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Advani Renominated as Chairman of Lok Sabha Ethics Panel

[New Delhi]Advani Renominated as Chairman of Lok Sabha Ethics Panel
Veteran BJP leader L K Advani has been renominated as the chairman of the Lok Sabha Ethics Committee by Speaker Sumitra Mahajan.
The Committee examines complaints relating to unethical conduct by members of Parliament.
P Karunakaran has also been renominated as chairman of the Committee on Absence of Members from the Sittings of the House.
While, Ramesh Pokhriyal Nishank will head the Committee on Government Assurances
Chandrakant B Khaire was renominated as chairman of the Committee on Papers Laid on the Table, and Dilipkumar Mansukhlal Gandhi as the chairman of the Committee on Subordinate Legislation,
file photo

BJP Released List Of 54 Candidates for ensuing Elections For 16th Lok Sabha Of 8 States

Bharatiya Janata Party [BJP]Released List Of 54 Candidates for ensuing Lok Sabha Elections 2014 Of 8 States
The Central Election Committee of the Bharatiya Janata Party met today under the Presidentship of Shri Rajnath Singh.
Meeting was attended by Shri L.K. Advani, Chairman, BJP Parliamentary Party, Smt. Sushma Swaraj, Leader of Opposition (Lok Sabha), Shri Arun Jaitley, Leader of Opposition (Rajya Sabha) and all the members of the Central Election Committee of the BJP.
The Committee has decided the following names for the ensuing Lok Sabha Elections 2014 of 8 States.
[A]Arunachal Pradesh==2
[B]Manipur==2
[C]Goa ==2
[D]West Bengal==17
[E]Odisha==6
[F]Maharashtra==17
[G]Himachal Pradesh==3
[H]Jammu & Kashmir==5
Sl. Name of State Constituency No. & Name Name of Candidate
1]. Arunachal Pradesh 1 Arunachal West Shri Kiren Rijijuji, Ex-MP
2]. Arunachal Pradesh 2 Arunachal East Shri Tapir Gao, Ex-MP
3]. Manipur 1 Inner Manipur Dr. R.K. Ranjan Singh
4]. Manipur 2 Outer Manipur (ST) Prof. Gangmumei Kamei
5]. Goa 1 North Goa Shri Shripad Yesso Naik, Sitting MP
6]. Goa 2 South Goa Shri Narendra Keshav Sawaikar, State General Secretary
7]. West Bengal 1 Cooch Behar (SC) Shri Hemchandra Burman,
District President
8]. West Bengal 3 Jalpaiguri (SC) Shri Satyalal Sarkar, Ex-DIG, SSB
9]. West Bengal 6 Balurghat Shri Biswapriya Roychowdhary
State General Secretary
10]. West Bengal 7 Maldaha Uttar Shri Subashkrishna Goswami
Elected Block Member
11]. West Bengal 9 Jangipur Shri Samrat Ghosh, District General Secretary
12]. West Bengal 11 Murshidabad Shri Sujit Kumar Ghosh, Retd. IPS
13]. West Bengal 12 Krishnanagar Shri Satyabrata Mukherjee, Ex-MP & Central Minister
14]. West Bengal 13 Ranaghat (SC) Dr. Supravat Biswas, National Executive Member
15]. West Bengal 16 Dum Dum Shri Tapan Sikdar, Ex-MP & Central Minister
16]. West Bengal 17 Barasat Shri P.C. Sarkar (Jr.), World Famous Magician
17]. West Bengal 20 Mathurapur (SC) Shri Tapan Naskar, District General Secretary
18]. West Bengal 21 Diamond Harbour Shri Avijit Das, State BJYM Member
19]. West Bengal 23 Kolkata Dakshin Shri Tathagata Roy, Ex State President
20]. West Bengal 24 Kolkata Uttar Shri Rahul Sinha, State President
21]. West Bengal 25 Howrah Shri George Baker, Film Actor (Christian Minority)
22]. West Bengal 26 Uluberia Shri R.K. Mahanti, Retd. IPS
23]. West Bengal 36 Bankura Dr. Subash Sarkar, State Vice President
24]. Odisha 2 Sundargarh (ST) Shri Jual Oram, Former Minister
25]. Odisha 3 Sambalpur Shri Suresh Pujari, State Gen. Secy., and Ex-State President
26]. Odisha 9 Dhenkanal Shri Rudra Narayan Pani, Ex-MP (Rajya Sabha)
27]. Odisha 10 Bolangir Smt. Sangeeta Kumari Singh Deo,
Ex-MP
28]. Odisha 12 Nabarangpur (ST) Shri Parsuram Majhi, State Vice President and Ex-MP
29]. Odisha 16 Jagatsinghpur (SC) Shri Baidhar Mallik, Ex-MLA
30]. Maharashtra 2 Dhule Dr. Subhash Bhamre, Famous Cancer Surgeon
31]. Maharashtra 3 Jalgaon Shri Ashok Tapiram Patil, (A.T. Nana Patil), Sitting MP
32]. Maharashtra 4 Raver Shri Haribhau Javle, Sitting MP
33]. Maharashtra 6 Akola Shri Sanjya Dhotre, Sitting MP
34]. Maharashtra 10 Nagpur Shri Nitin Gadkari, Ex-National President
35]. Maharashtra 11 Bhandara – Gondiya Shri Nana Patole, Sitting MLA
36]. Maharashtra 12 Gadchiroli-Chimur (ST) Shri Ashok Nete, State President, ST Morcha
37]. Maharashtra 13 Chandrapur Shri Hansraj Ahir, Sitting MP
38]]. Maharashtra 16 Nanded Shri D.B. Patil, Ex-MP
39. Maharashtra 18 Jalna Shri Ravsaheb Danve Patil, Sitting MP
40]. Maharashtra 20 Dindori (ST) Shri Harishchandra Chowhan, Sitting MP
41]. Maharashtra 22 Palghar (ST) Ad. Chintaman Vanga, Sitting MLA & Ex-MP
42]. Maharashtra 26 Mumbai North Shri Gopal Shetti, Sitting MLA
43]. Maharashtra 28 Mumbai North East Dr. Kirit Somaiya, Ex-MP
44]. Maharashtra 37 Ahmadnagar Shri Dilip Gandhi, Sitting MP
45]. Maharashtra 39 Beed Shri Gopinath Munde, Dy. Leader of Opposition, Lok Sabha
46]. Maharashtra 44 Sangli Shri Sanjaykaka Patil, Ex-MLA
47]. Himachal Pradesh 1 Kangra Shri Shanta Kumar, Ex-CM and Ex-Minister
48]. Himachal Pradesh 3 Hamirpur Shri Anurag Thakur, Sitting MP and National President BJYM
49]. Himachal Pradesh 4 Shimla (SC) Shri Virendra Kashyap, Sitting MP
50]. Jammu & Kashmir 1 Baramulla Shri Gulam Mohammad Meer,
51]. Jammu & Kashmir 3 Anantnag Mushtaq Ahmad Malik, Nurabadi
52]. Jammu & Kashmir 4 Ladakh Shri Thunpsthan Chhewang, National Executive Member
53]. Jammu & Kashmir 5 Udhampur Dr. Jitendra Singh, National Executive Member & State Spokesperson
54]. Jammu & Kashmir 6 Jammu Shri Jugal Kishore Sharma, State President

एल के अडवाणी अपनी पहली अयोध्या यात्रा से देश में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद भी लाना चाहते थे :सीधे एल के अडवाणी के ब्लाग से

भारतीय जनता पार्टी [भाजपा]के वयोवृद्ध नेता और पत्रकार लाल कृषण आडवाणी अपनी पहली अयोध्या यात्रा से देश में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद लाना चाहते थे| यह स्पष्टि करण उन्होंने अपने ब्लॉग के टेलपीस (पश्च्यलेख) में किया है |
अडवाणी ने अपनी पहली अयोध्या यात्रा के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए बताया कि इस यात्रा के माध्यम से सांस्कृतिक राष्ट्रवादको मजबूत करना भी एक लक्ष्य था | उन्होंने कहा “ऊपरी तौर पर, मेरी पहली यात्रा, सोमनाथ से अयोध्या तक को माना जाता है कि यह विश्व हिन्दू परिषद द्वारा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के उद्देश्य को मजबूत करने के उद्देश्य से की गई। परन्तु भाजपा के लिए, इस अभियान के दो स्पष्ट राजनीतिक उद्देश्य भी थे।
(1) असली सेक्युलरिज्म और छद्म सेक्युलरिज्म के बीच बहस चलाना, और
(2) सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के मुद्दे को मजबूत करना।”
आज के ब्लॉग में मैंने पूर्व ब्लॉग में लिखे गए असली सेक्युलरिज्म सम्बन्धी मार्क टुली के विचारों को हवाला दिया। संस्कृति और धर्म के बारे में उन्होंने ”नो फुल स्टॉप्स इन इण्डिया” पुस्तक में जो लिखा है, मैं उसे यहाँ उदृत किया जा रहा है
मार्क टुली लिखते हैं:
“किन्हीं लोगों की संस्कृति और पहचान को नष्ट करने का सर्वाधिक अच्छा तरीका है उनके धर्म और उसकी भाषा को उपेक्षित करना। हम, ब्रिटिशों ने भारत के शासक के रूप में और अब विश्व की प्रभुत्व वाली संस्कृति के रूप में कर रहे हैं। यह सत्य है कि भारत के ब्रिटिश शासक हिन्दुओं के बारे में, विशेष रूप से विद्रोह के बाद ज्यादा सचेत थे। हमने भारत को ईसाइयत में बदलने का प्रयास नहीं किया। लेकिन हमने यह आभास पैदा कर दिया कि हमारा धर्म हिन्दूइज्म से श्रेष्ठ है। कलकत्ता में एक बच्चे के रूप में मुझे स्मरण है कि हमें सिखाया जाता था कि मुस्लिम हिन्दुओं की तुलना में श्रेष्ठ हैं क्योंकि कम से कम वे मूर्तिपूजा नहीं करते।
स्वतंत्रता के समय, भारत ने आधुनिक पश्चिमी विचार को अपनाया कि सामान्य ज्ञान बताता है कि धर्म को सम्पूर्ण रूप से निजी दायरे तक सीमित रखना चाहिए और इसे सभी सार्वजनिक जीवन से दूर रखना होगा। तथ्य यह है कि पश्चिम में बहुसंख्या में लोग धर्म को अपने तक सीमित रखते हैं। ‘आधुनिक‘ भारतीय अपरिहार्य रूप से हमारा उदाहरण अपनाते हैं और जो कोई भी सार्वजनिक जीवन से सभी रूपों में धर्म को अलग रखने में विश्वास नहीं करते, को ‘साम्प्रदायिक‘ माना जाता है, पूर्ण रूप से उनके अपने समुदाय से। अभिजात वर्ग का तथाकथित सेक्युलरिज्म, अपरिहार्य रूप से धर्म के प्रति अनादर के रूप में होता है। लेकिन बहुसंख्यक भारतीयों जो आधुनिकता के लाभों का आनन्द नहीं लेते, अभी भी मानते हैं कि धर्म – उनके जीवन के महत्वपूर्ण तत्वों में से सर्वाधिक जरूरी है।”

अब देखो मोदी के हाथों में मोदक आते ही पार्टी पर मरखने बने हुए येद्दुयुरप्पा भी अपनी भाषा बदलने लग गए हैं


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक दुखी भाजपाई

ओये झल्लेया ये हसाडे माननीय राजनाथ सिंह जी क्या हो गया ?उन्होंने तो पी एम् इन वेटिंग और लोह पुरुष के मायने ही बदल दिए अब देखो देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को लौह पुरुष कहा जाता था और डाडा लाल कृषण अडवाणी को पी एम् इन वेटिंग लेकिन अब इन दोनों हस्तियों को खुडडे लाइन लगा कर इन दोनों की पदवियों के लिए नरेंदर मोदी का चुनाव कर लिया गया है|अब प्रधान मंत्री के लिए भाजपा के नरेंदर मोदी ही उम्मीदवार होंगे|ओये अब फिर भ्रष्टाचार +महंगाई+अपराध के बजाय कांग्रेस द्वारा सम्प्रदाईकता को ही मुद्दा बना कर जनता का ध्यान बंटाया जाएगा|

झल्ला

ओ मेरे भोले सेठ जी ये तो आप जी को भी पता है कि बाज़ार में जो बिकता है वोही चलता है |अर्थार्त जिसकी जैसी मांग होती है वोह उसी के अनुसार ही टिकता है |अब देखो मोदी के हाथों में मोदक आते ही पार्टी पर मरखने बने हुए येद्दुयुरप्पा भी अपनी भाषा बदलने लग गए हैं|

भाजपा ने २०१४ में चुनावी वैतरणी पार करने के लिए पोस्टर बॉय नरेंदर मोदी को खैवनहार बना ही लिया Narendra Modi Declared Prime Ministerial

भाजपा ने २०१४ में चुनावी वैतरणी पार करने के लिए पोस्टर बॉय नरेंदर मोदी को खैवनहार बना ही लिया| भारतीय जनता पार्टी का पोस्टर बॉय पोस्टर फाड़ कर अब बाहर निकल ही आया | तमाम किन्तु परन्तु को दरकिनार करते हुए भाजपा के संसदीय बोर्ड ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव के लिए नरेंद्र मोदी को अपना प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर ही दिया |नई दिल्ली स्थित बीजेपी के मुख्यालय में पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने यह एलान करते हुए मोदी को मिठाई खिलाई किया। दूसरी तरफ भाजपा के पी एम् इन वेटिंग और वरिष्ठ नेता के लाल कृष्ण आडवाणी की अनुपस्थिति से कयास लगाये जा रहे हैं कि वरिष्ठ नेता की नाराजगी कम नहीं हुई है लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज नाथ सिंह ने बताया कि मोदी अडवाणी से आशीर्वाद लेने उनके निवास पर जायेंगे|राज नाथ सिंह ने यह भी दावा किया कि एन डी ऐ के सभी घटकों ने मोदी के चुनाव को समर्थन दे दिया है| श्री अडवाणी ने राजनाथ को चिट्ठी लिखकर उनके कामकाज से निराशा भी जताई है।
लगता है कि सत्ता रुड कांग्रेस को यह निर्णय पचा नहीं है तभी तत्काल प्रतिक्रिया में कांग्रेस ने आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ :आरएसएस: पर आरोप लगाया है कि वह नरेंद्र मोदी को भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने के लिए भगवा पार्टी पर अपना फैसला थोप रहा है । कुछ भी हो फिलहाल नरेंदर मोदी ने अपने गुरु लाल कृषण अडवाणी को पीछे धकेलते हुए यह साबित कर दिया है कि आप बेशक मोदी को प्यार करें या फिर नफरत करें लेकिन आप ६३ वर्षीय प्रचारक मोदी को नजर अंदाज नहीं कर सकते अर्थार्त मोदी वर्तमान राष्ट्रीय राजनीती में केंदीय बिंदु बन चुके हैं|

भाजपा जानती है समय से पहले चुनाव नहीं होंगे फिर भी दबाब के लिए राष्ट्रपति से सिफारिश का अनुरोध किया

L K Advani Addressing Media After Meeting President

L K Advani Addressing Media After Meeting President

भाजपा को मालूम है के समय से पहले चुनाव नहीं होंगे फिर भी केंद्र सरकार पर दबाब बनाने के लिए आज चुनाव के लिए राष्ट्रपति से सिफारिश का अनुरोध किया| भाजपा के एक शीर्ष न्रेतत्व मंडल ने आज राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर अनुरोध किया कि वह सरकार को जल्दी आम चुनाव कराने का सुझाव दें क्योंकि मौजूदा आर्थिक संकट की स्थिति में देश में चुनाव ही एकमात्र विकल्प है। राष्ट्रपति को सौंपे गए ज्ञापन पर एल के अडवाणी+ राजनाथ सिंह+ श्री मति सुषमा स्वराज+अरुण जेटली ने हस्ताक्षर किये हैं|
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर उपप्रधान मंत्री लालकृष्ण आडवाणी+पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह + नेता प्रतिपक्ष[लोक सभा ] श्री मति सुषमा स्वराज और अरुण जेटली[राज्य सभा]+पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा +पूर्व रक्षा मंत्री जसवंत सिंह+पूर्व अध्यक्ष वेंकैया नायडू+अनंत कुमार और रविशंकर प्रसाद ने आज राष्ट्रपति से इस संबंध में मुलाकात की।शुक्रवार को प्रणब मुखर्जी से मिलकर भाजपा के इन शीर्ष नेताओं ने देश की आर्थिक स्थिति का हवाला देते हुए शीघ्र चुनाव करने की मांग की| राष्ट्रपति को दिए ज्ञापन में भाजपा ने आग्रह किया है कि नवंबर में होने वाले तीन राज्यों के साथ ही लोकसभा चुनाव भी करा लिए जाएं। राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद श्री आडवाणी ने मीडिया को बताया के ‘मुझे पता है कि सरकार जल्द चुनाव नहीं कराएगी, लेकिन अगर राष्ट्रपति कोई प्रतिक्रिया देते हैं तो दबाव जरूर बनेगा।प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह आर्थिक स्थिति सुधारने के स्थान पर विपक्ष की आलोचना मात्र करने लगते हैं| उन्होंने राज्यसभा में जिस तरह का भाषण दिया वह दुखद है। रविशंकर ने व्यंगात्मक शैली में कहा कि केंद्र सरकार खुद को बीमार मानेगी तभी तो उसके इलाज के लिए कार्यवाही की जा सकेगी| प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन के वक्तव्य को निराशा, नकारात्मकता और कड़वाहट भरा बताते हुए कहा है कि इसमें ईमानदारी की कमी है।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति को यह याद दिलाने से भी नहीं चूका कि वित्त मंत्री बदहाली का ठीकरा बतौर पूर्व वित्त मंत्री उन्हीं (प्रणब) पर फोड़ रहे हैं, तो पीएम चुप रहकर इसका परोक्ष समर्थन कर रहे हैं। रविशंकर ने पत्रकारों से बातचीत में प्रणब का बचाव करते हुए कहा कि किसानों को कर्ज माफी का फैसला वर्तमान वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के ही समय में किया गया था|

लालकृष्ण आडवाणी ने अनुसूचित जाति को भाजपा से जोड़ने की शुरुआत की

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में,लगता है कि, पुरानी पड़ी गांठें अब खुलने लग गई तभी पार्टी के पी एम् इन वेटिंग लालकृष्ण आडवाणी ने भी पुनः कमान संभाल ली है उन्होंने अनुसूचित जाति मोर्चा के कार्यक्रम में एलान किया है कि देश में राजनीतिक माहौल पार्टी के रिकार्ड तोड़ परिणाम हासिल करने के लिए बिल्कुल अनुकूल है यह स्थिति कांग्रेस की अगुवाई वाली सरकार के भ्रष्टाचार एवं महंगाई पर काबू पाने में विफल रहने पर बनी है।
भाजपा के अनुसूचित जाति मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में वयोवृद्ध श्री अडवाणी ने कहा कि देश में इससे पहले राजनीतिक स्थिति भाजपा के लिए इससे ज्यादा कभी अनुकूल नहीं रहीं।अनुसूचित जाति मोर्चा के कार्यकर्ताओं के विश्वास को देखते हुए भाजपा लोकसभा चुनाव में रिकार्डतोड़ परिणाम जरूर हासिल करेगी |उन्होंने बहुजन समाज वादी पार्टी [बीएसपी] के पूर्व प्रमुख स्वर्गीय कांशी राम का हवाला दिया और याद दिलाया कि कई साल पहले उनके साथ एक बार बातचीत में उन्होंने (कांशी राम ने) कहा था, ‘जो कुछ सामाजिक रूप से हासिल नहीं किया जा सकता (दलितों द्वारा) उसे राजनीतिक रूप से हासिल किया जा सकता है.उन्होंने अनुसूचित जाति के लगभग १०% वोटों कि शक्ति को अपने संबंधों का स्मरण भी कराया और बताया कि पंजाब में आरएसएस शाखा (बैठक) में सिखों को छोड़कर समाज के सभी तबके इनमें शामिल हुआ करते थे.और अब तो सिख भी शामिल होने लग गए हैं|
गौरतलब है कि आई बी एन ७+सी डी एस के ओपिनियन पोल में भाजपा के पक्ष में जीत दिखाई गई है जिस पर प्रतिक्रिया जताते हुए श्री आडवाणी ने कहा है कि इस बार के नतीजे रिकॉर्ड तोड़ देंगे।उन्होंने कहा कि इससे पहले होने वाले ओपिनियन पोल बीजेपी की सही तस्वीर नहीं दिखाते थे लेकिन ये पोल हमारे पक्ष में दिख रहा है।

निष्काषित राम [जेठमलानी]ने भाजपा में संघर्षरत कृषण [एल के अडवाणी ] जीजा को कोर्ट में घसीटने की धमकी दी

भाजपा के निष्काषित राम [जेठमलानी]ने भाजपा में अस्तित्व के लिए संघर्षरत कृषण [एल के अडवाणी ] सरीखे अपने अपने जीजा को कोर्ट में घसीटने की धमकी दे डाली है। टी वी चैनल के वरिष्ठ एंकर अरनव गोस्वामी के कार्यक्रम में राम जेठमलानी ने बेबाकी से एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि लाल कृष्ण आडवाणी की धर्म पत्नि श्री मति कमलाअडवानी जेठमलानी की रिश्ते में बहन लगती है लेकिन इसके बावजूद भी आडवाणी ने जेठमलानी को भाजपा से निष्कासित करने के लिए षड्यंत्रकारियों का साथ दिया |

Lal Krishan Advani With Wife Smt Kamla

Lal Krishan Advani With Wife Smt Kamla

उन्होंने कहा कि कर्नाटका की राजनीती में भाजपा को गर्त में पहुंचाने वाले जन आधार हीन अनन्त कुमार के इशारों पर पहले यदियुरप्पा को पार्टी से निकाला गया उसके पश्चात यदियुरप्पा का मुकद्दमा लड़ने के के दंड स्वरुप जेठमलानी को भी भाजपा से निकलवा दिया| जेठमलानी ने कहा कि जिन्होंने भी उन्हें पार्टी से निकालने का षड्यंत्र रचा अब उन सबको कोर्ट में घसीटेंगे

नरेन्द्र मोदी की ताजपोशी में सपा और रालोद उ. प्र. में अपने फायदे देखने लग गए हैं

भाजपा ने २०१४ में लोक सभा के चुनावों की वैतरणी पर करने के लिए नरेन्द्र मोदी को खिवैय्या बना दिया है | मोदी के हाथों से यह पतवार खींचने की कौशिश में बेशक वरिष्ठ नेता लाल कृषण अडवाणी असफल हो चुके हैं मगर उत्तर प्रदेश में समाज वादी पार्टी और रालोद इसमें अपना अपना फायदा देखने लगे हैं|
नरेन्द्र मोदी के विश्वस्त अमित शाह को उत्तर प्रदेश की कमान सौंपी गई है |अमित शाह ने प्रदेश में अपनी कार्यवाही भी शुरू कर दी है |यहाँ की भाजपा इकाई के उत्साह में कुछ वृद्धि भी दिखने लगी है लेकिन इसके ठीक उलट सपा और रालोद अपना फायदा बता रहे हैं|
सपा के प्रवक्ता और मंत्री राजेंदर चौधरी का कहना है कि मोदी की ताजपोशी भाजपा का अपना अंदरूनी मामला है|इसके असर के विषय में उनका कहना है कि मोदी के आने से भाजपा को उक्सान ही होगा इससे सपा पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ने वाला | पार्टी अपना काम कर रही है और यह दिखने भी लगा है|पार्टी अपने काम के बल पर लोक सभा के चुनाव जीतेगी|
केंद्र में यूं पी ऐ के सहयोगी रालोद के प्रदेश अध्यक्ष मुन्ना सिंह चौहान का कहना है कि २००९ में भी मोदी ने उत्तर प्रदेश में प्रचार किया था मगर भाजपा और सिकुड़ गई थी इसका लाभ यूं पी ऐ को मिला था|मोदी के प्रदेश में आने से यूं पी ऐ फिर मजबूत होगा और पहले से अधिक ही सीटें जीतेंगे|
गौरतलब है कि प्रदेश में वोटों का ध्रुवीकरण होता आया है|सपा और रालोद का मुख्य वोट बैंक मुस्लिम वोट रहे हैं |भाजपा के लिए अयोध्या आन्दोलन लाभकारी रहा है|

एल के अडवाणी की लिखी +अभिनीत+ निर्देशित और निर्मित राजनीतिक फिल्म “३६ घंटे” हिट हो गई

कभी एक हिंदी फिल्म आई थी ३६ घंटे जिसमे सुनील दत्त और राजकुमार [अब दोनों स्वर्गीय] थे फिल्म पूरी तरह से सस्पेंस +एक्शन=ड्रामा से भरपूर थी |बिना गानों के इस फिल्म की रफ़्तार भी इतनी तेज थी कि दर्शकों को बांधे रखती थी लेकिन एल के अडवाणी द्वारा लिखी गई+अभिनीत+और निर्देशित इस राजनीतिक ३६ घंटे के तेजी से बदलते गए घटना क्रम ने कांग्रेस और उनके समर्थक चैनलों ने समा बांधे रखा |जाहिर है ऐसे में कहा जा सकता है कि अडवाणी की यह फिल्म हिट गई है|भाजपा के पी एम् इन वेटिंग वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने ३६ घंटे पश्चात अपना इस्तीफा वापिस ले लिया इससे पार्टी में आया तात्कालिक भूचाल’ मंगलवार की शाम को थम गया। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने कहा कि संघ प्रमुख मोहन भागवत की सलाह और उनके आश्वासन पर आडवाणी राजी हो गए हैं। इससे पूर्व संसदीय बोर्ड द्वारा अडवाणी के इस्तीफे को तत्काल नामंजूर किया जा चुका है|
आडवाणी ने पार्टी का हर फैसला मानते हुए इस्तीफा वापस ले लिया है। हालांकि आडवाणी को मनाने के लिए किए जा रहे प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका पूर्व भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी व संघ के विचारक एस गुरुमूर्ति की रही। इन दोनों ने ही आडवाणी व भागवत के बीच चर्चा से समाधान का रास्ता निकाला। दोपहर मोहन भागवत ने आडवाणी से लंबी बात भी की।
उन्होंने आडवाणी को आश्वस्त किया कि भविष्य में न तो उनको दरकिनार किया जाएगा। न ही उनकी आपत्तियों को नजरंदाज किया जाएगा। राजनाथ सिंह ने यह आश्वासन दिया है कि ‘आगे से पार्टी के कामकाज व किसी भी फैसले को लेकर आडवाणी को कोई आपत्ति होगी, तो अध्यक्ष होने के नाते वह स्वयं उसका समाधान करेंगे। यह भी तय किया गया है कि भविष्य में फैसले आडवाणी की सहमति व उनकी मौजूदगी में ही लिए जाएंगे।’