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Tag: RaliChouhan

जलसरंक्षण के लिए खुदाई के नाम पर “मनरेगा” गेम शुरू

[मेरठ,यूपी] मेरठ के रछौटी और राली []आंबेडकर] चौहान में भी २८ मई को तालाब खुदवाया गया है
यहाँ स्वयं डीएम पंकज यादव और सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने फावड़ा चला कर फोटो खिंचवाई |
मनरेगा योजना के तहत ग्रामीण छेत्रों में खुदाई का काम शुरू कराया गया है|
सूखे से निबटने और पानी के संरक्षण के लिए गावों में खुदाई करवाई जा रही है|
जल बचाओं अभियान के तहत मनरेगा योजना का उपयोग करते हुए माछरा +ग्राम राली चौहान रजपुरा ब्लाॅक में तालाब खुदाई करवाई गई |माछरा के रछौटीमें स्वयं डी एम ने फावड़ा चलाया जबकि राली चौहान में सांसद+सी डी ओ उपस्थित थे|
यहाँ स्वयं सांसद राजेन्द्र अग्रवाल+सीडीओ नवनीत सिंह चहल आदि ने भी फावड़े चलाये
इस दौरान इस बात को कहा गया कि यदि जल संरक्षण करना है तो तालाबों को बचाना जरूरी है लेकिन वास्तव में स्थानीय लोगों का कहना कुछ और ही है |गावं में पहले से दो तालाब है जिन पर अतिक्रमण का ग्रहण लगा हुआ है| दुर्भाग्यवश यहाँ के अतिक्रमण को हटवाने के बजाये मुख्य आबादी से दूर फावड़े चलवाए गए |
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मनरेगा के तहत रु १७५ प्रतिदिन की ध्याड़ी दी जाती है जितने में मजदूर मिलने मुश्किल होते हैं ऐसे में ५० हजार रु के खर्चे की बुकिंग के लिए जो मजदूरों के नाम दर्ज कराये जाते हैं उनकी सत्यता की समय रहते जांच भी आवष्यक है

प् उ.प्र.का देहात छेत्र अब ट्यूब वेल चोरी के आतंक से हुआ त्रस्त

[मेरठ] प् उ.प्र.का देहात छेत्र अब up से हुआ त्रस्त
सृष्टि की बेरुखी और उत्तर प्रदेश में बिजली+डीजल+पानी की कुव्यवस्था से त्रस्त किसान को अब एक नई परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है |यह है देहात छेत्र के ट्यूब वेल पर मोटर की बेरोकटोक चोरी |पोलिस+पॉलिटिशियन्स+प्रकृति के पश्चात अब चोरों का आतंक भी देहात छेत्र कि परेशानियों में जुड़ गया है|
आज कल रोजाना समाचार मिल रहे हैं कि फलां गावं में फलां के ट्यूब वेल से मोटर+ऑपरेटर+स्टार्टर+कटआउट+केबल चोरी हो गए| बेशक ये रात के अँधेरे में चोरी किये जाते हैं मगर व्यवस्था की उदासीनता को दर्शाने के लिए पर्याप्त है|
विशेषज्ञों के अनुसार ये सामान निकालने के लिए घन चलाये जाते होंगें जिसकी आवाज रात के सन्नाटे को चीरती हुई दूर तक सुनाई देती होगी इसके बावजूद यह आवाज नजदीक के पोलिस स्टेशन तक नहीं पहुँच पाती |गश्ती दस्तों के दावों पर भी प्रश्न चिन्ह लगाने के लिए यह पर्याप्त है|
पीड़ितों के अनुसार ये सारा सामान मात्र १०-१२ हजार रुपयों का ही है और चोर को इसके लिए चोर बाजार में केवल ४-५ सौ रुपये ही मिलते होंगे लेकिन इस सामान को दोबारा खरीदने के लिए कभी कभी एक सप्ताह भी लग जाता है जिसके चलते ट्यूब वेल बंद रहता है और खेतों की सिंचाई अधूरी रह जाती हैं कुछ किसानों ने तो खेत सूखने तक की शिकायत की है |
पोलिस द्वारा भी सुरसा रूपी इस अपराध को हलके में लिया जा रहा हैशायद इसी उदासीनता के कारण दलित और स्वर्ण जाति के किसान पोलिस में रिपोर्ट करने से बचते आ रहे हैं |
उदाहरण के तौर पर थाना भावन पुर से मात्र ढाई किलोमीटर दूरी पर स्थित गावं राली चौहान में इस प्रकार की चोरी का आंकड़ा दहाई में पहुँच चूका है |वर्तमान प्रधान ठाकुर ईश्वर सिंह और पूर्व प्रधान चरण सिंह के अलावा राम कटोरी+सुखपाल आदि अनेकों किसान इस चोरी के आतंक से परेशान है |