Ad

Tag: NationalCivilAviationPolicy

अंतर्राष्ट्रीय वायुसेवा को २० विमानों की शर्त रहेगी लागू:इसके पीछे भी है कोई कमाई ?

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

वो मारा पापड़ वाले को!ओऐ झल्लेया हमजी की सरकर ने जो कहा था वह करके दिखा दिया |ओऐ अब विदेह यात्रा के लिए केवल इंडिगो या जेट एयरवेज जैसों का मुंह नहीं देखना पडेगा |अब वह पुराने गले ५/२० वाले नियम को बदल दिया गया है |अब तो एयरलाइन्स को अंतर्राष्ट्रीय सेवा के लिए पांच साल तक इंतजार नहीं करना पडेगा |

झल्ला

ओ मेरे चतुर सेठ जी! अंतर्राष्ट्रीय सेवा के लिए अभी भी २० विमानों की शर्त थोपी हुई है |अब सारे एयरलाइन्स वाले गो एयर जैसे नहीं होते|गो एयर ने आपकी बख्शीस के भरोसे रहने के बजाय २० प्लेन खरीद लिए|गो एयर के इस कदम से इंडिगो शेयर्स के भाव क्या गिरे आप ने उसे सहारा देते हुए २० विमानों वाली शर्त थोपी रहने दी|प्रॉफिट मेकिंग एयरलाइन्स के शेयर इसीबात पर सवा पर्सेंट बढ़ गए |क्या इसके पीछे भी है कोई कमाई ???

भारतीय एयर लाइन्स संघ ने विदेशी और नए एयरलाइन्स के बराबर दर्जा मांगा

[नई दिल्ली] भारतीय एयर लाइन्स संघ ने केंद्र सरकार को ज्ञापन देकर विदेशी और नए एयरलाइन्स के बराबर दर्जा मांगा |
भारतीय एयरलाइंस संघ के एयरलाइंस ऑपरेटरों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पूर्वोत्‍तर क्षेत्र विकास के केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेन्‍द्र सिंह को एक ज्ञापन दिया जिसमे संघ ने सरकार से अपनी राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति को अंतिम रूप देने के दौरान उनकी कुछ चिंताओं के बारे में सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की | इस नीति को उड्ययन मंत्रालय तैयार करने वाला है। संघ ने कहा कि यह आवश्‍यक है कि उनके साथ भेदभाव न होने दिया जाए और विदेशी और नए एयरलाइंस के बराबर उन्‍हें भी रखकर देखा जाए।
प्रतिनिधिमंडल में इंडिगो अध्‍यक्ष आदित्‍य घोष+जेट एयरवेज के वरिष्‍ठ उपाध्‍यक्ष डॉ. नारायण हरिहरन+स्पाइस जेट के मुख्य प्रबंध निदेशक अजब सिंह और गो एयरलाइन के प्रबंध निदेशक जे वाडिया शामिल थे |