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बसपाई महापौर की बैठक में निगम के भाजपाई और बसपाई पार्षद आपस में भिड़े

[मेरठ,यूपी]महापौर की बैठक में निगम के भाजपाई और बसपाई पार्षद आपस में भिड़े
मेरठ में सियासी रंग चढ़ने लगा ||मेरठ नगर निगम में भयपाई और बसपाई पार्षद पहले बोलने पर अड़ गए और फिर आपस में भिड़ गए|
महापौर श्रीमती सुनीता वर्मा बसपा पार्टी से संबंधित हैं इन्होने पार्षदों की बैठक आहत की |अपनी महापौर के सामने बसपा पार्षद उत्साहित ही थे लेकिन भाजपा के पार्षद भी पीछे हटने को तैयार नहीं हुए |इसीलिए दोनों पक्ष पहले बोलने पर अड़ गए|गाली गलौच हुई |जम कर नारे बाजी भी हुई|हाथापाई की नौबत भी आ गई | वन्देमातरम भारत माता की जय के नारे लगाए गए |इस घटनाक्रम से हतप्रद महापौर बैठक बीच में ही छोड़ कर सदन से निकल गई|

भाजपा ने बसपा के हाथों मेरठ के उपाध्यक्ष का पद भी गंवाया

[मेरठ,यूपी] भाजपा ने बसपा के हाथों मेरठ के उपाध्यक्ष का पद भी गंवाया
मेरठ के मेयर का पद हथियाने के पश्चात् बसपा ने आज नगर निगम के उपाध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में भाजपा को पटखनी दे दी |
आज बुधवार सुबह नगर निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष के चुनाव में बसपा गठबंधन के
इकरामुद्दीन 7 वोट पाकर कार्यकारिणी के उपाध्यक्ष चुने गए हैं जबकि उनके प्रतिद्वंदी
भाजपा के प्रत्याशी ललित नागदेव को 5 वोट मिले।

भाजपा के मेयर पर लगे भ्र्ष्टाचार के आरोप ,उसके पार्षद को जड़ा गया थप्पड़

nagar-nigam-1[मेरठ,यूपी]भाजपा के मेयर पर लगे भ्र्ष्टाचार के आरोप और उसके पार्षद को जड़ा गया थप्पड़
एक तरफ भाजपा के प्रधान मंत्री राष्ट्र में भ्र्ष्टाचार समाप्ति के लिए संसद से सड़क में जंग लड़ रहे हैं तो दूसरी तरफ उनके दल के ही मेयर पर भ्र्ष्टाचार के आरोप लगाने शुरू हो गए हैं |
मेरठ में भाजपा के मेयर हैं हरिकांत अहलूवालिया इन पर एल ई डी लाइट व्यवस्था कराने में कमीशन खाने का आरोप लगा है|इसी आरोप के चलते भाजपा के पार्षद तहसीन अंसारी के थप्पड़ जड़ा गया है|
शुक्रवार को नगर निगम की बैठक में कमीशनखोरी को लेकर जम कर हंगामा बरपाया गया |सपा और भाजपा के पार्षदों में जम कर नोंकझोंक हुई|कमीशन खोरी के आरोप को लेकर हुई गरमा गर्मी में सपा पार्षद शाहिद अब्बासी ने भाजपा पार्षद तहसीन अंसारी को भाजपा के ही मेयर हरिकांत अहलूवालिया के सामने थप्पड़ जड़ दिया |और बैठक का बहिष्कार कर गए|

मेरठ की सड़कों पर जलभराव! जलाशयों में जलसंग्रहण वाकई सराहनीय है

[मेरठ,यूपी]मेरठ की सड़कों पर जलभराव! जलाशयों में जलसंग्रहण वाकई सराहनीय है उत्तर प्रदेश में जलाशयों की स्थिति सुधरने का दावा किया जा रहा है इस दावे की पुष्ठि करने के लिए बेशकीमती सडकों पर पानी का जमाव जरुरी है| सम्भवत मेरठ की यह व्यस्तम सड़क पर जलभराव तो यही साबित कर रहा है|मेरठ शहर की यह व्यस्तम सड़क है |नगर निगम के सामने हैं |इस के रखरखाव पर अच्छा ख़ासा बजट खर्च किया जाता है इस सबके बावजूद आये दिन बिना बरसात+तूफ़ान+सुनामी के ही पानी जमा होता रहता है| पानी की बर्बादी का यह भौंडा प्रदर्शन व्यपारियों को भी कुछ मिनटों के लिए चेताता है उसके पश्चात् सब कुछ पहले जैसा चलता रहता है|
मालूम हो के मध्य क्षेत्र में
उत्तर प्रदेश,
उत्तराखंड,
मध्य प्रदेश तथा
छत्तीसगढ़ आते हैं।
इस क्षेत्र में 42.30 बीसीएम की कुल संग्रहण क्षमता वाले 12 जलाशय हैं, जो सीडब्ल्यूसी की निगरानी में हैं।
इन जलाशयों में कुल उपलब्धक संग्रहण 34.23 बीसीएम है, जो इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 81 प्रतिशत है।
पिछले वर्ष की इसी अवधि में इन जलाशयों की संग्रहण स्थिति 63 प्रतिशत थी।
पिछले दस वर्षों का औसत संग्रहण इसी अवधि में इन जलाशयों की कुल संग्रहण क्षमता का 60 प्रतिशत था।
इस तरह पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में चालू वर्ष में संग्रहण बेहतर है और यह पिछले दस वर्षों की इसी अवधि के दौरान रहे औसत संग्रहण से भी बेहतर है लेकिन ये आंकड़े साबित करने के लिए बसावट वाले इलाकों की बहुमूल्य सडकों पर जल भराव पर हर किसी को एतराज करने का हक है |प्रधान मंत्री द्वारा एक वेबसाइट के द्वारा ख़राब सडकों की शिकायत की जा सकती है लेकिन उत्तर प्रदेश में ऐसे कोई व्यवस्था नहीं है शायद इसीलिए नगर निगम के अधिकारियों की आय और संपत्ति पर नजर जरुरी है|
फोटो कैप्शन
रिक्शा वाले भैया सामने देखो वरना हो जायेगा ४० का ३६

नशे के सौदागर इस्लामुद्दीन ने नगरनिगम में जारी किये जा रहे फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्रों की पोलखोली

[मेरठ,नई दिल्ली]दिल्ली पुलिस द्वारा नशे के सौदागर इस्लामुद्दीन[६०] की गिरफ्तारी से मेरठ के नगर निगम में जारी किये जा रहे जीवन मृत्यु प्रमाण पत्रों में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल खुली|अब नगर निगम भी जाँच के दायरे में आया|
दिल्ली पुलिस ने बीते दिन इस्लामुद्दीन नामक ड्रग्स तस्कर को मय ड्रग्स के गिरफ्तार किया |दिल्ली पुलिस की गहन छान बीन से यह रहस्य उजागर हुआ के इस्लामुद्दीन ने पुलिस से बचने के लिए स्वयम को मृत घोषित किया हुआ था |जिसके लिए मेरठ के नगर निगम[म्युनिसिपल कमिटी] से मृत्यु प्रमाण प्राप्त किया गया था |३० वर्षों से ड्रग्स तस्करी में लिप्त इस्लामुद्दीन मेरठ जिले के लखीपूरा गावँ का स्थाई निवासी बताया जा रहा है| ऍनपीडीएस एक्ट के अंतर्गत इसके विरुद्ध दिल्ली में केस भी दर्ज है इसी से बचने के लिए अपराधी ने षड्यन्त्र रच कर मेरठ के नगर निगम से अपनी स्वयम की मृत्यु का प्रमाण पत्र बनवा लियाजिसके आधार पर कोर्ट में चल रहा केस बंद कर दिया गया |इस्लामुद्दीन ने अपना नाम वाहिद रख कर गाजियाबाद में निवास बना लिया |

मेयर जी!पौने तीन अरब रुपयों में तो समूचा मेरठ ही स्मार्ट बन जाना था

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

ओऐ झल्लेया! हमने जो कहा था वह कर के दिखा दिया|ओऐ सबसे बड़े प्रदेश यूं पी के ऐतिहासिक शहर मेरठ में ओनली चार सालों में ही पौने तीन अरब रुपयों से विकास करवा दियाऐसा आजतक न हुआ और न ही भविष्य में कभी होगा |ओऐ! हसाडे भाजपाई मेयर ने हरिकांत अहलूवालिया जी ने खुद खड़े होकर नालों की सफाई करवाई है और सिटी+कैंट एरिया में विकास करवाया हैJamos Jhalla

झल्ला

ओ मेरे चतुर भापा जी!आहिस्ता बोलो, विपक्षी सुन न ले|आपके सभी दावों की पोल हाई कोर्ट तक में खुल रही है
आपजी ने जो २ अरब ८२ करोड़ रुपये उड़ाए हैं ,इतने रुपयों में तो समूचा मेरठ ही स्मार्ट सिटी बन जाना था |