(नयी दिल्ली)किसान आंदोलन सिर्फ एक राज्य का मसला: बताते भी नही समस्या क्या है :कृषिमंत्री तोमर
केंद्रीय कृषि एवं कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को राज्यसभा में नए कृषि कानूनों का बचाव करते हुए इन्हें किसानों के जीवन में क्रातिकारी बदलाव लाने वाला करार दिया। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि नए कानूनों को लेकर लोगों को बरगलाया जा रहा है और मौजूदा आंदोलन सिर्फ एक राज्य का मामला है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार किसानों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं और नए कानूनों का मकसद किसानों की आय में वृद्धि करना है।
तोमर ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को एक राज्य का मसला बताया और कहा कि नए कानूनों में ऐसे कोई प्रावधान नहीं हैं जिनसे किसानों की जमीन छिन जाने का खतरा हो।
तोमर ने राज्यसभा में राष्ट्रपति अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर हुयी चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि विपक्षी नेता नए कानूनों को काला कानून बता रहे हैं लेकिन वे यह नहीं बता रहे हैं कि इसमें गड़बड़ी क्या है।
कृषि मंत्री ने कहा कि वह पिछले दो महीनों से किसान यूनियनों से सवाल कर रहे हैं कि वे बताएं कि कानून में ‘काला’ क्या है?
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किसान आंदोलन सिर्फ एक राज्य का मसला: बताते भी नही समस्या क्या है : तोमर
चंडीगढ की सुखना झील में एवियन इन्फ्लुएंजा को लेकर केंद्र सरकार भी हरकत में आई
चंडीगढ की सुखना झील में एवियन इन्फ्लुएंजा को लेकर केंद्र सरकार भी हरकत में आई |एनआईएचएसएडी ने एक नमूने में एच5एन1 एआईवी सकारात्मक होने की पुष्टि कर दी है| कृषि मंत्रालय के अनुसार नियंत्रण संबंधी गतिविधियां शुरू की जा चुकी हैं।
पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन विभाग के हवाले से कृषि मंत्रालय ने सूचित किया है कि 14 दिसम्बर, 2014 को नॉर्दर्न रीजन डिजीज डायग्नोस्टिक लैबोरेट्री (एनआरडीडीएल), जालंधर के संयुक्त निदेशक डॉ. वी एम वाधवन ने सुखना झील की मृत बत्तखों के बारे में जानकारी दी है कि एनआरडीडीएल द्वारा किए गए त्वरित परीक्षणों में बत्तखों में एवियन इन्फ्लुएंजा के लक्षण नहीं मिले। हालांकि एक मृत बत्तख का नमूना आगे के परीक्षण और पुष्टि के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीजिज (एनआईएचएसएडी) भोपाल भेजा गया। 16 दिसम्बर को एनआईएचएसएडी ने उस नमूने में एच5एन1 एआईवी सकारात्मक होने की पुष्टि की।
16 दिसम्बर, 2014 को डॉ. वाधवन ने वन संरक्षक, चंडीगढ़ और नोडल अधिकारी, पशुपालन विभाग, चंडीगढ प्रशासन और चतबीर चिडियाघर, चंडीगढ के वरिष्ठ पशु चिकित्सक के साथ सुखना झील का दौरा करने के बाद रिपोर्ट दाखिल की। वन सरंक्षक को स्थिति की जानकारी दे दी गई है और उन्हें एवियन इन्फ्लुएंजा से निपटने के लिए कार्ययोजना के अनुसार तैयार रहने को कहा गया है।
यह झील चंडीगढ के वन विभाग के अंतर्गत आती है इसलिए वन संरक्षक सह प्रमुख वन्य जीव वार्डन, वन विभाग, चंडीगढ प्रशासन को मौके पर नियंत्रण संबंधी कार्रवाई करने के लिए आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। पशुपालन विभाग, चंडीगढ प्रशासन के निदेशक और एनआरडीडीएल, जालंधर के संयुक्त निदेशक से इस कार्य में तकनीकी सहायता देने का अनुरोध किया गया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय से भी सहायता देने का अनुरोध किया गया है।
मौके पर नियंत्रण संबंधी गतिविधियां शुरू की जा चुकी हैं।
इसके अलावा केरल की एक 40 वर्षीय महिला की आज स्वाइन फ्लू से मृत्यु हो गई। उसका एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा था।
इनकी जांच में एच1एन1 विषाणु :स्वाइन फ्लू: का नतीजा सकारात्मक आया था
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