(नई दिल्ली) सांसद राजेन्द्रअग्रवाल लोकसभा में प्रश्नकाल में प्रदूषित कालिंदी पर निशाना लगाने से चुके
मेरठ से भजपा सांसद #राजेन्द्रअग्रवाल ने #लोकसभा मे कालिंदी नदी के शुद्धिकरण में हो रहे विलंभ पर सवाल उठाया लेकिन प्रश्नकाल के दौरान मूलप्रश्न यमुना नदी था सो जलशक्ति राज्य मंत्री रतन लाल कठेरिया ने इसका जवाब नही दिया।इस पर बागपत से भाजपा के ही सांसद डॉ सत्यपाल सिंह ने पुनः मंत्री को घेरते हुए बताया कि यमुना संग दूसरी नदियां भी यूपी से बहती हैं। और कालिंदी को गंगा की एक सहायक नदी बताते हुए बागपत में यमुना पर प्रस्तावित/लम्बित रिवर फ्रंट से जोड़ते हुए प्रश्न उठाया।इसके उत्तर में मंत्री ने बताया कि 2022 तक कालिंदी का प्रोजेक्ट पूर्ण हो जाएगा। मंत्री की इस नासमझी पर मंत्री के पीछे बैठे मेरठ के सांसद व्यंगात्मक रूप से हंसते दिखाई दिए।इस दृश्य से भाजपा में गुटबाजी के भी संकेत दृष्टिगोचर हुए।
मालूम हो कि कालिंदी मेरठ से बहती हुई गंगा में जाकर मिलती है
मेरठ से कालिंदी(काली) नदी होकर गुजरती है जो सहारनपुर से चलती है और आगे जा कर गंगा में मिल जाती है इसीलिए यह गंगा की सहायक नदी है और यह देश की सर्वाधिक प्रदूषित नदियों में से भी है जिसके किनारों पर बसे निकट ही मेरठ के ऐसे गावँ हैं जो विषाक्त हो गए हैं, पानी की दृष्टि से जिससे हेपेटाइटिस बी और कैंसर जैसेजानलेवा रोग हो रहे हैं। इसके पानी को शुद्ध करने के लिए मार्च 2018 में नमामि गंगे योजना मंजूर हुई थी, परंतु इसका कार्य इतने धीरे से चल रहा है की नदी अभी भी प्रदूषित है।
उत्तर प्रदेश में 12 नदियां प्रदूषित स्वीकारी जा चुकी है
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