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Rahul Gandhi Ups Attack on FTII Issue,May Approach To The President

[New Delhi]Rahul Gandhi Ups Attack on FTII Issue,May Approach To The President
Stepping up attack on the FTII issue, Congress Vice President Rahul Gandhi today accused RSS of capturing educational institutions built on merit in the last six decades to destroy them.
Congress sources said he would lead a delegation to President Pranab Mukherjee to seek his intervention over the ongoing students’s stir against the appointment of actor Gajendra Chauhan as chairman of Film and Television Institute of India (FTII).
Rahul who had earlier also visited FTII to support the demand of the students who want Chauhan to be removed.
“The capturing of educational institutions by the RSS is a political issue. I am not politicising it. The BJP is politicising it.
“Every institution that has been developed over the last 50-60 years on merit is being destroyed. This is a political issue not a social issue,” the Congress Vice President said.
Students’ agitation at FTII is going on for nearly two months after government announced the appointment of Chauhan as head of its governing council.
The students have been boycotting classes since June 12, demanding Chauhan’s removal, maintaining that he lacks “academic credentials, vision and stature” to head the premier institute.

विदेशों में “भारतीय विद्या के अनुसंधान” के लिए युवाओं को प्रेरित करने को इंडोलोजिस्ट पुरस्कार

विदेशों में भारतीय विद्या के अनुसंधान के लिए युवाओं को प्रेरित करने को इंडोलोजिस्ट पुरस्कार
राष्ट्रपति ने भारतीय विद्या के अनुसंधान के लिए युवा पीढी को प्रेरित करने का आह्वान किया
राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने मास्को में अपने दौरे के दौरान रूस के प्रमुख भारतीय विद्या अनुसंधान कर्ताओं( इंडोलोजिस्ट) से विचारविमर्श किया।
गणमान्य इंडोलोजिस्ट को संबोधित करते हुए श्री मुखर्जी ने कहा कि हालांकि वो अपने काम से भारत और इसके इतिहास, संस्कृति, विरासत,राजनीति और कला के संपर्क में रहते हैं, लेकिन भारत उनकी रूस में भारत के प्रति समझदारी बढाने में योगदान की सराहना करता है। इसके साथ ही भारतीय विद्या अनुसंधान के प्रति युवाओं को प्रेरित करने के लिए साथ-साथ इसे समकालीन प्रासंगिक बनाने और न सिर्फ बौद्धिक रूप से प्रेरक बल्कि व्यवसायिक रूप से प्रतिफल देने वाला भी बनाना चाहिए।
राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने घोषणा कि विदेशों में भारतीय विद्या अनुसंधान का प्रसार करने के लिए भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद (आईसीसीआर) सालाना उत्कृष्ट इंडोलोजिस्ट पुरस्कार की शुरूआत करेगा।
राष्‍ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी आज मॉस्‍को में भारतीय समुदाय के लिए रूस में भारत के राजदूत श्री पी.एस. राघवन द्वारा आयोजित स्‍वागत समारोह में शामिल हुए।
समारोह में एकत्रित लोगों को संबोधित करते हुए राष्‍ट्रपति ने कहा कि भारत और रूस की मित्रता और प्रगाढ़ करने में रूस में रह रहे भारतीय समुदाय ने महत्‍वपूर्ण योगदान दिया है। दोनों देशों के लोगों के बीच संबंध हमेशा गर्मजोशी भरे और दोस्‍ताना रहे हैं। इसका उदाहरण भारतीय सिनेमा, संस्‍कृति और विरासत में रूसी नागरिकों के रूचि और भारत में रूसी साहित्‍य, कला, सर्कस और विज्ञान की लोकप्रियता है।
राष्‍ट्रपति ने कहा कि पिछले 15 वर्ष में भारत के रूस के साथ संबंधों में महत्‍वपूर्ण बदलाव आया है। अक्‍टूबर 2000 में भारत-रूस रणनीतिक साझेदारी पर घोषणा पत्र पर हस्‍ताक्षर के साथ ही भारत ने किसी अन्‍य देश के साथ शायद सबसे नजदीकी संस्‍थागत संबंध स्‍थापित किए हैं। तब से ये संबंध नये से नये क्षेत्रों में बढ़ रहे हैं। दोनों देशों के बहुमुखी द्विपक्षीय संबंधों को भारत आज विशिष्‍ट और विशेषाधिकार रणनीतिक साझेदारी मानता है।
राष्‍ट्रपति ने कहा कि भारत और रूस के बीच छह बिलियन अमरीकी डॉलर का वार्षिक व्‍यापार होता है, जो भारत के कुल 765 बिलियन डॉलर के व्‍यापार का एक प्रतिशत कम है। अप्रैल 2000 से भारत में 246 बिलियन डॉलर का प्रत्‍यक्ष विदेशी निवेश हुआ है, जिसमें से एक बिलियन डॉलर रूस का है। दोनों देशों की अर्थव्‍यवस्‍थाओं को देखते हुए व्‍यावसायिक और निवेश आदान-प्रदान को बढ़ाने की बड़ी संभावनाएं हैं। दोनों अर्थव्‍यवस्‍थाओं के बीच सक्रियाओं और नये अवसरों का भरपूर इस्‍तेमाल किया जाना चाहिए। रूस में रह रहे भारतीय समुदाय भारत और रूस के बारे में विशिष्‍ट जानकारी और पहचान के संग्राहक के रूप में दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को उच्‍च शिखर पर पहुंचाने में महत्‍वपूर्ण भूमिका अदा कर सकते हैं।

बाल श्रम के खिलाफ जेहाद छेड़ने वाले भारतीय कैलाश सत्यार्थी+पाकिस्तान की मलाला को नोबल शांति पुरस्कार

भारत में बाल श्रम के खिलाफ जेहाद छेड़ने वाले भारतीय कैलाश सत्यार्थी+पाकिस्तान की मलाला को नोबल शांति पुरस्कार
राष्ट्रपति +पी एम +गृह मंत्री ने बधाई दी|श्री कैलाश के साथ पाकिस्तान की सुश्री मलाला यूसुफजई को भी शांति नोबेल पुरूस्कार घोषित किया गया है| पी एम ने इन दोनों समाजसेवियों को बधाई दी है |श्री कैलाश सत्यार्थी ने तीस वर्ष पूर्व अपनी नौकरी छोड़ कर बच्चों को बाल श्रम से मुक्ति दिलाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया |बच्चों की तस्करी रोकने और बच्चो के अधिकारों की हिमायत करने पर उनकी सराहना की जा रही है |भारत के नागरिक समाज के योगदान को वैश्विक स्तर पर मान्यता दी गई है|पाकिस्तान की मलाल युसूफजई ने पाकिस्तान में दृढ़ता और साहस से कट्टर पंथियों के विरुद्ध जा कर कन्यायों की शिक्षा के लिए आवाज उठाई |मलाला को कट्टर पंथियों ने मारने का भी प्रयास किया |
[१]राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने देश से बाल श्रम समाप्त करने के लिए श्री कैलाश सत्यार्थी को नोबल शांति पुरस्कार मिलने पर उन्हें बधाई दी है।
राष्ट्रपति ने कहा ‘‘इस पुरस्कार को बाल श्रम जैसी जटिल सामाजिक समस्याओं के समाधान में भारत के नागरिक समाज के योगदान को और देश से बाल श्रम के सभी रूपों को समाप्त करने में सरकार के साथ सहयोग की उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के रूप में देखा जाना चाहिए’’।
[२]प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने श्री कैलाश सत्यार्थी को बधाई
देते हुए कहा “श्री कैलाश सत्यार्थी को नोबल शांति पुरस्कार मिलने पर बधाई। पूरे देश को यह महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने पर गर्व है। श्री कैलाश सत्यार्थी ने अपना जीवन ऐसे कार्य में लगाया जिसका समूची मानवता के लिए बेहद महत्व है। मैं उनके इन प्रयासों के लिए उनका अभिनंदन करता हूं।”
प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान की सुश्री मलाला युसुफज़ई को भी नोबल शान्ति पुरस्कार मिलने पर बधाई दी।
[३]प्रधानमंत्री ने कहा “मलाला युसुफज़ई का जीवन दृढ़ता और साहस से भरा है।मैं उन्हें नोबल शान्ति पुरस्कार मिलने पर बधाई देता हूं।”
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कैलाश सत्‍यार्थी + मलाला युसुफज़ई को बधाई सन्देश में कहा बाल श्रम और बच्‍चों की तस्‍करी के खिलाफ शुरु किए गए आंदोलन के लिए नोबल शांति पुरस्‍कार प्राप्‍त करने पर श्री कैलाश सत्‍यार्थी को बधाई | गृह मंत्री ने कहा कि श्री कैलाश सत्‍यार्थी बच्‍चों के अधिकारों के हिमायती हैं जिनके कार्य को अंतर्राष्‍ट्रीय स्‍तर पर मान्‍यता मिली है।
श्री राजनाथ सिंह ने श्री सत्‍यार्थी के साथ सुश्री मलाला को नोबल शांति पुरस्‍कार मिलने पर उन्‍हें भी बधाई दी। गृह मंत्री ने कहा कि सुश्री मलाला के पाकिस्‍तान में लड़कियों की शिक्षा के लिए साहसिक संघर्ष ने दक्षिण एशिया में अनेक लोगों को प्रेरणा दी है।

Hinduism Cannot be Defined but to be Experienced:Pranab Mukherjee:Encyclopedia of Hinduism

New Delhi]President of India ,Today,received a copy of Encyclopedia of Hinduism. Encyclopedia Is Brought Out By Swami Chidanand Saraswati
Speaking on this occasion, the President Of India Pranab Mukherjee complimented Swami Chidanand Saraswatiji of the Parmarth Niketan, who is the founder chairman of India Heritage Research Foundation, for undertaking the massive effort of bringing out the Encyclopedia of Hinduism.
The President said that Hindu religious philosophy identifies Dharma+ Artha+ Kama+ Moksh, as the foremost objectives of a human being. Striking a balance in human behaviour in working towards these objectives has been prescribed as a key aim of human existence. Quoting, Dr. Sarvapalli Radhakrishnan, he said that Hinduism is not just a faith. It is the union of reason and intuition that cannot be defined but is only to be experienced.
The President stated that the basic tenet of Hinduism is happiness, health and enlightenment for everyone and suffering, pain and agony for none. He quoted Mahatma Gandhi and said “If I were asked to define the Hindu creed, I should simply say: Search after truth through non-violent means. A man may not believe in God and still call himself a Hindu. Hinduism is a relentless pursuit after truth… Hinduism is the religion of truth. Truth is God. Denial of God we have known. Denial of truth we have not known.”
Among the dignitaries present on the occasion were Shri L.K. Advani, Member of Parliament (Lok Sabha) +Shri Ravi Shankar Prasad, Union Minister Law & Justice and Communications & Technology+ Sushri Uma Bharti Union Minister of Water Resources, River Development and Ganga Rejuvenation+ Dr. Karan Singh, Chairman, Auroville Foundation+ Swami Chidanand Saraswatiji and Dr. R.K. Pachauri, Director General, TERI.
.Among the religious leaders present on the occasion At the Rashtrapati Bhavan Auditorium were Dr. Acharya Lokesh Muni, Father Anil Jose Tomas Couto, Archbishop of Delhi, Maulana Dr. Kable Sadiq Sahib, Vice President of Muslim Personal Law Board, Giani Gurubachan Singh, Chief Jathedar Akal Takht, Golden Temple and Sadhvi Bhagawati Saraswati.
Photo Caption
The President, Shri Pranab Mukherjee receiving a copy of the International Edition of Encyclopedia of Hinduism from the Union Minister for Communications & Information Technology and Law & Justice, Shri Ravi Shankar Prasad and the Founder of India Heritage Resarch Foundation, Swami Chidanand Saraswati, at Rashtrapati Bhavan, in New Delhi on June 23, 2014.

President Confers, Peacetime, Gallantry and Distinguished Service Awards

[NewDelhi]Three officers, including an IAF officer [1]who died while saving Uttarakhand flood victims,[2] a naval officer who non-stop sailed around the world and an[3] Army Major who killed three terrorists, were today awarded the Kirti Chakra, the second highest peacetime gallantry award.President Conferred These Gallantry and Distinguished Service Awards.
The President and Supreme Commander of the Indian Armed Forces Shri Pranab Mukherjee conferred three Kirti Chakras and ten Shaurya Chakras to Armed Forces Personnel for displaying conspicuous gallantry, indomitable courage and extreme devotion to duty at a solemn ceremony at the Rashtrapati Bhawan here today.
Five of the Shaurya Chakra were given posthumously.
The President also conferred fifteen Param Vishisht Seva Medals,
two Uttam Yudh Seva Medals,
two Bar to Ati Vishisht Seva Medals and
twenty two Ati Vishisht Seva Medals to senior officers of the Armed Forces for distinguished service of an exceptional order.
The following is the list of awardees in order of presentation:-
Param Vishisht Seva Medal
· DEFENCE INVESTITURE CEREMONY - I IC-30723K LT GEN ASHOK SINGH AVSM SM VSM INFANTRY
· AIR MSHL JASVINDER CHAUHAN AVSM VSM (14079) FLYING (PILOT)
· AIR MSHL PRAMOD KUMAR ROY AVSM VM VSM (14100) FLYING (PILOT)
· AIR MSHL DALJIT SINGH AVSM VM (14553) FLYING (PILOT)
· IC-30462F LT GEN AMARJEET SINGH CHABBEWAL AVSM YSM, ARMOURED CORPS
· IC-27942A LT GEN NARENDRA BAHADUR SINGH AVSM VSM, CORPS OF ELECTRONICS AND MECHANICAL ENGINEERS
· IC-30683N LT GEN RAMESHWAR YADAV AVSM VSM INFANTRY
· IC-36269L LT GEN ANIL SINGH NANDAL UYSM AVSM SM INFANTRY
· IC-31327A LT GEN RANBIR SINGH AVSM SM INFANTRY
· IC-31341M LT GEN SANJEEV ANAND AVSM VSM MECHANISED INFANTRY
· MR-04125P LT GEN SURENDRA SINGH PANWAR AVSM SM, ARMY MEDICAL CORPS
· MR-03738H LT GEN AJIT SINGH NARULA VSM, ARMY MEDICAL CORPS
· VICE ADM NIRANJAN KUMAR NADELLA AVSM VSM (50445-Y)
· VICE ADM PRADIP KUMAR CHATTERJEE AVSM, NM (01701-R)
· AIR MSHL PRIYA RANJAN SHARMA, AVSM, (13927) FLYING (PILOT) (RETIRED)DEFENCE INVESTITURE CEREMONY - I
KIRTI CHAKRA
LT CDR (NOW CDR) ABHILASH TOMY (04988-K)
IC-65454F MAJ MAHESH KUMAR, SENA MEDAL, PUNJAB REGIMENT/ 22ND BATTALION THE RASHTRIYA RIFLES
· WG CDR DARRYL CASTELINO (25107) FLYING (PILOT) (POSTHUMOUS)
UTTAM YUDH SEVA ME
IC-31348W LT GEN RAJAN BAKHSHI, ARMOURED CORPS/ HQ 14 CORPS
· IC-31739F LT GEN CHANGALI ANANDA KRISHNAN AVSM INFANTRY/ HQ 4 CORPS
BAR TO ATI VISHISHT SEVA MEDAL
IC-31705N LT GEN SANDEEP SINGH AVSM SM VSM INFANTRY
· IC-34350Y LT GEN KAMAL JIT SINGH AVSM, ARMOURED CORPS
ATI VISHISHT SEVA MEDAL
IC-30408N LT GEN VIJAY KUMAR NARULA SM, REGIMENT OF ARTILLERY
· IC-31014F LT GEN VIJAY KUMAR SAXENA VSM, ARMY AIR DEFENCE
· IC-31134A LT GEN GAUTAM MOORTHY, VSM, ARMY ORDNANCE CORPS
· IC-30709X LT GEN ATHMANATHAN VENKATA SUBRAMANIAN VSM, CORPS OF ELECTRONICS & MECHANICAL

· ENGINEERING
· IC-31420F LT GEN ASHOK KUMAR MEHTA VSM ARMOURD CORPS
· IC-36527A LT GEN RAKESH CHANDRA CHADHA VSM ARMOURED CORPS
· IC-31736N LT GEN RAJIV BHALLA SM VSM INFANTRY
· IC-34036L LT GEN PERUVEMBA RAMACHANDRAN KUMAR VSM, REGIMENT OF ARTILLERY
· VICE ADM SAROJ KUMAR JHA NM (01866-R)
· IC-35650M MAJ GEN BOBBY CHERIAN MATHEWS VSM INFANTRY
· IC-35953F MAJ GEN AVINASH LAXMAN CHAVAN SM VSM INFANTRY
· IC-35962H MAJ GEN LALIT KUMAR PANDEY SM INFANTRY
· IC-38679A MAJ GEN ABHAY KRISHNA SM VSM INFANTRY
· MR-03910Y MAJ GEN ATUL KRISHAN SHARMA, ARMY MEDICAL CORPS
· REAR ADM PREM KUMAR NAIR (01785-F)
· REAR ADM ARUN KUMAR BAHL VSM (50693-K)
· AIR VICE MSHL HEMANT SHARMA VSM (15941) AE(L)
· AIR VICE MSHL PANDURANG NARAYAN PRADHAN (16403) FLYING (PILOT)
· AIR VICE MSHL RAJIV DAYAL MATHUR VSM (16772) FLYING (PILOT)
· AIR CMDE RAJESH ISSER VM (16968) FLYING (PILOT)
· AIR CMDE PANKAJ MOHAN SINHA VSM (17842) FLYING (PILOT)
· AIR CMDE SANJEEV KAPOOR VM (18089) FLYING (PILOT)
SHAURYA CHAKRA

· DEFENCE INVESTITURE CEREMONY - I 789953 AIRCRAFTSMAN MURALI KANNAN, ENVIRONMENTAL SUPPORT SERVICE ASSISTANT (POSTHUMOUS)
· EX GS-194534W JUNIOR ENGINEER (CIVIL) MANISH, BORDER ROADS ORGANISATION (POSTHUMOUS)
· SC-00574M MAJ MOHAN CHANDRA, SENA MEDAL, 4TH BATTALION THE KUMAON REGIMENT
· IC-69324W MAJ SANJEEV KUMAR, ARMOURED CORPS/39TH BATTALION THE ASSAM RIFLES
· FT LT K PRAVEEN (30394) FLYING (PILOT) (POSTHUMOUS)
· WG CDR NIKHIL NAIDU (23986) FLYING (PILOT)
· WG CDR ADITYA PRAKASH SINGH (23172) FLYING (PILOT)
· 5457286F RIFLEMAN RAN BAHADUR GURUNG, 5/5TH BATTALION THE GORKHA RIFLES (FRONTIER FORCE) (POSTHUMOUS)
· IC-62853A MAJ GAURAV THAKUR, THE BIHAR REGIMENT/ 24 RASHTRIYA RIFLES
· IC-58543X LT COL BIKRAM JIT SINGH, ARMOURED CORPS/16TH LIGHT CAVALRY (POSTHUMOUS)
Photo Caption
[1]The President, Shri Pranab Mukherjee, the Vice President, Shri Mohd. Hamid Ansari, the Prime Minister, Dr. Manmohan Singh, Defence Minister, Shri A. K. Antony among others at the Defence Investiture Ceremony, in New Delhi on March 22, 2014.

President of India conferred National Awards For Sports:Arjuna Award For Renjith Maheshwari withheld

President of India Shri Pranab Mukherjee here today conferred the[1] Rajiv Gandhi Khel Ratna Award,[2] Dronacharya Awards,[3] Arjuna Awards, [4]Dhyan Chand Awards, [5]Tenzing Norgay National Adventure Awards,[6] Maulana Abul Kalam Azad Trophy and [7]Rashtriya Khel Protsahan Puraskar at a specially organised function at Rashtrapati Bhawan, New Delhi, Withholding Arjuna Award in respect of Renjith Maheshwari . Renjith Maheshwari, who was selected for Arjuna Award 2013, had tested[ conflicting reports ] positive for banned stimulant, ephedrine during the 48th Open National Athletics Meet held at Kochi and that the Athletics Federation of India had suspended Shri Maheshwari for three months. Ministry of Youth Affairs & Sports decides to withhold this award till completion of enquiries.

Virat Kohli receiving Arjuna Award for Cricket from Shri Pranab Mukherjee

Virat Kohli receiving Arjuna Award for Cricket from Shri Pranab Mukherjee


Recipients of Rashtriya Khel Protsahan Puruskar were given Trophies
.National Sports Awards are given every year to recognize and reward excellence in sports. Apart from a medal and a citation, the Rajiv Gandhi Khel Ratna Awardee received a cash prize of Rs.7.5 lakh. Arjuna, Dronacharya and Dhyan Chand Awardees received statuettes, citations and cash prize of Rs.5 lakh each.
Ms. P.V. Sindhu, Badminton a winner of Arjuna Award 2013 was not present at the award ceremony.
List of awardees who received the National Sports Awards is as follows:
Pranab Mukherjee presenting the Arjuna Award to Shri Amit Kumar Saroha for Athletics (Para)

Pranab Mukherjee presenting the Arjuna Award to Shri Amit Kumar Saroha for Athletics (Para)


[A] Rajiv Gandhi Khel Ratna Award:
Sl. No.========Name===========Discipline
[1] Mr. Ronjon Sodhi===========Shooting
[B] Arjuna Awards:
Sl. No.===================Name=============Discipline
Ms. Rajkumari Rathore receiving Arjuna Award

Ms. Rajkumari Rathore receiving Arjuna Award

[1]=========Ms. Chekrovolu =============Archery
[2]=========Ms. Kavital=================Boxing
[3]=========Mr. Rupesh Shah============Billiards & Snooker
[4]=========Mr. Virat Kohli===============Cricket
[5]=========Mr. Abhijeet Gupta===========Chess
[6]=========Mr. Gagan Jeet Bhullar========Golf
[7]=========Ms. Saba Anjum=============Hockey
[8]=========Ms. Rajkumari Rathore========Shooting
[9]=========Ms. Joshna Chinnappa=========Squash
[10]========Ms. Mouma Das===============Table Tennis
[11]========Ms. Neha Rathi================Wrestling
12]=========Mr. Dharmender Dalal==========Wrestling
[13]========Mr. Amit Kumar Saroha=========Athletics (Para)
[C] Dronacharya Awards for 2013:
Sl.No.=====================Name=======================Discipline
[1]===========Ms. Poornima Mahato=======================Archery
[2]===========Mr. Mahavir Singh==========================Boxing
[3]===========Mr. Narinder Singh Saini=====================Hockey
[4.]===========Mr. K.P. Thomas===========================Athletics
[[5]===========Mr. Raj Singh=============================Wrestling
[D] Dhyan Chand Awards:

Sl.No.==========Name================================Discipline
[1]============Ms. Mary D’souza Sequeira===============Athletics
[2]============Mr. Syed Ali===========================Hockey
[3]============Mr. Anil Mann==========================Wrestling
[4]============Mr. Girraj Singh=========================Para Sports (Athletics)
[E][. Tenzing Norgay National Adventure Awards-2012:
S. No.===============Name=========================Discipline
[1]==================Basant Singh Roy===============Mountaineering
[2]==================Major Ranveer Singh Jamwal=======Mountaineering
[3]==================Lt. Cdr. Abhilash Tomy============Sailing
[4]================Naib Subedar Paramjeet Singh Siddhu=======Hang Gliding
[5]================Prem Singh======================Mountaineering
[6]================Hari Ram========================Mountaineering
[F] Rashtriya Khel Protsahan Puruskar
Sl. No.=====================Category
Rashtriya Khel Protsahan Puruskar, 2013
[1]======Community Sports Identification and Nurturing of Budding Young Talent
Dr. U.K. Mishra, Founder and President, National Sports Academy, Allahabad
[2]Financial Support for Sports Excellence
Services Sports Control Board
[3]Establishment and Management of Sports Academies of Excellence
Pullela Gopichand Academy of Badminton, Hyderabad
[4]Employment of Sportspersons and sports welfare measures.
Petroleum Sports Promotion Board
[G] Maulana Abul Kalam Azad Trophy:
Sl. No.===============================Year
[1]Guru Nanak Dev Vishwavidyalay, Amritsar=2010-11
[2]Punjabi Vishwavidyalay, Patiala========2011-12
[3.]Punjabi Vishwavidyalay, Patiala========2012-13

Photo Captions
[1] Shri Pranab Mukherjee presenting the Rajiv Gandhi Khel Ratna Award to Shri Ronjon Sodhi for Shooting, at the National Sports & Adventure award ceremony, at Rashtrapati Bhawan, in New Delhi

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श्याम धन पर केंद्र सरकार के श्वेत पत्र पर अपने ब्लॉग में लाल पीले हुए एल के अडवाणी

श्याम धन पर केंद्र सरकार ने संसद में बेशक श्वेत पत्र रख कर अपने ऊपर लगे काले दागों को धोने का प्रयास किया हो लेकिन इस संसदीय घटना के एक साल बीत जाने पर भी अवैध ढंग से विदेशों में जमाबिना किसी रंग के धन में से एक पैसा भी वापस देश में नही लाया जा सका है |इस निराशाजनक स्थिति पर लाल पीले होते हुए लाल कृषण आडवाणी ने अपने ब्लाग में राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग करते हुए एक बार फिर केंद्र सरकार के भ्रष्टाचार को मुद्दा बनाने का प्रयास किया है|
प्रस्तुत है एन डी ऐ के पी एम् इन वेटिंग + वरिष्ठ पत्रकार एल के अडवाणी के ब्लॉग से
मई, 2012 में तत्कालीन वित्त मंत्री श्री प्रणव मुखर्जी ने काले धन पर एक श्वेत पत्र (White Paper) संसद में प्रस्तुत किया। इस श्वेत पत्र में यूपीए सरकार ने वायदा किया कि देश में काले धन के प्रचलन को नियंत्रित किया जाएगा, विदेशों के टैक्स हेवन्स में इसके अवैध हस्तांतरण को रोकने के साथ-साथ हमारी इस अवैध धनराशि को भारत वापस लाने के प्रभावी उपाय सुनिश्चित किए जाएंगे।
मई, 2013 इस महत्वपूर्ण दस्तावेज के प्रस्तुत करने की पहली वर्षगांठ है। अत: सर्वप्रथम यह जानना समीचीन होगा कि इस श्वेत पत्र को सरकार को क्यों लाना पड़ा और आज तक इस पर कार्रवाई के रूप में क्या कदम उठाए गए हैं।
पांच वर्ष पहले से, भाजपा लगातार काले धन के मुद्दे को मुखरित करती आ रही है। जब सन् 2008 में पहली बार इसे उठाया गया तब कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ताओं ने इसकी खिल्ली उड़ाई थी। हालांकि 6 अप्रैल, 2008 को मैंने प्रधानमंत्री डॉ0 मनमोहन सिंह को सम्बोधित अपने पत्र मे मैंनें लिखा था:
हाल ही में, जर्मन सरकार ने अपने देश में टैक्स चोरी करने वालों के विरुध्द एक व्यापक जांच अभियान शुरु किया है, और इस प्रक्रिया में जर्मन गुप्तचर एजेंसियों को बताते हैं कि लीशेंस्टाइन के एलटीजी बैंक से उसके 1400 से अधिक ग्राहकों की गोपनीय जानकारी मिली है। इनमें से 600 जर्मनी के हैं और शेष अन्य देशों से सम्बंधित हैं।
इन रहस्योद्धाटनों से पहले ही डायचे पोस्ट-पूर्व जर्मनी मेल सर्विस-दुनिया में एक बड़ी लॉजिस्टिक कम्पनी-के प्रमुख का त्यागपत्र हो चुका है।
जर्मन वित मंत्रालय ने बताते हैं कि सार्वजनिक रुप से घोषणा की है कि वह किसी भी सरकार को यदि वे चाहती हैं तो बगैर किसी शुल्क के जानकारी उसे देने को तैयार हैं।
फिनलैण्ड, नार्वे और स्वीडन जैसे कुछ यूरोपीय देशों ने यह जानकारी पाने में पहले ही अपनी रुचि दिखाई है।
इन घटनाक्रमों के साथ-साथ, ऐसी भी रिपोर्ट आ रहीं हैं कि स्विटज़रलैण्ड पर यह दबाव भी बन रहा है कि वह टैक्स से चुरा कर उनके बैंको में जमा कालेधन को एक अपराध माना जाए और वह ऐसे धन का पता लगाने के लिए अन्य देशों से सहयोग करने हेतु अपने आंतरिक नियमों को बदले।
मैं मानता हूं कि भारत सरकार अपनी उपयुक्त एजेंसियों के माध्यम से जर्मन सरकार से अनुरोध करे वह एलटीजी के ग्राहकों का डाटा हमें बताए। हमारी सरकार को यूरोपीय सरकारों द्वारा स्विट्ज़रलैण्ड तथा अन्य टैक्स हेवन्स विशेषकर अन्य देशों से सम्बंधित जमा राशि की बैंकिग पध्दति में और ज्यादा पारदर्शिता लाने के संभावित आगामी कदमों को समर्थन देना चाहिए।
यदि हम जर्मनी से एलटीजी ग्रुप के ग्राहकों का सम्बंधित डाटा मांगते हैं तो यह हमारी उस स्थिति को पुन: मजबूत करेगा कि हम उन राष्ट्रों के समुदाय के जिम्मेदार सदस्य हैं जो वित्तीय प्रामाणिकता और पारदर्शी नियमों के पक्षधर हैं। यह भविष्य में, इन टैक्स हेवन्स की कार्यप्रणाली से कुछ अवांछनीय पहलुओं को समाप्त कर वैश्विक वित्तिय प्रणाली को स्वच्छ बनाने में हमारी सहभागिता का मार्ग प्रशस्त करेगा।
सम्भवत: प्रधानमंत्री के निर्देश पर वित्त मंत्री श्री चिदम्बरम ने मई, 2008 में इसके उत्तर में लिखा कि उनकी सरकार इस मुद्दे पर जर्मनी के टैक्स ऑफिस से सम्पर्क कर प्रयास कर रही है।
मार्च, 2010 में मैंने इस विषय पर लिखे अपने ब्लॉग में लीशेंस्टाइन के एलटीजी बैंक प्रकरण की याद दिलाते हुए सरकार से आग्रह किया था कि वह औपचारिक रुप से काले धन पर एक विस्तृत श्वेत पत्र प्रकाशित करे।
इस बीच भाजपा ने इस विषय के अध्ययन हेतु एक चार सदस्यीय टास्क फोर्स (कार्यदल) का गठन किया। विभिन्न स्रोतों से प्राप्त सामग्री का अध्ययन करने के पश्चात् यह टास्क फोर्स इस निष्कर्ष पर पहुंची कि विदेशों में अवैध ढंग से जमा भारतीयों का धन अनुमानतया 25 लाख करोड़ से 70 लाख करोड़ रूपये के बीच होगा।
जब तक पश्चिमी प्रभुत्व वाली विश्व अर्थव्यवस्था अमेरिका और अन्य यूरोपीय देशों के लिए ठीक ठाक चल रही थी जब तक समूचे विश्व को लगता था कि इन टैक्स हेवन्स के बैंकिग गोपनीयता सम्बन्धी प्रावधानों से कोई दिक्कत नहीं है। उस समय ऐसा महसूस किया जाता था कि इन देशों के कानूनों के बारे में कुछ नहीं किया जा सकता। लेकिन विश्व अर्थव्यवस्था के संकट से न केवल राष्ट्रपति ओबामा अपितु ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी जैसे अनेक यूरोपीय देशों के रुख में बदलाव आया और उन्होंने एकजुट होकर इन देशों के बैंकिग गोपनीय कानूनों में बदलाव के लिए दृढ़ प्रयास किए।
सन् 2009 में वाशिंगटन ने यूबीएस जैसे स्विट्जरलैंड के बड़े बैंक को उन 4450 अमेरिकी ग्राहकों के नाम उद्धाटित करने पर बाध्य किया, जिन पर स्विट्ज़रलैंड में सम्पत्ति छिपाने का संदेह था।
सन् 2009 के लोकसभाई चुनावों में भाजपा ने काले धन को चुनावी मुद्दा बनाया। स्वामी रामदेव जैसे संन्यासियों ने अपने प्रवचनों में लगातार इसे प्रचारित किया। फाइनेंसियल टाइम्स में ”इंडियंस कर्स ऑफ ब्लैकमनी” शीर्षक से प्रकाशित लेख के लेखक रेमण्ड बेकर (निदेशक, ग्लोबल फाइनेंशियल इंटेग्रिटी) ने लिखा है कि: ”भारत ने दिखा दिया है कि यह मुद्दा मतदाताओं को छूता है। अन्य विकासशील लोकतंत्र के राजनीतिज्ञों को इसे ध्यान में रखना समझदारी होगी।”
अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों में आर्थिक संकट ने इन देशों को इस तथ्य के प्रति सचेत किया कि भ्रष्टाचार, काला धन इत्यादि न केवल राष्ट्र विशेष की समस्या है अपितु यह दुनिया के लोकतंत्र, कानून के शासन और सुशासन के लिए भी चुनौती है। इसलिए सन् 2004 में संयुक्त राष्ट्र के ड्रग्स और क्राइम कार्यालय (United Nations Office on Drugs and Crime) द्वारा भ्रष्टाचार के विरुध्द एक विस्तृत कन्वेंशन औपचारिक रुप से अंगीकृत किया गया था। 56 पृष्ठीय दस्तावेज में संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्कालीन महासचिव श्री कोफी अन्नान की सशक्त प्रस्तावना थी, जो कहती है:
भ्रष्टाचार एक घातक प्लेग है जिसके समाज पर बहुव्यापी क्षयकारी प्रभाव पड़ते हैं:
इससे लोकतंत्र और कानून का शासन खोखला होता है।
मानवाधिकारों का हनन होता है।
बाजार का विकृतिकरण।
जीवन की गुणवत्ता का क्षय होता है, और
संगठित अपराध, आतंकवाद और मानव सुरक्षा के प्रति खतरे बढ़ते हैं।
भ्रष्टाचार के विरुध्द इस कन्वेंशन के अनुच्छेद 67 के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देश दिसम्बर, 2005 तक इसे स्वीकृति देंगे, तत्पश्चात् शीघ्र ही सम्बंधित देश इसे पुष्ट करेंगे और स्वीकृति पत्र संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के पास जमा कराएंगे।
सन् 2010 में यूपीए सरकार ने इस मुद्दे को औपचारिक रुप से ध्यान में लेते हुए उस वर्ष के संसद के बजट सत्र में होने वाले राष्ट्रपति के पारम्परिक अभिभाषण में इसका उल्लेख करते हुए कहा ”भारत कर सम्बंधी सूचना के आदान-प्रदान को सुगम बनाने तथा कर चोरी की सुविधा देने वाले क्षेत्रों के खिलाफ कार्रवाई करने सम्बन्धी वैश्विक प्रयासों में सक्रिय भागीदारी निभा रहा है।”
सन् 2011 के अंतिम महीनों में भाजपा द्वारा आयोजित जन चेतना यात्रा ने तीन मुद्दों पर जोर दिया: महंगाई, भ्रष्टाचार और काला धन। सन् 2008 के कामॅनवेल्थ खेलों, भ्रष्टाचार और मंहगाई मीडिया के साथ-साथ संसद में सभी राजनीतिक चर्चाओं में प्रमुख स्थान पर रहे, परन्तु मैंने पाया कि यात्रा के दौरान जब भी मैं सभाओं को सम्बोधित करता था तो काले धन के मुद्दे पर जनता की प्रतिक्रिया बहुत ज्यादा अनुकूल रहता था।
सन् 2011 की जनचेतना यात्रा मेरी अब तक की यात्राओं की कड़ी में ताजा यात्रा थी। चालीस दिनों तक यह चली। देश के प्रत्येक प्रदेश और सभी संघ शासित प्रदेशों में मुझे जाने का अवसर मिला। आम धारणा है कि 1990 की मेरी पहली यात्रा-सोमनाथ से अयोध्या तक की, जो समस्तीपुर में रुक गई थी-को सर्वाधिक समर्थन मिला। अक्सर यह भी कहा जाता है कि इतना उत्साह इसलिए उमड़ा कि उसका मुद्दा मुख्य रुप से धार्मिक यानी राम मंदिर था। लेकिन मैं यहां उल्लेख करना चाहूंगा कि मेरी दो यात्राएं-1997 की स्वर्ण जयंती रथ यात्रा और 2011 की जन चेतना यात्रा को अभी तक सर्वाधिक समर्थन मिला है। ये दोनों सुशासन और लोगों की आर्थिक भलाई से जुड़ी थीं!
16 मई, 2012 को संसद में कालेधन पर प्रस्तुत श्वेत पत्र के आमुख में वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने स्वीकार किया कि 2011 में ”भ्रष्टाचार और कालेधन के मुद्दों पर जनता की आवाज सामने आई।”
अपनी प्रस्तावना में श्री प्रणव मुखर्जी ने यह भी कहा:
”मुझे अत्यन्त प्रसन्नता होती यदि मैं उन तीनों प्रमुख संस्थानों जिन्हें काले धन की मात्रा और आकार पता लगाने के लिए कहा गया है, की रिपोर्टों के निष्कर्षों को भी इस में शामिल कर पाता। ये रिपोटर् इस वर्ष के अंत तक मिलने की उम्मीद है। फिर भी मैंने इस दस्तावेज को इसलिए रखा है कि संसद में इस हेतु आश्वासन दिया गया था।”
प्रणव दा ने इस श्वेत पत्र को इसलिए प्रस्तुत किया कि भाजपा ने इसकी मांग की थी, उन्होंने स्वीकारा:
”इसमें कोई संदेह नहीं कि हमारे जीवन के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक क्षेत्र में काले धन के प्रस्फुटीकरण का असर शासन के संस्थानों और देश में जननीति के संचालन पर पड़ता है। प्रणाली में शासन का अभाव और भ्रष्टाचार गरीबों को ज्यादा प्रभावित करता है। समावेशी विकास रणनीति की सफलता मुख्य रुप से हमारे समाज से भ्रष्टचार की बुराई के खात्मे और काले धन को जड़ से उखाड़ फेंकने की क्षमता पर निर्भर करती है।”
मुझे दु:ख है कि श्वेत पत्र पर कार्रवाई निराश करने वाली है।
उन तीन प्रमुख संस्थानों ने जिन्हें कालेधन की मात्रा पर रिपोर्ट देनी थी, ने अभी तक अपनी रिपोटर् नहीं सौपी हैं। न केवल अमेरिका, जर्मनी जैसे अधिक शक्तिशाली राष्ट्रों अपितु नाइजीरिया, पेरु और फिलीपीन्स जैसे छोटे देश भी टैक्स हेवन्स से अपनी अवैध लुटी सम्पत्ति को वापस पाने में सफल रहे हैं। दूसरी तरफ, भारत में हमें कुछ रिपोटर् देखने को मिली हैं जिनमें वे नाम हैं जिन पर स्विस बैंकों या ऐसे अन्य टैक्स हेवन्स में खाते रखने का संदेह है। लेकिन यह सुनने को नहीं मिला है कि अवैध ढंग से विदेशों में ले जाए धन में से एक पैसा भी वापस देश में लाया जा सका है।
श्री प्रणव मुखर्जी जो श्वेत पत्र प्रस्तुत करने के समय की तुलना में आज, ज्यादा निर्णायक भूमिका में हैं, से मैं अनुरोध करता हूं कि वे श्वेतपत्र में जनता से किए गए वायदे को सरकार द्वारा अक्षरश: पूरा करवाएं।