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Tag: politics

पैरोडी:ओ मोदी जी! संसद में हवा कभी नरम पर अक्सर गरम गरम गरम

कभी लोक सभा पंगु तो कभी राज्यसभा भंग

पॉलिटिक्स की बातें तो पॉलिटिशियन्स ही जाने

ओ मोदी जी! संसद में हवा कभी नरम नरम पर अक्सर गरम गरम गरम

बड़े दावों संग गुजरात से आये थे मुल्क की  हवा बदलने

लेकिन वाह री किस्मत , किस्मत में लिखे थे तुम्हारे जुमले, लिखे थे तुम्हारे जुमले

अरे ओ मोदी जी ,पॉलिटिक्स की हवा  गरम ,बेहद गरम गरम गरम

राजनीति के गोरखधंधे में तरह तरह का  जलवा,तरह तरह का जलवा

अपराधियों को भी मिलता है महलों में हलवा,महलों में मिलता हलवा

अरे ओ मोदी जी!खिचड़ी को तरस वोटर,हाँ जी,वोटर  तरसे

ओ मोदी जी!  अरे ओ मोदी जी!दर्द दिया तो सुख भी देना थोड़ा थोड़ा ,सुख भी थोड़ा थोड़ा

मत भूलो ऊपर वाले ने दुख और सुख की बनाई जोड़ी,हाँ जी खूब बनाई जोड़ी

अरे ओ मोदी जी!जीवन में क्यूँ सब गरम गरम,गरम गरम ,अब तो दे दो नरम नरम

हाँ जी !नरम नरम

 

 

 

एक तेंदुए ने मेरठ छावनी में सुरक्षा व्यवस्था के दावों की पोल खोली

आपात कालीन स्थिति का मूल्यांकन करने और मुसीबत पर काबू पाने में सक्षमता के दावों की पोल खोलने के लिए मेरठ के सुरक्षित कहे जाने वाले पॉश “छावनी “में एक तेंदुए ने भी बीते दिन सफलता पा ली है। इस टाइगर को पकड़ने में शासन +प्रशासन के सिविल+आर्मी+व् फोरेस्ट आदि विभाग नाकाम रहे |यहाँ तक कि छावनी में ही उत्तेजित टाइगर की लोकेशन को लोकेट करने में भी असफल रहे |

Tiger In Meerut Cantt

Tiger In Meerut Cantt

चीन +बंग्ला देश+पकिस्तान +नेपाल+श्रीलंका की सीमाओं और देश के भीतर समस्यायों को हैंडल करने में हम कब सक्षम होंगे ??? यह एक यक्ष प्रश्न निरंतर भयावह होता जा रहा है |समस्या को सुलझाने के लिए घोषित+अघोषित “अलर्ट” रूपी दैवीय शक्ति का सहारा लेना मजबूरी बन गया है| लिहाजा शहर में आज [सोमवार]अलर्ट है |स्कूल बाजार बंद करने की घोषणा हो चुकी हैं |चोरी+ डकैती+लूट+मर्डर+और बलात्कार की घटनाएं तो रूटीन बनती जा रही हैं लेकिन दिल्ली में निर्भया काण्ड+मुजफ्फर नगर में दंगे अपने आप में चुनौती पूर्ण घटनाये हुई हैं और इन्हें समय रहते रोकने में सभी असफल रहे हैं |अब मेरठ में तेंदुए को पकड़ने के लिए पोलिस की पिस्टल+राइफल+ऐ के ४७ तक फेल हो गई |आर्मी की कथित रणनीती धरी रह गई| सत्ता रुड या विपक्ष का कोई नेतानहीं दिखाई दिया एक निर्दोष की जान चली गई और अनेकों घायल हो गए|हो सकता है कि अपनी छवि बचाने के लिए मुआवजा[ Compensation] वाली लकीर पीटने की कवायद शुरू हो जाए|
ऐसा नहीं कि यह पहली बार हुआ है ऐसा पहले भी हो चूका है इसी छेत्र में लगभग डेढ़ दशक पहले भी कैन्ट नागरिक एक अन्य टाइगर का आतंक झेल चुके हैं एक विशाल हाथी भी अपना रौद्र रूप दिखा चुका है |इसके बावजूद अब विशेषकर वन+पर्यावरण विभाग की अकर्मण्यता पर जांच तो बनती है |
ये तेंदुआ शहर को दिन भर खौफजदा रखने के बाद रात बारह बजे खुली आबादी में निकल भागा।सुबह शहर के सदर बाजार और कैंट अस्पताल के बाद दिन भर चला अभियान उस समय प्रशासनिक तमाशा साबित हुआ जब आधी रात को दीवार तोड़कर निकले तेंदुए ने एक बार फिर पूरे शहर को खौफ के साए में ले लिया।फायरिंग और पटाखों के बावजूद भी तेंदुए का बाल बांका नहीं हुआ। इस अफरातफरी में छह -सात लोग घायल हुए हैं। इस लापरवाही के बाद प्रशासन हमेशा की तरह अगले दिन स्कूल-कालेज और बाजार बंद करने की औपचारिक घोषणा भर करता रहा।

प्रजातंत्र में आज भीड़ तंत्र के राज का मुम्बई में प्रदर्शन हुआ |

प्रजातंत्र में आज भीड़ तंत्र के राज का मुम्बई में प्रदर्शन हुआ | प्रतिबंध के बावजूद मार्च निकला रैली हुई और दक्षिण मुम्बई का ट्रैफिक जाम हो गया |
११ अगस्त को मुम्बई के आज़ाद मैदान में हुई हिंसा के विरोध में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने उसी मैदान में रैली का आयोजन किया| इस रैली में महाराष्ट्रा में एन सी पी कोटे के गृह मंत्री आर आर पाटिल और पोलिस कमिशनर ऐ .पटनायक का इस्तीफा मांग लियागया| संसद ने जहां कोयले को लेकर पी एम् के इस्तीफे कि मांग पर विपक्ष अड़ा रहा वहीं मुम्बई में गृह मंत्री और पोलिस कमिशनर के इस्तीफे के लिए रैली भी आयोजित की गई| दिल्ली में संसद स्थगित हुई तो मुम्बई में ट्रैफिक जाम हो गया|
गिरगावं चौपाटी से आज़ाद मैदान तक अपने समर्थकों के साथ पैदल पहुंचे राज ठाकरे ने खुल कर सरकार पर भडास निकाली|उन्होंने पोलिस पर आरोप लगाया कि ११ अगस्त कि हिंसा के बारे में पोलिस को पहले से ही जानकारी थी|इसीलिए इनकी शह पर ही दंगे हुए |इसके अलावा अपने पुराने वोट शत्रु यूं पी और बिहार के लोगों के विरुद्ध जहर उगलने से भी नहीं चूके श्री ठाकरे ने कहा कि इन दोनों राज्यों के लोग भारी संख्या में मुम्बई आ रहे हैं|जिनके कारण वहां[मुम्बई] में अनेकों समस्याएं हो रही हैं|
उन्होंने करंट हाट टापिक बंगलादेशियों को भी टच किया और हिंसा के लिए इन्हें ही दोषी ठहराया|
कांग्रेस और एन सी पी ने इसे अवसरवादी राजनीती बताया जबकि अनेकों लोगों ने मुम्बई के मैरीन ड्राईव पर लगे भारी जाम के लिए व्यवस्था और मनसे को भी कोसा
राजनीतिज्ञों का मानना है कि वर्तमान में बाल ठाकरे बूड़े हो गए है और उनके पुत्र उद्धव ठाकरे दिल का इलाज़ करवा रहे हैं भाजपा वहां निष्क्रिय दिख रही है\ऐसे में वहां कि हिंदूवादी राजनीति में रिक्ति दिखाई दे रही है जिसे भरने के लिए राज ठाकरे ने मौके का लाभ उठाया है|कुछ का मानना है कि संसद में कोयले के मुद्दे पर से ध्यान डायवर्ट करने के लिए यह भी शगूफा ही है|
खैर कुछ हो बिना आज्ञा मार्च निकाल कर ट्रैफिक को बंधक बनाने से व्यवस्था और आयोजकों कि जवाब देही तो बनती ही है