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Tag: Political Satire

पंजाब सरकार में सिक्योरिटी चूक पर बिना आग के ही दुआं उडाया जा रहा है

झल्ले दी गल्लां
उत्तेजित पंजाबी कांग्रेसी
ओए झल्लेया! ये भगवाधारियों ने पूरे मुल्क में हमे बदनाम कर छोड़ा है। सूत ना कपास और जुलाहों में लठ्मलठ् वाली बात कर के रख दी।अरे इनके प्रधानमंत्री को ना तो काले झंडे दिखाए गए ,ना ही नारे तक लगे और ये चिल्ला रहे हैं की मोदी जी की जान को खतरा होसकता था
झल्ला
मेरे चतुर सुजान! इसका मतलब है कि बिना आग के ही आप लोगों ने धुआँ उड़ा दिया,
पहले मुख्यमंत्री पीएम के प्रोग्राम में नहीं पहुंचे,
फिर सुरक्षा चूक पर खेड प्रगट किया,
फिर फिरोजपुर के बेचारे पुलिस कप्तान को निलंबित किया
फिर सात आई पी एस अधिकारी बदल डाले ,
और तो और आपके चहिते और अकाली बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने वाले अपने खासुलखास डी आई जी को भी हटा दिया ,उसके बावजूद कहते हो कि आग तो लगी ही नहीं Jhalle Di Gallan
Agitated Punjabi Congressman
Oh jealous! These saffron people have defamed us all over the country. They put it in cotton, cotton and weavers by talking lath
Jhalla
O My Dear Clever It means you blew smoke without fire,???
The first Chief Minister did not reach the PM’s program,
Then revealed the pit on the security lapse,
Then the poor police captain of Ferozepur was suspended
Then seven IPS officers changed,
Moreover, he has also removed his special DIG who lodged an FIR against your favorite Opponent and Akali Bikram Singh Majithia, despite that you say that the fire did Not Even Start

पंजाब में भजपा को दुश्मन के दुश्मन (कैप्टेन) का मिलेगा साथ

                                                 झल्ली गल्लां

भाजपाई चेयरलीडर

ओए झल्लेया ये तो कमाल हो गया।पंजाब में हुण दो राष्ट्रीय दल मिल कर राष्ट्र विरोधी शक्तियों को हसाडे सोण पंजाब से बाहर निकाल फेकेंगे।ओए पटियाला के राष्ट्रवादी महाराजा कैप्टेन अमरिन्दर सिंह जी ने विश्व की सबतों वड्डी भजपा पार्टी नाल मिल के पंजाब में चुनाव लड़ने की संभावनाओं को हवा दे दी है।।ओये अब तोपंजाब में भी  हसाडी सरकार बने ही बने

झल्ला

ओ मेरे चतुर सेठ जी

कैप्टेन की कांग्रेस की आला कमानऔर पंजाब प्रदेश के विवादित अध्यक्ष  से नवी नवेली  नाराजगी जगजाहिर है।चूंकि  राजनीति में दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है इसीलिए भाग्य से  छींका टूट सकता है।पंजाब में भजपा को दुश्मन के दुश्मन (कैप्टेन) का मिलेगा साथ

गतिशक्ति से कुछ लोगों की गति जरूर हो जाएगी

                                                                     झल्ले दी गल्लां

भाजपाई चेयरलीडर

ओए झल्लेया! वोह मारा पापड़ वाले को।हसाडे धाकड़ प्रधानमंत्री श्री नरेंद्रमोदी जी ने मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी के लिए ₹ 100 लाख करोड़ का नेशनल मास्टर प्लान गतिशक्ति लांच कर दिया है।

 ओए इससे लॉजिस्टिक की लागत कम  हो जाएगी,अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और  बुनियादी ढांचे का विकास होगा।इसके अलावा 
लॉजिस्टिक्स की लागत में कमी आएगी।कार्गो हैंडलिंग क्षमता बढ़ जाएगी और कार्यान्वयन तेज  हो जाएगा।

मानता है ना कि मोदी है तो ही मुमकिन है

झल्ला 

ओ मेरे चतुर सेठ जी! ये विकास की गाड़ी पुराने निरन्तर घटाए जा रहे पहियों पर ही चलेगी ।ये पहिये आपकी गाड़ी को सात बरसों में 24 कोस पीछे ले जा चुके है।हाँ इस गतिशक्ति से आप लोगों के कुछ अपनों की गति जरूर हो जाएगी।

हैल्थ आईडी के साथ हैल्थ इन्सुरेंस भी दीजिये (व्यंग)

                                                  झल्ली  गल्लां 

भजपाई चेयरलीडर

ओए झल्लेया! वोह मारा पापड़ वाले को!

ओए हसाडे ऐतिहासिक प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी जी ने एक और रिकॉर्ड उपलब्धि हासिल कर ली।अब जनता को हेल्थ आई डी कार्ड भी मिलने लगेगा।अब किसी को फाइलें उठा कर डॉक्टरों के यहां जांच पे जांच के लिए चक्कर नही लगाने होंगे।अब तो मोबाइल/लैपटॉप पर एक क्लिक से स्वास्थ्य पहचान पत्र से सारी हैल्थ हिस्ट्री खुल कर सामने आ जायेगी

झल्ला

मेरे भोले सेठ जी!हैल्थ आई डी के साथ हैल्थ इन्सुरेंस भी दीजिये

बेशक 2022 में यह एआप लोगों के लिए मास्टर स्ट्रोक का काम कर सकेगा लेकिन इस एप्प /वेबसाइट पर जितना खर्च होगा लगभग उतना ही और खर्च करके सबको दुर्घटना+जीवन बीमा की तर्ज पर स्वास्थ्य बीमा भी दिया जा सकता है।अब देखो लगभग ₹ 900 करोड़  बुक करके लगभग 2 करोड़ लोगों  को आयुष्मान कार्ड से सहायता दे चुके हो। आपके  एल्डर हेल्प जैसे कॉल सेंटर हैल्थ सम्बन्धी जानकारी जुटाने भी लग गए है।अब गुणा भाग करके देख लो इतने में हैल्थ  इन्सुरेंस भी दिया जा सकता है।

 

पँजांब की सियासत में सिद्धू असफल और राहुल+चन्नी सफल सियासतदां (व्यंग)

                                              झल्लीगल्लां

पंजाबीचिंतक

ओए झल्लेया!आज हसाडे सोने पँजांब की पृष्ठभूमि पर नाकाम सियासतदां और मुक़म्मल सियासतदां में फर्क समझा ।

झल्ला

भापा जी!पँजांब की सियासत में सिद्धू असफल और राहुल+चन्नी सफल सियासतदां (व्यंग)

नाकाम सियासतदां समझो लाफिंग जट्ट नवजोत सिंह सिद्धू।प्रदेश में सबसे लोक प्रिय+सबसे कर्मठ+ईमानदार लेकिन इनसे  पहले मंत्रिपद गया । अब सीएम की कुर्सी मिलते मिलते हाथों से खिसक गई।अब बेचारे ओनली सीएम के संलग्नक बने घूम रहे हैं

और मुकम्मल बोले तो आज की राजनीति में  सफल सियासतदां समझो तो चरणजीत सिंह चन्नी

निर्दलीय विधायक कांग्रेस में लौटे और  दो जट्टों की लड़ाई में मलाई दलित की थाली में आ गिरी।वैसे यहां एक और कहावत चरितार्थ होती है ।बोले तो पंजाबी बिल्लियों की लड़ाई में दिल्ली के बंदर मामा ने अपनी बिसात बिछा ली ।इसीलिएझोट्टों की लड़ाई में झुंडों का तो जो हुआ सो हुआ मगर  सबसे सफल  तो दिल्ली वाले ही हुए

सीएम चन्नी ने पँजांब में पुरानी कहावत को झुठलाया

झल्लीगल्लां

कांग्रेसीचेयरलीडर

ओए झल्लेया! मुबारकां!

ओए महाराजा पटियाला अमरिन्दर सिंह जी ने जो भसूड़ी पाई थी उसमें से पँजांब कांग्रेस बाहर निकल आई ।श्रीमती सोनिया गांधी+राहुल गांधी+हरीशरावत+नवजोतसिंहसिद्धू के अथक प्रयास और सूझबूझ से ना केवल संकट टल गया बल्कि पार्टी और मजबूत बन गई है। दलित चरणजीतसिंह चन्नी को सर्वसम्मति से  मुख्यमंत्री बना कर भजपा+बसपा+एसएडी को  सकते में डाल दिया।अब 2022 में भी हसाडी ही सरकार लौट के आएगी

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाणा !वाकई पुरानी सारी कहावतें+मान्यताएं+परम्पराएं धाराशाई हो गई।

सुनते आये थे  कि नालायक बच्चे का बस्ता भारी होता है लेकिन पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत  चन्नी ने इस कहावत को भी फिलहाल तो झु टला दिया

अरे भाई ५८ वर्षीय चन्नी साहब गरीब दलित परिवार से हैं लेकिन इनके बस्ते में

डिग्री इन लॉ

बिज़नेस प्रबंध और

पोलिटिकल साइंस की डिग्रियां है। इन सब से ऊपर दलित कार्ड और कांग्रेस हाईकमांड का हाथ है

 

कैप्टेन ने कप्तानी ही छोड़ी है अभी सियासी तलवार नही टांगी (व्यंग)

                                                  झल्लीगल्लां

कांग्रेसीचेयरलीडर 

ओए झल्लेया! हसाडी हाईकमान ने हथेली पर सरसों उगा के दिखा दी।ओए बगावती तेवर दिखा रहे कैप्टेन अमरिन्दर सिंह के नीचे से मुख्यमंत्री की कुर्सी खींच ली।अब तो 2022 को होने जा रहे चुनांवों में लगने जा रहे अनहोनी के ग्रहण से मुक्ति मिल जानी है।नया चेहरा ! नया चुनाव !! नई जीत

झल्ला

चतुर सुजाणा!बेशक एआप लोगों ने नवजोत के लिए इस पुरानी जोत को बुझा दिया मगर ये याद रखना की  कैप्टेन ने 79 वर्ष में भी अभी तलवार दीवार पर टांगी नही है।चुनांवों में नवजोतसिंहसिधू के खिलाफ म्यान से बाहर निकल भी सकती है

आप लोग सिद्धू बनाम कैप्टेन की लड़ाई में कूदे हो तो यह जान लो कि कैप्टेन ने कप्तानी ही छोड़ी है अभी सियासी तलवार नही टांगी ।समझे ?? के नही समझे???

राष्ट्र नायक राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय से कई सियासी लकीरें छोटी हुई

झल्लीगल्लां

जाटभजपाई

ओए झल्लेया !

इबलो तो घणा मज़्ज़ा आ गया।उरे म्हारे धाकड़ पीएम माननीय नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी जी ने म्हारे भुलाए जा चुके राष्ट्र नायक राजा महेंद्र प्रताप सिंह जी को सम्मान देते हुए राजा जी के नाम पर अलीगढ़ में राज्यविश्वविद्यालय का शिलान्यास कर दिया।म्हारा सीना और चौड़ा हो गया

झल्ला

चौधरी साहब!

आपके मोदी जी ने राष्ट्र नायक राजा महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय से कई सियासी लकीरें छोटी कर दी

(1)AMU में  पाकिस्तान के संस्थापक और विभाजनविभिषिका के अपराधी मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर की पूजा करने वालों को आईना दिखा दिया

(2)प्रदेश में आपलोगों की 6% आबादी, जिसमे अनेकों विधायक जिताने की क्षमता है ,को अपनी तरफ मौड़ लिया

(3)रालोद के अध्यक्ष जयंत चौधरी को जाट वोटबैंक में भागदौड़ में पछाड़ दिया

(4)अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी का नाम बदले बगैर दूसरा नया विश्वविद्यालय खोल कर मुस्लिमो के दिल से भजपा का डर भी कम कर लिया

By धर्म या By कर्म यूपी में गद्दी बचानी हैं (व्यंग)

                                               झल्ली गल्ला

By धर्म या By कर्म  यूपी में गद्दी बचानी हैं (व्यंग)

सपाई चीयरलीडर 

ओए झल्लेया!ये क्या हो रहा है?इन भजपाइयों ने तो गुरुपूर्णिमा जैसे पवित्र उत्सव का भी मजाक बना कर रख दिया। देख तो एक एक गुरु के दस दस छुटभैयों ने पैर पकड़ कर फोटो खिंचवा कर सोशल मीडिया भर दिया।और  तो और मंदिरों में विग्रहों को भी नही छोड़ा।

झल्ला

पहलवान जी! 2022 में आपको पछाड़ने के लिए ये पार्टी लाइन होगी । अब तो सियासत में सब जायज है। By धर्म या By कर्म  यूपी में गद्दी बचानी हैं (व्यंग)

कोरोना पीड़ित के हिस्से में भी मुआवजा नही,जुमले और सिर्फ जुमले

झल्लीगल्लां
उत्तेजितसमाजसेवी
ओए झल्लेया!ये क्या हो रहा है?ओए मुल्क में सरकारें कोरोना महामारी में भी पीड़ितों के प्रति अपनी जिम्मेदारियों से भागने में ही लगी है। कोरोना संक्रमितों और उनकी मृत्यु के आंकड़े निरन्तर बढ़ते जा रहे है।अनेकों परिवारों में कमाने वाला कोई नही रहा।इलाज में व्यवसाय ठप्प हो गए।बच्चे अनाथ हो गए और केंद्र की सरकार कहती है कि पीड़ितों को मुआवजा नही देंगे। इस रवैये से दुखी होकर माननीय सुप्रीमकोर्ट ने कहा दिया है कि मुआवजा तो देना ही पड़ेगा।
झल्ला
झल्लाभापा जी!सरकारें तो स्मारकों पर अपने नाम के शिलापट लगाने को लालायित रहती आई है।इसीलिए बजट का बड़ा हिस्सा ऐसे ही कार्यों में जाता है और आम आदमी के हिस्से में आते हैं जुमले और सिर्फ जुमले ।अब देखो 1947 के रिफ्यूजी आज भी अपने हक का कंपनसेशन/रिहैबिलिटेशन क्लेम लेने को दर दर भटक रहे हैं