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राष्ट्रपति ने केन्द्रीय विद्यालयों में ३८% शिक्षकों की कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए रिक्तियों को तुरंत भरने का आग्रह किया

राष्ट्रपति ने केन्द्रीय विद्यालयों में शिक्षकों की ३८% कमी पर चिंता व्यक्त करते हुए रिक्तियों को तुरंत भरने का आग्रह किया|
राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय से केंद्रीय विश्वविद्यालयों में शिक्षकों के 38 % रिक्त पदों को भरने का आग्रह किया है । श्री मुखर्जी आज किशनगढ़ में राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे ।
राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे देश का भविष्य संवारने के लिए ज्ञान का भरपूर इस्तेमाल करें । उन्होंने कहा कि ज्ञान की अर्थव्यवस्था को सफलतापूर्वक आत्मसात करने से ही आर्थिक विकास होगा । उन्होंने कहा कि शैक्षणिक दक्षता के साथ-साथ नैतिक विकास भी ज़रूरी है । उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन के लिए उनकी तैयारी का आधार सभ्यता से मिले हमारे मूल्य होने चाहिए । इन मूल्यों में मातृभूमि के लिए प्यार, कर्तव्य परायणता, करुणा और सहिष्णुता और महिलाओं के प्रति सम्मान शामिल है ।

शांति दूत महात्मा बुद्ध की तपस्थली महा बोधि मंदिर में हुए बम धमाकों की सर्वत्र निंदा

शांति दूत महात्मा गौतम बुद्ध की तपस्थली महा बोधि मंदिर में लगातार ९ बम धमाकों की सर्वत्र निंदा की गई है |
भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी+,प्रधान मंत्री डॉ मन मोहन सिंह+उपराष्‍ट्रपति हामिद अंसारी +केंद्रीय संस्‍क‍ृति मंत्री, श्रीमती चंद्रेश कुमारी कटोच आदि ने बिहार स्थित दुनिया भर के बौद्धों के परम पूजनीय महा बोधि मंदिर में 7 जुलाई २०१३ की प्रात हुए सीरियल विस्फोटों पर दुःख और गहरी चिंता व्यक्त की है।
[१] राष्ट्रपति ने विस्फोटों में घायल होने वालों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने और संयम बरतने तथा दोषियों को दंड दिलाने में प्रशासन के साथ सहयोग करने का भी आह्वान किया।
[२]प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी मिली-जुली संस्कृति और परंपराएं हमें सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाती हैं। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों पर ऐसे हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्होंने बोध गया की हिंसा में घायल होने वालों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की ।
[३]उपराष्‍ट्रपति ने अपने बयान में कहा कि यह नृंशस और कायराना कृत्‍य इसलिए और भी ज्यादा निंदनीय है, क्‍योंकि इसमें पूजा स्‍थल और वहां मौजूद श्रद्धालुओं को निशाना बनाया गया है।उन्होंने इन विस्फोटों को शांति के महान दूत गौतम बुद्ध को समर्पित मंदिर में पूजा अर्चना के लिए एकत्र हुए श्रद्धालुओं और भिक्षुओं को निशाना बनाकर किया गया नृशंस कृत्य करार देते हुए इनकी निंदा की।
[४]केंद्रीय संस्‍क‍ृति मंत्री, श्रीमती चंद्रेश कुमारी कटोच ने पवित्र स्‍थल पर हुए हमले की कड़े शब्‍दों में निं‍दा की है और घायलों के शीघ्र स्‍वस्‍थ होने की कामना की है। उन्‍होंने कहा कि भले ही बोध गया मंदिर केंद्रीय संरक्षित स्‍मारक नहीं है, यह एक विश्व धरोहर स्‍थल है। उन्‍होंने भारतीय पुरातत्‍व सर्वेक्षण (एएसआई) को फौरन इस बात का आकलन करने को कहा है कि कहीं स्‍थल को किसी तरह का नुकसान तो नहीं पहुंचा है। उन्‍होंने एएसआई को जरूरत पड़ने पर सुधार के कदम उठाने का निर्देश दिया है।
[५] बिहार के मुख्य मंत्री नितीश कुमार ने घटना स्थल का दौरा किया
[६] गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र भाई मोदी ने ट्विटर पर ट्विट करते हुए इस आतंक वादी घटना को कायरता पूर्ण हमला बताया है| उन्होंने इसे विश्व के बोद्ध समाज और भारत के लिए दुखद बताया है
बिहार के बोध गया में आज 7 जुलाई, 2013 को प्रात सवा पांच बजे से लेकर छह बजे तक मंदिर+और टूरिस्ट बस में सिलसिलेवार बम धमाके हुए। इस घटना में लोग घायल हुए हैं, लेकिन बोध गया मंदिर, बोधि वृक्ष और मंदिर के समीप स्थित ढांचों को सुरक्षित बताया जा रहा है| इसकी सुरक्षा का दाईत्व वहां की एक सुरक्षा एजेंसी के जिम्मे है| अब जांच एन आई ऐ को सौंप दी गई है|

केंद्र सरकार अपने रक्षा सचिव को कैग के बजाय अकाउंटेंट के रूप में इस्तेमाल कर सकता है ;जनहित याचिका

नए कैग की न्युक्ति को लेकर आर टी आई के बाद अब पी आई एल दाखिल कर दी गई है| राष्ट्रपति डा, प्रणव मुखर्जी ने देश के लेखानियंता[ Comptroller ]& [ AuditorGeneral ] के रूप में केंद्र सरकार के रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा को शपथ दिला दी है लेकिन इसको चुनौती देते हुए उच्चतम न्यायालय में गुरुवार को एक जनहित याचिका भी दायर कर दी गई।याचिका में कहा गया है कि वह खुद रक्षा सचिव के रूप में काम कर चुके हैं और हाल के दिनों में रक्षा सौदे में अनेकों घोटालों की बात सामने आई है। कहा गया है कि रक्षा विभाग के एक पक्षकार द्वारा किया जाने वाला लेखा आडिट निष्पक्ष कैसे हो सकता है|।इस जनहित याचिका की सुनवाई ग्रीष्मावकाश के बाद होने की प्रबल संभावना है।
उल्लेखनीय है कि श्री शर्मा ने आज ही सीएजी[ CAG ] के रूप में शपथ ली है। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। श्री शर्मा का कार्यकाल 24 सितंबर 2017 तक होगा। उन्होंने विनोद राय का स्थान लिया है जो कल सेवानिवृत्त हो गए। श्री शर्मा इससे पहले रक्षा सचिव थे।
आम आदमी पार्टी के प्रशांत भूषण ने भी यह आरोप लगाया है कि ‘शर्मा ने 2003 से 2010 तक रक्षा मंत्रालय में संयुक्त +अतिरिक्त सचिव के रूप में अलग-अलग पदों पर काम किया है । इसके बाद 2011 में रक्षा सचिव बने। इस दौरान लाखों-करोड़ों के रक्षा सौदे हुए।इन सौदों पर आपत्ति कि जा रही है और इनका आडिट किया जाना है|
1976 बैच के बिहार कैडर से आईएएस अफसर शशिकांत शर्मा जुलाई 2011 से रक्षा सचिव हैं। और फिलहाल सर्विस एक्सटेंशन पर हैं|यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क से राजनीति विज्ञान में मास्टर डिग्री हासिल करने वाले हैं। रक्षा सचिव बनने से पहले वे वित्त मंत्रालय में सचिव (वित्त सेवाएं) थे। उसके पहले 2003 से 2010 के दौरान उन्होंने रक्षा मंत्रालय में ही संयुक्त सचिव, अतिरिक्त सचिव और महानिदेशक (खरीद) पदों पर भूमिका निभाई है।
कैग न्युक्ति की प्रक्रिया
इस न्युक्ति पर पहले भी आर टी आई के माध्यम से आपत्ति उठाई जा चुकी है|जिसके जवाब में केंद्र सरकार ने यह स्वीकार किया है कि कैग की न्युक्ति के लिए योग्यता का कोई माप दंड नही है|परम्परा को ही न्युक्ति का आधार बनाया गया है|बताया गया है कि
[१]कैग की नियुक्ति 6 साल या 65 वर्ष की आयु तक के लिए होती है।
[२]वित्त मंत्रालय के प्रस्ताव पर सरकार राष्ट्रपति को सिफारिश भेजती है।
[३]इसके लिए कोई औपचारिक व्यवस्था नहीं है। पुरानी परंपरा का ही पालन होता है।
[४]कैग के पद पर नियुक्ति के लिए योग्यता के संबंध में कोई शर्त नहीं है।
[५]इसके लिए कोई सलेक्शन कमेटी नहीं । सरकार जिसे चाहे उसे बना सकती है।