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कश्मीर के उपचार्थ 3 आपरेशन लेकिन आतंकवाद का नासूर अभी कायम

1947 में २६ अक्टूबर के दिन #कश्मीर भारतीय बना
सात दशकों के पश्चात आज पुनः जे & के को भारत मे विधिवत शामिल किया गया
तत्कालीन आजाद डोगरा राजा हरि सिंह ने 1947 में भारतीयता स्वीकारी
लेकिन स्वर्ग का एक हिस्सा काट कर #पाकिस्तान ने बिना ब्लड ग्रुप मैचिंग किये #पीओके में ट्रांसप्लांट कर दिया ,जो अब ना केवल सड़ रहा है वरन चीन द्वारा लूटा भी जा रहा है
भारत ने अपने हिस्से के कश्मीर में धारा ३७० हटा कर लद्दाख को, 7 दशकों पश्चात, बचा कर रखने को जे& के से अलग कर दिया गया है
धरती के #स्वर्ग के उपचार्थ 3 आपरेशन हो चुके लेकिन #आतंकवाद का नासूर अभी भी कायम है

प्र मं मोदी ने आंकड़ों के आधार पर पाक को आतंकवादी देश साबित करते हुए पीओके को भी भारत का हिस्सा बताया

[नई दिल्ली]भारत के प्रधान मंत्री ने आंकड़ों के आधार पर पाकिस्तान को आतंकवादी देश साबित करते हुए पीओके को भी देश का हिस्सा बताया|पीएम ने विस्थापित कश्मीरी पंडितों के जख्मों पर मलहम लगाया इसके साथ ही कश्मीर में किये जा रहे विकास कार्यों का भी ब्यौरा दिया
कश्मीर पर बुलाई गई सर्वदलीय मीटिंग में भारत के प्राधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा के आज जब हम जम्मू-कश्मीर की बात करते हैं, तो हमें जम्मू-कश्मीर राज्य के चार भागों की बात करनी चाहिए:
[१] जम्मू,
[२]कश्मीर-घाटी,
[३]लद्दाख, और
[४]पाक-अधिकृत कश्मीर
मोदी ने मीटिंग में
पाकिस्तान परस्त आतंकवादियों से प्राप्त हथियारों का भी ब्यौरा देते हुए पाकिस्तान को कठघरे में खड़ा किया
उन्होंने बताया
कश्‍मीर में अशांति की जड़ क्रॉस -बोर्डर टेररिज्म है, जिसको मुख्यतः पडौसी देश से प्रोत्साहन मिलता है। आतंकवाद के कारण कश्मीर में आम जन जीवन प्रभावित है | कश्‍मीर में जब से आतंकवाद 1989-1990 से प्रारंभ हुआ, तब से अब तक सुरक्षा कर्मियों की कार्यवाही में
[१]34 हजार से ऊपर AK 47 राईफल बरामद हुए
[२]5 हजार से ऊपर ग्रेनेड लॉन्‍चर बरामद हुए
[३]करीब 90 लाइट मशीन गन्‍स बरामद हुई
[४]12 हजार से ऊपर पिस्‍तौल और रिवॉल्‍वर बरामद हुए
[५]3 Anti Tank , और 4 Anti Air Craft Guns बरामद हुए
[६]350 से अधिक मिसाइल लॉन्‍चर बरामद हुए
[७]आर डी एक्‍स समेत 63 हजार किलो Explosives, 1 लाख से अधिक ग्रेनेड आदि बरामद हुए हैं।
[८]इस अवधि में 5 हजार से अधिक विदेशी आतंकवादी, जो कि 5 बटालियन के बराबर हैं, मारे गए है।
इतने हथियार बरामद हों, इतने विदेशी आतंकवादी घाटी में मार-काट हेतु आएं हों, फिर पाकिस्‍तान चाहे लाख झूठ बोले, तो भी दुनिया कभी उसके दुष्प्रचार को स्वीकार नहीं करेगी |
प्रस्तुत है नरेंद्र मोदी के वक्तव्य के अंश
“मैं सभी राजनैतिक दलों के नेताओं का आभारी हूं कि उन्होंने जम्मू और कश्मीर के इलाकों में मौजूदा स्थिति के प्रति अपनी चिंता व्यक्त की है। लोकतंत्र द्वारा पिछले छह दशकों से पोषित समृद्ध परंपरा हमारे देश की एकता और अखंडता की सबसे बड़ी ताकत रही है। कुछ मुद्दों पर हमारे बीच कुछ मतभेद हो सकते हैं, लेकिन जब देश की अखंडता और संप्रभुता की बात आती है तब हम एकजुट रहते हैं।
जम्मू व कश्मीर में हाल ही में हुई घटनाओं से हर भारतीय की तरह, मेरे हृदय को भी काफी गहरा दुख पहुंचा है। मुझे यह देखकर बहुत दुख होता है कि बच्चे अपनी पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं, सेब का उत्पादन मंडियों तक पहुँच नहीं पा रहा, दुकानदारों की दैनिक आमदनी नहीं हो रही है और सरकारी कार्यालय लोकहित के कार्य नहीं कर पा रहे हैं। इस स्थिति से सबसे अधिक गरीब प्रभावित है।
हम पोलिटिकल वर्कर्स का अस्तित्व तो लोगों की वजह से ही है। ये हमारी ताकत हैं, हमारी ऊर्जा का स्रोत हैं; वास्तव में, जनशक्ति हमारे सार्वजनिक जीवन का अहम हिस्सा हैं। चाहे कोई भी हताहत हो, सिविलियन हों या फिर सिक्योरिटी फोर्सेज , दुःख हम सब को होता है | उनके परिवारों के साथ मेरी पूरी सहानुभूति है। घायल हुए लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं और साथ ही हम जल्द से जल्द घाटी में शांति स्थापित करना चाहते हैं ताकि यहां के लोग अपना सामान्य जीवन जी सकें, अपनी रोजी-रोटी कमा सकें, अपने बच्चों को पढ़ा सकें और रात में सुकून से सो सकें।
हम कश्मीर के मुद्दे का संविधान के मूलभूत सिद्धांतों (बेसिक प्रिंसिपल्स ) के अनुरूप स्थायी और शांतिपूर्वक हल के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम खुले विचारों वाले हैं और हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं। हम पूरे जम्मू और कश्मीर राज्य के हर नागरिक के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। समाधान ढूंढने के लिए, हम श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करते रहे हैं |
जम्मू और कश्मीर को अक्सर भारत का ताज कहा जाता है। असल में जम्मू और कश्मीर सर्व पंथ सम्भाव की सदियों पुरानी प्रतिबद्धता का प्रतीक है, जहां पर हिन्दू, सिख, बौद्ध एवं मुसलमान सदियों से एक साथ रहते आये हैं | जम्मू-कश्मीर राज्य हमारे फाउंडिंग फादर्स के उस विश्वास का प्रतीक है जो हमे हमारी विविधताएं होते हुए भी, हमे एक भारतीय के रूप में, उजागर करता है | जम्मू और कश्मीर न केवल हमारी क्षेत्रीय अखंडता का मुद्दा है बल्कि यह हमारी राष्ट्रीयता की परिभाषा भी है। हम इन हक़ीक़तों से इनकार नहीं कर सकते कि सुरक्षा बलों ने हर प्रकार की चोटें सही हैं, उनके ऊपर सुनियोजित हमले हुए हैं, इसके बावजूद भी सुरक्षा बलों ने संयम दिखाया है। आंकड़े बताते हैं कि सुरक्षा बल बड़ी संख्या में जख्मी हुए हैं |
कुछ तत्वों के दुष्प्रचार के बावजूद, कश्‍मीर में भ्रम और अशांति फैलाने वालों, और बच्‍चों को उकसाने वालों का प्रतिशत बहुत कम है। हर कश्मीरी अमन चैन चाहता है, और लोकतंत्र में विश्‍वास रखता है। इसलिए, लगातार चुनाव के बाद चुनाव में, कुछ अलगाववादी तत्‍वों द्वारा दी गई धमकियों के बावजूद, कश्‍मीर की जनता ने लोकतंत्र के इस हर पावन पर्व पर भारत के लोकतांत्रिक व्‍यवस्‍था में अपनी आस्‍था व्‍यक्‍त की। यहां तक कि वर्तमान अशांति से कुछ दिन पूर्व ही मुख्‍य मंत्री महबूबा जी की कांस्टिटुएंसी में जमकर वोट डाले गए तो यह भ्रम फैलाना कि यह जन आंदोलन है यह भी सत्‍य से एकदम परे है।
कुछ इलाकों में, क़ानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ प्रतिबन्ध लगाए गए | यह कानून व्‍यवस्‍था को बनाए रखने का एक कानूनी कदम है। अन्यथा शान्तिप्रिय जनसमूह के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा । वास्‍तव में, आम नागरिकों को इतनी परेशानी इन प्रतिबंधों से नहीं हुई, जितनी की अलगाववादी तत्‍वों द्वारा लगातार दिए जा रहे हड़ताल के कैलेण्‍डर से हुई।
इसी दौरान, अमरनाथ यात्रा का सफलतापूर्वक आयोजन होता रहा | साथ ही, लदाख में सोलर एनर्जी पर भी राज्य सरकार विशेष कार्य कर रही है | NEET, CET, UPSC की सिविल सर्विसेज परीक्षा का संचालन सुचारू रूप से किया गया | यहाँ तक कि सभी ज़रुरत की वस्तुएं आम नागरिकों को उपलब्ध कराई गयी | आने वाला समय पर्यटन के लिए सबसे अहम है, साथ ही सेब की फसल भी आने वाली है जोकि कश्मीर के आम नागरिकों की जीविका के लिए बहुत महत्वपूर्ण है | कुछ अलगाववादी तत्व इस समय का फायदा उठाकर कश्मीर के अमन और शांतिप्रिय नागरिकों को अनावश्यक बाधा पहुंचाने की चेष्ठा कर रहे हैं |
पाकिस्तान भूल जाता है कि वह अपने देश के नागरिकों पर लड़ाकु विमान से बम बरसाता है | अब समय आ गया है कि पाकिस्तान को विश्व के सामने बलूचिस्तान में और पाक-अधिकृत कश्मीर में लोगों पर हो रहे अत्याचारों का जवाब देना होगा |
हम लोगों के बुनियादी अधिकारों के लिए पूर्णतः कटिबद्ध हैं | आतंकवाद के विरुद्ध भी, हमारे क़ानून जितने मानवीय हैं, उतने विश्व के और किसी लोकतंत्र में नहीं हैं | हमारी सरकारों और हमारी सुरक्षा बलों नें इन घटनाओं से निपटने में संयम को दर्शाया है।
भारत, आतंकवाद का मुकाबला पूरी शक्ति और संकल्प से करेगा | यह हमारा राष्ट्रीय दायित्व है | भारत, रूल ऑफ़ लॉ के लिए प्रतिबद्ध है, इसे भारत की कमजोरी समझना विरोधी ताकतों की बड़ी भूल होगी | भारत आतंकवाद को समाप्त करने के लिए संकल्प-बद्ध हैं | हमारे लिए, मीन्स एंड एंड्स , यानी साधन और साध्य, दोनों ही महत्वपूर्ण हैं, और हम दोनों का निर्वाह करने में सक्षम हैं |
एक वास्‍तविकता यह भी है कि कश्‍मीर घाटी में सदियों से रह रहे कश्‍मीरी पंडितों को कश्‍मीर घाटी में अपने पूर्वजों के घरों से विस्थापित किया गया है। एक समुदाय विशेष के विरुद्ध इस प्रकार की ज्यादती पाकिस्‍तान में प्रशिक्षित, पाकिस्‍तान द्वारा हथियारों से लैस किये गए आतंकवादियों एवं उनसे सहानुभूति रखने वालों का काम है। यह कदापि कश्मीरियत में विश्वास रखने वालों का काम नहीं है ।
जम्मू एवं कश्मीर के सर्वागीण विकास के लिए पिछले दिनों ही राज्य सरकार की राय से 80 हजार करोड़ से ऊपर का एक विकास पैकेज पर फैसला लिया गया है। इस पैकेज के अंतर्गत केवल सड़क और बिजली के projects ही नहीं बल्कि जम्मू एवं कश्मीर के हर क्षेत्र व हर वर्ग के संपूर्ण विकास का ध्यान रखा गया है। बच्चों को अच्छी शिक्षा की सुविधा, युवाओं को रोजगार, चिकित्सा के लिए आधुनिक सुविधाएं, राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सुविधाएं, राज्य में फलों के उत्पादन के लिए विशेष सुविधा आदि शामिल हैं।
तुरंत रोजगार मुहैया कराने के लिए सरकार ने फैसला लिया है कि 10 हजार स्पेशल पुलिस ऑफिसर्स (SPOs), लगभग 1200 पैरा मिलिटरी व 5 IR बटालियन में लगभग 4000 पदों पर नियुक्ति की जायेगी। इसके अतिरिक्त उड़ान व HIMAYAT योजना में लगभग 1 लाख 25 हजार लोगों को प्रशिक्षण कराने का उद्देश्य है ताकि बेरोजगारों को उचित रोजगार मिल सके।
सुश्री महबूबा मुफती के नेतृत्व वाली राज्य की पीडीपी बीजेपी सरकार राज्य की समस्याओं को दूर करने का बेहतर प्रयास कर रही है। सरकार ने पिछले एक महीने में, विषम परिस्थितियों के बावजूद, स्थिति को बहुत ही सावधानीपूर्वक संभाला है। पूरा देश आज उनके साथ खड़ा है |
मैं फिर से यह बात दोहराना चाहूंगा कि केंद्र और राज्य की सरकारें यहां के लोगों की सभी जाय़ज शिकायतों को दूर करने और शांति बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हिंसा, आतंकवाद और भारत विरोधी अन्य गतिविधियों से सख्ती से निपटा जाएगा वहीं हर किसी व्यक्ति की जाय़ज शिकायतों को सुना जाएगा और उन्हें दूर किया जाएगा।
मैं इस बात पर पुनः बल देना चाहूंगा कि आतंकवाद और विध्वंस का जवाब हम सभी राजनीतिक दलों एवं देशवासियों को मिलकर देना होगा। आज जब आतंकवाद पूरे विश्व में बढ़ रहा है, ऐसे समय में हम जब पड़ोसी देश से शह पाए हुए आतंकवाद से घिरे हुए हैं, हमें इस लड़ाई के खिलाफ एक जुट होकर लड़ना होगा। सरकार की सभी राजनीतिक दलों से इस विषय पर रचनात्मक सहयोग की अपेक्षा है। सभी राजनीतिक दलों को अपने मतभेदों को इस विषय पर भुलाकर राज्य में शांति-व्यवस्था और खुशहाली कायम करने में सहयोग करना होगा। मुझे पूर्ण विश्वास है कि राज्य सरकार की लगन से और आप सब के पूर्ण सहयोग से हम शीघ्र ही जम्मू एवं कश्मीर में पुनः सामान्य जीवन स्थापित कर पाएंगे।
कश्मीर में अब तक जो मुख्य कदम एवं हमारी नीति रही है उसे मैं एक बार पुनः दुहराना चाहूँगा:
1) क़ानून व्यवस्था और सुरक्षा बनाए रखना किसी भी सरकार का दायित्व होता है | आतंक की कार्यवाही से समझौता नहीं होगा |
2) आज के युग में लोकतांत्रिक परम्परा के अनुकूल ही सिविल सोसाइटी को नागरिक गतिविधियों से जोड़ते हुए, प्रोत्साहित किया जाएगा
3) हम लोकतंत्र की परम्परा के अनुकूल ही राजनीतिक प्रक्रिया को आदरपूर्वक और बढ़ाएंगे, और
4) कश्मीर के नवयुवकों को भी राज्य की सक्रिय आर्थिक गतिविधियों से जोड़ने की व्यवस्था में तेज़ी लायेंगे |
5) जिन राज्यों में जम्मू-कश्मीर राज्य के लोग रह रहे हैं, चाहे वो हिन्दू हों, मुसलमान हों, सिख हों, या बौद्ध हों, या किसी भी धर्म के हों, उन राज्यों को उनसे संपर्क साधना चाहिए, और यह प्रयत्न करना चाहिए कि वे जम्मू-कश्मीर में रह रहे अपने सगे-संबंधों से संपर्क साध सकें और अपनी, और भारत के दूसरे प्रदेशों में हो रही प्रगति का विवरण दे सकें |
6) विदेश मंत्रालय को प्रयत्न करना चाहिए कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के वासी जो विश्व के विभिन्न देशों में रह रहे हैं, उनसे संपर्क साधें और उनसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की दयनीय स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त करें, और विश्व समुदाय को उसकी जानकारी दें |
मैं आप सभी को एक बार फिर से इस बैठक में अपने महत्वपूर्ण सुझाव व विचार रखने के लिए धन्यवाद देता हूं। सरकार की मदद करने के लिए मैं आप सभी को धन्यवाद देता हूं । हम सब इस राष्ट्रीय भावना के प्रति प्रतिबद्ध है कि भारत की क्षेत्रीय अखंडता के साथ समझौता नहीं किया जा सकता। संविधान के दायरे में हम सभी वर्गों की शिकायतों को दूर करने के लिए तैयार हैं।”

मोदी भापे पीओके पर पाकिस्तान काबिज है,बैनामा वाला बेकार में ही मदद चिल्ला रहा है

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओयेझल्लेया देखा हसाडे सोणे पी एम नरेंद्र भाई दामोदर मोदी की दरियादिली ओये कश्मीर के मुख्य मंत्री ओमर अब्दुल्लाह की लाख गालियों के बावजूद मोदी ने कुदरती कहर से राहत के लिए केंद्र के खजाने खोल दिए हैं| मानवीय संवेदनाएं दिखाते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हुए नुक्सान से मर्माहत मोदी ने वहां भी सहायता की पेशकश कर दी है

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी पीओके पर पाकिस्तान काबिज है,बैनामा वाला बेकार में ही मदद चिल्ला रहा है| नरेंद्र भाई को मंजीत[मन+जीत]+दिलजीत[दिल+जीत] बनने के लिए एस ेप्रयास सहायता कर सकते हैं लेकिन मोदी भापे को यह नहीं भूलना चाहिए कि पी ओ के पर नाम के अनुरूप पाकिस्तान का कब्जा हैऔर कब्जे के आगे बैनामा वाले की कोशिशें धरी की धरी रह जातीं है |

प्रधान मंत्री ने जे & के बाढ़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया,राहत के लिए केंद्रीय खजाना खोला

प्रधान मंत्री ने जम्मू-कश्मीर का दौरा करके बाढ़ प्रभावित लोगों का दुख-दर्द साझा किया और बाढ़ राहत और पुनर्वास के लिए 10 अरब रुपये की अतिरिक्त विशेष परियोजना सहायता की घोषणा की
प्रधान मंत्री ने इसे राष्ट्रीय स्तर की आपदा बताते हुए संकट की घड़ी में जम्मू-कश्मीर के लोगोंको हर सम्भव सहायता का आश्वासन दिया |
प्रधानमंत्री मानवीय संवेदनाओं का सराहनीय प्रदर्शन करते हुए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए भी
मानवीय सहायता की पेशकश की|
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर में लगातार वर्षा और बाढ़ से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य का दौरा किया।
प्रधानमंत्री ने लोगों का दुख-दर्द साझा किया। राज्य के मुख्यमंत्री श्री उमर अब्दुल्ला और वरिष्ठ अधिकारियों ने बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी प्रधानमंत्री को दी। जान-माल को हुए नुकसान और जनजीवन अस्तव्यस्त होने की जानकारी भी दी गई। बाढ़ से हजारों गांव प्रभावित हैं।गत शाम गृह मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में बाढ़ से हुई तबाही के बारे में प्रधानमंत्री को जानकारी दी थी। उन्होंने यह भी बताया था कि राज्य के लोग किस बुरी स्थिति से गुजर रहे हैं। हालात की गंभीरता के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने कैबिनेट सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संकट की समीक्षा के लिए बैठक की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह राष्ट्रीय स्तर की आपदा है और केंद्र सरकार संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार और वहां की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है।
प्रधानमंत्री ने अवलोकन किया कि त्रासदी की विकरालता के मद्देनजर राज्य आपदा राहत कोष के जरिए राज्य सरकार को उपलब्ध कराए जा रहे 11 अरब रुपये पर्याप्त नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार बाढ़ राहत और पुनर्वास के लिए राज्य सरकार को 10 अरब रुपये की अतिरिक्त विशेष परियोजना सहायता उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि हालात का समुचित सर्वेक्षण करने के बाद जरूरी हुआ तो अतिरिक्त सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

The Indian Air Force Helicopters carrying out rescue, relief and evacuation of people marooned during the flood fury, in Jammu and Kashmir

The Indian Air Force Helicopters carrying out rescue, relief and evacuation of people marooned during the flood fury, in Jammu and Kashmir


इस आपदा में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के निकट संबंधी को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। यह राशि प्रधानमंत्री राहत कोष से उपलब्ध कराई जाएगी।
बाढ़ से बेघर लोगों को छत उपलब्ध कराने की फौरी जरूरत पूरी करने के लिए केंद्र सरकार सशस्त्र बलों और केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों से 5,000 टेंट उपलब्ध कराएगी। यह टेंट सोमवार से विभिन्न स्थानों के लिए रवाना हो जाएंगे। ठंड के इस मौसम में जरूरतमंदों को कंबल खरीदने के लिए प्रधानमंत्री राहत कोष से 5 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। बच्चों के लिए पूरक आहार की आपूर्ति करने के लिए केंद्र सरकार विमान के जरिए 50 टन दूध उपलब्ध कराएगी। आपात जरूरत पूरी करने के लिए आवश्यक दवाओं की एक खेप विमान से आज शाम भेजी जा रही है। आवश्यकता होने पर और दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
दूरसंचार विभाग के दल को प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द दूरसंचार संपर्क बहाल करने के निर्देश दिए गए हैं। सेना के इंजीनियर क्षतिग्रस्त पुलों की मरम्मत कर रहे हैं। गुजरात और महाराष्ट्र से नौकाएं भेजी जा रही हैं।
जिन लोगों के यहां बिजली आपूर्ति बाधित हुई है वहां 2000 सोलर लैम्प उपलब्ध कराए जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने अन्य राज्यों से भी कहा है कि हो सके तो वे भी राहत सहायता उपलब्ध कराएं।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि राज्य में राहत सामग्री ले जा रहे विमान बाढ़ में फंसे पर्यटकों को भी वापस लाएंगे।प्रधानमंत्री ने सशस्त्र बलों और एनडीआरएफ कर्मियों के पूरे समन्वय के साथ किए जा रहे राहत और बचाव कार्य की सराहना भी की है।
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हुए नुकसान पर भी चिंता प्रकट की है।
संकट की इस घड़ी में, प्रधानमंत्री ने क्षेत्र के लोगों को सभी संभव सहायता देने का प्रस्ताव किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार को जरूरत हो तो भारत सरकार उन क्षेत्रों में मानवीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए तैयार है।
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi taking the aerial view of the situation of flood affected areas, in Jammu and Kashmir on September 07, 2014.

Rs 1000 Crore For J&K Flood Victims And Control Room

Declaring J& K floods as “national level disaster” P M Narendra Modi today announced Rs 1,000 crore And Control Room .Indian P M also extended helping hand for P O K also .
Rs 1,000 crore is special assistance for rehabilitation of flood victims of J&K And Control Rooms are for Assistance
Pertaining to J&K Floods
Declaring the Jammu and Kashmir floods as “national level disaster”, Prime Minister Narendra Modi today announced Rs 1,000 crore as special assistance for rehabilitation .Anybody seeking help regarding assistance pertaining to flood situation in Jammu and Kashmir may approach Control Room, Ministry of Home Affairs (MHA), New Delhi. MHA Control Room telephone Nos. are:
23093054, 23092763, 23093564, 23092923, 23092885, 23093566, 23093563. Flood Control Room numbers are:
Delhi J&K House: 011-24611210 and 24611108.
while sharing the pain and anguish of the people of the state.In a humanitarian gesture, PM Narendra Modi today offered all possible help to Pakistan for carrying out relief operations in the flood- ravaged Pakistan-Occupied Kashmir. also
Photo Caption
The Prime Minister, Shri Narendra Modi giving statement to media, after reviewing the situation of flood affected areas in Jammu and Kashmir on September 07, 2014.
The Governor of Jammu and Kashmir, Shri N.N. Vohra, the Chief Minister of Jammu and Kashmir, Shri Omar Abdullah and the Minister of State for Science and Technology (Independent Charge), Earth Sciences (Independent Charge), Prime Minister Office, Personnel, Public Grievances & Pensions, Department of Atomic Energy and Department of Space, Dr. Jitendra Singh are also seen.

चीन ने पहले हसाडे कश्मीर[POK] में अतिक्रमण किया अब द.चीन सागर में तेल निकालने भी नहीं दे रहा

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भारतीय तेल कंपनी का चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये चीन अपनी दादा गिरी कब छोड़ेगा ? देख तो वियतनाम ने अपने समुद्र में तेल निकलने के लिए हमें पांच ब्लॉक क्या दे दिए चीन ने तो उस छेत्र में अपनी छावनी ही बनानी शुरू कर दी ऊपर से उनका मीडिया हिंदी चीनी भाई भाई का नारा लगाता हुआ कह रहा है कि जापान ,इंडिया और चीन में दरार डाल रहा है|ओये ऐसा कहीं होता भी है?

झल्ला

भापा जी चीन ने पहले हसाडे कश्मीर[POK] में अतिक्रमण किया अब द.चीन सागर में तेल निकालने भी नहीं दे रहा ये तो बढ़ी नाइंसाफी है
चीन ने तो हसाडे कश्मीर [ POK ]के एक बढे हिस्से में अतिक्रमण किया हुआ है वहां आये दिन कभी पुल और कभी रोड तो कभी बिजली घर बनाने की घोषणाएं करता रहता है आप तो ओनली वियतनाम के हिस्से वाले समुद्र में वियतनाम के कहने से ही तेल निकालने जा रहे हो कोई बात नहीं अब तो फिलीपींस ने भी आपके इस कदम का समर्थन कर दिया है सो हो जाओ शुरू शुभम शीघ्रम