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Tag: politics on riots in mujaffar nagar

रालोद सुप्रीमो अजित सिंह ने अपने वोट बैंक को पहले डांटा तो अब महासचिव जयंत ने सहानुभूति का मलहम लगाया

राष्ट्रीय लोक दल [रालोद]सुप्रीमो अजित सिंह की डांट के बाद उनके पुत्र राष्ट्रीय महासचिव सांसद जयन्त चौधरी ने मेरठ और मुजफ्फरनगर जिले के हिंसा प्रभावित गांवों का दौरा किया और पीड़ितों के जख्मो पर सहानुभूति का मलहम लगा कर अपने वोट बैंक को बिखरने से बचाने का प्रयास किया | चौधरी चरण सिंह की राजनीतिक विरासत के तीसरे युवा नेता ने इस क्षति की भरपाई जल्द से जल्द करने की भी शासन से मांग की |
लोकसभा सांसद जयन्त चौधरी ने मेरठ तथा मुजफ्फरनगर जनपद के हिंसा प्रभावित गांवों का१४ अक्टूबर को दौरा किया। उन्होंने मेरठ जनपद के राधना तथा मुजफ्फरनगर जनपद के सोरम और सिसौली गांवों का दौरा कर दंगा पीडि़तों के परिवारीजनों से मुलाकात की।
इस दौरान उन्होंने लोगों की समस्याएं सुनीं तथा उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वसन दिया सांसद जयन्त चौधरी सबसे
[१]पहले सोरम में विपिन के परिवारीजनों से मिले। विपिन की मौत 07 सितम्बर को पुर बलियान गांव में हिंसा के दौरान हुई थी। सांसद जयन्त चौधरी ने मृतक के परिवाजनों को सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में रालोद पीडि़तों के साथ है।
[२] उसके बाद वह सिसौली पहुंचे और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष एवं बालियान खाप के मुखिया नरेश टिकैट के साथ बैठक कर क्षेत्र के हालात पर चर्चा की। बैठक में पूर्व विधायक राजपाल बालियान, पूर्व मंत्री धर्मवीर बालियान, पूर्व विधायक प्रदीप बालियान तथा अन्य बुजुर्ग लोग उपस्थित थे।
बाद में वह मेरठ जनपद के
[३] राधना गांव में पहुंचे और हिंसा में जख्मी लोगों का हाल जाना। खेड़ा गांव में पंचायत के दौरान हुई पुलिस फायरिंग में इस गांव के कई लोग जख्मी हुए थे।
युवा सांसद ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने तथा दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। हिंसा में किसानों के ट्रैक्टरों तथा नलकूपों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने इस क्षति की भरपाई जल्द से जल्द करने की भी शासन से मांग की है। रालोद महासचिव ने लोगों से शान्ति व सौहार्द बनाने की अपील की।

मुजफ्फर नगर में कोई नई वारदात नहीं होने से कुछ शान्ति है ,कर्फ्यू में ढील बढाई जा रही है लेकिन सिसायत गरमा रही है

मुजफ्फर नगर में कोई नई वारदात नहीं होने से शांति प्रक्रिया प्रग्रिती पर है इसीलिए कर्फ्यू में ढील की अवधि बढाई जा रही है लेकिन अब छेत्र में सिसायत गर्माने लग गई है| प्रदेश में सत्तारुड समाज वादी सरकार पर अकर्मण्यता का आरोप लगाते हुए मुजफ्फर नगर की तुलना गुजरात के गोधरा काण्ड से की जाने लगी है| सपा से निष्काषित और अमर सिंह के करीबी सांसद ज्याप्रदा[अभिनेत्री] ने तो प्रदेश सरकार को जमीनी हकीकत से ही अंजान बताया है | कर्फ्यू में ९ घंटे की ढील दी गई है|

communal Riots IN U P

communal Riots IN U P

भाजपा और रालोद ने अपने प्रभावी छेत्रों में शांति व्यवस्था के लिए दौरा कार्यक्रम बनाये लेकिन प्रशासन ने कोई रिस्क लिए बगैर रालोद सुप्रीमो और केन्द्रीय मंत्री चौ. अजित सिंह के अलावा भाजपा के १२ विधायकों को भी मुजफ्फर नगर जिले के सीमा से ही वापिस लौटा दिया| चौ अजित सिंह ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव की तुलना भाजपा के नरेन्द्र मोदी से करने में देर नही लगाईं|प्रदेश के अपने काबिना मंत्री और वरिष्ठ नेता मो. आजम खान ने अपने वोट बैंक को बचने की खातिर अपनी ही सरकार को तेवर दिखने शुरू कर दिए
मुलायम सिंह यादव ने तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए गोधरा [२००२] के दंगों और मुजफ्फर नगरकी हिंसा में समानता को ख़ारिज कर दिया|
मो आजम खान को स्पष्ट कह दिया है के या तो वोह पार्टी के साथ रहें अन्यथा इस्तीफा दे सकते हैं|
मुजफ्फर नगर की इस हिंसा से चुनावी ध्रुवि करण प्रभावित होने लग गए हैं| यहाँ विकास को दरकिनार रख कर साम्प्रदाइक द्रष्टि हावी होने लग गई है| इस छेत्र में मुस्लिम और जाटों का प्रभाव है |जाटों के नेता अपने छेत्र तक में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं जबकि अधिकांश मुस्लिमो का सपा से मोह भंग होने लग गया है| जाहिर है जाटों का रुझान हिन्दू वादी भाजपा की तरफ हो सकता है और मुस्लिम वोट बैंक भी अपने लिए किसी नई राजनीतिक विकल्प की सोच सकते हैं