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Tag: Nexus Between Officers Of Army And Indigo air lines

इंदिरा गाँधी इंटर नॅशनल एयर पोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर प्रश्न चिन्ह

इंदिरा गाँधी इंटर नॅशनल एयर पोर्ट[आई जी आई]से करोडो की नशीली[ प्रतिबंधित] ड्रग्स और लाखों रुपयों का सोना पकड़ा गया है| पार्टियों में उत्तेजना बढ़ाने के लिए प्रयोग में लाई जा रही इस ड्रग [pseudoephedrine/cocaine]स्मगलिंग के आरोप मेंदिल्ली पोलिस और सी आई एस ऍफ़ द्वारा दो स्मगलरों को गिरफ्तार भी किया गया हैलेकिन सोने से जुड़े किसी व्यक्ति के व्हेयर एबाउट्स की जानकारी नहीं है|
प्राप्त जानकारी के अनुसार मिजोरम[लुन्ग्लई] के दो शहरियों द्वारा ११५ किलोग्राम प्रतिबंधित ड्रग्स को म्यांमार ले जाने वाले थे|बताया जा रहा है कि आई जी आई एअरपोर्ट से प्राईवेट एयर लाइन्स स्पाइस जेट के प्लेन से गुवाहाटी ड्रग्स ले जी जाने वाली थे वहां से म्यांमार भेजी जानी थी|इसके अलावा इसी एअरपोर्ट के एक टायलेट से सफाई कर्मी[हाऊस कीपर]को एक अनक्लेम्ड पैकेट मिला जिसमे ७oo ग्राम के वजन वाले सोने के बिस्कुट मिले हैं|इसके मालिक के विषय में कोई जानकारी नहीं है|इस पैकेट को सी आई एस ऍफ़ के अधिकारियों द्वारा खुलवाया गया|
अति सुरक्षित और विश्व प्रसिद्द कहे जाने वाले आई जी आई एयर पोर्ट की ये दोनों घटनाएँ चौंकाने वाली है|
[१]बताया जा रहा है कि ड्रग्स स्मगलिंग के लिए स्मगलरों द्वारा प्राईवेट एयर लाइन्स का,[विशेष कर नार्थ ईस्ट ] इस्तेमाल किया जा रहा है| इस केस में स्पाईस जेट का नाम आया है तो इससे पूर्व सीमा पर तस्करी के लिए इंडिगो एयर लाइन्स के एक अधिकारी का नाम आ चुका है|इंडिगो एयर लाइन्स के केस में की गई कार्यवाही को अभी उजागर नहीं किया गया है| इसी बीच अब ये दूसरा केस सामने आ गया है|यह अपने आप में चिंता का विषय है|और डी जी सी ऐ की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाता है|

 इंदिरा गाँधी इंटर नॅशनल एयर पोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर प्रश्न चिन्ह

इंदिरा गाँधी इंटर नॅशनल एयर पोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर प्रश्न चिन्ह


[२] जगह जगह सुरक्षा कि द्रष्टि से कैमरे लगे है |सुरक्षा कर्मी है, इसके बावजूद सोने के बिस्कुट के पैकेट को टायलेट में छोड़ कर जाने वाले का कोई ट्रेस नहीं है|
आतंक वादियों की लगातार धमकियों के चलते सुरक्षा को मजबूत करने के आये दिन दावे किये जा रहे हैं मगर एयर लाइन्स के दुरूपयोग और अंजान पैकेट को टायलेट में छोडने से असामाजिक तत्वों के हौंसले साफ़ दिखाई दे रहे हैं|इनके प्रति इस प्रकार की लापरवाही जांच का विषय होने चाहिए |

भारतीय सेना और निजी एयर लाइन्स के अधिकारियों की अपराधिक गठबंधन की जड़ों तक जाना जरुरी है

भारतीय सेना अनुशासन में रहने के लिए विश्व भर में प्रसिद्द है और एयर लाइन्स [नागरिक उड्डयन ] में इंडिगो एयर लाइन्स को सस्ती और प्रॉफिट मेकिंग के लिए नंबर वन कहा जा रहा है मगर पिछले सप्ताह मणि पुर पोलिस ने सीमांत[पल्लेल] गाँव के समीप से 20 करोड़ की ड्रग्स के साथ कुछ ड्रग्स तस्करों को भी पकड़ा ।दुर्भाग्य से इनमे से एक भारतीय सेना में कर्नल रैंक के अजय चौधरी और इंडिगो एयर लाइन्स के सहायक प्रबंधक ब्रिजेन्द्र सिंह भी पकडे गए हैं।सेना ने अपनी साख बचाने के लिए कार्यवाही के आदेश भी दे दिए हैं। Law , no doubt, will take its own course लेकिन प्रॉफिट मेकिंग एयर लाइन्स इंडिगो की तरफ से कोई ब्यान या स्टेटमेंट या स्पष्टिकरण ही नहीं दिया गया है।सिविल एविएशन मंत्रालय भी किंकर्तव्य विमुड दिख रहा है।यह बार्डर पर घटी एक सामान्य तस्करी के घटना नहीं है वरन राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी है | एक कर्नल की अशांत छेत्र में चार साल से पोस्टिंग और एक निजी एयर लाइन्स के एसिस्टेंट मैनेजर का यह अपराधिक गठबंधन की जांच निश्चित समय सीमा में पूर्ण की जानी चाहिए इसके लिए सेना को महज़ छेत्रिय पोलिस के भरोसे जांच को छोड़ कर अपनी जिम्मेदारी से बचने के बजाय स्वयम इसकी जड़ों तक जाने की जरूरत है|