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Tag: RajnathSingh

अनियंत्रित हाथी तो कुचलता ही है सामने मायावती के समर्थक हों या फिर सैनिक हो हेमू के

झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

झओऐल्लेया ये क्या हो रहा है?ओऐ !मायावती ने अपने समर्थकों को लुभाने के लिए+बहकाने के लिए लखनऊ में रैली आयोजित की और उसमे भगदड़ करवा कर दो निर्दोष समर्थकों की मौत हो गई और अभी तक घायलोंकी संख्या की जानकारी अपेक्षित है |ओऐ!हसाड़े गृह मंत्री ठाकुर राजनाथ सिंह ने त्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक[डीजीपी]जावीद अहमद से रिपोर्ट तलब कर ली है

झल्ला

ओ मेरे भोले सेठ जी !हाथी तो हाथी ही है| अनियंत्रित हाथी तो कुचलता ही है |अब सामने मायावती के समर्थक हों या फिर सैनिक हो हेमू के

पश्चिमी पाकिस्तान से आये पौने छह हजार शरणार्थी परिवारों ने जे&के में नागरिकता मांगी

[नई दिल्ली ] पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों ने जे &के में नागरिकता मांगी ये शरणार्थी जम्मू-कश्मीर में बसे हैं|
1947 में जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तानी हमले के पीड़ित लगभग 5764 परिवार जम्मू, कठुआ और रजौरी जिलों में रहते हैं।इन्होंने केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह को इस विषय में एक मांग-पत्र पेश किया
पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने अध्यक्ष श्री लाभा राम गांधी के नेतृत्व में आज गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की और उन्हें एक मांग-पत्र प्रस्तुत किया।
मांग-पत्र में जम्मू-कश्मीर में
नागरिकता,
जम्मू-कश्मीर में पुनर्वास के लिये विशेष पैकेज,
राज्य चुनावों में मताधिकार और
चुनाव लड़ने का अधिकार,
जमीन का आबंटन,
विशेष भरती,
तकनीकी/व्यावसायिक संस्थानों में शिक्षा का अधिकार,
एससी/ओबीसी प्रमाणपत्र प्रदान करना शामिल है।
प्रतिनिधिमंडल ने पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों के लिये राहत आयुक्त को नियुक्त करने की भी मांग की ताकि उनकी शिकायतों को दूर किया जा सके।
प्रतिनिधिमंडल की भावनाओं की कद्र करते हुये राजनाथ सिंह ने प्रतिनिधमंडल को आश्वस्त किया कि वे इस मामले को देखेंगे और आवश्यक कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने एक नोडल अधिकारी को नियुक्त किया है जो उनके दैनिक विषयों को हल करने के लिये शरणार्थी समुदाय के साथ विशेष समन्वय स्थापित करेगा। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय एक उपयुक्त प्रावधान पर काम कर रहा है ताकि राज्य सरकारों द्वारा पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों को एससी/एसटी/ओबीसी प्रमाणपत्र जारी न करने सम्बंधी समस्याओं का निपटारा हो सके।
पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थी जम्मू-कश्मीर में बसे हैं और वे भारत के नागरिक हैं और उन्हें संसदीय चुनाव में वोट देने का अधिकार है। हालांकि वे जम्मू-कश्मीर संविधान के संदर्भ में राज्य के स्थायी नागरिक नहीं हैं। उन्हें विधान सभा और स्थानीय निकायों के चुनावों में वोट देने का अधिकार नहीं है। जम्मू-कश्मीर में बसे पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों को जम्मू-कश्मीर के संविधान के दायरे में स्थायी निवासी का दर्जा प्रदान करने से उन्हें राज्य सरकार की नौकरियां प्राप्त करने, राज्य तकनीकी/व्यावसायिक संस्थानों में प्रवेश लेने और जम्मू-कश्मीर राज्य में जमीन/अचल सम्पत्ति खरीदने/प्राप्त करने में सुविधा होगी।
पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों के बच्चों को अर्ध सैनिक बलों में भरती करने का कोई अलग प्रस्ताव सरकार के विचाराधीन नहीं है। बहरहाल, इन बच्चों को जम्मू-कश्मीर सरकार के अधिकृत प्राधिकार द्वारा जारी आवासीय प्रमाणपत्र होने की शर्त के बिना केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में भरती के लिये अनुमति है।
अन्य प्रमाणों में संसदीय मतदाता सूची में उनका नाम शामिल होने को भी उनके पश्चिमी पाकिस्तान का शरणार्थी होने के प्रमाण के तौर पर स्वीकार किया जा सकता है। इसके अलावा गांव के नंबरदार/सरपंच द्वारा जारी प्रमाणपत्र को भी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों और असम राइफल्स में जम्मू-कश्मीर के कोटे के तहत भरती के लिये स्वीकार किया जा सकता है। इन शरणार्थियों के बच्चे अर्ध सैनिक बलों में जम्मू-कश्मीर के लिये तय रिक्तियों के संदर्भ में आवेदन करने के योग्य हैं।
1947 में जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तानी हमले के मद्देनजर लगभग 5764 परिवार तत्कालीन पश्चिमी पाकिस्तान से विस्थापित हो गये थे और वे जम्मू-कश्मीर राज्य के मुख्यतः जम्मू, कठुआ और रजौरी जिलों में रहते हैं।
पूर्वोत्तर राज्य विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्यमंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह और गृह सचिव श्री राजीव महर्षि भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
Photo caption
A delegation of West Pakistani Refugees led by its President Shri Labha Ram Gandhi calling on the Union Home Minister, Shri Rajnath Singh, in New Delhi on September 23, 2016.
The Minister of State for Development of North Eastern Region (I/C), Prime Minister’s Office, Personnel, Public Grievances & Pensions, Atomic Energy and Space, Dr. Jitendra Singh and the Home Secretary, Shri Rajiv Mehrishi are also seen.

पीएम् ने चीन में पाक पर और गृहमंत्री ने कश्मीर में अलगाववादियों में कश्मीरियत का अभाव बताया

पीएम् ने चीन में पाक पर और गृहमंत्री ने कश्मीर में अलगाववादियों में कश्मीरियत का अभाव बताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन में पाकिस्तान के आतंकवादी मंसूबों को उजागर किया
कश्मीर में राजनाथ ने अलगाववादियों पर हमला बोला, कहा- उनके व्यवहार में नहीं है कश्मीरियत
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से वार्ता करने से इनकार करने पर आज हुर्रियत नेताओं पर हमला बोला और कहा कि अलगाववादियों के व्यवहार ने दिखा दिया कि वे कश्मीरियत+इंसानियत+ जम्हूरियत में विश्वास नहीं करते हैं ।
राजनाथ ने कहा कि कश्मीर पर ‘‘वार्ता के लिए दरवाजे और खिड़कियां’’ हमेशा खुली हैं, लेकिन उन्होंने निकट भविष्य में पाकिस्तान से किसी तरह की बातचीत की संभावना से यह कहते हुए इनकार किया कि ‘‘पहले हमें अपने देश के भीतर लोगों से बात करने दीजिए ।’’
प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे राजनाथ ने यात्रा के दूसरे दिन संवाददाताओं से कहा, ‘‘प्रतिनिधिमंडल के कुछ सदस्य अपनी व्यक्तिगत हैसियत से हुर्रियत नेताओं से मिलने गए । ’ उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिनिधियों द्वारा दी गई सूचना :इस बारे में कि सदस्यों से कैसा व्यवहार किया गया: यह स्पष्ट करती है कि यह न तो कश्मीरियत है और न ही इंसानियत ।’’ अलगाववादियों ने कल माकपा नेता सीताराम येचुरी, भाकपा के डी राजा, जदयू के शरद यादव, राजद के जयप्रकाश नारायण और एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी जैसे सांसदों के उन तक पहुंच बनाने के प्रयासों को कोई तवज्जो नहीं दी थी ।यहां तक के मिलने से भी इनकार कर दिया गया और विपक्षी नेताओं को घर के बाहर से ही तर्क दिया गया
राजनाथ ने अलगाववादियों पर तीखा हमला बोलते हुए कहा, ‘‘सदस्य कल बात करने गए थे, लेकिन बातचीत से इनकार कर उन्होंने [अलगाववादियों ने] दिखा दिया कि वे जम्हूरियत में भी विश्वास नहीं करते ।

Rajnath Singh,Warning JNU Students,Said Anti-India Acts Won’t be Tolerated

[New Delhi]Warning JNU Students, Rajnath Singh Said Anti-India acts won’t be tolerated
Home Minister Rajnath Singh today warned of “strongest possible” action against those involved in raising anti-India slogans at an event in JNU campus saying such activities will not be tolerated.
Home Minister Rajnath Singh Told Reporters “If anyone raises anti-India slogans, tries to raise questions on country’s unity and integrity, they will not be spared. Stringent action will be taken against them,” .
The Senior Minister said he asked the Delhi Police to take “strongest possible action” against those who were allegedly involved in anti-India acts in Jawaharlal Nehru University campus recently.
A group of students on Tuesday held an event on the JNU campus and allegedly shouted slogans against the government and the country over the hanging of Parliament attack convict Afzal Guru in 2013.
The event occurred despite varsity administration having cancelled the permission following a complaint by ABVP members, who termed the activity as “anti-national”.
Delhi Police yesterday registered a case of sedition in connection with the event following complaints by BJP MP Maheish Girri and ABVP.
file photo rajnath singh with PM Modi

Central Govt Appreciates Intention Behind Odd-Even Scheme For Delhi Tpt

[New Delhi]Central Govt Appreciates Odd-Even Scheme For Delhi Transport .Rajnath Singh Assures Full Support Whereas Naidu Appreciates Govt’s Intention.
With the AAP government’s odd-even scheme to curb pollution drawing mixed reactions, Urban Development Minister M Venkaiah Naidu said he had “no doubts” over its intentions but a thorough study was needed on its implications.
“Pollution is a very serious issue…The Delhi government has taken certain measures. There is no doubt about its intentions but it will have its repercussions, effects…
Despite its intentions being good, the practical problems related to it should be seriously studied,” Naidu told a press conference.
The Arvind Kejriwal government is set to roll out the scheme from the new year and private vehicles with odd and even numbers will be allowed to ply only on the odd and even days of the month.
It is initially being launched for the 15 days Naidu said the problem of pollution cannot be tackled overnight and added that the Central, state and local governments needed to work in their capacity to deal with it.
The Centre had also taken certain steps for it, he said, adding, there was a need to raise awareness and involve masses

HM Rajnath Singh Assured Strongest Action Against Enemies Of Secular Fabric

[New Delhi]HM Rajnath Singh Assured Strongest Action Against Enemies Of Communal Harmony
Home Minister Of India Rajnath Singh,Today, Assured Strongest Action Against Those Disrupting Communal Harmony in the Country,
Home Minister Rajnath Singh said today, days after a man was lynched in UP’s Dadri district over beef consumption rumours.
“Be it the state government or the central government, strongest possible action will be taken against those who try to break communal harmony in the country,” he told reporters on the sidelines of a function
The Home Minister was replying to a question about tension in Dadri where a Muslim man was lynched by a mob over allegation of beef consumption.
Iqlakh was attacked by a 200-strong mob at Bishada village after a public announcement by a local temple that the family had slaughtered a calf and eaten its meat last Monday night.
Singh had yesterday termed the lynching episode as “unfortunate” and appealed to the people to maintain communal harmony.
“It was an unfortunate incident. I appeal to every citizen to maintain communal harmony, which is everyone’s responsibility,” Singh had said.
The Home Ministry had on October 1 sought a report on the incident from UP government and advised it to ensure that such incidents did not recur.
Concerned over incidents of a communal colour, the Centre had also asked all states to take strictest action against those who attempt to weaken the secular fabric of the nation by exploiting religious sentiments.
In a statement, Home Ministry had said it was concerned over various incidents with communal overtones across the country, including the recent “unfortunate” incident at Dadri.

“बाबर”ने भी स्वीकारा था,गौमांस खा कर भारतवासियों के दिलों पर राज नहीं किया जा सकता:राजनाथ सिंह

[नयी दिल्ली] “बाबर”ने भी स्वीकारा था,गौमांस खा कर भारतवासियों के दिलों पर राज नहीं किया जा सकता:राजनाथ सिंह
केंद्रीय गृह मंत्री राज नाथ सिंह के अनुसार मुग़ल राज के संस्थापक “बाबर” ने भी स्वीकार किया था कि गौमांस खा कर भारत वासियों के दिलों पर राज नहीं किया जा सकता |श्री सिंह राष्ट्रीय गोधन महासंघ द्वारा कृषि मंत्रालय के सहयोग से आयोजित गोरक्षा पर एक सम्मेलन में बोल रहे थे
गृह मंत्री ने कहा कि मुगलों तक को पता था कि गोवध का समर्थन किया तो भारत में शासन नहीं कर सकते
गोरक्षा पर जोर देते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि मुगलों तक को पता था कि यदि उन्हें शासन करना है तो ‘गोवध को खुला समर्थन’ व्यावहारिक नहीं होगा जबकि ब्रिटिश लोग इस पहलू को समझने में विफल रहे ।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि गृह मंत्री के रूप में उन्होंने सुनिश्चित किया है कि बांग्लादेश को होने वाली मवेशियों की तस्करी रूके । सीमा सुरक्षा बल [बीएसएफ] के जवानों ने इसके लिए लगातार प्रयास किये ।
राजनाथ ने कहा, ‘‘मेरे पास मुगल शासकों के बारे में जो भी अल्प जानकारी है .. मैं कह सकता हूं कि मुगल शासकों को ये बात पता थी । वो समझते थे कि गोवध कर और गोवध को खुला समर्थन कर, वे लंबे समय तक शासन नहीं कर सकते ।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि बाबर ने भी अपनी वसीयत में लिखा कि हम एक बार में दो चीजें नहीं कर सकते । या तो जनता के दिलों पर राज करो या गोमांस खाओ केवल एक बात हो सकती है .. साथ साथ ये दोनों काम नहीं हो सकते ।’’
राजनाथ सिंह ने कहा, ‘‘जब ब्रिटिश भारत आये, भारतीय परंपरा का जिस तरह आदर होना चाहिए था .. वैसा नहीं हुआ । वस्तुत: ये और खराब हो गयी । आजादी की पहली लडाई [१८५७] की वजहों में से एक मुख्य वजह गाय की चर्बी थी, जो कारतूस में इस्तेमाल होती थी । इससे गाय के प्रति जनता की आस्था का पता चलता है ।’

सुषमा स्वराज को आउट कराने के लिए विपक्षी शोर को तीनो एम्पायरों[सरकार+भाजपा+आरएसएस] ने नकारा

[नयी दिल्ली]सुषमा स्वराज को आउट कराने के लिए विपक्षी शोर को तीनो एम्पायरों[सरकार+भाजपा+आरएसएस] ने नकारा
श्रीमती सुषमा स्वराज को आउट कराने के लिए विपक्ष के शोर को तीनो एम्पायरों[सरकार+भाजपा+आरएसएस] ने नकार दिया|
भाजपा की विदेश मंत्री श्रीमति सुषमा स्वराज पर ई डी के आरोपी ललित मोदी को फेवर करने का आरोप लगाया गया है |
श्रीमती स्वराज के इस्तीफे की विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए सरकार, भाजपा और आरएसएस ने ललित मोदी के यात्रा दस्तावेजों के मुद्दे पर विदेश मंत्री का बचाव करते हुए इस बात पर जोर दिया कि सुषमा ने कुछ भी गलत नहीं किया है और उन्होंने सिर्फ ‘मानवीय’ आधार पर कदम उठाया।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस विवाद पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के बाद कहा, ‘‘हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि उन्होंने जो किया है वह सही है। हम इसे सही ठहराते हैं और सरकार पूरी तरह से उनके साथ खड़ी है।’’ खबर है कि इस मामले पर श्रीमती सुषमा ने प्रधानमंत्री श्री मोदी से बात की है।
सिंह का यह बयान उन खबरों के बाद आया है जिनमें कहा गया था कि सुषमा ने ब्रिटिश सांसद कीथ वाज को लिखा था कि वह पुर्तगाल जाने के लिये ललित मोदी के यात्री संबंधी दस्तावेजों की सिफारिश करें। ललित मोदी आईपीएल के पूर्व कमिश्नर हैं और आईपीएल से संबंधित घोटाले के केंद्रबिंदु में रहे हैं।
सुषमा ने कहा है कि उन्होंने उस वक्त ‘मानवीय आधार’ पर वाज को पत्र लिखा था जब ललित मोदी ने उनसे कहा था कि उनकी पत्नी बीमार है और ऑपरेशन कराने के लिए ट्रेवेल वीजा चाहिए
गृह मंत्री ने कहा कि श्रीमती सुषमा ने वाज से कहा था कि ब्रिटिश सांसद वही करें जिसकी ब्रिटेन के नियम-कानूनों के तहत अनुमति हो।
उन्होंने कहा कि ‘मानवीय दृष्टिकोण वाला किसी भी व्यक्ति’ को यही करना चाहिए क्योंकि ललित मोदी ने कहा था कि उनकी पत्नी कैंसर से पीड़ित है और पुर्तगाल में उनके पास जाने के लिए उन्हें यात्रा संबंधी दस्तावेजों की जरूरत है।
आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को वीजा प्रदान करने से जुड़े विवाद में ब्रिटेन द्वारा भारतीय विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज का नाम घसीटा गया है । ब्रिटेन में यह मामला संसदीय समिति के समक्ष है।
आईपीएल के पूर्व प्रमुख ललित मोदी को वीजा प्रदान करने का मामला ब्रिटेन में संसदीय समिति के समक्ष विचाराधीन है और इससे जुड़े विवाद में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का नाम घसीटा गया है।
टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट में कोष के कथित गबन के सिलसिले में मोदी के खिलाफ भारत में लुक-आउट नोटिस जारी है। मोदी ने लंदन को अपना ठिकाना बनाया है और वह भारत आने से परहेज कर रहे हैं। भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद कीथ वाज की सिफारिश पर उन्हें वीजा प्रदान किया गया था।
ब्रिटिश मीडिया के अनुसार वाज ने सुषमा का नाम लेकर मोदी को ब्रिटिश यात्रा दस्तावेज प्रदान करने के लिए ब्रिटेन के शीर्ष आव्रजन अधिकारी पर दबाव डाला था सुषमा ने इस संबंध में अपने कदम के बारे में आज कहा कि उन्होंने ‘‘मानवीय दृष्टिकोण’’ अपनाया और ब्रिटिश उच्चायुक्त से कहा था कि उन्हें अपने कानून के अनुसार मोदी के आग्रह का अध्ययन करना चाहिए और ‘‘अगर ब्रिटिश सरकार ललित मोदी को यात्रा दस्तावेज देना पसंद करती है तो यह हमारे रिश्तों को खराब नहीं करेगा।’’ जारी:

रोबर्ट वढेरा के भूमि घोटाले का जिन्न फिर से बाहर आ गया

[नई दिल्ली]रोबर्ट वढेरा के भूमि घोटाले का जिन्न फिर बाहर आ गया है|हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल कुमार विज ने तीखे तेवर दिखाते हुए यह घोषणा की है कि रोबर्ट वढेरा की फर्म द्वारा कांग्रेस की हुड्डा गवर्नमेंट में किये गए भूमि घोटालों की शीघ्र जाँच की जाएगी श्री विज के अनुसार राहुल गांधी के सूटिड बूटिड जीजा जी रॉबर्ट वाड्रा के घोटालों की जांच तो होगी जरूर । कब होगी, कैसे होगी, इसका फैसला करेंगे मुख्यमंत्री जी | अब इसके लिए [रिटायर्ड] जस्टिस एसएन ढींगरा का चयनभी कर लिया गया है जिसकी रिपोर्ट छह महीनों में आने की संभावनाएं हैं| इस पर कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के दामाद रोबर्ट वढेरा ने ने आज उम्मीद जताई कि उनके जमीन सौदों के सिलसिले में हरियाणा सरकार द्वारा शुरू की गयी जांच को राजनीतिक बदले के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जाएगा और उनके या उनसे जुड़े किसी भी व्यक्ति के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है।इस पर केंद्रीय गृह मंत्री राज नाथ सिंह ने आज कहा है कि भाजपा की सरकार प्रतिशोध के लिए कोई काम नहीं करेगी

कश्मीर में बर्फबारी तो पार्लियामेंट में अलगाववादी मसरत पर विपक्ष के प्रश्नों की मारामारी

[जम्मू,नई दिल्ली]कश्मीर में बर्फबारी तो पार्लियामेंट में अलगाववादी मसरत पर विपक्ष के प्रश्नों की मारामारी कश्मीर में मौसम की भारी बर्फबारी से वातावरण के खुशगवार होने और जैव प्रौद्योगिकी पार्क के लिए किये गए दस एकड़ भूमि का अधिग्रहण से बेशक विकास के रास्ते खुल रहे हैं मगर अलगाववादी नेता मसरत आलम को रिहा किये जाने से देश की संसद के दोनों सदनों में गर्मी छाई रही |मसरत की रिहाई को लेकर लोस और राज्य सभा में जम कर हंगामा हुआ|
लोक सभा की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित की गई |
जम्मू कश्मीर में भाजपा और पीडीपी की साँझा सरकार ने बीते रात कश्मीरी अलगाववादी नेता मशरत आलम को रिहा कर दिया था
इस अलगाववादी नेता के खिलाफ देश द्रोह और पथराव षड्यंत्र के अलावा दर्जनों अपराधिक मामले दर्ज है |44 वर्षीय मशरत आलम को बारामुला जिला जेल से बाहर निकाला गया है ।बाहर आते ही उसने आपत्तिजनक बयान देकर कश्मीर को बढ़ी जेल बता दिया |
पार्लियामेंट में प्रश्नों का उत्तर देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि उन्हें जानकारी दिए बगैर मसरत को रिहा किया गया है
अब देश की एकता अखंडता के लिए जो भी जरूरी होगा उनकी सरकार करेगी।श्री मोदी ने कहा कि इस तरह की गतिविधि भारत सरकार को जानकारी दिए बिना हो रही हैं और देश की एकता अखंडता के लिए जो भी जरूरी होगा उनकी सरकार करेगी|
जम्मू कश्मीर की पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा अलगावादी नेता मसरत आलम की रिहाई के मुद्दे पर आज लोकसभा में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस , राकांपा , राजद और जदयू सदस्यों ने प्रधानमंत्री के बयान की मांग करते हुए भारी हंगामा किया जिसके कारण लोकसभा की बैठक करीब सवा 11 बजे 15 मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी।राज्य सभा में भी गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा के देश की एकता अखंडता के लिए बड़ी से बड़ी क़ुरबानी देने में भी गुरेज नहीं किया जाएगा |उन्होंने कहा की वोह स्वयं भी स्थिति से संतुष्ट नहीं हैं और मसरत को अलगाव वादी ही मानते हैं