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Tag: LALOO PRASAAD YAADAV

लालू ने “सारी” सत्ता भाजपा के हाथों जाती देख कर बिहार में नितीश से “आधी” बाँटने का समझौता किया

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

दुखी बिहारी भाजपाई

ओये झल्लेया देख तो क्या जमाना आ गया है|हसाडे बिहार से राज्य सभा की ओनली दो सीटों के लिए १९ जून को होने जा रहे उप चुनावों में विपरीत दिशाओं में जा रहे जे डी यूं के नितीश कुमार और आर जे डी वाले लालू प्रसाद यादव एक हो गए हैं इस पर इनकी ढिढाई तो देख लालू जी फरमा रहे हैं कि ये गठजोड़ वर्तमान में हसाड़ी भाजपा को रोकने के लिए है ,भविष्य के लिए नहीं

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी पुरानी कहावत है कि “सारी जाती देख के आधी लीजे बाँट” इसीलिए चतुर सुजाण लालू प्रसाद यादव ने सारी “सत्ता” आप जी की भाजपा के हाथों जाती देख कर बिहार में नितीश कुमार से आधी “सत्ता” बाँटने का समझौता किया |वैसे भी उम्र के इस पड़ाव में लालू की आँखों और उनकी पार्टी की लालटेन की रौशनी कम हो रही है इसीलिए कम से कम नितीश के तीरों से बचाव के लिए यह समझौता फिलवक्त अक्लमंदी साबित हो सकता है

नरेंद्र मोदी ने अपनी जीवनी को पाठ्य क्रम में शामिल किये जाने की मुहीम की हवा निकाली

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी जीवनी को पाठ्य क्रम में शामिल किये जाने की मुहीम की हवा निकाली |
१६ वीं लोक सभा में रिकॉर्ड बहुमत से आये १५ वें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना जीवन वृतांत स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल किये जाने का विरोध किया है |
गौरतलब है कि भाजपा शासित गुजरात +मध्यप्रदेश के राज्यों में नरेंद्र मोदी की सफलता को पाठ्यक्रमों में शामिल करने की मुहीम चली है| मोदी ने इस कदम का आज यह कहते हुए विरोध किया कि जीवित व्यक्तियों को स्कूल के पाठ्यक्रम का हिस्सा नहीं बनाया जाना चाहिए।
नरेंद्र मोदी के इस कदम ने उन्हें अपने विरोधियों से एक कदम और आगे खड़ा कर दिया है|मालूम हो कि पूर्व में समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव और आर जे डी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की जीवनियों से सम्बंधित खबरें आती रही है|मुलायम सिंह यादव के ७४ वें जन्म दिन पर मुलायम सिंह यादव को समर्पित मंदिर के निर्माण और समाजवादी चालीसा को बेहद चर्चा मिली थी |लालू प्रसाद यादव और उनकी धर्म पत्नी श्रीमती राबड़ी देवी को भी यही सम्मान दिया जा चूका है| इनमे से किसी भी नेता ने उस सम्मान का विरोध नहीं किया|

सुप्रीम कोर्ट के तोता प्रेम पर कांग्रेसी राजा दिग्विजय सिंह झल्लाए ,कोर्ट के लिए ही आईना ले आये

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

एक दुखी मिस्टर ब्लैक कोर्ट[वकील]

ओये झल्लेया ये कांग्रेसी राजा दिग्विजय सिंह कौन सा कीड़ा काट रहा है है ?ओये अब उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की टिपण्णी पर भी सिसायत शुरू कर दी है| कोल गेट की जांच की निगरानी करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने संदिग्ध गतिविधिओं पर सी बी आई को सरकार का तोता नहीं बनने की टिपण्णी तक कर दी इसे सी बी आई प्रमुख ने स्वीकार भी कर लिया और कहा कि हाँ सी बी आई स्वंतंत्र नहीं है|इसके अलावा इनकी सरकार के सहयोगी लालू प्रसाद यादव ने भी अपनी एतिहासिक रैली में तोता प्रेम को व्यक्त किया है लेकिन ये राजा जी सुप्रीम कोर्ट को ही हतोत्साहित करने का प्रयास करने लग गए हैं|

झल्ला

अरे श्रीमान जी दरअसल राजा दिग्विजय सिंह को अपने गृह प्रदेश से ताड़ी पार किया गया है |अपनी पार्टी में कोई महत्त्व नहीं दिया जा रहा | इनकी सलाह को नकार कर सत्ता के दो केन्द्रों के अस्तित्व को कायम रखा जा रहा है|इसीलिए बेचारे कभी कभाग ऐसी विवादित टिपण्णी दे कर अपनी मौजूदगी का अहसास करते रहते हैं और सरकार के विरुद्ध होने वाले कार्यवाही+राजनीतिक बयान या कोर्ट की टिपण्णी पर बेमांगे ही अपनी राय देकर उसे चर्चा के लिए मीडिया में उछालते रहते हैं|