सिंह के घरेलू क्लब में रहने का कोई ओचित्य नही है|सांसद ने कहा कि अजित सिंह मनमाने तरीके से संगठन चलाते हैं। कभी कोई पार्टी बैठक नहीं बुलाते। उनके लिए सांसद की राय भी मायने नहीं रखती। इसलिए उनका मन पार्टी से खिन्न था।उन्होंने दावा किया कि इससे उनके व्यक्तित्व पर कोई फर्क नही पडेगा उनके द्वारा कराये जा रहे समाज सेवा के कार्यों के फलस्वरूप जनता उनके साथ है जिसके बलबूते पूरे जोशो खरोश से पुनः चुनावी मैदान में उतरेंगे | चर्चा है कि मुलायम सिंह यादव और सपा की नीतियों की सार्वजनिक रूप से प्रशंसा भी कर चुके नागपाल सपा में जा सकते हैं लेकिन अमरोहा से सपा ने पहले ही अमरोहा लोकसभा सीट के लिए पंचायती राज राज्य मंत्री कमाल अख्तर की पत्नी हुमेरा अख्तर को उम्मीदवार घोषित कर चुकी है।ऐसे में रालोद के हैण्ड पम्प का साथ भी नही होगा जाहिर है चुनौती बढ़ेगी |
सांसद नागपाल ने कहा कि वह जाट आरक्षण की लड़ाई में आंदोलनकारियों के साथ रहना चाहते थे इस विषय में अपने अध्यक्ष अजित सिंह से बात भी की लेकिन अध्यक्ष ने इसके विरुद्ध ही लाईन पकड़ी जिसको को लेकर रालोद सुप्रीमो से मतभेद बड़े | गौरतलब है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर चौधरी अजित सिंह ने नागपाल के साथ ही हाथरस की सांसद सारिका बघेल को भी पार्टी से निलंबित कर दिया है| निर्दलीय राजनीती करने के अभ्यस्त नागपाल ने अपने निलंबन का उत्तर ,कड़े शब्दों में, देने का निश्चय कर लिया है |वैसे देवेंदर नागपाल और रालोद के वेबसाईटों पर एक दूसरे के नाम अभी तक हठाये नहीं गए हैं |श्रीमती सारिका से प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नही हो पाया |
Recent Comments