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Tag: Onion

एमएसपी की दुहाई देने वाली सरकार प्याज पर अपने नवीनतम आदेश देख लेते

#भाजपाई चेयर लीडर
ओए झल्लेया! ये विपक्ष मति क्यूँ मारी गई है
अरे हसाडी सरकार #फसल की #एमएसपी समापत किये बगैर ही किसानों को उनकी फसल कही भी बेचने के अधिकार दे रही है और ये विपक्ष वाले किसानों को ख्वाहमखा भड़काने में जुटे है
#झल्ला

Onion Rising to Topple Govt? :Wholesale Market SkyRocketing

Onion Rising to Topple Govt? :Wholesale Market SkyRocketing

सेठ जी!
काश!एमएसपी की दुहाई देने वाली सरकार प्याज पर अपने नवीनतम आदेश देख लेती

प्याज़ का निर्यात बन्द :अब दुबई+तुर्की+मिस्र से भी आयात होगा

(नई दिल्ली)प्याज़ अब दुबई+तुर्की+मिस्र से भी आयात होगा
उपभोक्‍ता मामलों के विभाग के सचिव के अनुसार एक उच्‍चस्‍तरीय बैठक में निम्‍न महत्‍वपूर्ण निर्णय लिए गए।
1. घरेलू आपूर्ति बढ़ाने के लिए एमएमटीसी दुबई तथा अन्‍य देशों से शीघ्र ही पर्याप्‍त मात्रा में प्‍याज का आयात करेगा। निविदा के लिए अनिवार्य समयसीमा को कम करने के लिए भी मंजूरी दी जा चुकी है, क्‍योंकि घरेलू मांग को पूरा करने की तत्‍काल आवश्‍यकता है।
2. एमएमटीसी, नाफेड, कृषि मंत्रालय तथा उपभोक्‍ता मामले वि‍भाग के अधिकारियों की एक टीम को तुर्की तथा मिश्र की यात्रा करने का निर्देश दिया गया है
3. नाफेड को निर्देश दिया गया है कि वह विशेष रूप से अलवर, राजस्‍थान में घरेलू खरीद प्रक्रिया में तेजी लाए और उन राज्‍यों को आपूर्ति करें, जहां मांग अधिक है। वर्तमान में प्रति‍दिन 300 टन प्‍याज की मांग है,
4. उपभोक्‍ता मामलों के विभाग ने दिल्‍ली व राजस्‍थान की सरकारों तथा एपीएमसी से अनुरोध किया है कि वे 9 से 12 नवम्‍बर, 2019 तक मंडियां खुली रखें ताकि आपूर्ति में कोई बाधा न हो।
५ दिल्‍ली, महाराष्‍ट्र और राजस्‍थान के ऐसे व्‍यापारियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई की जाएगी जो परस्‍पर सम्‍पर्क में हैं और कीमतों के संदर्भ में जोड़-तोड़ करने का प्रयास कर रहे हैं।

Tomatoes Go Onions Way,Retail Prize Shot up to ₹ 80 Kg

(New Delhi)Tomatoes Go Onions Way,Retail Prize Shot up to ₹ 80 Kg
However Price of onions has come down marginally compared to past week and is now hovering around ₹ 60 per kg in the national capital.
According to traders, tomatoes have turned costlier in the last few days as supplies have been impacted.
At Mother Dairy’s Safal outlets, tomatoes are being sold at Rs 58 per kg, while local vendors are selling between Rs 60 and 80 per kg on Wednesday, depending on the quality and locality,

प्याज़ अब उत्पादकों को भी रुलाएगा:निर्यात पर लगी रोक

(नयी दिल्ली) प्याज़ अब उत्पादकों को भी रुलाएगा:निर्यात पर लगी रोक
प्याज़ की कीमतों में आये उछाल से अभी तक उपभोक्ता के आंसू निकल रहे थे के अब केंद्र सरकार द्वारा प्याज़ के निर्यात पर पाबंदी लगा दी है
उपभोक्ताओं के आंसू पोंछने के लिए बाजार में इसकी उपलब्धता बढ़ाने को यह कदम उठाया गया गया है।
वाणिज्य मंत्रालय के तहत आने वाले विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) ने अधिसूचना में कहा, ‘‘सभी किस्म के प्याज पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है।’’ डीजीएफटी आयात और निर्यात से संबंधित मुद्दों को देखता है।
इससे पहले 13 सितंबर को डीजीएफटी ने प्याज के निर्यात पर अंकुश के लिए 850 डॉलर प्रति टन का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) तय किया था। इस कदम का उद्देश्य घरेलू बाजार में प्याज कीमतों पर अंकुश लगाना था।
दिल्ली और देश के कुछ अन्य हिस्सों में प्याज का खुदरा दाम 60 से 80 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है। महाराष्ट्र जैसे प्रमुख प्याज उत्पादक राज्यों में बाढ़ की वजह से इसकी आपूर्ति प्रभावित हुई है।
इस बीच, उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए केंद्र सरकार अपने बफर स्टॉक से 50,000 टन प्याज निकाल रही है। सरकार ने पिछले महीने चेताया था कि प्याज की जमाखोरी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

Onion Continued to Remain High @ ₹ 80 Per kg

(New Delhi) Retail prices of onion continued to remain high at Rs 70-80 per kg on Wednesday in the national capital and other parts of the country despite government measures to boost supply of the key kitchen staple.
As per data maintained by the consumer affairs ministry, retail onion price was ruling at Rs 60/kg in cities like Delhi, Mumbai and Lucknow. It was being sold at Rs 58/kg in Mumbai and Rs 42/kg in Chennai. In Kanpur, onion prices were at Rs 70/kg and at Rs 80/kg in Port Blair.
However, trade data showed retail onion prices ruling in the range of Rs 70-80 per kg in most parts of the country, depending on quality and region.
Onion prices have been on the rise for the last one month due to supply disruption from flood-affected producing states like Maharasthra. Prices have risen sharply in the last few days due to heavy rains in the key growing states.

Onion Rising to Topple Govt? :Wholesale Market SkyRocketing

[New Delhi] Onion Rising Again to Topple Govt? :Wholesale Market Shoots Up
Wholesale onion prices in the national capital have shot up to Rs 23 per kg in last ten days on tight supplies from producing states
A similar increase was seen in the retail markets, where the kitchen staple was quoted in the range of Rs 30-40 per kg depending on the quality and locality.
Meanwhile at Lasalgoan in Nasik district of Maharasthra, Asia’s largest wholesale market for onion, prices skyrocketed to Rs 21-22 per kg on reports of a possible drop in the kharif output of the bulb crop because of heat wave in the state.
Their are Eleven major onion producing states

५०० दिन में ही मोदी सरकर की असलियत देखते हुए अब उसे “बस”कहना होगा :मणिशंकर अय्यर

[मेरठ] ५०० दिन में ही मोदी सरकर की असलियत देखते हुए अब उसे “बस”कहना होगा :मणिशंकर अय्यर|
१० जनपथ के करीबी वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर ने मोदी सरकार की आर्थिक+ विदेश के अलावा धार्मिक नीति पर जम कर निशाना बनाया| एक प्रकार से वे अपनी पार्टी के खोये आधार वोट बैंक[मुस्लिम+किसान+दलित] को बटोरते दिखाई दिए | पूर्व केंद्रीय मंत्री उत्साही युवाओं की भीड़ से गदगद दिखे|लेकिन महिलाओं के सशक्तिकरण के दावे करने वाली कांग्रेस के कार्यक्रम में महिलाओं का प्रतिनिधित्व नगण्य ही रहा |
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता चौधरी यशपाल सिंह के मंच सञ्चालन में मणि शंकर अय्यर बोल रहे थे
पूर्व प्रशासक+पूर्व केन्द्रीय मंत्री+कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने अपने स्वयं के स्वागत समारोह में भाजपा की ही आलोचना की
इस अवसर पर उन्होंने विपक्ष की भूमिका निभाते हुए भाजपा की केन्द्र सरकार पर निशाना साधा |
श्री अय्यर ने कहा कि जनता ने 500 दिनों में ही भाजपा की केंद्र में सरकार को देख लिया है इसकी कथनी और करनी में अंतर को देखते हुए अब उसे “बस” [और नहीं]कह देना चाहिए |श्री मणि ने किसानों की भूमि अधिग्रहण से लेकर गन्ना+और प्याज किसानों के मुद्दे भी छूए लेकिन अधिकाँश समय उन्होंने धार्मिक असंतोष को भुनाने में ही लगाया |इसके समर्थन में उन्होंने जवाहर लाल नेहरू से लेकर राजीव गांधी की सरकार के उदारहण भी दिए
उन्होने कहा की केन्द्र की भाजपा सरकार 5 साल चलने वाली नही है। उन्होेने सांसद ओवैसी को अपना मित्र बताते हुए कहा कि वह यूपी मेें मुस्लिमों की बात कर भाजपा को लाभ पहुंचा रहे है। वह उनसे इस संबंध में वार्ता करेंगे तथा उन्हे समझायेंगे। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष विनय प्रधान,केके त्यागी, दीपक शर्मा, किशनी आदि भी पार्टी के दर्जनों नेता उपस्थित रहे।ग्लोबल सिटी निवासी कमल नाथ त्यागी द्वारा गंगा नगर की ग्लोबल सिटी में समारोह का आयोजन किया गया था

मोदी भापे ,आलू+प्याज आवश्यक वस्तु अधिनियम की पिस्टल का ट्रिगर दबाने के लिए उंगलियां भी तो दो

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां देख हसाडे सोणे पी एम नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी जी ने एक झटके में पुराने भारी भरकम कृषि मंत्री शरद पवार के आदेशों को पलटते हुए आलू और प्याज को आवश्यक वस्तुओं के अधिनियम १९५५ में डाल दिया है| अब देखेंगे कौन गरीबों के पेट पर लात मार कर आलू और प्याज की काला बाजारी करता है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सेठ जी ठीक है मोदी भापे ने आवश्यक वस्तु अधिनियम की पिस्टल का लाइसेंस जारी कर दिया है लेकिन इसका ट्रिगर दबाने के लिए नई उंगलियां भी तो लाओ

प्‍याज और आलू भी अब होंगे आवश्यक वस्‍तु अधिनियम,1955 के अधीन

बेशक देश में महंगाई इस समय ज्वलंत समस्या के रूप में मात्र एक माह की केंद्र सरकर को चुनौती दे रही है लेकिन मोदी सरकर भी आये दिन कोई न कोई नया फरमान जारी करके इस समस्या से जूझते दिखना चाह रही है शायद इसीलिए अब प्‍याज और आलू को आवश्यक वस्‍तु अधिनियम, 1955 के अधीन स्‍टॉक रखने की सीमाओं के दायरे में शामिल करने के लिए मंजूरी दे दी गई है| इससे राज्‍य सरकारें आलू और प्‍याज की जमाखोरी रोकने के अभियानों के शुरू करने और इनके मूल्‍यों को नियंत्रित करने में सक्षम हो सकेंगी
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग के अनुसार अब प्‍याज और आलू को आवश्‍यक वस्‍तु अधिनियम, 1955 के अधीन स्‍टॉक रखने की सीमाओं के दायरे में लाया जा रहा है
आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडल समिति ने प्‍याज और आलू को आवश्‍क वस्‍तु अधिनियम, 1955 के अधीन स्‍टॉक रखने की सीमाओं के दायरे में शामिल करने के लिए अपनी मंजूरी दे दी है।
गौरतलब है कि उपभोक्‍ताओं को आवश्‍यक वस्‍तुओं की आसानी से उपलब्‍धता सुनिश्‍चित कराने और उन्‍हें बेईमान व्‍यापारियों के शोषण से बचाने के लिए आवश्‍यक वस्‍तु अधिनियम, 1955 बनाया गया था। इस अधिनियम में उन वस्‍तुओं के उत्‍पादन, वितरण और मूल्‍य निर्धारिण के नियंत्रण का प्रावधान है, जिन्‍हें आपूर्ति बनाये रखने या उसमें वृद्धि करने या इनके एक समान वितरण और उचित मूल्‍यों पर इनकी उपलब्‍धता को सुनिश्‍चित करने के लिए ‘’आवश्‍यक वस्‍तु’’ घोषित किया गया है। इस अधिनियम के अधीन शक्‍तिेयों का प्रयोग करते हुए केन्‍द्र सरकार और राज्‍य सरकारों/केन्‍द्र शासित प्रशासनों के विभिन्‍न मंत्रालयों/विभागों द्वारा आवश्‍यक घोषित की गई वस्‍तुओं के संबंध में उत्‍पादन, मूल्‍यों और अन्‍य पहलुओं को नियंत्रित करने के लिए नियंत्रण आदेश जारी किये जाते हैं।

क्या प्याज और पाकिस्तान ने देश के सियासतदानो के सियासी हाथों की लकीरें बदलनी शुरू कर दी हैं ?

आज कल “हाथ” ब्रांड जोरो शोरों से चल रहा है| कांग्रेस +भाजपा+सपा के “हाथ” की मांग का ग्राफ कुछ ज्यादा ही उठ रहा है|लेकिन सिसायत के इस बाजार में “हाथ” के कारोबार का नियम कुछ अलग है |जी हाँ यहाँ अपने ब्रांड को तो बचाया जा रहा है और दुसरे के ब्रांड का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है |
अब देखिये कांग्रेस का पार्टी +चुनावी निशान “हाथ” है मगर उन्हें अपना ही हाथ कहीं दिखाई नहीं देता इसीलिए कभी उन्हें भाजपा और कभी कभी सपा के हाथ का सहारा लेना पड़ जाता है मगर वक्त की मांग के अनुसार अब उन्होंने पाकिस्तान के हाथ की भी तिजारत शुरू कर दी है|
पहले मुज्जफर नगर के दंगों के पीछे कांग्रेस के अच्छे से अच्छे नेताओं को सपा और भाजपा के हाथ नजर आ रहे थे जब इनसे अपेक्षित लाभ नहीं मिले तो कांग्रेस के भावी प्रधान मंत्री राहुल गांधी को इंदौर की चुनावी रैली में जाकर मुज्जफर नगर के दंगों में पाकिस्तान की आई एस आई का हाथ बिना दूरबीन लगाये ही दिखाई दे गया| राहुल गांधी ने इंदौर की सभा में एलानिया कह दिया कि यूं पी के मुज्जफर नगर के दंगों में पाकिस्तान की आई एस आए का हाथ है| और ये आई एस आई वाले प्रदेश में भाजपा के साम्प्रदाइक हाथों को काटने आये हैं |
बात यहीं खत्म हो जाती तो कोई बात नहीं थी लेकिन कांग्रेस को सीमा पर हो रही घुसँपैंठ के पीछे भी पाकिस्तान की फौज का हाथ दिखाई दे रहा है| अब इन गद्दी नशीं हुकुमरानों को देश की सीमा से लेकर देश के भीतर तक पाकिस्तान के “हाथ” पे हाथ ही नजर आ रहे हैं|बकौल जनाब नरेंदर मोदी सरकार का काम केवल सूचनाएं देना भर रह गया है|
अब महंगाई की बात भी कर ली जाये |प्याज के दाम दिल्ली में सेंचुअरी मार चुके हैं इसे कंट्रोल करने के बजाय केंद्र और राज्य सरकारें भाजपा के हाथ की लकीरें गिनने में लग गई हैं| केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार टी वी चैनलों पर अपने आप को असहाय बता कर अपने रंगे हाथ बचाते फिर रहे हैं|वाणिज्य मंत्री आनद शर्मा इसके पीछे काला बाजारियों को दोष दे रहे हैं लेकिन आश्चर्यजनक रूप से दिल्ली की मुख्य मंत्री शीला दीक्षित काला बाजारियों से हाथ जोड़ कर अपील करती फिर रही हैं | शायद काला बाजारियों के हाथ कांग्रेस के हाथों से जयादा मजबूत होंगे तभी इनके खिलाफ हाथ उठाने के बजाय हाथ जोड़ना ज्यादा मुफीद समझा गया | इतिहास से सबक लेना कोई शीला दीक्षित से सीखे क्योंकि एक बार नाइट वाच बैट्स मैन के तौर पर दिल्ली की मुख्य मंत्री बनी भाजपाई श्री मति सुषमा स्वराज ने भी टी वी कैमरे लेकर प्याज के गोदामों में अपने हाथ घुसेड़े थे तब इन गोदामों के मालिकों के भारी भरकम हाथों ने दिल्ली में भाजपाई कमल को ही मसल कर रख दिया था | ऐसे में इसकी पुनरावृति कौन चाहेगा|
अब प्याज के रसायनिक गुण भी देख लिए जाएँ |यह जीव की आँखों में आंसू ले आता है लेकिन यह तभी होता है जब प्याज को काटा या छिला जाता है |लेकिन इसके भाव जब जरुरत से जयादा बढ़ते हैं तो यह देश वासिओं की आँखें नम कर देता है|
प्याज में 89% जल + 4% शुगर+, 1% प्रोटीन+ 2% फाईबर+ 0.1% फैट होता है| विटामिन सी+, विटामिन बी 6 और फोलिक एसिड का यह अच्छा स्रौत है | इसमें एंटी -कोलेस्ट्रॉल + एंटी कैंसर + एंटी ऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज हैं|
दुर्भाग्य से नेताओं से लेकर व्यापारियों तक में “पानी ” की मात्रा प्याज में पानी की मात्रा से एकदम उलट है |शायद इसीलिए प्याज की काली तिजारत से वोह कमी पूरी की जा रही है|
बुद्धिस्म मान्यतानुसार प्याज और लहसुन को पका कर खाने से जहाँ इच्छाएं जागृत होती हैं वही इसका कच्चा सेवन गुस्से को बढाता है|लेकिन प्याज की कीमतों में उछाल से आजकल तिजोरियों का साइज बढता है |
आम आदमी का साथ देने के लिए उठे कांग्रेस के हाथ क्या इतने बेअसर हो रहे हैंकि कई बार हथियार डाल चुका पकिस्तान जैसा मुल्क भी सीमा से लेकर देश के अंदर तक घुस आया है|चीन अलग इंच दर इंच नौंच रहा है|इसके अलावा बकौल इन्ही के विपक्ष साम्प्रदाइक हिंसा भड़काने में कामयाब हो रहा है|काला बाजारी देश में अस्थिरता फैलाने में कामयाब हो रहे हैं|.इस सब को देख कर क्या कहा नहीं जाना चाहिए कि सरकारी हाथों की लकीरें फींकी पड़ने लगी है और विपक्ष के हाथों की लकीरों ने नई शेप लेनी शुरू कर दी है