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प्रधानमंत्री”मोदी”के रेडियो धारावाहिक ’मन की बात’ में उठे अनेकों ज्वलंत सामाजिक मुद्दे

’[नयी दिल्ली]प्रधानमंत्री”मोदी”के रेडियो धारावाहिक ’मन की बात’ के रविवार को होंगे पूरे पचास एपिसोड |
इनमे उठे अनेकों ज्वलंत सामाजिक मुद्दे
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम ’मन की बात’ के पचास अंकों में
बालिका शिक्षा
प्रदूषण घटाने
नशीले पदार्थों के इस्तेमाल को रोकने जैसे कई मुद्दों पर अपने मन की बात रखी।
अक्टूबर, 2014 में प्रसारित इस कार्यक्रम के पहले अंक में प्रधानमंत्री मोदी ने खादी के एक उत्पाद का प्रयोग करने का आह्वाहन किया था जिसके फलस्वरूप खाड़ी ग्रामोद्योग और गरीब बुनकरों की सहायता हुई |
प्रधानमंत्री कार्यालय से शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार इस अंक के प्रसारण के बाद से खादी उत्पादों की बिक्री में 120 % की बढ़ोत्तरी हो गई।
श्रोताओं की प्रतिक्रियाओं को देखते हुये मोदी ने दिसम्बर 2014 को प्रसारित अंक में भारत को नशीले सामानों से मुक्त करने का आह्वान किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर सक्रिय लोगों से आग्रह किया कि वे इस बारे में अभियान चलाएं।
जनवरी 2015 के अंक में पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ भारतीय प्रधानमंत्री ने मिलकर लोगों को संबोधित किया।
एक अंक में प्रधानमंत्री ने बच्चों से यह भी कहा कि परीक्षा की तैयारी को वे एक उत्सव की तरह देखें।
मई 2015 के अंक में प्रधानमंत्री ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर अपनी बात कही।

मोदी ने “मन की बात” को अफगानिस्तान के साथ क्रिकेट मैच के उल्लेख से किया

[नई दिल्ली]मोदी ने अपने “मन की बात” को अफगानिस्तान और भारत के बीच हुए क्रिकेट मैच के उल्लेख से किया |प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने खिलाड़ियों के स्पोर्ट्समैन स्पिरिट की प्रशंसा करते हुए भविष्य में भी एक जुट होकर अंतरष्ट्रीय एकता के लिए प्रयास करने का आह्वाहन किया|

पीएम्”मोदी”ने१९८४सिख संहार पीड़ितों को सांत्वना दी:कांग्रेस पर गहरा प्रहार

[नई दिल्ली] प्रधान मंत्री “मोदी” ने १९८४ के जनसंहार के पीड़ित सिखों को सांत्वना दी और कांग्रेस पर गहरा प्रहार किया
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज आल इंडिया रेडियो पर अपने लोकप्रिय कार्यक्रम “मन की बात” में बोल रहे थे | पी एम् ने भारतीय बिस्मार्क के रूप में पहचान बनाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की ३१ अक्टूबर को मनाये जाने वाली जयंती का उल्लेख करते हुए सिखों की पीड़ा का भी उल्लेख किया |इसके समर्थन में पंजाब के एक सिख का ऑडियो सन्देश भी सुनाया गया |इसी संदर्भ में पी एम् मोदी ने कहा के ३१ अक्टूबर को सरदार वल्लभ है पटेल की जयंती है और महापुरुष की जयंती के दिन ही तत्कालीन प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी की जघन्य हत्या हुई थी जिसके पश्चात् देश की राजधानी में भी निर्दोष सिखों का कत्ले आम हुआ|
एक तरफ पी एम् ने वल्लभ भाई पटेल और श्रीमती इंदिरा गाँधी दोनों को याद किया लेक्किन श्रीमती इंदिरा की हत्या के पश्चात् सिख संहार पर अफ़सोस भी किया|गौरतलब हे के पंजाब इलेक्शन मोड़ में आ चूका है और सिखों को जख्मों पर मलहम इलेक्शन में वोटों में भी तब्दील हो सकता है
प्रस्तुत है प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के कुछ अंश:
“आज मेरे प्यारे देशवासियो, कल 31 अक्टूबर, इस देश के महापुरुष – भारत की एकता को ही जिन्होंने अपने जीवन का मंत्र बनाया, जी के दिखाया – ऐसे सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म-जयंती का पर्व है। 31 अक्टूबर, एक तरफ़ सरदार साहब की जयंती का पर्व है, देश की एकता का जीता-जागता महापुरुष, तो दूसरी तरफ़, श्रीमती गाँधी की पुण्यतिथि भी है। महापुरुषों को पुण्य स्मरण तो हम करते ही हैं, करना भी चाहिए। लेकिन पंजाब के एक सज्जन का फ़ोन, उनकी पीड़ा, मुझे भी छू गई: –
“प्रधानमंत्री जी, नमस्कार, सर, मैं जसदीप बोल रहा हूँ पंजाब से। सर, जैसा कि आप जानते हैं कि 31 तारीख़ को सरदार पटेल जी का जनमदिन है।
सरदार पटेल ओ शख्सियत हैं, जिनाने अपनी सारी ज़िंदगी देश नु जोड़न दी बिता दित्ती and ओ उस मुहिम विच, I think, सफ़ल भी होये, he brought everybody together. और we call it irony or we call it, एक बुरी किस्मत कहें देश की कि उसी दिन इंदिरा गाँधी जी की हत्या भी हो गई। and जैसा हम सबको पता है कि उनकी हत्या के बाद देश में कैसे events हुए। सर, मैं ये कहना चाहता था कि हम ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण जो events होते हैं, जो घटनायें होती हैं, इनको कैसे रोक सकते हैं। ”
मेरे प्यारे देशवासियो, ये पीड़ा एक व्यक्ति की नहीं है। एक सरदार, सरदार वल्लभ भाई पटेल, इतिहास इस बात का गवाह है कि चाणक्य के बाद, देश को एक करने का भगीरथ काम, सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किया। आज़ाद हिंदुस्तान को, एक झंडे के नीचे लाने का सफल प्रयास, इतना बड़ा भगीरथ काम जिस महापुरुष ने किया, उस महापुरुष को शत-शत नमन। लेकिन यह भी तो पीड़ा है कि सरदार साहब एकता के लिए जिए, एकता के लिए जूझते रहे; एकता की उनकी प्राथमिकता के कारण, कइयों की नाराज़गी के शिकार भी रहे, लेकिन एकता के मार्ग को कभी छोड़ा नहीं; लेकिन, उसी सरदार की जन्म-जयंती पर हज़ारों सरदारों को, हज़ारो सरदारों के परिवारों को श्रीमती गाँधी की हत्या के बाद मौत के घाट उतार दिया गया । एकता के लिये जीवन-भर जीने वाले उस महापुरुष के जन्मदिन पर ही और सरदार के ही जन्मदिन पर सरदारों के साथ ज़ुल्म, इतिहास का एक पन्ना, हम सब को पीड़ा देता है ।
लेकिन, इन संकटों के बीच में भी, एकता के मंत्र को ले करके आगे बढ़ना है। विविधता में एकता यही देश की ताक़त है।
सिंबॉलिक फोटो

मोदी भाप्पे के मन को अरज हसाड़ी

[नई दिल्ली]मोदी भाप्पे के मन को अरज हसाड़ी !
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज रेडियो पर राष्ट्र के साथ पुनःअपने मन की बात साँझा करने जा रहे हैं ।जिसमे हमेशा की तरह कुछ अपने मन की बात कहेंगे और कुछ वर्तमान समस्यायों के प्रति विचार भी व्यक्त करेंगे । इस अवसर पर उनका ध्यान आकर्षित कराने के लिए पूरे देश से अनेकों माध्यम से सुझाव भेजे जाते हैं।लेकिन सम्भवत समयाभाव के कारण कुछ सुझावों का ही चयन हो पाता है ।मे भी एक आशा के साथ ये सुझाव भेज रहा हूँ ।ये राज्य सरकार के कार्य छेत्र में आता है लेकिन प्रधान मंत्री से सुधारों के लिए दबाब बनाने की अपेक्षा तो की ही जा सकती है।
यूं पी में आज कल अधिकाँश कालेज प्रैक्टिकल एग्जामिनेशन मोड़ में आचुके हैं ।साईंस से लेकर बिजनेस तक की फैकल्टीज में प्रैक्टिकल कराये जाते हैं,।छात्रों को शायद स्वावलम्बी बनाने के लिए प्रैक्टिकल+प्रोजेक्ट की व्यवस्था की गई होगी मगर दुर्भाग्यवश कालेजों में रेडीमेड प्रोजेक्ट का चलन है और प्रैक्टिकल के एग्जामिनेशन में आने वाले एक्सामिनर्स के लिए गिफ्ट देने का प्रचलन है जिनकी मुट्ठी गरम करने के लिए छात्रों से ही अच्छीखासी रकम वसूली जाती है।छात्रों को डिग्री के लिए अच्छे ग्रैड मिलते हैं+कॉलेजों की रैंकिंग बढ़ती है मगर देश का भविष्य अन्धकारमय होता जा रहा है|

मोदी भापे!समाज सुधारक कवि कनक[गोल्ड]की मादकता के खतरे को उवाच गए हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां !ओये हसाडे नरेंद्र भाई दमदार दास मोदी जी ने चुनावी वायदों को अमली जामा पहनाते हुए छोटे पदों पर नौकरियों के लिए इंटरव्यू को समाप्त कर दिया और गोल्ड को बैंक में जमा करके ब्याज देने का भी “मन की बात” में एलान कर दिया |ओये मानता है न के हम जो कहते हैं करके दिखाते हैं

झल्ला

ओ मेरे चतुर सेठ जी बुजुर्गों ने फ़रमाया है के बिना गवर्नेंस के सरकार में नौकरियों की भरमार और जरुरत से अधिक गोल्ड दोनों घातक होते हैं |समाज सुधारक कवि भी सदियों पहले कनक[गोल्ड]की मादकता के खतरे को उवाच गए हैं

CVC,To Mark Vigilance Awareness Week,Will Air”Maan ki Baat”On Corruption

[New Delhi,] CVC,To Mark Vigilance Awareness Week,Will Air”Maan ki Baat” On Corruption
CVC,To Mark Vigilance Awareness Week, to Air “Maan ki Baat” on Anti-Corruption Measures
Following Prime Minister Narendra Modi’s ‘Maan ki Baat’ programme, Central Vigilance Commissioner K V Chowdary would interact with people on Monday via radio on the issue of anti-corruption.
Interviews of Chowdary and Vigilance Commissioner T M Bhasin would also be telecast on DD National during the vigilance awareness week, beginning October 26, to make people aware about the ill effects of corruption.
The Central Vigilance Commission (CVC) has been laying stress on preventive vigilance and driving home the point that vigilance should not be seen in isolation but as a tool to achieve good governance and better operational results.
Therefore, the theme for the vigilance awareness this year is ‘preventive vigilance as a tool of good governance’,
Personnel Ministry said In a Release
.”In order to convey the importance of preventive vigilance and also the message that corruption ultimately ends in a tragedy, eight short episodes, each of half-an-hour duration, have been made which would be telecast during the vigilance awareness week on Doordarshan’s DD national channel and DDK, Delhi station,”
Chowdary would be participating and taking questions from the public on the issues related to anti-corruption in the ‘Public Speak’ programme on FM Gold channel of All India Radio which would be aired live on October 26, 2015 from 9.35 PM to 10.05 PM,
File Photo
The President, Shri Pranab Mukherjee administering the oath of Office to Shri K.V. Chowdary as the Central Vigilance Commissioner,

पीएम के वार्षिक रेडियो रिपोर्ट कार्ड के अनुसार “मन की बात””साइलेंट रेवोलुशन”बनी

[नई दिल्ली]पीएम के वार्षिक रेडियो रिपोर्ट कार्ड के अनुसार “मन की बात””साइलेंट रेवोलुशन” बनी पीएम ने लोकप्रिय”मन की बात”कार्यक्रम के१वर्ष पूर्ण होने पर रेडियो रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने लोकप्रिय रेडियो कार्यक्रम के एक वर्ष पूर्ण होने पर अपना प्रभावी रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया
पी एम ने बताया के रेडियो पर की गई अपील के असर से
[१]तीस लाख परिवारों ने एलपीजी की सब्सिडी छोड़ दी है|
[२]खादी की बिक्री एक वर्ष में दोगुनी हो गई है
[३]सेल्फ़ी विद डॉटर से साइलेंट रेवोलुशन की तर्ज पर कन्यायों को गरिमा मिली है
[४]इनक्रेडिबल इंडिया की अपील पर पूरे देश में टूरिज्म महत्व की विरासतें एक नक़्शे पर आ गई है
[५]५५ हजार लोगों ने टेलीफोन कॉल करके सुझाव दिए
नरेंद्र मोदी ने बताया के
“मैंने एक दिन ऐसे ही कह दिया था कि सेल्फ़ी विद डॉटरऔर सारी दुनिया अचरज हो गयी, शायद दुनिया के सभी देशों से किसी-न-किसी ने लाखों की तादाद में सेल्फ़ी विद डॉटर और बेटी को क्या गरिमा मिल गयी। और जब वो सेल्फ़ी विद डॉटर करता था, तब अपनी बेटी का तो हौसला बुलंद करता था, लेकिन अपने भीतर भी एक कमिटमेंट पैदा करता था। जब लोग देखते थे, उनको भी लगता था कि बेटियों के प्रति उदासीनता अब छोड़नी होगी। एक साइलेंट रेवोलुशन था।
पी एम मोदी ने बताया
“भारत के टूरिज्म को ध्यान में रखते हुए मैंने ऐसे ही नागरिकों को कहा था, “इनक्रेडिबल इंडिया ”, कि भई, आप भी तो जाते हो, जो कोई अच्छी तस्वीर हो, तो भेज देना, मैं देखूंगा। यूँ ही हलकी-फुलकी बात की थी, लेकिन क्या बड़ा गज़ब हो गया! लाखों की तादाद में हिन्दुस्तान के हर कोने की ऐसी-ऐसी तस्वीरें लोगों ने भेजीं। शायद भारत सरकार के टूरिज्म ने, राज्य सरकार के टूरिज्म डिपार्टमेंट ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि हमारे पास ऐसी-ऐसी विरासतें हैं। एक प्लेटफार्म पर सब चीज़ें आयीं और सरकार का एक रुपया भी खर्च नहीं हुआ। लोगों ने काम को बढ़ा दिया।
पी एम ने खादी के विकास पर बोलते हुए कहा
मुझे ख़ुशी तो तब हुई कि पिछले अक्टूबर महीने के पहले मेरी जो पहली ‘मन की बात’ थी, तो मैंने गाँधी जयंती का उल्लेख किया था और लोगों को ऐसे ही मैंने प्रार्थना की थी कि 2 अक्टूबर महात्मा गाँधी की जयंती हम मना रहे हैं। एक समय था, खादी फॉर नेशन (Khadi for Nation). क्या समय का तकाज़ा नहीं है कि खादी फॉर फैशन (Khadi for Fashion) – और लोगों को मैंने आग्रह किया था कि आप खादी खरीदिये। थोडा बहुत कीजिये। आज मैं बड़े संतोष के साथ कहता हूँ कि पिछले एक वर्ष में करीब-करीब खादी की बिक्री डबल हुई है। अब ये कोई सरकारी विज्ञापन से नहीं हुआ है। अरबों-खरबों रूपए खर्च कर के नहीं हुआ है। जन-शक्ति का एक एहसास, एक अनुभूति।
एल पी जी पर मन की बात सुनते हुए पी एम ने कहा
एक बार मैंने ‘मन की बात’ में कहा था, गरीब के घर में चूल्हा जलता है, बच्चे रोते रहते हैं, गरीब माँ – क्या उसे gas cylinder नहीं मिलना चाहिए? और मैंने सम्पन्न लोगों से प्रार्थना की थी कि आप सब्सिडी सरेंडर नहीं कर सकते क्या? सोचिये… और मैं आज बड़े आनंद के साथ कहना चाहता हूँ कि इस देश के तीस लाख परिवारों ने गैस सिलिंडर की सब्सिडी छोड़ दी है – और ये अमीर लोग नहीं हैं। एक TV channel पर मैंने देखा था कि एक रिटायर्ड टीचर , विधवा महिला, वो क़तार में खड़ी थी सब्सिडी छोड़ने के लिए। समाज के सामान्य जन भी, मध्यम वर्ग, निम्न-मध्यम वर्ग जिनके लिए सब्सिडी छोड़ना मुश्किल काम है। लेकिन ऐसे लोगों ने छोड़ा। क्या ये साइलेंट रेवोलुशन नहीं है? क्या ये जन-शक्ति के दर्शन नहीं हैं?
इस सफलता को देखते हुए मेरा भरोसा विश्वास में पलट गया, श्रद्धा में पलट गया और इसलिये मैं आज ‘मन की बात’ के माध्यम से फिर एक बार जन-शक्ति को शत-शत वन्दन करना चाहता हूँ, नमन करना चाहता हूँ। हर छोटी बात को अपनी बना ली और देश की भलाई के लिए अपने-आप को जोड़ने का प्रयास किया। इससे बड़ा संतोष क्या हो सकता है?
‘मन की बात’ में इस बार मैंने एक नया प्रयोग करने के लिए सोचा। मैंने देश के नागरिकों से प्रार्थना की थी कि आप टेलीफोन करके अपने सवाल, अपने सुझाव दर्ज करवाइए, मैं ‘मन की बात’ में उस पर ध्यान दूँगा। मुझे ख़ुशी है कि देश में से करीब पचपन हज़ार से ज़्यादा फ़ोन कॉल्स आये। चाहे सियाचिन हो, चाहे कच्छ हो या कामरूप हो, चाहे कश्मीर हो या कन्याकुमारी हो। हिन्दुस्तान का कोई भू-भाग ऐसा नहीं होगा, जहाँ से लोगों ने फ़ोन कॉल्स न किये हों। ये अपने-आप में एक सुखद अनुभव है। सभी उम्र के लोगों ने सन्देश दिए हैं। कुछ तो सन्देश मैंने खुद ने सुनना भी पसंद किया, मुझे अच्छा लगा। बाकियों पर मेरी टीम काम कर रही है। आपने भले एक मिनट-दो मिनट लगाये होंगे, लेकिन मेरे लिए आपका फ़ोन कॉल , आपका सन्देश बहुत महत्वपूर्ण है। पूरी सरकार आपके सुझावों पर ज़रूर काम करेगी।
लेकिन एक बात मेरे लिए आश्चर्य की रही और आनंद की रही। वैसे ऐसा लगता है, जैसे चारों तरफ नेगेटिविटी है, नकारात्मकता है। लेकिन मेरा अनुभव अलग रहा। इन पचपन हज़ार लोगों ने अपने तरीके से अपनी बात बतानी थी। बे-रोकटोक था, कुछ भी कह सकते थे, लेकिन मैं हैरान हूँ, सारी बातें ऐसी ही थीं, जैसे ‘मन की बात’ की छाया में हों। पूरी तरह सकारात्मक, सुझावात्मक, सृजनात्मक – यानि देखिये देश का सामान्य नागरिक भी सकारात्मक सोच ले करके चल रहा है, ये तो कितनी बड़ी पूंजी है देश की। शायद 1%, 2% ऐसे फ़ोन हो सकते हैं जिसमें कोई गंभीर प्रकार की शिकायत का माहौल हो। वर्ना 90% से भी ज़्यादा एक ऊर्जा भरने वाली, आनंद देने वाली बातें लोगों ने कही हैं।

पीएम के”मन की बात”पर रोक लगाने की कांग्रेसी मांग को चुनाव आयोग ने ठुकराया

[नयी दिल्ली]”मन की बात”पर रोक लगाने की कांग्रेसी मांग को चुनाव आयोग ने ठुकराते हुए कहा “पूर्ण रोक लगाना संभव नहीं”
कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम ‘मन की बात’ पर रोक लागने की मांग करने के लिए चुनाव आयोग का दरवाजा खटखटाने का निर्णय किया है । आारोप है कि यह बिहार विधानसभा चुनाव की वजह से लागू आचार संहिता का उल्लंघन करता है, लेकिन निर्वाचन आयोग ने कहा कि इस पर ‘‘पूर्णत: रोक’’ नहीं लगाई जा सकती ।
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता आनंद शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम प्रधानमंत्री द्वारा राजनीतिक उद्देश्यों के लिए सार्वजनिक प्रसारक का दुरूपयोग किए जाने पर कड़ी आपत्ति व्यक्त करते हैं, जो भाजपा के मुख्य प्रचारक और चेहरा हैं ।’’ शर्मा ने कहा कि कांग्रेस और इसके गठबंधन सहयोगी दल निर्वाचन आयोग से संपर्क करेंगे क्योंकि प्रधानमंत्री अपने पद और सार्वजनिक प्रसारक का दुरूपयोग करने पर तुले हुए हैं ।
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री को ‘‘सदाशयता दिखानी’’ चाहिए थी और बिहार चुनाव के मद्देनजर रेडियो कार्यक्रम करने से बचना चाहिए था ।
चुनाव आयोग ने हालांकि कहा कि कैबिनेट की बैठकों और मन की बात कार्यक्रम पर ‘‘पूर्ण रोक’’ नहीं लगाई जा सकती और इस तरह की किसी मांग पर वह तब ही संज्ञान ले सकता है जब पाया जाए कि केैबिनेट के फैसले अथवा कार्यक्रम की सामग्री आचार संहिता का उल्लंघन करती है ।

पीएम ने१०वी “मनकीबात”में १५ अगस्त पर सम्बोधन के लिए सुझाव मांगे:दिल्ली सरकार को आईना

[नई दिल्ली]पीएम ने१०वी “मनकीबात”में १५ अगस्त पर सम्बोधन के लिए सुझाव मांगे:दिल्ली सरकार को आईना
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दसवें रेडियो सन्देश में बिना सरकारी खर्चे के गुड गवर्नेंस के लिए सुझाव मांगे और अपनी उपलब्धियों का ब्योरा भी दिया सम्भवत यह दिल्ली में सत्ता रुड “आप” पार्टी और उत्तर प्रदेश में समाजवादी सरकारों द्वारा अरबों रुपये विज्ञापनों पर खर्च किये जाने पर एक प्रभावी आघात भी है |गौरतलब है कि दिल्ली के मुख्य मंत्री अरविन्द केजरीवाल ने जनता से सुझाव मांगने और अपनी उपलब्धियों को प्रकाशित करवाने के लिए ५२६ करोड़ का भारीभरकम बजट रखा है जबकि यूं पी में अखिलेश यादव सरकार ने इसी काम के लिए ९० करोड़ रुपयों का बजट रखा है |इन्हीं कामों के लिए रेडियो पर निशुल्क प्रसारण करकेआज इन्हें आईना दिखाने का प्रयास किया गया है | बताते चलें कि अरविन्द केजरीवाल ने अपने चुनावी अभियान के दौरान मोहल्ला सभाओं के माध्यम से सुझाव लेने की बात कही थी लेकिन सरकार बनते ही अब इसी काम के लिए विज्ञापनों की झड़ी लगा दी गई है |
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रेडियो पर अपनी दसवीं “मन की बात” में जनता से आह्वाहन किया कि १५ अगस्त को दिए जाने वाले भाषण में जनता कि क्या अपेक्षाएं हैं उनसे पीएम को अवगत कराया जाये इसके लिए उन्होंने मायगोव[MyGov]+आकाशवाणी+पी एम ओ को सीधे लिखने की बात भी कही |पीएम ने बताया कि माय गोव में २ करोड़ लोग जुड़ चुके हैं जबकि ५०००० लोगों ने महत्वपूर्ण +उपयोगी सुझाव भी दिए हैं |अपने आज के प्रसारण में श्री मोदी ने लाल बहादुर शास्त्री के अमर संदेश “जय जवान और जय किसान” को अमली जाम पहनाते हुए कारगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि दी और किसानो को दलहन +तिलहन +खरीब कि अच्छी उगाई के लिए प्रशंसा का पात्र भी बताया |सड़क दुर्घटनाओं में घायल होने वालों के लिए कैशलेस्स पालिसी और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रयास किये जाने की भी जानकारी दी अंत में पी एम ने दोहराते हुए कहा
“एक प्रकार से हमारे देश में अगस्त महीना, सितम्बर महीना, त्योहारों का ही अवसर रहता है। ढेर सारे त्यौहार रहते हैं। मेरी आप सबको बहुत-बहुत शुभकामनाएं। 15 अगस्त के लिए मुझे ज़रुर सुझाव भेजिये। आपके विचार मेरे बहुत काम आयेंगे”

PM To Share His Man Ki Baat On Sunday[26 July]

[New Delhi]PM To Share His Man Ki Baat On Sunday 26 July
Prime Minister Of India Narendra Modi’s Programme On Radio “Man Ki Baat”‘Will Be Broadcast On Entire All India Radio Network On Sunday [26 July]During His Previous Broadcast PM Has Touched Many Social Causes Like Education+Farmers+Drug Menace+++
PM Modi Has Tweeted
“Looking forward to share ‘Mann Ki Baat’ this Sunday. Share your inputs and ideas for the programme. https://mygov.in/group-issue/inputs-prime-ministers-mann-ki-baat-26th-july-2015