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सुषमा स्वराज प्रकरण कहीं मुंबई क्रिकेट क्लब के चुनावों को प्रभावित करने के लिए तो लीक नहीं हो रहा ?

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेस चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या हो रहा है?ओये हमने ललित मोदी नामक नई गेंद से बॉलिंग करके सुषमा स्वराज की गिल्लियां उखाड़ दी ,साफ़ दिख रहा है +सबको दिख रहा है कि भाजपा आउट हो चुकी है लेकिन ये भाजपाई और इनकी केंद्र सरकार अपने विदेशमंत्री को पवेलियन भेजने के बजाय उलटे दावा कर रहे हैं कि सुषमा स्वराज ने मोदी की बाल पर मानवीय बैटिंग की है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान, आपने बेशक ब्रिटेन से इम्पोर्टेड ललित मोदी बाल पर सुषमा को आउट करने का सराहनीय प्रयास किया मगर आप बॉलिंग लाइन पार करके नो बाल भी कर गए |नहीं समझे अरे भापा जी ललित मोदी के चक्कर में सुषमा स्वराज तक तो ठीक था लेकिन आपने तो मोदी[ललित] से मोदी [नरेंद्र]को भी आउट कराने की अपील कर दी | आपकी इसी गलती को थर्ड एम्पायर आरएसएस ने देख लिया और उसने भी विदेश मंत्री को मानवीय आधार का लाभ देते हुए नॉट आउट करार दे दिया है वैसे झल्लेविचारनुसार ये सारा लीकेज मुंबई में होने जा रहे क्रिकेट क्लब के चुनावों को प्रभावित करने के लिए तो लीक नहीं हो रहा ?

Record Progress Achiever PM’s Office Has No Such Information To Share Not Even In RTI

[NewDelhi]Record Progress Achiever PM’S Office Has No Such Information To Share Even In RTI,Because Information on achievements of one year is not available with PMO
Asked to list 20 major achievements of the Modi Government, the Prime Minister’s Office says information on this is not held by it.
The PMO said in an RTI response to a Ahmedabad-based applicant.
“The information sought by you is scattered with more than one public authority. Therefore, your application is not transferred to another public authority under Section 6(3) of the Right to Information Act, 2005,” CPIO in PMO Ambuj Sharma said in the response.
“As per various media reports current Indian Government is going to celebrate completion of one year of Indian Government from 26th May 2014…Please provide top 20 achievements by current Indian Government,” the applicant had sought in the RTI.
The government has launched an information campaign across the country to highlight its achievements during the last one year.

गंगा के संरक्षण के लिए साध्वी उमा भारती अक्‍तूबर माह से राष्‍ट्रव्यापी जन आंदोलन शुरू करेंगी

साध्वी सुश्री उमा भारती ने आज गंगा और अन्‍य महत्‍वपूर्ण नदियों के संरक्षण के लिए अक्‍तूबर माह से एक बड़ा राष्‍ट्रव्यापी जन आंदोलन शुरू करने की घोषणा की।राष्‍ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार की गंगा संरक्षण योजना पर जोर देते हुए केन्‍द्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री सुश्री उमा भारती ने गंगा और अन्‍य महत्‍वपूर्ण नदियों के संरक्षण के लिए इस वर्ष के अक्‍तूबर माह से एक बड़ा राष्‍ट्रव्यापी जन आंदोलन शुरू करने की घोषणा की है|
मीडिया से बातचीत में सुश्री भारती ने कहा कि गंगा तभी साफ रह सकती है जब प्रत्‍येक नागरिक का सहयोग मिले। उन्‍होंने बताया कि पर्यावरणविदों, संतों, वैज्ञानिकों, गैर- सरकारी संगठनों और देश में जल संरक्षण के काम से जुड़े लोगों के साथ विचार-विमर्श के लिए दिल्‍ली में गंगा मंथन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मंत्री महोदया ने कहा कि हालांकि इस कार्यक्रम को गंगा मंथन के नाम से पुकारा जाएगा और इसमें यमुना और देश की अन्‍य महत्‍वपूर्ण नदि‍यां शामिल होंगी। उन्‍होंने कहा कि इस गंगा मंथन के परिणामों से गंगा पर राष्‍ट्रव्यापी जन आंदोलन में मदद मिलेगी। सुश्री भारती ने कहा कि इस कार्यक्रम में उन सांसदों और विधायकों को शामिल किया जाएगा जिनके निर्वाचन क्षेत्र से होकर गंगा नदी प्रवाहित होती है।
जल संसाधन मंत्री ने यह भी घोषणा की कि उनका मंत्रालय जल्‍द ही गंगा पर आधारित एक वेबसाइट शुरू करेगा। उन्‍होंने कहा कि इस वेबसाइट के माध्‍यम से पूरी दुनिया से गंगा की सफाई के बारे में सुझाव आमंत्रित किये जाएंगे
फोटो कैप्शन
Uma Bharti Takes Over Ganga Rejuvenation Ministry For Aviral Ganga Nirmal Ganga

अखिलेश जी इलेक्शंस हारते समय क्यूँ नहीं सोचा कि हारने के बाद तो और ज्यादा बिजली की जरुरत पड़ेगी

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे सोणे मुख्य मंत्री अखिलेश यादव ने भी फरमा दिया है कि अगर केंद्र सरकार डेढ साल के लिए बिजली उधार दे दे तो जनता को पूरी बिजली मिल जाएगीउसके बाद तो यारा हम लोग खुद ही बिजली बनाने लग जायेंगे और अगर ये कहेंगे तो तभी इनकी उधारी भी चुकता कर देंगेयार विपक्षियों ने तो ख्वाहमखाः बात का बतंगड़ बना रखा है अब केंद्र सरकार बिजली देगी तो हम भी शहरों में २२ घंटे और गावों में १८ घंटे तक बिजली दे देंगे

झल्ला

ओ मेरे चतुर पहलवान जी अब फिर से ऊँट पहाड़ के नीचे आ ही गया| बिजली पैदा करने के बजाय लैप टॉप बाँटने में ही लुटाया गया पैसा किसी काम नहीं आया और चुनाव जीतने के लिए बिजली खरीदनी पड़ ही गई|झल्लेविचारानुसार इलेक्शंस से पहले एक्स्ट्रा बिजली खरीदते समयये क्यों नहीं सोचा था कि इलेक्शन हारने के बाद ज्यादा बिजली की जरुरत पड़ेगी

जुबान/बदजुबान से कांग्रेस को ऐतिहासिक हार दिलाने वाले नेता फिर से आलोचनाओं का ज्वार लाने को जुटे

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये भाजपाई सरकार के गठन मे क्या अंधेर गर्दी शुरू हो गई है |देख तो अमेठी से हारी नॉन ग्रेजुएट श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी कोमानव संसाधन मंत्रालय जैसे अहम मंत्रालय का मंत्री बना दिया गया| अमृतसर में हारे अरुण जेटली को वित्त और रक्षा के मंत्रालय दे दिए गए यहाँ तक कि मुजफ्फर नगर दंगों के आरोपी डॉ संजीव बालियान को कृषि राज्य मंत्री ही बना दिया गया | कश्मीर में धारा ३७० का विवाद उठा दिया | ओये इस अंधेर गर्दी से हसाडे नेता चुप नहीं बैठेंगे हसाडे अजय मांकन+सिंघवी+दिग्विजय सिंह आदि आदि ने कंेद्र सरकार की पोल खोलनी शुरू कर दी है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाण जी |अब फिर से सकारात्मक सोच के बजाय केवल आलोचनाओं का ज्वार ही पैदा करने की कोशिश शुरू हो गई है और यह कोशिश करने वाले और कोई नहीं बल्कि वोही नेता गण हैं जिनकी जुबान /बदजुबान से ही ऐतिहासिक कांग्रेस को ऐतिहासिक हार का मुह देखना पड़ा|अजय माकन साहब तो आधुनिक संचार माध्यमों +सोशल मीडिया तक का इस्तेमाल नहीं कर पाये| इसीलिए झल्ले विचारानुसार मात्र दो दिन की आयु वाली सरकार की जबरदस्त आलोचनाओं के साथ ही राहुल गांधी वाली सकारात्मक +सहयोग की सोच का माहौल बनाना भी जरूरी है |

विदेशों में जमा काला धन लाने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार ने विशेष जांच दल[ SIT ] का गठन किया

विदेशों में जमा काले धन को वापिस लाने के लिए नव गठित केंद्र सरकार ने विशेष जांच दल[ SIT ] का गठन किया|
माननीय उच्‍च्‍तम न्‍यायालय के निर्णय के अनुपालन में यह कार्यवाही की गई है |
केन्‍द्रीय मंत्रिमंडल ने माननीय उच्‍च्‍तम न्‍यायालय के निर्णय का अनुपालन करते हुए एक विशेष जांच दल [एसआईटी] का गठन किया है ताकि कर चोरी और गैर-कानूनी गतिविधियों के जरिए विदेश में जमा की गई भारी धन राशि की जांच की जा सके और उसे वापिस लाया जा सके |
एसआईटी के अध्‍यक्ष उच्‍चतम न्‍यायालय के पूर्व न्‍यायाधीश माननीय न्‍यायमूर्ति श्री एम. बी. शाह और उपाध्‍यक्ष पूर्व न्‍यायाधीश माननीय न्‍यायमूर्ति श्री अरिजित पसायत होंगे। एसआईटी को बिना हिसाब किताब यानी अवैध धन संग्रह से संबंधित हसन अली और अन्‍य मामलों की जांच और मुकद्दमें चलाने का काम सौंपा गया है। एसआईटी ऐसे मामलों के बारे में एक व्‍यापक कार्ययोजना तैयार करेगा और अपने काम-काज की जानकारी समय-समय पर अदालत को दी जाएगी
इस उच्‍च स्‍तरीय समिति के सदस्‍य निम्‍नांकित अनुसार होंगे : –
i सचिव, राजस्‍व विभाग
ii. डिप्‍टी गवर्नर, भारतीय रिजर्व बैंक,
iii. निदेशक (आईबी),
iv. निदेशक, प्रवर्तन निदेशालय
v. निदेशक, सीबीआई
vi. अध्‍यक्ष, सीबीडीटी,
vii. महा निदेशक, स्‍वापक नियंत्रण ब्‍यूरो
viii. महा निदेशक, राजस्‍व गुप्‍तचर
ix. निदेशक, वित्‍तीय गुप्‍तचर यूनिट
x. निदेशक, अनुसंधान एवं विश्‍लेषण विंग और
xi. संयुक्‍त संचिव (एफटी एंड आईआर-1), सीबीडीटी