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Tag: PunjabElections

पंजाब के ९ लाख युवाओं को “वोटर” नहीं बनाया जा सका

[चंडीगढ़,पंजाब] पंजाब के ९ लाख युवाओं को वोटर नहीं बनाया जा सका ,जिसके कारण मतदान का प्रतिशत गिरता है | पंजाब के चीफ इलेक्टोरल अफसर डॉ.एस .करुणा राजू ने मतदाता बनाये जाने के लिए शिक्षण संस्थाओं का आह्वान किया है | श्री राजू के अनुसार मतदाता पहचान पत्र नागरिक की पहचान का महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट है |उनके अनुसार पंजाब में १८ वर्ष की आयु से ऊपर के ९ लाख युवाओं का वोट नहीं बना है| इसके फलस्वरूप हाल ही में हुए चुनावों में मतप्रतिशत बेहद कम रहा है|शिक्षण संस्थाओं को इसके लिए अपने युवाओं को प्रेरित करना चाहिए

Captain Tours To Defeat Akali General in Political Battle for”Patialavi”Heritage

Golden Temple Amritsar[Patiala,Pb] Captain Crosses Fire with Akali General in Battle for Ancestral Patiala. Capt’s Third Generation is also supporting Cong’s Legend
ex-Captain Amarinder Singh seeks to retain his hold over the land whose destiny was determined by his forefathers.
Patiala is the pocket borough of Punjab Congress chief Amarinder Singh.
He has been declared Congress’s CM candidate.His opponent is Gen (retd) J J Singh of the ruling Shiromani Akali Dal, with a resurgent AAP hoping to Catch a Fall .
Capt has won this seat thrice in the past.
He has improved upon the victory margin with every election.
In 2012, he had won the seat by about 40,000 votes, despite visiting the constituency only twice. First, for filing his nomination papers and then to address a public meeting.
This time also, he has been seen only once when he came down to file his nomination on January 17. Before that he went around the city paying obeisance at Qila Mubarak, the seat of power from where the founder of Patiala state and his ancestor Baba Ala Singh ruled his kingdom.
He also went to the Kali Mata Temple and the Dukhniwaran Gurdwara before filing his nomination papers.
This was followed by a road show
In 1947, a large population of refugees from Pakistan settled here.
The then ruler, Maharaja Yadvinder Singh settled these people and provided them amenities.
The bonding continues even now. The grateful Patialvis have expressed their gratitude with repeated emphatic wins of Amarinder and his family members from the constituency.
The Akali Dal fielded General (retd) J J Singh, the first Sikh to have become the Army chief, against him.
“For the first time in history a General will be defeated by a Captain”, a confident Amarinder said while reacting to Singh’s nomination.
As Amarinder is busy stumping for party candidates elsewhere, his wife and former Minister of State for External Affairs Preneet Kaur and daughter Jaya Inder Kaur hold the fort for him.
They have always done that for Amarinder. This time, it is the third generation as well with Amarinder’s granddaughter Seher Inder Kaur also joining the campaign.

पंजाब की सत्ता से अकाली बादलों को छाटने के लिए सिद्धू ने कांग्रेसी झंडा सम्भाला

[नयी दिल्ली] पंजाब की सत्ता से अकाली बादलों को छाटने के लिए सिद्धू ने कांग्रेस की विधिवत कमान संभाली|कांग्रेस कार्यालय में अजय माकन की उपस्थिति में सिद्धू को कांग्रेस का झंडा सौंपा गया |
कांग्रेस के कार्यालय में आयोजित अपने स्वागत समारोह में उन्होंने स्वयम को पैदाईशी कांग्रेसी बताया अब देखा होगा के नवजोत सिद्धू अपने कैप्टेन अमरिंदर की बात मानेंगे या फिर अपने सलेक्टर राहुल गांधी को ही सलूट करेंगे |इस प्रश्न के गर्भ में सिद्धू के कांग्रेस में आगमन पर पंजाब के वरिष्ठ नेताओं की अनुपस्थिति है
लंबी और गहन बातचीत के बाद कांग्रेस में शामिल होने वाले नवजोत सिंह सिद्धू ने आज कहा कि वह ‘पैदाइशी कांग्रेसी’ हैं जो अपनी जड़ों की ओर लौटे हैं और आलाकमान की ओर से नियुक्त किसी भी व्यक्ति के तहत काम करने के लिए तैयार हैं तथा पार्टी जहां से चाहेगी वहां से चुनाव लड़ेंगे।
सिद्धू ने इस बारे में टिप्पणी करने से इंकार कर दिया कि पंजाब में कांग्रेस की ओर से किसे मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया जाएगा।
भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामने वाले सिद्धू से जब यह पूछा गया कि क्या वह मुख्यमंत्री के उम्मीदवार बनना चाहेंगे तो उन्होंने कहा, ‘‘गेहूं खेत में और बेटा पेट में, और आप ब्याह की बात कर रहे हो।’’ कांग्रेस ने अब तक मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, हालांकि कैप्टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में चुनाव अभियान चलाया जा रहा है।
क्रिकेट से राजनीति में कदम रखने वाले सिद्धू ने कहा, ‘‘राजनीति में कोई अगर और मगर नहीं होता। अगर मेरी चाची को मूंछें होती तो मैं उनको चाचा न कहता।’’ एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस आलाकमान की ओर से नियुक्त किसी भी व्यक्ति के तहत काम करने का तैयार हैं और पार्टी जहां से चाहेगी वहां से चुनाव लड़ने को तैयार हैं।
बादल परिवार पर निशाना साधते हुए सिद्धू ने कहा, ‘‘मैं यहां :निजी एजेंडे: नहीं, बल्कि पंजाब को बचाने के लिए हूं।’’ मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल पर राज्य को लूटने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों ने एक समृद्ध राज्य को ‘कंगाल’ बना दिया।
भाजपा और अकाली दल का नाम लिए बगैर सिद्धू ने कहा कि ‘मंथरा’ की साजिशों की वजह से उन्हें अमृतसर छोड़ना पड़ा था।
बहरहाल, उन्होंने यह नहीं बताया कि उनके मुताबिक भाजपा में ‘मंथरा’ की भूमिका किसने निभाई थी।
वित्त मंत्री अरूण जेटली पिछले लोकसभा चुनाव में अमृतसर सीट से चुनाव लड़े थे,लेकिन उनको हार का सामना करना पड़ा।इन चुनावों में सिद्धू ने अपनी पार्टी के अरुण जेटली के समर्थन में प्रचार करने से इनकार कर दिया था |जिसका फायदा अमृतसर में कांग्रेस के कैप्टेन अमरिंदर र्को मिला

केजरीवाल ने पंजाबी वोटर्स को भी पैसे लेने को कह दिया और चुनाव आयोग के रडार पर आ गए

चंडीगढ़,पंजाब]केजरीवाल ने पंजाबी वोटर्स को भी पैसे लेने को कह दिया और चुनाव आयोग के रडार पर आ गए
केजरीवाल की विवादित टिप्पणी पर ‘आप’ को नोटिस जारी किया गया है
आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की एक विवादित टिप्पणी पर जालंधर के निर्वाचन अधिकारी ने पार्टी को एक नोटिस थमाकर जवाब तलब किया है । केजरीवाल ने कल पंजाब के वोटरों से कहा था कि यदि राजनीतिक पार्टियां उन्हें पैसों की ‘‘पेशकश’’ करे तो वे उसे स्वीकार कर लें । केजरीवाल की इस टिप्पणी को आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के तौर पर देखा जा रहा है ।इसे पूर्व दिल्ली के चुनावों में भी केजरीवाल यही डाव खेल चुके हैं |
जिला निर्वाचन अधिकारी कमल किशोर यादव के अनुसार
‘‘संबंधित निर्वाचन अधिकारी की ओर से ‘आप’ को एक नोटिस थमाकर कहा गया है कि वह केजरीवाल के बयान पर 24 घंटे के भीतर जवाब दाखिल करे ।’’ जालंधर के उपायुक्त यादव ने केजरीवाल के बयान को आचार संहिता के उल्लंघन का मामला करार देते हुए कहा कि इस मामले को पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी और भारत निर्वाचन आयोग के पास भेजा जाएगा ताकि आगे की कार्रवाई की जा सके ।

शिअद की तीसरी पारी के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची में नए चेहरे

[चंडीगढ़,पंजाब ]शिअद की तीसरी पारी के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची में नए चेहरे
शिअद ने तीसरी पारी के लिए उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी की
पंजाब में सत्ताधारी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए रात नौ प्रत्याशियों की अपनी दूसरी सूची जारी कर दी जिसमें पांच नए चहेरे हैं।
शिअद अध्यक्ष और पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखबीर बादल ने एक बयान में कहा कि शेष उम्मीदवारों के नामों का ऐलान जल्द ही किया जाएगा।
सुबा सिंह बादल,
तीरथ सिंह महला,
मोहम्मद ओवैस,
गुलजार सिंह और
निशान सिंह नए चहेरे हैं
जो पहली बार चुनाव लड़ेंगे।
डीएस गुरू की सीट बदल कर बस्सी पठाना की गई है।
वह पंजाब के मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव हैं।
उन्होंने 2012 में शिअद के टिकट पर भदौर :सुरक्षित: क्षेत्र से चुनाव लड़ा था लेकिन कांग्रेस के मोहम्मद सादिक से हार गए थे।
इससे पहले पार्टी ने पहली सूची में 69 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया था। पंजाब में 117 विधानसभा सीटें हैं

पीएम्”मोदी”ने१९८४सिख संहार पीड़ितों को सांत्वना दी:कांग्रेस पर गहरा प्रहार

[नई दिल्ली] प्रधान मंत्री “मोदी” ने १९८४ के जनसंहार के पीड़ित सिखों को सांत्वना दी और कांग्रेस पर गहरा प्रहार किया
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज आल इंडिया रेडियो पर अपने लोकप्रिय कार्यक्रम “मन की बात” में बोल रहे थे | पी एम् ने भारतीय बिस्मार्क के रूप में पहचान बनाने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की ३१ अक्टूबर को मनाये जाने वाली जयंती का उल्लेख करते हुए सिखों की पीड़ा का भी उल्लेख किया |इसके समर्थन में पंजाब के एक सिख का ऑडियो सन्देश भी सुनाया गया |इसी संदर्भ में पी एम् मोदी ने कहा के ३१ अक्टूबर को सरदार वल्लभ है पटेल की जयंती है और महापुरुष की जयंती के दिन ही तत्कालीन प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी की जघन्य हत्या हुई थी जिसके पश्चात् देश की राजधानी में भी निर्दोष सिखों का कत्ले आम हुआ|
एक तरफ पी एम् ने वल्लभ भाई पटेल और श्रीमती इंदिरा गाँधी दोनों को याद किया लेक्किन श्रीमती इंदिरा की हत्या के पश्चात् सिख संहार पर अफ़सोस भी किया|गौरतलब हे के पंजाब इलेक्शन मोड़ में आ चूका है और सिखों को जख्मों पर मलहम इलेक्शन में वोटों में भी तब्दील हो सकता है
प्रस्तुत है प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के कुछ अंश:
“आज मेरे प्यारे देशवासियो, कल 31 अक्टूबर, इस देश के महापुरुष – भारत की एकता को ही जिन्होंने अपने जीवन का मंत्र बनाया, जी के दिखाया – ऐसे सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म-जयंती का पर्व है। 31 अक्टूबर, एक तरफ़ सरदार साहब की जयंती का पर्व है, देश की एकता का जीता-जागता महापुरुष, तो दूसरी तरफ़, श्रीमती गाँधी की पुण्यतिथि भी है। महापुरुषों को पुण्य स्मरण तो हम करते ही हैं, करना भी चाहिए। लेकिन पंजाब के एक सज्जन का फ़ोन, उनकी पीड़ा, मुझे भी छू गई: –
“प्रधानमंत्री जी, नमस्कार, सर, मैं जसदीप बोल रहा हूँ पंजाब से। सर, जैसा कि आप जानते हैं कि 31 तारीख़ को सरदार पटेल जी का जनमदिन है।
सरदार पटेल ओ शख्सियत हैं, जिनाने अपनी सारी ज़िंदगी देश नु जोड़न दी बिता दित्ती and ओ उस मुहिम विच, I think, सफ़ल भी होये, he brought everybody together. और we call it irony or we call it, एक बुरी किस्मत कहें देश की कि उसी दिन इंदिरा गाँधी जी की हत्या भी हो गई। and जैसा हम सबको पता है कि उनकी हत्या के बाद देश में कैसे events हुए। सर, मैं ये कहना चाहता था कि हम ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण जो events होते हैं, जो घटनायें होती हैं, इनको कैसे रोक सकते हैं। ”
मेरे प्यारे देशवासियो, ये पीड़ा एक व्यक्ति की नहीं है। एक सरदार, सरदार वल्लभ भाई पटेल, इतिहास इस बात का गवाह है कि चाणक्य के बाद, देश को एक करने का भगीरथ काम, सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किया। आज़ाद हिंदुस्तान को, एक झंडे के नीचे लाने का सफल प्रयास, इतना बड़ा भगीरथ काम जिस महापुरुष ने किया, उस महापुरुष को शत-शत नमन। लेकिन यह भी तो पीड़ा है कि सरदार साहब एकता के लिए जिए, एकता के लिए जूझते रहे; एकता की उनकी प्राथमिकता के कारण, कइयों की नाराज़गी के शिकार भी रहे, लेकिन एकता के मार्ग को कभी छोड़ा नहीं; लेकिन, उसी सरदार की जन्म-जयंती पर हज़ारों सरदारों को, हज़ारो सरदारों के परिवारों को श्रीमती गाँधी की हत्या के बाद मौत के घाट उतार दिया गया । एकता के लिये जीवन-भर जीने वाले उस महापुरुष के जन्मदिन पर ही और सरदार के ही जन्मदिन पर सरदारों के साथ ज़ुल्म, इतिहास का एक पन्ना, हम सब को पीड़ा देता है ।
लेकिन, इन संकटों के बीच में भी, एकता के मंत्र को ले करके आगे बढ़ना है। विविधता में एकता यही देश की ताक़त है।
सिंबॉलिक फोटो

चुनाव अधिकारी ने फेसबुक से करार किया तो”भट्टी”लाइ वोटरों के लिए ट्यूशन क्लास:पंजाब इलेक्शन

[नई दिल्ली]पंजाब में लोकतंत्र की मजबूती के लिए संस्थाएं अपने तरीके से प्रयास में जुट गई हैं |
पंजाब इलेक्शन अधिकारी ने राज्य में नए वोटरों को जोड़ने के लिए सोशल साइट फेसबुक से सांझेदारी बनाई है तो स्वर्गीय जसपाल भट्टी की पत्नी ने अपने पति के स्टाइल में वोटरों को शिक्षित करने के लिये वोटरों की ट्यूशन को जरूरी बताया है |पंजाब असेंबली के लिए २०१७ में चुनाव होने हैं जिन्हें निर्विरोद्ध +निर्विवाद सफल बनाने के लिए इलेक्शन कमीशन ने फेस बुक से पार्टनरशिप की है|चीफ इलेक्टोरल अफसर वी के सिंह के अनुसार फेसबुक पर वयस्क को वोटर बनाने के लिए तमाम जानकारी और सुविधाएँ मुहैय्या करवाने की बात कही जा रही है
समाज को आईना दिखाने वाले बहुप्रतिभावान जसपाल भट्टी की विधवा पति श्रीमती सविता भट्टी ने अपने पति की अलख को जगाये रखा है उन्होंने नागरिक जागरूकता के लिए पंजाब में “नोटा” पार्टी भी बना डाली थी |अब पुनः चुनावों में सक्रियता दर्ज कराने के लिए श्रीमती सविता भट्टी ने वोटरों को ट्यूशन देने की बात उछाली है |श्रीमती भट्टी के अनुसार आये दिन नेता पार्टियां बदलते रहते हैं जिसे लेकर नेताओं की निष्ठां के प्रति वोटर कन्फ्यूज्ड रहते हैं | वोटरों के मागदर्शन के लिए, उन्हें जागरूक करने के लिए वोटरों को ट्यूशन देने की व्यवस्था की जा रही है |

लाफिंग जट्ट सिद्धू ने भाजपा से इस्तीफा दे ही दिया

[चंडीगढ़,पंजाब]लाफिंग जट्ट सिद्धू ने भाजपा से इस्तीफा दे ही दिया\सिधु ने अपना गैरराजनीतिक दल बना लिया है
क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू ने आज औपचारिक रूप से भाजपा से इस्तीफा दे दिया।
18 जुलाई को राज्यसभा से इस्तीफा देने वाले सिद्धू ने भाजपा छोड़ने का अपना इस्तीफा पार्टी प्रमुख अमित शाह को भेज दिया।
सिद्धू ने अपने पत्र में कहा है, ‘‘मैं भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। :भाजपा के साथ: लंबे समय का साथ , दुखदायी निर्णय.. मेरी पत्नी, बच्चे और पार्टी नहीं, अकेले पंजाब :आता है: पहले है।
पंजाब, पंजाबियत और हरेक पंजाबी को जीतना होगा।’’ हालांकि, सिद्धू की डॉ पत्नी और अमृतसर :पूर्व: से भाजपा विधायक ने अभी तक पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है। ‘ सिद्धू के राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें लगती रही हैं। शुरूआत में, उनके आप में शामिल होने की बात हो रही थी और अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में इसके चेहरा बनने की चर्चा हो रही थी। लेकिन दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उनके तीखे हमले से इसकी संभावना समाप्त हो गयी है।
इस महीने की शुरूआत में ‘आवाज-ए-पंजाब’ फोरम गठित करने के बावजूद उन्होंने भाजपा से इस्तीफा नहीं दिया था।
52 वर्षीय क्रिकेट खिलाड़ी ने 2004 से लेकर 2014 तक लोकसभा में अमृतसर का प्रतिनिधित्व किया।
भाजपा ने 2014 के संसदीय चुनाव में उन्हें अमृतसर से नहीं उतारने का निर्णय लिया। पार्टी ने अभी केन्द्र में मंत्री अरूण जेटली को वहां से मैदान में उतारा था लेकिन वह अमरिंदर सिंह से चुनाव हार गये।

Laughing Jatt ‘Sidhu’ Erects to Erect Pentagon Shape For Punjab Elections

[Chandigarh,Punjab]Laughing Jatt ‘Sidhu’ Erects to Erect Pentagon Shape For Punjab Elections
Sidhu Erects AAP’s Punjabi Clone In Aaavaz Ae Punjab
Former BJP leader Navjot Singh Sidhu, who quit his Rajya Sabha seat recently, is all set to float his own political outfit ‘Awaaz-e-Punjab’ along with some ousted Akali leaders, Now Punjab Elections Taking Pentagon Shape
AAP+SAD+Congress+AAP Punjab+Aavaz e Punjab
Sources said after his talks with AAP And Congress “failed”, Sidhu decided to float the outfit along with some like-minded people and held a meeting with suspended Akali legislator from Jalandhar, Pargat Singh, and Bains brothers of Ludhiana – Simarjeet Singh Bains and Balwinder Singh Bains, both of whom won as independent legislators.
The AAP, which has made it a triangular contest in Punjab by giving a tough fight to ruling Akali-BJP combine and Congress, was taken aback by the development as there were talks of Sidhu joining the party after deserting the BJP.
Sidhu had in mid-August met Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal at his residence and discussed with him his plans of joining the AAP. Kejriwal on August 19 said the cricketer- turned-politician just needs “time to think” and that Sidhu “has not put any pre-condition”, a reference to speculation that Sidhu wanted to be the chief ministerial face of AAP.
Posters showing a photograph of Sidhu, Pargat and Bains brothers together were today posted by the front’s leaders that said the four have joined hands for the politics of hope and faith.

AAP Field LS’s Unsuccessful Contestends For Punjab Assembly Also

[New Delhi]AAP Field Lok Sabha’s Unsuccessful Contestends For Punjab Assembly
AAP released first list of 19 candidates for Punjab Polls 17
Senior lawyers H S Phoolka and
Himmat Singh Shergill
figure in the first list of 19 candidates released by the Aam Aadmi Party today for Punjab Assembly elections scheduled early next year.
Former BSP MP Mohan Singh, a Dalit face, who had joined the AAP in June, will contest from Ferozepur rural.
Cyclist Poolkha, who had unsuccessfully contested Lok Sabha polls from Ludhiana on an AAP ticket, will be party candidate from Dakha.
The senior lawyer had led a campaign to get justice for the 1984 anti-Sikh riots victims and could be a strong contender for being projected as the party’s chief ministerial face.
Shergill will contest from SAS Nagar Mohali.
He had also unsuccessfully contested on AAP ticket from Anandpur Sahib Lok Sabha constituency.
Interestingly, the list was announced in the absence of Kejriwal, who is on a vipassana sojourn.
AAP’s Punjab co-convenor Durgesh Pathak is also away, attending a vipassana course.
The party intends to replicate the Delhi story in Punjab.
When it contested its maiden election in the national capital in 2013, AAP had declared candidates way before the polling schedules were announced. According to a party leader, this gives the party an edge over others in terms of campaigning.