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Tag: Manish TiwARI

राजनेता आज कल अपनी पार्टी की वेब साईट के बजाय विदेशी[ट्विटर] साइट्स पर राजनीति कर रहे हैं

sushma swaaraj
[1]Those who cannot govern in crisis do not deserve to be in the Government even for a day.==हिंदी में कहा जाये तो सुषमा स्वराज ने उत्तराखंड के मुख्य मंत्री से नाकामी के लिए इस्तीफा माँगा है|
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[2]What has your state Government done ? Nothing. The living are starving. The dead are being robbed. And you are patting your back.आपकी सरकार ने क्या किया है ?कुछ नहीं |लोग भूख से मर रहे हैं|लाशों के कफ़न तक चुराए जा रहे हैं|और आप लोगअपनी पीठ थपथपा रहे हैं|
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[3] Ajay Maken‏@ajaymaken
Instead of helping in relief works in U’khand, don’t try to use this calamity as a Political Opportunity! #NoPoliticsOverCalamity
45 retweet 6 FAVORITES उत्तराखंड में राहत कार्य में सहयोग करने के बजाय आपदा कोलेकर राजनीती कि जा रही है |आपदा पर पॉलिटिक्स नही होनी चाहिए
उत्तराखंड में आई प्राकृतिक विपदा में मारे गए लोगों की[१] चिताएं अभी ठंडी नहीं हुई
+[२]हज़ारों लापता लोगों के लिए तलाश भी शुरू नही हुई
[३]विपदा ग्रस्तों के पुनर्वास के लिए नीवं त़क नही रखी गई
दूसरे शब्दों में ये दर्द अभी कम नही हुआ कि राजनीतिको ने राजनीती करने के लिए सब्र का बाँध तोड़ ही दिया और शाब्दिक बम्ब बारी शुरू कर दी है| यह इनके डी एन ऐ की देन हो सकता है लेकिन इसके लिए नेताओं ने अपनी पार्टी की वेब साईट के बजाय ट्विटर जैसे सोशल साईट को मैदान बना लिया है|कांग्रेस और भाजपा की अपनी अपनी विशाल +आकर्षक +महंगी वेब साइट्स हैं और इन पर यदा कदा कुछ अप लोड किया जाता है लेकिन ज्यादा तर दूसरी प्राइवेट वेब साईट का ही इस्तेमाल किया जाता हैं |इससे एक संभावना पैदा होती है कि क्या इन वरिष्ठ नेताओं को अपनी बात कहने के लिए अपनी पार्टी की ही वेब साईट नही मिलती या फिर घर का जोगी जोगना और बाहर का जोगी सिद्ध वाली कहावत को चरितार्थ किया जा रहा है|इस सबसे एक बात तो तय है कि पार्टीकी वेब साइट्स के बजाय दूसरों की वेब साइट्स में ही खाद पानी डाला जा रहा है|
इन ट्विट्स पर नजर डाली जाए तो भाजपा की लोक सभा में नेता श्रीमती सुषमा स्वराज ने दो ट्विट्स किये हैं और दोनों ट्विट्स में रीत्विट्स और फेवरेट की संख्या क्रमश २४९+१७९+और ११० +४९ ही हैं|इसके बाद कांग्रेस के नए बने संचार मंत्री अजय माकन के ट्विट पर यह संख्या ४५ और ६ है| सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी के लिए मीडिया उपलब्ध रहता है इसीलिए उनके ट्विटर पेज पर ताला ही लगा रहता है|

उर्दू पत्रकारों में क्षमता, निर्माण और कौशल को बढ़ावा देने के लिए आईआईएमसी करेगा पाठ्यक्रम की शुरूआत

उर्दू पत्रकारिता में आईआईएमसी [ IIMC] द्वारा लघु-अवधि पाठ्यक्रम की शुरूआत की जाएगी| भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) ने उर्दू अखबारों के श्रमजीवी पत्रकारों की दक्षता और उर्दू भाषा में मीडियाकर्मियों की क्षमताओं में वृद्धि के लिए उर्दू पत्रकारिता में लघु अवधि के पाठ्यक्रम की शुरूआत करने का निर्णय लिया है। हाल ही में संपन्न अखिल भारतीय उर्दू संपादक सम्मेलन में सूचना और प्रसारण के युवा मंत्री मनीष तिवारी द्वारा उर्दू अखबारों के पत्रकारों और संपादकों के साथ हुई विस्तारपूर्ण चर्चा के बाद इस पाठ्कयक्रम को शुरू करने का निर्णय लिया गया । चर्चा के दौरान उर्दू अखबारों के प्रतिनिधियों ने इस माध्यम में लघु अवधि पाठ्यक्रम के जरिए कौशल और क्षमता निर्माण के उपायों को शुरू करने का अनुरोध किया था जिसके फलस्वरूप सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सचिव तथा आईआईएमसी के अध्यक्ष श्री उदय कुमार वर्मा की अध्यक्षता में 26 जून 2013 को आईआईएमसी की कार्यकारी परिषद की 124वीं बैठक में उर्दू पत्रकारिता में प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया गया।
बताया गया है कि यह पाठ्यक्रम गैर आवासीय होगा और उर्दू भाषा के सभी श्रमजीवी/स्वतंत्र पत्रकार इसे कर सकेंगे। इस पाठ्यक्रम में पत्रकारिता की नवीनतम कार्यप्रणाली, तकनीक, कॉपी लेखन और टेलीविजन के लिए लेखन पर बल होगा। इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य उर्दू पत्रकारिता में कार्यरत लोगों की क्षमता निर्माण और कौशल को बढ़ाना है। संस्थान पाठ्यक्रम अवधि, पाठ्यक्रम सामग्री तथा शुल्क आदि को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है। अगले शैक्षणिक सत्र से इस पाठ्यक्रम की शुरुआत की संभावना है।

स्टालिन के निवास सी बी आई द्वारा मारे गए छापे से प्रधान मंत्री ने सरकार को अलग किया

द्रविड मुनेत्र कषगम (डीएमके) द्वारा केंद्र से समर्थन वापिस लेने के तत्काल पश्चात ही पांच साल पुराने ड्यूटी कर की चोरी के मामले में नेता एम के स्टॉलिन के चेन्नई स्थित आवास पर मारे गए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के छापे से मचे बबाल पर सफाई आनी शुरू हो गई है|
प्रधानमंत्री डाक्टर मनमोहन सिंह ने कहा है कि सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं है और वह इससे खिन्न हैं।इससे पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने भी सुबह अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है|
सीबीआई ने आज सुबह आयातित कार में टैक्स अदायगी के मामले में डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि के बेटे स्टॉलिन के घर पर छापा मारा था। डॉ. सिंह ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में सरकार की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि वह इससे खिन्न हैं और इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं हैं।उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए था। छापों का समय सबसे दुर्भाग्यपूर्ण है।
गौरतलब है कि स्टॉलिन के यहां छापों को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों ने कड़ी आलोचना की है। यहाँ तक कि भाजपा ने भी कहा है कि डीएमके के केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार से समर्थन वापस लेने के एक ही दिन बाद यह छापे यह दर्शाते हैं कि सरकार अपने फायदे के लिए सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है।

स्टालिन के निवास सी बी आई द्वारा मारे गए छापे से प्रधान मंत्री ने सरकार को अलग किया

स्टालिन के निवास सी बी आई द्वारा मारे गए छापे से प्रधान मंत्री ने सरकार को अलग किया


छापों को लेकर संसदीय कार्यमंत्री कमलनाथ+संचार मंत्री कपिल सिब्बल + सूचना प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने भी अपनी नाराजगी जताई है।
सीबीआई ने ने सफाई देते हुए गुरुवार को कहा कि ये कार्रवाई पूरी तरह से प्रक्रिया के अनुसार ही की गई है। सीबीआई ने कहा कि इसके पीछे किसी व्यक्ति विशेष को निशाना बनाने का मकसद नहीं था।राजनेताओं की ओर से इस कार्रवाई पर भारी हंगामा करने और रोष प्रकट करने के बाद सीबीआई टीम स्टालिन के आवास से चली गई और जांच एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारियों ने यहां तक कहा कि टीम का आवास के भीतर जाने का इरादा नहीं था।
सीबीआई द्वारा दर्ज शिकायत में कहा गया है कि तमिलनाडु में 33 वाहन आयात किए गए, जिनमें से कुछ वाहनों को आयात करके बेच दिया गया जो कि आयात प्रावधानों का उल्लंघन है। इससे राजकोष को 48 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।

सरकार स्थिर है और इसकी पतवार सशक्त हाथों में है: श्रीलंका के तमिलों के हितों की चिंता है

हमारी सरकार स्थिर है और सरकार की पतवार हमारे सशक्त हाथों में है ,हमारी सरकार के बहुमत को किसी भी पार्टी ने चेलेंज भी नही किया है ऐसे में हमें कोई खतरा नहीं है इसीलिए हम देश में विकास की नाव को लगातार आगे खे ते [चलाते]रहेंगे| श्रीलंका में तमिलों का ही सिर्फ अब प्रश्न है इसके लिए प्रस्ताव को ड्राफ्ट करने उसकी भाषा या कंटेंट पर आम सहमती बनाने के प्रयास किये जा रहे है|ये आत्म विश्वास आज दिल्ली में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सरकार ने व्यक्त किया| वित्त मंत्री पी चिदम्बरम+संसदीय कार्यमंत्री कमल नाथ और सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस में यह विश्वास व्यक्त किया|

सरकार स्थिर है और इसकी पतवार सशक्त हाथों में है: श्रीलंका के तमिलों के हितों की चिंता है

सरकार स्थिर है और इसकी पतवार सशक्त हाथों में है: श्रीलंका के तमिलों के हितों की चिंता है


इन तीनो वक्ताओं ने इंग्लिश +तमिल और हिंदी भाषा में मीडिया को संबोधित करते हुए बताया के कुछ दलों द्वारा प्रस्ताव के लिए कुछ सुझाव या आपत्तियां दी गई हैं उन पर चर्चा जारी है कुछ ही समय में इस पर निर्णय ले लिया जा जाएगा|
उन्होंने कहा की सरकार की कमजोरी का सवाल ही पैदा नहीं होता अभी बीते दिन ही आम आदमी के हित में बिल पास कराया है और ऐसा ही आगे भी कर लिया जाएगा| ९ सालों से लगातार घटक दलों के सहयोग से सरकार चला रहे है कभी बहुमत का प्रश्न नहीं आया अभी भी नहीं आएगा|
उन्होंने घटना क्रमका ब्यौरा देते हुए बताया कि तमिल नाडू में सत्ता रुड जयललिता की सरकार ने केंद्र को एक पत्र लिखा था जिसमे यूं एन में बनाए जा रहे प्रस्ताव में संशोधन के लिए कहा गया था कमोबेश यही मांग उनकी विरोधी डी एम् के ने भी की थी मगर बाद में करूणानिधि ने स्टेंड में थोड़ा परिवर्तन कर लिया| श्रीलंका में तमिलों के हितों के लिए स्वर्गीय इंदिरा गांधी और राजिव गांधी के समय से ही कांग्रेस के स्टेंड के विषय में सबको जानकारी है इसीलिए अब इसविषय को हल्का करने का कोई प्रयास नहीं किया जाएगा| अब केवल यूं एन के प्रस्ताव में संशोधन के लिए आम सहमती बनाने के प्रयास किये जा रहे हैं|
गौरतलब है कि ५३९ सदस्यों वाली संसद में बहुमत सिद्ध करने के लिए २७१ सांसदों की जरुरत है| डी एम् के के १८ सदस्यों को हटाने के बाद भी सरकार अल्प मत में नहीं दिखती|
कांग्रेस के =२०२
एन सी पी =०९
बी एस पी=२१
रालोद=०५
जी डी एस =०३
सपा=२२
और अन्य =२२ हैं
अज के नए घटना क्रम में सपा ने राजनीतिक पैतरें दिखाने शुरू कर दिए हैं यदि सपा अपना सपोर्ट वापिस लेते है तब कुछ चिंता की बात होगी लेकिन सरकार के आत्म विशवास को देखते हुए २०० सांसदों वाली नितीश कुमार की पार्टी के स्टेंड को समझा जा सकता है|