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Tag: king fisher air lines

Not Even a Single Bid Registered For Absconding Kingfisher’s House

[Mumbai]Today,Not Even a Single Bid Registered For Absconding Kingfisher’s House
Kingfisher House auction ,Today,ended without a single bid
Auction of Kingfisher House, once the headquarters of Vijay Mallya’s defunct airline, proved to be a flop show today with no bids coming in, presumably due to litigation fears and a high reserve price of Rs 150 crore — dealing a blow to lenders’ efforts to recover their loans.
The auction of the property, with a built-up area of over 17,000 sq ft in Vile Parle area near domestic airport here, started at 1130 hrs and ended in about an hour with no success.
“The reserve price for Kingfisher House was set at Rs 150 crore,
As per Sources,The 17-member consortium, which had given loans to Kingfisher Airlines, will soon have a review meeting and may discuss the reserve price as well,
The online auction was held by SBICAPS Trustee, a subsidiary of SBI Caps.
The auction was conducted under the Securitisation and Reconstruction of Financial Assets and Enforcement of Security Interest Act (Sarfaesi), 2002

Banks Consortium Pleads SC for Restraining Mallya from Leaving India

[New Delhi]Banks Consortium Pleads SC for Restraining Mallya from Leaving India
Bank Consortium Submitted a Plea With Supreme court Against King Fisher Mallya
The Supreme Court agreed to hear tomorrow this plea of 17 PSU banks seeking a direction that industrialist Vijay Mallya be restrained from leaving India.
“List it for hearing tomorrow,” a bench comprising Chief Justice T S Thakur and Justice U U Lalit said, when Attorney General Mukul Rohatgi, appearing for PSU banks, mentioned the matter for urgent hearing.
Rohatgi said that the plea has been moved by 17 banks, including State Bank of India, against Mallya whose various firms have taken loan from them.

King Fisher Mallya “Fished” In Diageo Deal By DRT

[Bengaluru] King Fisher Mallya Fished In Diageo Deal By DRT
DRT barred Mallya from withdrawing $75mn till disposal of SBI plea
In a fresh blow to beleaguered Vijay Mallya, the Debt Recovery Tribunal today barred him from withdrawing USD 75 million exit payment from British liquor giant Diageo till the disposal of Kingfisher Airlines’ loan default case filed by SBI.
Diageo and United Spirits Ltd, owned by the UK-based firm, have also been restrained by DRT Judge Benakanahalli from temporarily disbursing the amount to Mallya, who worked out the deal under a severance package.
The tribunal ordered that the amount be attached till the disposal of the original application filed by State Bank of India in 2013.
In his order on the plea by the SBI application seeking the lenders’ first right on the USD 75-million sweetheart deal, the judge also directed disclosure of details of the agreement which they have arrived at.
Three other applications filed by SBI before the DRT will come up for hearing on March 28.
SBI, which leads the consortium of 17 banks that lent money to the grounded Kingfisher Airlines, had moved DRT here against the airline’s chairman Mallya in its bid to recover over Rs 7,800 crore of dues from him.
The state-owned top lender had filed three other applications, including one seeking Mallya’s arrest and impounding of his passport, which the judge had said on March 4 would be heard later.
Mallya had to quit recently as chairman of United Spirits a company founded by his family in which he sold majority stake to Diageo.
Under the deal, that also ended a year-long boardroom battle at United Spirits, Diageo has agreed to pay Mallya USD 75 million (Rs 515 crore).
The settlement was sealed even as at least three banks including SBI declared the defunct Kingfisher Airlines, Mallya and his group holding firm UBHL (United Breweries Holding Ltd) as ‘wilful defaulters’ to recover unpaid loans.

इंडिगो और स्पाइस जेट जैसी एयर लाइन्स से कर्ज वसूलने में असमर्थ सिविल एविएशन मिनिस्ट्री अब ब्याज वसूलने का दावा कर रही है

इंडिगो और स्पाइस जेट जैसी लगातार लाभ कमाने वाली बजट एयर लाइन्स से भी करोड़ों रुपयों का लबित , एयर पोर्ट्स का किराया, वसूलने के लिए कोई कड़ा कदम उठता नहीं दिख रहा |सरकार द्वारा संसद में सात कंपनियों से २१११ .४३ की लेनदारी सम्बन्धी ब्यान देकर ही इतिश्री कर ली गई है| यहाँ तक प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने भी संसद में रुपये की गिरती कीमत पर चिंता तो व्यक्त की और अनेको सुधारों की जरुरत पर बल दिया इनमे सब्सिडी में कमी+ बीमा और पेंशन संबंधी सुधार+ अफसरशाही लाल फीताशाही को दूर करना और माल एवं सेवा कर लागू करना शामिल हैं|लेकिन ऐसे कंपनियों से वसूली के लिए कोई कड़े कदम को शामिल नहीं कर पाए हैं | जहाँ एक तरफ देश आर्थिक संकट से जूझ रहा है|प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह स्वयम तरलता की कमी का रोना रो रहे हैं वहीं लाभ कमाने वाली एयर लाइन्स से भी कर्जा वसूलने के लिए कोई प्रभावी कदम उठता नहीं दिख रहा|
३१/३/२०१३ तक के प्रस्तुत आंकड़ों के अनुसार देश की सात एयर लाइन्स से २१११.४३ करोड़ रुपये वसूले जाने हैं| डिफाल्टर कंपनियों में विभिन्न विदेशी एयर लाइन्स भी हैं|इसके अलावा इंडिगो+स्पाईस जेट+जेट एयर लाइन्स जैसी बजट एयर लाइन्स पर भी क्रमश २.८९+८०.१७+१००.१६+देन दारी है| यह मामूली रकम नहीं हैं|इसके बावजूद भी केवल ब्यान बाजी ही जारी है| गौरतलब है कि देश में कार्यरत ७ एयर लाइन्स ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को २१११.४३ करोड़ रूपये का कर्ज़ चुकाना है |इनसे कर्ज वसूलने में असमर्थ सिविल एविएशन मिनिस्ट्री कर्ज पर ब्याज वसूलने की बात कर रही है| यह अपने आप में हास्यास्पद लग रहा है| |ये आंकड़े नियत्रक एवं महालेखापरीक्षक की लेखापरीक्षा के मद्देनजर है|नागर विमानन राज्य मंत्री श्री के.सी.वेणुगोपाल ने बीते दिन लोकसभा में स्वीकार किया है कि ये विमानन कंपनियां किसी कारण से देय राशियों का भुगतान करने में विफल रही हैंलेकिन इसके साथ ही उन्होंने अपनी महत्वकांक्षी यौजना का उल्लेख करते हुए दावा किया कि डिफाल्टर कंपनियों से विलंबित भुगतान के लिए ब्याज वसूला जाएगा|यानि सांप पकड़ने का मंत्र आता नहीं और चले हैं बिच्छू के बिल में हाथ डालने|
——————————-(करोड़ रुपये में)
डिफाल्टर कंपनियों का विवरण
क्रम सं.— –एयरलाइंस का नाम———— देय राशि*
[१]————-एअर इंडिया समूह—————1539.75
[२]————-विभिन्न विदेशी एयरलाइनें——-193.49
[३]————-किंगफिशर एयरलाइंस————186.26
[४]————-जेट एयरलाइंस समूह————-100.16
[५]————-स्पाइसजेट——————— —80.17
[६]————-गो एयरलाइंस—————— —8.71
[७]————-इंटरग्लो एविएशन (एंडिगो)—— –2.89

बजट और विदेशी एयर लाइन्स सहित ७ एयर लाइन्स से भारतीय विमानपत्तन को २१११.४३ करोड़ रूपये की वसूली लंबित है

देश में कार्यरत ७ एयर लाइन्स ने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को २१११.४३ करोड़ रूपये का कर्ज़ चुकाना है अब इन डिफाल्टर कंपनियों को विलंबित भुगतान के लिए ब्याज का भी भुगतान करना होगा|इसमें एयर इंडियन समूह १५३९.७५ के कर्ज़ से पहले नंबर पर है | विभिन्न विदेशी एयर लाइन्स से १९३.४९ करोड़ रुपये वसूले जाने हैं|इसके अलावा इंडिगो+स्पाईस जेट+जेट एयर लाइन्स जैसी बजट एयर लाइन्स पर भी क्रमश २.८९+८०.१७+१००.१६+देन दारी है| ये आंकड़े नियत्रक एवं महालेखापरीक्षक की लेखापरीक्षा के मद्देनजर है|नागर विमानन राज्य मंत्री श्री के.सी.वेणुगोपाल ने आज लोकसभा में 31.03.2013 को देय राशियों का कंपनीवार ब्यौरा निम्न बताया है :
——————————-(करोड़ रुपये में)
क्रम सं.—–एयरलाइंस का नाम————–देय राशि*
[१]————-एअर इंडिया समूह—————1539.75
[२]————-विभिन्न विदेशी एयरलाइनें——-193.49
[३]————-किंगफिशर एयरलाइंस————186.26
[४]————-जेट एयरलाइंस समूह————-100.16
[५]————-स्पाइसजेट————————80.17
[६]————-गो एयरलाइंस———————8.71
[७]————-इंटरग्लो एविएशन (एंडिगो)——–2.89
राज्य मंत्री ने यह स्वीकार किया कि उपरोक्त विमानन कंपनियां किसी कारण से देय राशियों का भुगतान करने में विफल रही हैं।
लोकसभा में नागर विमानन राज्य मंत्री ने लोक सभा के माध्यम से राष्ट्र को भरोसा दिलाया कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण नियमित मॉनीटरिंग द्वारा देय राशियों की वसूली के लिए पर्याप्त प्रयास कर रहा है। इस दिशा में निम्न कदम उठाये गए हैं:
[१] भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ऋण नीति के अनुसार डिफाल्टर कंपनियों को विलंबित भुगतान के लिए ब्याज का भुगतान करना होगा
[२]चूककर्ता एयरलाइनों को ” कैश एंड कैरी” आधार पर रखा जाएगा
[३]यातायात देय राशियों के संबंध में 12%की दर से ब्याज वसूला जाएगा
[४] गैर यातायात देय राशियों पर ब्याज करार की शर्तों एवं निबंधनों के अनुसार वसूला जाएगा जो 18 % या 12 %हो सकता है

किंग फिशर एयर लाइन्स ने ३८०मिलियन $ का घाटा दर्ज़ कराया :दूसरी एयर लाइन्स की चांदी

शराब किंग विजय माल्या की कर्ज में डूबी किंगफिशर एयरलाइंस ने 31 मार्च, को समाप्त हुए वित्तीय वर्ष में ३८०मिलियन $[ 4,301.11 करोड़ रुपये ]का घाटा होने की घोषणा की है। इससे पहले कंपनी को 2,328.01 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने अक्टूबर 2012 से किंगफिशर का परमिट सस्पेंड कर दिया, जिसके कारण कंपनी का कामकाज बंद है।कंपनी ने बैंक आदि को ढाई बिल्लियन $का कर्ज़ लौटाना है|
एयरलाइन को 31 मार्च, 2013 तक लगभग 16,023.46 करोड़ रुपये का कुल घाटा हुआ है और कम्पनी की शुद्ध कीमत नकारात्मक होकर 12,919.81 करोड़ रुपये हो गई है.कम्पनी कई महीनों से अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देने में भी असमर्थ रही है.\कंपनी के शेयर आज [एन एस ई] ६.०३ पर नोट किये गए| नंबर दो पर रही इस कम्पनी के बंद रहने से या पतन से एयर इंडिया और इंडिगो के अलावा दूसरी निजी एयर लाइन्स को फायदा हो रहा है|

किंग फिशर एयर लाइन्स के दो हवाई जहाज़ों का पंजीकरण रद्द करो: दिल्ली हाई कोर्ट का फरमान


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक बेचारा देसी हवाई यात्री

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ?दिल्ली की हाई कोर्ट ने विदेशी सेठों की कम्पनी डी.वी.बी.एविएशन फाइनेंस एशिया के हक़ में फैसला सुनाते हुए इस्ताम्बुल में डंप किये गए किंग फिशर के दो जहाजों पर कब्जा दिए जाने के लिए भारतीय डी जी सी ऐ को हुकुम सुना दिया है|ओये ये जहाज अगर भारत के हाथों से निकल गए तो किंग फिशर एयर लाइन्स से कर्जा कैसे वसूला जा सकेगा| हवाई यात्रा सस्ती कैसे होगी?

झल्ला

भाई जी बुजुर्गों ने दो कहावतें बनाई हैं
[१] जो पहले मारे सो ही मीर
[२] बाहर का जोगी सिद्ध
ये दोनों कहावतें इस मुकद्दमे में भी १६ आने सच्ची साबित हो रही हैं|

विजय माल्या के एक करोड़ के सोने की भेंट के बदले वेंकटेशवरा अरबों के विदेशी निवेशक भेजेगा:King fisher Air Lines

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक लेन दार बैंकर

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है ?ओयेये दारू किंग किंगफिशर एयरलाइंस के प्रमोटर + यूबी ग्रुप के चेयरमैन विजय माल्या ने हसाड़े ७००० करोड़ रुपये का कर्ज़ चुकाना है लेकिन यार हमें एक फूटी कोडी नहीं दे रहाएक तरफ तो अपने जन्म दिन को सादगी से मनाने के दावे कर रहा है और दूसरी तरफ अपने 58वें जन्मदिन पर भगवान वेंकटेश्वर मंदिर के दरवाजों के लिए 3 किलोग्राम वजन वाली सोने की ईंटें चड़ा दी | अगस्त में भी माल्या ने 80 लाख रुपये के सोने की परत वाले दरवाजे कुक्के सुब्रह्मण्यम मंदिर को भेंट किए थे|ओये ऐसे कर्ज़ कैसे चुकेगा ? हसाडा पैसा कैसे मिलेगा|?

विजय माल्या के एक करोड़ के सोने की भेंट के बदले वेंकटेशवरा अरबों के विदेशी निवेशक भेजेगा

झल्ला

ओह हो आप लोग भी पहले कर्ज़ देकर सो जाते हो फिर सोते सोते जाग जाते हो |खैर अब जाग ही गए हो तो घर जाओ और ॐ प्रकाश की सुपर हिट पिक्चर देखो उसमे एक गाना बहुत फेमस हुआ था और आज भी लोग उसका अनुसरण करते हैं|इस गाने का स्थाई था
गरीबों की सुनो वोह तुम्हारी सुनेगा तुम एक पैसा दोगे वोह दस लाख देगा| इसीलिए इस प्रभु भक्त माल्या ने भी एक करोड़ का सोना अपने इष्ट देव के चरणों में चड़ाया है फिल्म के हिसाब से एक करोड़ के बदले दस गुना धन लेकर विदेशी निवेशक आ ही जायेंगे तब हो जाएगा तुम्हारा भी भुगतान |