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दादरी में गोमांस की अफवाह पर हुई हत्या पर भी सियासी तीरंदाजी शुरू

[दादरी, नयी दिल्ली,लखनऊ]दादरी में गोमांस की अफवाह पर हुई हत्या पर भी सियासी तीरंदाजी शुरू गोमांस की अफवाह पर दादरी में हुई एक हत्या पर भी सियासत गरमा गई है|भाजपा+सपा+बसपा+आप पार्टी अपने अपने तरकश से तीर चलाने लग गए हैं| गौरतलब है के उत्तरप्रदेश में गोहत्या पर प्रतिबंध है।केंद्र ने भी यूं पी सरकार से इस पर रिपोर्ट तलब कर ली है |
गोमांस खाने की अफवाह के बाद 50 वर्षीय एक व्यक्ति की भीड़ द्वारा पीट..पीटकर हत्या किये जाने का समाचार आया है जिसे लेकर उपजे तनाव के बीच केंद्रीय राज्यमंत्री महेश शर्मा ने आज इस घटना को ‘‘एक हादसा’’ करार देते हुए सांप्रदायिक रंग न देने की ताकीद की। हालांकि इस घटना को लेकर भाजपा और सत्तारूढ़ सपा के बीच आरोप..प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया।
पुलिस द्वारा सुरक्षा कड़ी किए जाने के बीच इखलाक के हताश परिजन ने कहा कि और हमले की आशंका को देखते हुए वे उत्तरप्रदेश के ग्रेटर नोएडा के इस गांव को छोड़कर जाने की योजना बना रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री शर्मा ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘इसे :घटना: सांप्रदायिक रंग दिए बगैर एक हादसा समझा जाना चाहिए। मेरा मानना है कि किसी गलतफहमी से यह घटना हुई और जो भी जिम्मेदार हो उसके खिलाफ कानून को सच्चाई से काम करना चाहिए।’’ परिवार के लोगों के गोमांस खाने की अफवाह के बाद सोमवार की रात को 200 लोगों की भीड़ ने इखलाक के घर पर हमला किया और पीट..पीटकर उसकी हत्या कर दी। इस दौरान इखलाक का 22 वर्षीय पुत्र दानिश गंभीर रूप से जख्मी हो गया।
इलाके में तनाव के बीच सत्तारूढ़ पार्टी ने इखलाक की हत्या के लिए भाजपा पर प्रहार करते हुए 2017 विधानसभा चुनावों से पहले इस पर जानबूझकर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया ताकि मतदाताओं का ध्रुवीकरण किया जा सके।
राज्य के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने कहा, ‘‘उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा बड़े पैमाने पर हिंसा भड़का रही है। मुजफ्फरनगर हिंसा के बाद इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति हो रही है।’’
सपा नेता के आरोपों पर प्रतिक्रिया जताते हुए भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य में ‘‘जंगलराज’’ के लिए उत्तरप्रदेश सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा, ‘‘उत्तरप्रदेश में जंगलराज है और अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए सरकार पेशेवर अपराधियों और माफिया को शह देती है। राज्य में पूरी तरह अराजकता है
“आप” ने दादरी की इस जघन्य हत्या पर शर्मा को बख्रास्त करने की मांग की है
आप: पार्टी ने आरोप लगाया कि यह घटना साल 2013 के मुजफ्फरनगर दंगों की तरह भाजपा की ‘सांप्रदायिक साजिश’ का हिस्सा है।
आशुतोष ने दिल्ली के निकट दादरी इलाके में कथित तौर पर गौमांस खाने को लेकर 50 साल इखलाख की हत्या किए जाने की घटना को दुखद करार देते हुए कहा कि यह ‘देश को तोड़ने’ के लिए भाजपा द्वारा रची गई ‘साजिश’ का हिस्सा है।
’’ आशुतोष ने कहा, ‘‘अब, भाजपा इसको राजनीतिक रंग दे रही है और स्थानीय भाजपा विधायक इसे उचित ठहरा रहे हैं और पंचायत बुला रहे हैं। भाजपा और समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश मिलकर खेल रहे हैं।’’ आप नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिलिकन वैली में एक तरह की छवि पेश कर रहे थे और दूसरी तरफ राष्ट्रीय राजधानी से कुछ किलोमीटर पर जघन्य अपराध हो रहा था।
आप प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता अपराधियों को छुड़ाने के लिए जांच अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब हमारे यहां इस पर राजनीति होगी कि कोई क्या खाता है।’’
उधर लखनऊ से बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के अराजक एवं अपराधी तत्वों से ज्यादा प्रदेश की सपा सरकार दोषी है।
मायावती ने एक बयान में कहा, ‘‘दादरी की दर्दनाक घटना के लिए आरएसएस और भाजपा के अराजक और आपराधिक तत्वों से ज्यादा उत्तर प्रदेश की सपा सरकार दोषी है .. पुलिस की विफलता के साथ साथ प्रदेश में बदतर कानून व्यवस्था की स्थिति की दूसरी मिसाल और क्या हो सकती है।’’ उन्होंने कहा कि दादरी ही नहीं बल्कि संपूर्ण प्रदेश में ऐसे सांप्रदायिक मुस्लिम विरोधी अराजक और अपराधी तत्व सक्रिय होकर माहौल को खराब करने में लगे हुए हैं मगर प्रदेश सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने की कौन कहे, नरम रूख अपनाती दिखती है।
मायावती ने आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘अखिलेश यादव सरकार ना तो खुद कार्रवाई करती है और ना ही स्थानीय स्तर पर सिविल और पुलिस अधिकारियों को अपने दायित्वों का सही ढंग से निर्वहन करने दे रही है। इसका खास कारण यह है कि प्रदेश की सपा सरकार का यह मानना है कि अराजकता, दंगा फसाद, बलात्कार और हत्याओं के माहौल में ही वह जिन्दा रह सकती है। कानून व्यवस्था और शांति का माहौल उसे कतई पसंद नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि इस घटना ने सपा तथा भाजपा एवं संघ की आपसी मिलीभगत के साथ साथ वर्तमान अखिलेश सरकार की लचर और बेलगाम कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि हर जघन्य घटना को रूपये में तौलना अखिलेश सरकार की खास खराब आदत बन गयी है क्योंकि उसे लगता है कि पीडितों की न्याय की अभिलाषा को रूपये में तौला खरीदा जा सकता है। यह एक सामंती एवं अमानवीय मानसिकता है और बसपा इसकी कड़े शब्दों में निन्दा करती है