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पीएम ने अटल के सम्‍मान में सिक्‍का और पाइका विद्रोह पर टिकट जारी किया

[दिल्ली,भुवनेश्वर] ]पीएम मोदी ने ‘भारत रत्‍न’ अटल के सम्‍मान में स्‍मारक सिक्‍का और पाइका विद्रोह पर स्मारक टिकट जारी किया
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज नई दिल्‍ली में पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्‍न’ अटल बिहारी वाजपेयी के सम्‍मान में एक स्‍मारक सिक्‍का जारी किया। इस अवसर पर श्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि हमारा मन यह मानने को तैयार नहीं है कि श्री वाजपेयी अब हमारे बीच नहीं हैं। उन्‍होंने कहा कि श्री वाजपेयी एक ऐसी महान हस्‍ती थे, जिन्‍हें समाज के सभी वर्गों के लोग प्‍यार और आदर करते थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि श्री वाजपेयी लंबे अर्से तक विपक्ष में रहे, किन्‍तु उन्‍होंने हमेशा राष्‍ट्रीय हित की बातें ही कहीं। श्री मोदी ने कहा कि श्री वाजपेयी लोकतन्‍त्र को शीर्ष स्‍थान पर देखते थे।
भुवनेश्वर में प्रधानमंत्री ने अपने ओडिशा के दौरे के दौरान आई आई टी विश्व विद्यालय परिसर में पाइका विद्रोह पर स्मारक टिकट और सिक्का भी जारी किया,आईआईटी भुवनेश्वर का परिसर राष्ट्र को समर्पित किया
पाइका विद्रोह ओडिशा में 1817 में ब्रिटिश राज के खिलाफ किया गया था।
उत्कल विश्व-विद्यालय भुवनेश्वर में पाइका विद्रोह पर पीठ की स्थापना किये जाने की घोषणा की गयी।
प्रधानमंत्री ने ओडिशा में स्तूप, विहार और भगवान बुद्ध की छवियों सहित पुरातात्विक महत्व वाले प्रसिद्ध बौद्ध केन्द्र ललितगिरी में ललितगिरी संग्राहलय का उद्घाटन किया।

प्रधानमंत्री “मोदी” ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर शुभकामनाएं दी

[नई दिल्ली]प्रधानमंत्री “मोदी” ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर शुभकामनाएं दी |इससे पूर्व रविवार को अपने मैं की ४१वी बात में उन्होंने अनेकों वैज्ञानिकों के विज्ञान के छेत्र में योगदान की सराहना की थी | रेडियो के अपने इस लोकप्रिय कार्यक्रम में उन्होंने विज्ञान और तकनीक का गरीबों के लिए उपयोग किये जाने का आह्वाहन किया है
भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर विज्ञान प्रेमियो को शुभकामनाएं दी हैं और उनका अभिनंदन किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि ” राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर शुभकामनाएं। मैं सभी विज्ञान प्रेमियो का अभिनंदन करता हूं और उनकी विज्ञान के प्रति उत्साह वृद्धि के लिए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करता हूं। भारत को अपने वैज्ञानिको पर बेहद गर्व है

प्रधानमंत्री ‘मोदी’ ने गणेश चतुर्थी और टीचर्स डे की शुभकामनाएं दीं

[नई दिल्ली]भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने गणेश चतुर्थी और टीचर्स डे की शुभकामनाएं दीं
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा
‘’आप सबको गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं। भगवान गणेश के आशीर्वाद सदैव हमारे साथ रहें। गणपति बाप्‍पा मोरया” ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षक दिवस पर सभी शिक्षकों की निष्‍ठा और वचनबद्धता का अभिनंदन किया। प्रधानमंत्री ने भारत के पूर्व राष्‍ट्रपति डॉ. एस राधाकृष्‍णन को श्रद्धांजलि भी अर्पित की है, जिनका जन्‍मदिवस देशभर में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।
अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा …
‘’शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं। भारत सभी अध्‍यापकों की निष्‍ठा और वचनबद्धता का‍ि अभिनंदन करता है जिनकी भूमिका राष्‍ट्र के निर्माण में सर्वोपरि है।
शिक्षाविद् राष्‍ट्रनायक और सम्‍माननीय अध्‍यापक डॉ. एस राधाकृष्‍णन को श्रद्धाजंलि जिन्‍होंने अनेकों छात्रों का भविष्‍य निखारा और भारत की सेवा की।

प्र मं “मोदी” ने रियो2016पैरालिम्पिक्‍स के लिए चयनित भारतीय प्रतिभागियों को शुभ कामनाये दी

[नई दिल्ली]भारत के प्रधान मंत्री ने रियो 2016 पैरालिम्पिक्‍स के लिए चयनित प्रतिभागियों को शुभ कामनाये दी
प्रधानमंत्री मंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 सितम्‍बर से शुरू हो रहे रियो 2016 खेलों में भारत का प्रतिनिधित्‍व कर रहे खिलाडि़यों को अपनी शुभकामनायें दी है।
अपने संदेश में उन्‍होंने कहा है कि सितम्‍बर से शुरू हो रहे रियो 2016 पैरालिम्पिक्‍स में भारत का प्रतिनिधित्‍व कर रहे हमारे खिलाडि़यों के लिए भारत के लोग उत्‍साह से भरे हैं।
हम सभी रियो 2016 पैरालिम्पिक्‍स के लिए अपने खिलाडि़यों को शुभ-कामनायें देते हैं। मुझे विश्‍वास है हमारे खिलाड़ी अपना सर्वोत्‍तम योगदान करेंगे और हमें उपलब्धि पर गर्व होगा

प्रधानमंत्री ने रक्षाबंधन पर देशवासियों को बधाई दी और महिलाओं+बच्चों से राखियां बंधवाई

 Prime Minister, Celebrates ‘Rakhi’

Prime Minister, Celebrates ‘Rakhi’

[नई दिल्ली]प्रधानमंत्री ने रक्षाबंधन पर देशवासियों को बधाई दी और महिलाओं+बच्चों से राखियां बंधवाई
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रक्षाबंधन के अवसर पर लोगों को बंधाई दी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “रक्षाबंधन के अवसर पर देशवासियों को हार्दिक शुभकामनायें।”
आज बढ़ी संख्या में महिलाओं और बच्चों ने प्रधानमंत्री को राखी बांधी
रक्षा बंधन के अवसर पर आज समाज के विभिन्न वर्गों की महिलाओं और बच्चों ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आवास पर उनसे मुलाकात की और उनकी कलाई पर राखी बांधी। इस अवसर प्रधानमंत्री ने बच्चों को आशीर्वाद दिया और सबको शुभकामनाएं दी।

केंद्रीय सरकार के मंत्रियों का दुर्भावनापूर्ण चरित्रहनन करने वाले देश द्रोही:पी एम ओ

[नई दिल्ली]भारत के प्रधान मंत्री ने केंद्रीय सरकार के मंत्रियों का दुर्भावनापूर्ण चरित्रहनन करने वालों को देश द्रोही करार दिया |
मीडिया में आ रही ख़बरों का पी एम ओ ने करारा जवाब दिया है |केन्द्र सरकार के कुछ मंत्रियों के व्यवहार और केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह के पुत्र के खिलाफ कदाचार के आरोपों के बारे में मीडिया के एक वर्ग में पिछले कई सप्ताहों से रिपोर्ट्स आ रही हैं इस पर प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान जारी करके ऐसी रिर्पोटों का दृढ़ता से खण्डन किया |
पी एम ओ के अनुसार ये रिपोर्ट्स पूरी तरह से झूठी+प्रायोजित हैं। ये रिपोर्टें किसी व्यक्ति के चरित्रहनन का दुर्भावनापूर्ण प्रयास है तथा सरकार की छवि को धूमिल करने वाली हैं। जो लोग इस तरह की अफवाहें फैलाने के काम में लगे है, वें देश हित को हानि पहुंचा रहे है।

मोदी जी !प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय राहत कोष पाकिस्तान से विस्थापितों के लिए बना था उन पुरुषार्थियों का भी ख्याल करो

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय राहत कोष के कामकाज की समीक्षा की और गुजरात मॉडल पर कई महत्वपूर्ण बदलाव भी सुझाये लेकिन पाकिस्तान से विस्थापित लोगों की मदद करने के लिए जनवरी, 1948 में बनाये गए राष्ट्रीय कोष अपने ६६ सालों में भी उद्देश्यों को प्राप्त नहीं कर पाये है |
प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने १९ जुलाई को प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय राहत कोष के कामकाज की समीक्षा की और कोष के प्रबंधन को लेकर कई महत्‍वपूर्ण बदलावों का सुझाव दिया। यह जान कर अच्छा लगा कि 16-05-2014 तक लेखापरीक्षित रुपये 6.82 9.63 2038.०१ का अब उचित उपयोग हो पायेगा |
गुजरात मॉडल की चर्चा करते हुए पी एम का कहना है कि लाभ पाने वालों का चुनाव व्‍यापक, वैज्ञानिक और मानवीय आधार पर किया जाना चाहिये।
बच्‍चों, गरीबों और सरकारी अस्‍पतालों के मामलों को प्राथमिकता दी जानी चाहिये।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जानलेवा रोगों को प्राथमिकता देते हुए ऐसे मामलों का निपटारा उनके महत्‍व और जरूरत के मुताबिक किया जाना चाहिए।
श्री नरेन्‍द्र मोदी ने सहायता के लिए आई अपीलों की सुनवाई में लगने वाले समय को कम करने के निर्देश भी दिए।
उन्‍होंने कहा कि ऐसे मामलों को चुनने के लिए होने वाले ड्रॉ इस तरह होने चाहिए जिससे कि सहायता पाने के सही हकदारों के मामले छूट न जाएं।
यह तय किया गया कि राहत कोषों से सहायता या लाभ पाने वाले ऐसे सभी लोगों को प्रधानमंत्री की ओर से एक पत्र भेजा जाए। जिन लोगों की सहायता पाने की अपील को मंजूरी मिल गई हो, उन्‍हें एसएमएस के जरिये सूचना दी जाएगी।
इसके अलावा श्री मोदी ने प्रधानमंत्री विवेकाधीन कोष+प्रधानमंत्री राष्‍ट्रीय रक्षा कोष+ प्रधानमंत्री छात्र सहायता कोष + प्रधानमंत्री लोक कला कोष जैसे प्रधानमंत्री के अन्‍य कोषों के कामकाज की समीक्षा भी की।
यहाँ यह बताना जरूरी है कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोषकी स्थापना जनवरी, 1948 में पाकिस्तान से विस्थापित लोगों की मदद करने के लिए की गई थी |
पाकिस्तान से विस्थापित लोगों की मदद करने के लिए जनवरी, 1948 में तत्कालीन प्रधान मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की अपील पर जनता के अंशदान से प्रधान मंत्री राष्ट्रीय राहत कोष की स्थापना की गई थी।
प्रधान मंत्री राष्ट्रीय राहत कोष की धनराशि का इस्तेमाल अब प्रमुखतया बाढ़+चक्रवात + भूकंप आदि जैसी प्राकृतिक आपदाओं में मारे गए लोगों के परिजनों तथा बड़ी दुर्घटनाओं एवं दंगों के पीड़ितों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए किया जाता है। , हृदय शल्य-चिकित्सा+गुर्दा प्रत्यारोपण+ कैंसर आदि के उपचार के लिए भी इस कोष से सहायता दी जाती है।
गौरतलब है कि यह कोष केवल जनता के अंशदान से बना है और इसे कोई भी बजटीय सहायता नहीं मिलती है। कोष की धनराशि बैंकों में नियत जमा खातों में रखी जाती है। कोष से धनराशि प्रधान मंत्री के अनुमोदन से वितरित की जाती है।
सम्भवत सरकारी स्तर पर यह मान लिया गया है कि विस्थापितों के लिए जनता के अंशदान गठित इस कोष कि अब जरुरत विस्थापितों को नहीं है इसीलिए इसे अन्य सामाजिक कार्यों में लगाय जाने लगा है इसमें मुख्यत प्राकृतिक आपदाएं ही हैं | दुर्भाग्य से उत्तराखंड जैसे नव गठित प्रदेश में इसके सदुपयोग पर प्रश्न चिन्ह लग रहे हैं |
अब चूँकि पी एम ने शिक्षा और चिकित्सा को प्राथमिकता दिए जाने के आदेश दिए हैं लेकिन अभी भी देश में अनेकों ऐसे विस्थापित परिवारों के वंशज हैं जो कंपनसेशन को तरस रहे हैं अधिकांश लोगों को कागजों में जमीन एलॉट की गई थी ये सभी कागज पंजाब के चंडीगढ़ में दफन हैं और लाभार्थियों को पंजाब और हरियाणा के चक्कर लगवाये जाते हैं सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रिहैबिलिटेशन/पुनर्वास विभाग के चंडीगढ़ स्थित कार्यालय और पंजाब के अन्य जिलों में ऐसे अनेको मामले हैं जिन्हें हरियाणा में रैफर किया जा रहा है वहां जा कर पता चलता है कि जमीन पर तो किसी और का अवैध कब्ज़ा है|दस्तावेज उर्दू में हैं सो पढ़ने के लिए भी विशेष व्यवस्था करनी पढ़ती हैं
सोर्स : पी एम ओ

प्राचीन सभ्यताएं,भारत+चीन,तीसरे देश ब्राज़ील में मिली:कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए मार्ग पर चर्चा

विश्व की दो बड़ी प्राचीन सभ्यताओं ने तीसरे देश में ८० मिनट्स तक शिखर वार्ता की | भारत के पी एम ने चीन के राष्ट्रपति से कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए एक और मार्ग माँगा |
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के प्रेजिडेंट शी जिंगपिंग ने ब्राजील के फोर्टलेजा शहर में ८० मिनट्स तक मुलाकात की|
इस मीटिंग में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए एक और वैकल्पिक मार्ग शुरू करने का सुझाव दिया
ब्राजील के फोर्टलेजा शहर पहुंचने के कुछ ही समय पश्‍चात प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने ब्रिक्‍स शिखर सम्‍मेलन की पूर्व संध्‍या पर चीन के राष्‍ट्रपति श्री शी जिंगपिंग से मुलाकात की। यह प्रधानमंत्री की पहली शिखर वार्ता है।
दोनों पक्षों ने सीमा विवाद को हल करने की आवश्‍यकता पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने सीमा पर परस्‍पर विश्‍वास एवं भरोसे को बढ़ाने और शांति बरकरार रखने पर बल दिया। उन्‍होंने कहा कि अगर भारत और चीन सीमा विवाद को परस्‍पर वार्ता से हल कर लेते हैं तो इससे पूरे विश्‍व के लिए एक उदाहरण प्रस्‍तुत होगा कि किस तरह शांतिपूर्वक तरीके से सीमा विवादों को सुलझाया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने श्री जिंगपिंग को कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए मैदानी क्षेत्रों से जाने वाले तीर्थ यात्रियों को होने वाली समस्‍याओं के मद्देनजर एक और मार्ग शुरू करने का सुझाव दिया। श्री जिंगपिंग ने इस सुझाव पर विचार करने का आश्‍वासन दिया।
प्रधानमंत्री ने भारत के ढांचागत सेक्‍टर में चीनी निवेश बढ़ाने के साथ दोनों देशों के बीच व्‍यापारिक असंतुलन समाप्‍त होने की आशा व्‍यक्‍त की। श्री जिंगपिंग ने इस पर सहमति‍ जताई कि दीर्घकालिक आर्थिक सहयोग के लिए व्‍यापारिक संबंधों में संतुलन होना जरूरी है। उन्‍होंने कहा कि चीन के लिए भारतीय निर्यात बढ़ाकर भी इस समस्‍या का एक समाधान किया जा सकता है।

Indian Prime Minister, Shri Narendra Modi with the President of the People’s Republic of China, Mr. Xi Jinping, at Fortaliza, in Brazil on July 14, 2014.

Indian Prime Minister, Shri Narendra Modi with the President of the People’s Republic of China, Mr. Xi Jinping, at Fortaliza, in Brazil on July 14, 2014.


चीन ने इस वर्ष नवम्‍बर महीने में अपेक (एपीईसी) सम्‍मेलन में शिरकत करने के लिए भारत को आमंत्रित किया है। श्री जिंगपिंग ने कहा कि भारत को शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) में अपनी सक्रियता बढ़ानी चाहिए। श्री मोदी ने कहा कि वर्तमान में भारत एससीओ में पर्यवेक्षक की भूमिका निभा रहा है। अगर कोई अतिरिक्‍त जिम्‍मेदारी दी जाती है तो भारत को उसे स्‍वीकार करने में कोई गुरेज नहीं होगा।
श्री मोदी ने अपने मुख्‍यमंत्रित्‍व काल में चीन यात्रा की याद दिलाई। उन्‍होंने इस बात को भी रेखांकित किया कि देशों के बीच संबंध वहां की जनता के संबंधों की शक्ति से बनते हैं। उन्‍होंने पर्यटन और अन्‍य क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ने की उम्‍मीद जताई।
प्रधानमंत्री ने यह भी आशा व्‍यक्‍त की कि इस वर्ष श्री जिंगपिंग की आयोजित भारत यात्रा दोनों देशों के बीच नए और महत्‍वाकांक्षी कार्यों के द्विपक्षीय सहयोग बेहतर करने के लिए एक सुअवसर रहा। उन्‍होंने चीन यात्रा के लिए स्‍वयं को आमंत्रित करने के लिए राष्‍ट्रपति का आभार व्‍यक्‍त किया और आशा जताई कि श्री जिंगपिंग शीघ्र भारत यात्रा पर आएंगे।
फोटो कैप्शन
The Prime Minister, Shri Narendra Modi at a bilateral meeting with the President of the People’s Republic of China, Mr. Xi Jinping, on the sidelines of the sixth BRICS Summit, at Fortaliza, in Brazil on July 14, 2014.