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Tag: natural calamity in uttraakhand

Ministry of New and Renewable Energy sanctioned 20,000 solar lanterns for flood affected areas of Uttarakhand.

The Ministry of New and Renewable Energy has sanctioned central financial assistance of Rs. 4.4 crores for the distribution of 20,000 solar lanterns to the people in the flood affected areas of Uttarakhand.
The Ministry will be meeting the full cost of solar lanterns to be distributed. Each lantern costs approximately Rs. 2200. This project will be implemented by the Uttarakhand Renewable Energy Development Agency, Dehradun.
Union Minister for New & Renewable Energy, Dr. Farooq Abdullah received request from the Government of Uttarakhand for Solar Lanterns and issued its in principle, approval for the same, immediately.
These solar lanterns would provide lights in the far-flung and badly affected areas which have been totally cut-off from the grid and where the extension/repair of grid lines would take several months. These would help the villagers to not only complete their normal works after dusk but also keep off wild animals from their habitat.
The Ministry has been meeting 100% funding for distribution of solar lanterns to the natural calamity/ disaster affected people in different parts of the country. The Ministry had earlier provided for the full cost for 14000 solar lanterns for Aila affected people in West Bengal during 2009-10; 1000 solar lanterns in Leh during 2010-11 to people of flash flood affected areas and 14,900 solar lanterns in Sikkim during 2011-12 to the earth quake affected people.

कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में पिछले १८ महीनों में २८ साम्प्रदाईक दंगों का हिसाब माँगा

कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में पिछले १८ महीनों में २८ साम्प्रदाईक दंगों का हिसाब मांग लिया है |मेरठ में आयोजित कांग्रेस अल्प संख्यक जोनवार मीटिंग में यह मुद्दा उठाया गया|
शर्मा मेमोरियल हाल में इन बिन्दुओं पर चर्चा की गई और कार्यवाही की मांग उठाई गई|
[१] सम्मलेन उ प्र में पिछले डेड़ वर्ष में २८ से ज्यादा हुए साम्प्रदाईक दंगों की कड़ी निंदा की गई औरपीड़ितों के लिए आर्थिक सहायता के साथ ही निर्दोष फंसे मुस्लिम समुदाय के नौजवानों पर लगे मुकद्दमे वापिस लिए जाने की मांग की गई|
[२] प्रत्येक थाने में २ मुस्लिम वर्ग के के अलावा आबादी के हिसाब से अधिकारीयों की तैनाती की जाए
[३] अल्पसंख्यक हितों के लिए बनाय गए आयोग+समितियों को तत्काल क्रियान्वित किया जाए
[४] बंद की गई पशु वद्ध शालाएं [कमेले] तुरंत खोली जाएँ
[५] फ़ास्ट ट्रेक कोर्ट बने
[६]उर्दू को राज्य में आवश्यक भाषा बनाया जाये
[७] विद्युत मूल्यों में बढोत्तरी को वापिस लिया जाए
[८]उत्तराखंड में आई विपदा में मारे गए लोगों को श्रधान्जली भी दी गई \
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता रशीद अल्वी+युसूफ कुरैशी+मारुफ़ खान आदि उपस्थित थे

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने उत्तराखंड और दिल्ली में किये जा रहे राहत कार्यों का ब्यौरा दिया

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा उत्तराखंड के विपदाग्रस्तों की सहायतार्थ चलाये जा रहे युद्ध स्तरीय राहत और बचाव कार्यों की जानकरी दी|
कमेटी के प्रधान मंजीत सिंह [जी के ]ने एक प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी देते हुए बताया के सिख धर्म के बुनियादी सिद्धांत ,

बुरे समय में बिना भेद भाव के मानवता की सेवा

, के अनुरूप १९ जून से ऋषिकेश+जोशी मठ+गौचर+बद्री नाथ+गोबिंद घाट+आदि में लंगर+स्वास्थ्य शिविर लगाए गए| १५० सवयम सेवकों की १५ ट्रक राशन+७ हवाई जहाज में लगभग ७० टन खाद्य सामग्री भेजी गई| ढाई से तीन हजार यात्रिओं को ३७ सूमो /इनोवा वाहन द्वारा ऋषि केश पहुँचाया गया वहां से ५१ बसों में यात्रियों को उनके गंतव्य स्थलों तक पहुँचाया गया|
दूसरे प्रदेश के लोगों को रात बितान एके लिए गुरुद्वारा रकाब गंज में व्यवस्था की गई और दूसरे दिन उन्हें आर्थिक सहायता दी और टिकट कटा कर ट्रेन से उनके प्रदेश भिजवाया गया|इस दौरान उल्लेखनीय है के कमेटी के स्वयम सेवकों ने गोबिंद घाट के १० किलोमीटर की दुर्गम मार्गों पर पैदल ही सामान ढोया|और यात्रियों को कंधों पर बैठा कर बाहर निकाला |गुरुद्वारे की धार्मिक साहित्य और वस्तुओं को जोशी मठ के गुरुद्वारे पहुंचाया गया|मार्ग में फंसे लगभग ३०० वाहनों के ड्राईवरों को खाना मुहैय्या करवाया गया|
मंजीत सिंह ने दिल्ली में किये जा रहे कार्यों का भी ब्यौरा दिया उन्होंने बताया के दिल्ली सरकार के आग्रह पर पिछले छह दिनों में ४०००० लोगों के लिए लंगर की व्यवस्था की जा चुकी है|
इस अवसर पर सेवा करने में जुटे बीबी मंदीप कौर+मंजीत सिंह+जगजीवन सिंह+सतबीर सिंह+समर दीप सिंह+जसविंदर सिंह+इंदरजीत सिंह+गुरलाड सिंह+कुलदीप सिंह भोगल आदि के योगदान की विशेष रूप से प्रशंसा की गई|
इस प्रेस कांफ्रेंस में रविन्द्र सिंह खुराना+तन्वन्त सिंह+हरमीत सिंह कालका+अवतार सिंह हित+ओंकार सिंह थापर+परमजीत सिंह चंडोक+कुल मोहन सिंह+कुलदीप सिंह साहनी+कप्तान इंद्रा प्रीत सिंह+अमरजीत सिंह+कुलवंत सिंह बाठ+गुरमीत सिंह+हरविंदर सिंह+विक्रम सिंह+परमिंदर सिंह आदि उपस्थित थे|

सिख पंथ के सेवा सिद्धांतों का पालन करते हुए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने उत्तराखंड में तीन जहाज भी लगाए

सिख पंथ के सिद्धांतों का पालन करते हुए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने उत्तराखंड में विपदाग्रस्तों की सहायतार्थ युद्ध स्तर पर मानवीय सेवायें की जा रही है|इन्होने सेवा के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ते हुए हेलीकाप्टर और हवाई जहाज भी बचाव कार्यों में लगाए हैं|बसों द्वारा पीड़ितों को उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है|अभी तक १० बसों में यात्रियों को वापिस लाया जा चुका है|
कमेटी के प्रधान मंजीत सिंह [जी के]अपनी पूरी टीम के साथ पांच राहत शिविर चला रहे हैं|संयुक्त सचिव हरमीत सिंह कालका ने बताया कि जोशी मठ+श्रीनगर[उत्तराखंड]+गौचर+गोबिंद घाट+ऋषिकेश में शिविर लगाए गए हैं|इन शिविरों में जहां लंगर चलाये जा रहे हैं वहीं दवाएं और आर्थिक सहायता देकर पीड़ितों को उनके घरों तक पहुंचाया जा रहा है|यहाँ तक कि दूसरे शिविरों में फंसे लोगों को ला कर उनके गंतव्य स्थल पर छोड़ा जा रहा है| तीन जहाज +दो ट्रक+इक्कीस बसें लगाई गई है|बीबी मंदीप कौर बक्षी[प्रधान स्त्री अकाली दल] +समर्देप सिंह सन्नी+जसप्रीत सिंह विक्की मान+ परमिंदर सिंह मंजीत सिंह+जगजीवन सिंह+ कुलदीप सिंह भोगल+जतिंदर सिंह[पार्षद]अवतार सिंह कोहली+आदि अनेकों सेवा कार्यों में लगे हुए हैं|

उत्तराखंड में सिविल राहत राशि और सेना के खर्चे का आडिट भी करा लेना चाहिए

उत्तराखंड में आई प्राकृतिक आपदा से हुई जान माल की भारी हानि को लेकर बढ रहे ग्राफ में इस सप्ताहांत तक कोई स्थिरता नही आ पाई है | आने वाले दो तीन दिनों में वर्षा का अनुमान लगाया जा रहा है जिससे भयावहता के बढने की आशंका जताई जाने लगी है| भारतीय सेनाओं और आम जनता द्वारा राहत कार्य जारी हैं लेकिन राजनितिक दलों में हमेशा की तरह इस विपदा पर भी राजनीति शुरू हो गई है|
विपक्ष इस आपदा की विभीषिका को देखते हुए इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित किये जाने की मांग करने लगा है तो सत्ता रुड सरकारें इससे बचती दिख रही है|इसके बावजूद भी केंद्र सरकार ने एक हज़ार करोड़ रुपयों की सहायता का एलान किया है जिसमे से १४५ करोड़ रुपये रिलीज भी किये जा चुके हैं| कांग्रेस अध्यक्षा श्री मति सोनिया गांधी ने अपनी पार्टी के एम् पी और एम् एल ऐ को एक महीने का वेतन दान करने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं|दूसरे प्रदेशों के सिख सगत +विपक्षी एम् एल ऐ+राहत भेजने लगे हैं यहाँ तक कि गुजरात के बहु चर्चित मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी देहरादून का दौरा करके गुजराती तीर्थ यात्रियों को बाहर निकालने में दिलचस्पी दिखाई है|कांग्रेस और भाजपा के विधायकों ने एक माह का वेतन दान करने की घोषणा की है|
आज न्यूज चैनलों ने एक चौंकाने वाला समाचार दिया है जिसके अनुसार स्थानीय प्रशासन ने सेना के हेलीकाप्टरों को तेल [ ऐ टी ऍफ़ ]देने से मना कर दिया है|
चैनलों पर लगातार दिखाया जा रहा है कि राहत कार्यों के तमाम दावे केवल हवाई ही साबित हो रहे हैं| अब यह स्वाभाविक सवाल पैदा उठता है कि सहायता राशि कहाँ जा रही है ? इस के मद्दे नजर यह कहना अभी जल्द बाजी कहा जा सकता है मगर पुराने अनुभवों को देखते हुए जरुरी जरुरी है कि सहायता राशि का साथ साथ आडिट भी कराया जाना चाहिए| स्वयम प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने मनरेगा के एक कार्यक्र में मंत्री जय राम रमेश को सलाह देते हुए कहा था कि देखा गया है कि कई वर्षों के बाद आडिट में गड़े मुर्दे खुलते हैं ऐसे में हाथो हाथ आडिट करा लिया जाना चाहिए| उसी भावना के अंतर्गत अब इस राहत राशि का भी आडिट करा लिया जाना जरुरी है|
इसके अलावा यह भी देखा गया है कि सेना जब भी ऐड टू सिविल पॉवर में लगाई जाती है तो उसका खर्चा स्टेट को डेबिट किया जाता है |और उस खर्चे के आडिट का भी वोही हाल होता है जो सिविल में आडिट का होता है|इसीलिए सेना के खर्चे का भी आंतरिक और बाह्य आडिट करा लिया जाना चाहिए|
चूंकि आज कल इस विपदा को मानव निर्मित बता कर इसकी जांच कि मांग भी की जाने लगी है ऐसे में कोई शक नही कि मात्र एक वर्ष बाद होने वाले चुनावों में इसे मुद्दा बनाया जा सकता है इसीलिए अभी समय रहते दूध का दूध और पानी का पानी करलेना ही उचित होगा|इससे सरकार शासन का अस्तित्व दिखाई देगा| और समय रहते भ्रष्टाचार को हतोत्साहित किया जा सकेगा|

सोनिया गांधी ने कांग्रेस के सांसदों, विधायकों , को एक महीने का वेतन दान करने के निर्देश दिए

उत्तराखंड में विपदाग्रस्त लोगों की सहायतार्थ यूं पी ऐ की अध्यक्षा श्री मति सोनिया गांधी ने कांग्रेस के सांसदों+ विधायकों +विधान परिषद के सदस्यों को अपना एक महीने का वेतन दान करने के निर्देश जारी किये हैं|
कांग्रेस की सर्वोच्च नेत्री ने सभी लोकसभा और राज्यसभा सदस्यों को यह भी निर्देश दिया है कि वे राहत कार्यों के लिए सांसद निधि से 10-10 लाख रुपये उत्तराखंड की लिए दें।
उत्तराखंड में आई प्राकृतिक विपदा के हवाई निरीक्षण करने के बाद कांग्रेस ने अब ऐहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। कांग्रेस के संचार विभाग के प्रभारी महासचिव अजय माकन ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। श्री मति सोनिया पुनः उत्तराखंड में राहत कार्यों का जायजा लेने जायेंगी|
।जान और मॉल की हानि का ग्राफ निरंतर ऊपर जा रहा है| भारतीय फौज का भी यही कथन है कि इससे पूर्व ऐसा विशाल अभियान नहीं छेड़ा गया यहाँ तक कि फौज का सबसे बड़ा हेलीकाप्टर राहत कार्यों में लगाया गया है पार्टी सचिव संजय कपूर और सेवा दल प्रमुख महेंद्र जोशी को राहत कामों की निगरानी के लिए देहरादून रवाना किया गया है\
बेशक अभी तक सरकार ने इस आपदा को राष्ट्रीय आपदा नही माना है लेकिन राहत कार्यों को राष्ट्रीय स्तर पर किये जाने के निर्देश दिए जाने लगे हैं| अजय माकन को कांग्रेस कि छवि सुधारने के लिए मंत्री मंडल से अलग किया गया लेकिन उसके तत्काल पश्चात अजय माकन की क्षमता की परीक्षा भी शुरू हो गैई है|शुरू में उन्होंने पार्टी की वेबसाईट पर १९ जून तक श्रीमती सोनिया गांधी के दौरे की संक्षिप्त जानकारी तोअप लोड की लेकिन इस प्राकृतिक आपदा से जूझने के लिए इन नवीनतम आदेशों को २१ जून तक अप्लॉद करना भूल गए |

प्राकृतिक विपदा पर राजनीतिक दोषारोपण के गेम को जवाब देते हुए सेना और समाज उतरदाईत्व निभा रहे हैं

उतराखंड में आई प्राकृतिक विपदा के कारणों पर दोषारोपण की राजनीति को दरकिनार करके जहाँ भारतीय फौजें जी जान से विपदाग्रस्त लोगों को बचाने का सराहनीय प्रयास कर रही हैं वही सीमाओं के अन्दर सुरक्षित जनता भी अपने सामजिक उतरदाईत्व का निर्वाह करते हुए प्रतिदिन राहत सामग्री भेज रहे हैं|दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और मेरठ से शिव कांवड़ सेवा संघ ने राहत सामग्री भेजी है|
दी एस जी एम् सी ने २१ बसों को लगाया है और २ ट्रक भर कर राहत सामग्री भेजी है जिसमे से ४ बसें तीर्थ यात्रियों को सकुशल लेकर लौट आई हैं|उन्हें उनके घरों पर पहुँचाया गया है|इससे पूर्व अध्यक्ष मंजीत सिंह जी के के निगरानी में दो हवाई जहाज भर कर दवाये और खाद्य सामग्री भेजी जा चुकी हैं|गौचर हेलीपैड पर विशेष लंगर शिविर लगाया गया है|यहाँ दवाओं की व्यवस्था भी की गई है|इसके अलावा दिली यमुना किनारे बाड़ शिविरों में भी ५००० लोगों के लिए लंगर भेज गया है| समर्दीप सिंह+सुखविंदर सिंह+जसप्रीत सिंह+आदि सेवा दे रहे हैं|
मेरठ में दाता राम गुप्ता की अध्यक्षता में एक जत्था उत्तराखंड शास्त्री नगर से रवाना किया गया | जीतेन्द्र अग्रवाल+ममता ने झंडी दिखा कर रवाना किया गया |ताहिर अली+राम गोपाल अग्रावाल+मुनीश संजय+आदि उपस्थित थे| सुशील कुमारपटेल +अनिल भाई+सुरेन्द्र सिंघल+मोनू+सोनू+डॉ एस मालिक+

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने उत्तराखंड के लिए राहत सामग्री और बचाव दल भेजा

दिल्ली सिख गुरुद्वारा मनेजमेंट कमेटी ने आज उत्तराखंड के विव्दाग्रस्त लोगों की सहायतार्थ राहत सामग्री के साथ बचाव दल भेजा है|रविन्द्र खुराना ने राहत दल को शुभ कामनाओं के साथ रवाना किया \इस अवसर पर तन्वन्त सिंह+ हरमीत सिंह कालका+कुलदीप सिंह भोगल+गुरुदेव सिंह भोला+विक्रम सिंह[लाजपत नगर]+भूपेंदर पाल सिंह+जसप्रीत सिंहविक्की मान +हरचरण सिंह+ विक्रम सिंह रोहणी +परमिंदर सिंह आदि ने शुभ कामनाएं दी

भाजपा के उ.प्र. के विधायकों ने उत्तराखंड विपदाग्रस्त लोगों की सहायतार्थ एक माह का वेतन दान किया

भाजपा के उत्तरप्रदेश विधायकों ने उत्तराखंड विपदाग्रस्त लोगों की सहायतार्थ एक माह का वेतन भेज दिया है| पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ लक्ष्मी कान्त वाजपई ने बताया कि प्रदेश एसेम्बली में उनकी पार्टी के ५५ विधायक हैं प्रत्येक एम् एल ऐ का एक माह का वेतन लगभग ८०००/=है अत ४४००००/= राहत के लिए भेज दिए गए हैं|
डॉ वाजपई ने गुवाहटी से यह जानकारी देते हुए बताया कि इस माह के अंतिम सप्ताह में जेल भरो आन्दोलन प्रारम्भ किया जाएगा|उस समय प्रत्येक जिले में दान पात्र रखे जायेंगे और राहत कोष में योगदान के लिए कार्यकर्ताओं का आह्वाहन किया जाएगा| डॉ वाजपई ने इस प्राकृतिक आपदा पर घोर चिंता व्यक्त करते हुए आपदा में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए बताया कि उत्तराखंड में आई इस सदी कि सबसे त्रासदी में बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश के तीर्थ यात्री भी फंसे हुए हैं उनके सकुशल लौटने के कामना भी उन्होंने की है|

भाजपा ने उत्तराखंड में प्रस्तावित जेल भरो आन्दोलन को फिलहाल स्थगित किया

भाजपा ने उत्तराखंड में अपने प्रस्तावित जेल भरो आन्दोलन को फिलहाल स्थगित करने की घोषणा की है|उत्तराखंड में बाड़ के रोप आई प्राकृतिक आपदा के चलते यह स्थगन किया गया है|पार्टी की वेब साईट पर यह घोषणा की गई है|
गौरतलब है कि ८ से ९ जून को गोवा में हुई पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कांग्रेस की नीतियों के विरोध में १७ से ३० जून तक देश भर में सत्याग्रह और जेल भरो आन्दोलन छेड़ने की घोषणा की थी| २५ -२६ जून को देश में इमरजेंसी लगाई गई थी | इस काले दिन की याद दिलाने के लिए भी जेल भरो आन्दोलन का निर्णय लिया गया है| पिछले दिनों उत्तराखंड में बाड़ से हुई भरी तबाही के कारण भाजपा ने अपने प्रस्तावित जेल भरो आन्दोलन को उत्तराखंड के लिए स्थगित कर दिया है|