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हज यात्रा का प्रबन्ध अब सुषमा के बजाय नकवी कराएँगे

[नयी दिल्ली] हज यात्रा का प्रबन्ध अब सुषमा के बजाय नकवी कराएँगे
हज यात्रा अब विदेश मंत्रालय के दायरे से बाहर हो गई है
हज यात्रा का प्रबंधन अब विदेश मंत्रालय की जगह अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय संभालेगा।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस संबंध में नये नियमों को मंजूरी दे दी है।
कैबिनेट सचिवालय द्वारा जारी नये नियमों में कहा गया कि हज समिति कानून 1959 के प्रशासन तथा इसके तहत नियमों सहित हज यात्रा का प्रबंधन अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के तहत होगा।
इससे पहले हज समिति कानून के प्रशासन की देखभाल विदेश मंत्रालय करता था
फाइल फोटो

राम राज्य की दूरदर्शी कल्पना आज प्रासंगिक है:अंतर्राष्ट्रीय रामलीला मेले में पीएम

[नई दिल्ली]राम राज्य की दूरदर्शी कल्पना आज प्रासंगिक है:पीएम
पहले अंतर्राष्ट्रीय रामायण मेले में बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय टेलीविजन पर धारावाहिक रामायण की कथा ने हर उम्र और हर जगह के लोगों को सफलता पूर्वक जोड़ा। प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली स्थित फिक्की ऑडिटोरियम में पहले अंतर्राष्ट्रीय रामायण मेले के उद्घाटन के बाद बोलते हुए कहा कि रामायण में अभय और निर्भय के साथ महिला के सम्मान की रक्षा भाव प्रेरणा देता है |जटायु के चरित्र का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि रामायण की कथा महिलाओं के सम्मान का संदेश देती है।प्रधानमंत्री ने कहा कि राम राज्य की कल्पना एक दूरदर्शिता थी जो आज प्रासंगिक हैःप्रधानमंत्री ने कहा कि रामायण एक आदर्श समाज के प्रत्येक पहलू को विवेक प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि अंतर्ऱाष्ट्रीय रामायण मेला छोटे कस्बों को भारत के शहरों से जोड़ने के लिए एक सकारात्मक शुरुआत है
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आज कहा कि समय आ गया है जब हमें विदेश मामलों और विदेश संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यनीति के रुप में साफ्ट पावर की संभावना को समझना होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में विदेशी मामलों में साफ्ट पावर बहुत तेजी से महत्वपूर्ण होती जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत को दुनिया के देशों के साथ संबंध स्थापित करते समय अपनी महान परंपराओं और संस्कृति को गहराई, अधिक व्यक्तिगत और अधिक शक्तिशाली तरीके से महत्व देना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जिन देशों की संस्कृति में गौतम बुद्ध, राम और रामायण हैं उनके भारत के साथ संबंध हैं जिनसे कूटनीतिक संबंध आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा कि साफ्ट पावर के क्षेत्र में भारत के पास दुनिया के सामने पेश करने के लिए बहुत कुछ है।
पी एम ने रामायण कि विशेषताओं को उजागर करते हुए बताया कि
[१] इसमें आज के स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है। “अल्पमृत्यु नहिं कवनिउ पीरा। सब सुंदर सब बिरुज सरीरा।।” यानी कोई समय से पहले नहीं मरता, सभी शारीरिक दृष्टि से स्वस्थ और मजबूत हैं।
[२]इसमें सामाजिक सौहार्द का संदेश है। “सब नर करहिं परस्पर प्रीती। चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीती।।” यानी सभी के बीच सामाजिक सौहार्द और आपसी विश्वास तथा प्रेम का माहौल है। सभी अपने धर्म और जिम्मेदारियों का पालन कर रहे हैं।
[३]नागरिकों के आचरण पर इसमें कहा गया है। “सब उदार सब पर उपकारी। बिप्र चरन सेवक नर नारी।।” यानी सभी उदार और दानी। सभी पुरुष और महिलाएं दूसरों की सेवा में हैं।
[४]सामाजिक आचरण के बारे में इसमे कहा गया है। “बयरु न कर काहू सन कोई। राम प्रताप विषमता खोई।।” यानी राम के प्रताप से सभी विषमताएं और मदभेद कम हो गए हैं और कोई भी वैमनस्य में शामिल नहीं है।
इस अवसर पर विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज +नजमा हेपतुल्ला आदि भी मौजूद थी।
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi witnessing the cultural programme at the first International Ramayan Mela, in New Delhi on February 23, 2015.
The Union Minister for External Affairs and Overseas Indian Affairs, Smt. Sushma Swaraj, the Union Minister for Minority Affairs, Dr. Najma A. Heptulla and other dignitaries are also seen.