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Tag: Minister for minority welfare

शौहर अगर बीबी को मानसिक पीड़ा पहुंचा कर अपमानित करता है तो यह भी घरेलु हिंसा है :नई रौशनी

[मेरठ]शोभित विश्वविद्यालय में चलाये जा रहे “नयी रौशनी” के प्रशिक्षण शिविर में अल्पसंख्यक महिलाओं को परिवार नियोजन और अपने अधिकारों की महत्वपूर्ण जानकारी दी गई | स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ विनीता त्यागी ने छोटा परिवार रखने के लिए सरकारी कार्यक्रमों का लाभ उठाने का आह्वाहन किया | डॉ विनीता त्यागी ने माँ का स्वास्थय ठीक रखने के लिए बच्चों के जन्म में अंतर रखने की सलाह दी| जन्मदर नियंत्रण के लिए रासायनिक व् हार्मोनल विधियों की जानकारी दी| उन्होंने कहा कि गर्भ निरोधक गोलियों व् यंत्र यूटेराइन डिवाइस, डेपो प्रोवीरा इंजेक्शन अनचाही संतान को रोकने हेतु ९९% कारगर उपाय है|
शोभित विश्वविद्यालय के लॉ विभाग के प्रवकता ज़ीनत परवीन ने अल्पसंख्यक महिलाओं को उनके मौलिक अधिकारों के प्रति जाग्रत किया| उन्होंने कहा कि अधिकारों के प्रति जागरूक रहना आवश्यक है| दैनिक जीवन में महिलाएं घरेलु हिंसा, शारीरिक हिंसा से ग्रसित हो, अगर कोई पुरुष उनको मानसिक पीड़ा पहुंचाता है अपमानित करता है वह भी घरेलु हिंसा की श्रेणी मैं आता है| घरेलु हिंसा की शिकायत महिलाएं मजिस्ट्रेट से कर सकती है| अनैतिक व्यापार के तहत महिलाओं को बंधक बनाना अपराध है|
“नयी रौशनी” के प्रशिक्षण शिविर में नेहा त्यागी, अनुराधा कुमारी, ज़ीनत, अंशु चौधरी ने बैंक में खाता खोलने, फिक्स डिपाजिट करने के फॉर्म भरने, तथा बैंक लोन लेने के तरीके, फायदे और नुकसान के बारे में जानकारी प्रतिभागियों को दी|
इसके अलावा विश्वविद्यालय में २५ जून २०१४ से बायोलॉजिकल संकाय द्वारा “समर सर्टिफिकेट कोर्स इन बायोइन्फरमेटिक्स” भी चलाया जा रहा है | इस कार्यक्रम के द्वारा प्रतिभागियों को जैव सूचना विज्ञानं में नवीन कोसहल विकसित करने हेतु प्रशिक्षण दिया जा रहा है| २९ जून २०१४ तक चलने वाले कोर्स के माध्यम से जैविक डेटाबेस, डी एन ए अनुक्रम का विश्लेषण, जीनोमिक्स डेटा विश्लेषण, प्रोटीन मॉडलिंग क्षेत्रों में प्रशिक्षणकी व्यवस्था है विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आर पी अग्रवाल के अनुसार इस प्रकार के जैव सूचना विज्ञानं क्षेत्र में आने वाली क्रन्तिकारी परिवर्तनों से यह कार्यशाला प्रतिभागियों को अवगत कराएगी| कार्यक्रम के आयोजन में डॉ रेखा दीक्षित, डॉ जयानंद,डॉ ज्योति शर्मा, राशि अग्रवाल, आदित्य पुण्ढ़ीर, सौन्दरा राजन का विशेष योगदान रहा|

मुस्लिम वोट बैंक के प्रति कांग्रेस सरकार की नीतियों में लखनऊ से दिल्ली तक खोट निकाले जाने लगे हैं

मुस्लिम वोट बैंक के प्रति कांग्रेस सरकार की नीतियों में लखनऊ से दिल्ली तक खोट निकाले जाने लगे हैं
२०१४ में लोक सभा के चुनाव होने हैं इसीलिए अभी से कांग्रेस के पारंपरिक मुस्लिम वोट बैंक के प्रति कांग्रेस सरकार की नीतियों में लखनऊ से दिल्ली तक खोट निकाले जाने लगे हैं| शुरुआत हज यात्रा से की जा रहे है|
उत्तर प्रदेश के काबिना मंत्री आजम खान ने हज कोटे में कटौती को लेकर केंद्र और हज कमेटी आफ इंडिया को चेतावनी दे डाली है| बीते दिन भाजपा के उभरते मुस्लिम चेहरा मुख्तार अब्बास नकवी ने भी दिल्ली में अल्पसंख्यकों के एक जलसे में हज+वक्फ+शिक्षा+ को लेकर कांग्रेस की आलोचना की और भाजपा द्वारा एक विजन डॉक्यूमेंट लाने का आश्वासन दिया है |
: उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री एवं राज्य हज समिति के अध्यक्ष मोहम्मद आजम खां ने कहा है कि अगर हज कोटे में २०% कटौती के बाद मुस्लिमो के गुस्से में उबाल आया और कोई अप्रिय स्थिति हुई तो उसके लिए केन्द्र और हज कमेटी आफ इंडिया ही जिम्मेदार होगी।
रविवार को जारी बयान में जनाब आजम खां ने कहा कि हज कमेटी आफ इंडिया को ही अब ये सुनिश्चित करना होगा कि सऊदी अरब हुकूमत द्वारा हज यात्रियों के कोटे में बीस प्रतिशत की जो कटौती की गई है उसका असर उत्तर प्रदेश के कोटे में नही हो| उन्होंने कहा कि हज यात्रियों के कोटे को 20 % कम करने से हज यात्रियों की एक बड़ी संख्या अपनी किसी गलती के बिना हज करने से वंचित रह जायेगी, जबकि हज यात्रा के संबंध में ये लोग अपनी सभी औपचारिकताएं पूरी कर चुके हैं। सभी चयनित हज यात्री पहली किस्त में 76 हजार रुपये की अग्रिम धनराशि भी हज कमेटी आफ इंडिया के खाते में जमा कर चुके हैं।
राज्य के मंत्री ने आरोप लगाया है कि हज कमेटी आफ इंडिया यूपी फैमिली ग्रुप में हज यात्रा पर जाने वाले यात्रियों में से एक दो लोगों को कम कर रही है यह निहायत बदसुलूकी और आपत्तिजनक है।
अरब देशों से जारी दिशा निर्देशों के अनुसार इस पवित्र यात्रा को सुरक्षित बनाये रखने के लिए कुछ दिशा निर्देश जारी किये गए हैं इनमे से वहां के नियमों का पालन करना+ सीमितऔर सुरक्षित सामान लाने से से लेकर हज कोटे में २०% की कटौती भी की गई है|अब उत्तर प्रदेश से समाज वादी पार्टी के अल्प संख्यक कल्याण मंत्री आजम खान का अपने वोट बैंक के प्रति चिंतित होना स्वाभाविक ही है|
फाइल फोटो