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Tag: Privatisation of Railways

पीयूष गोयल जी!अब समझ आया कि टॉयलेट में डिब्बा क्यूँ बंधा होता है

झल्लीगल्लां
उत्साहितरेलवेकर्मी
Ludhiana Railway Stationओए झल्लेया! मुबारकां!! ओए हसाडे सोने ते कर्मठ मंत्री श्री पीयूष गोयल जी ने लोक सभा मे जबरदस्त भाषण में साफ कर दिया कि भारतीय रेलवे का निजीकरण नही होने जा रहा। अनुदान मांग पर चर्चा के दौरान उन्होंने रोजगार के अवसर बढाने के लिए सार्वजनिक और निजी छेत्र के सहयोग की ना केवल वकालत की बल्कि रेलवे को प्रत्येक भारतीय की सम्पत्ति तक बता डाला और ये विपक्ष वाले बेफालतू में निजीकरण का नित जाप करके रेलवे के सम्पूर्ण बिजलीकरण में रोड़े अटका कर हमे डराते जा रहे हैं।
झल्ला
झल्लाओहो!अब समझ आया कि बोग्गी के टॉयलेट में रखा डब्बा रस्सी से क्यूँ बंधा होता है।रेलवे प्रत्येक भारतीय की सम्पत्ति है ऐसे में कोई भारतीय अपना हिस्सा घर लें जाने लगे तो धोते वक्त रोना पढ़ सकता है।शायद इसीलिए अपनी ट्रैन को प्रतीक्षारत यात्रियों को स्टेशन के बाहर पार्किंग के फर्श पर सुलाया जाता है