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गडकरी जी!सीएनजी वाले पर्यावरण मित्र ट्रैक्टरों को लालकिले ले जाने दोगे?

भजपाईचेयरलीडर
CNG Tractorओएझल्लेया !मुबारकां
ओए हसाडे कर्मठ नितिन गडकरी साहिब ने पर्यावरण सरंक्षण और किसान हिताय नया ट्रेक्टर लांच कर दिया है।ये ट्रैक्टर प्रदूषण फैलाने वाले डीजल के बजाय पर्यावरण मित्र सीएनजी से चलेगा।ओए इस नए ट्रैक्टर से किसान+ खेत+समाज के स्वास्थ्य का भला होगा।इसके अलावा गरीब किसान को प्रतिवर्ष एक लाख ₹ की बचत भी होगी
झल्ला
झल्ला गडकरी जी!सीएनजी वाले पर्यावरण मित्र ट्रैक्टरों को लालकिले ले जाने दोगे?
चतुर सुजाण जी!क्या अब गरीब आंदोलनकारी किसान को, प्रदर्शन के लिए,
इन पर्यावरण मित्र और आपके अपने ट्रैक्टरों को लालकिले ले जाने दोगे???

Iqbal, Wanted in Red Fort Violence ,Arrested from Pb

(New Delhi)Iqbal,Wanted in Red Fort Violence,Arrested from Pb
Iqbal Singh, carrying a reward of Rs 50,000 on his arrest, was nabbed from Hoshiarpur in Punjab on Tuesday night by the northern range of Delhi Police’s Special Cell,
On Monday, the Special Cell had arrested actor-activist Deep Sidhu, a “prominent player” behind the violence at the Red Fort.
Thousands of farmers protesting the Centre’s new agriculture laws had clashed with the police during their tractor parade on January 26.
Many of the protesters, driving tractors, reached the Red Fort and entered the monument. Some protesters even hoisted religious flags on its domes and a flagstaff at the ramparts, where the national flag is unfurled on Independence Day.

प्रतिष्ठित पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकी मीडिया को दबाने का कुप्रयास;एडिटर्स गिल्ड

(नयी दिल्ली)प्रतिष्ठित पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकी मीडिया को दबाने का कुप्रयास;एडिटर्स गिल्ड
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने किसानों की गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड तथा उस दौरान हुई हिंसा की रिपोर्टिंग करने पर वरिष्ठ संपादकों एवं पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज करने के कदम की शुक्रवार को कड़ी निंदा की और इसे मीडिया को ‘‘डराने-धमकाने, प्रताड़ित करने तथा दबाने’’ का प्रयास बताया।
एडिटर्स गिल्ड ने वक्तव्य जारी कर मांग की कि ऐसी प्राथमिकियां तुरंत वापस ली जाएं तथा मीडिया को बिना किसी डर के आजादी के साथ रिपोर्टिंग करने की इजाजत दी जाए।
वक्तव्य में कहा गया कि एक प्रदर्शनकारी की मौत से जुड़ी घटना की रिपोर्टिंग करने, घटनाक्रम की जानकारी अपने निजी सोशल मीडिया हैंडल पर तथा अपने प्रकाशनों पर देने पर पत्रकारों को खासतौर पर निशाना बनाया गया।प्राथमिकियां दस भिन्न प्रावधानों के तहत दर्ज की गई हैं जिनमें राजद्रोह के कानून, सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ना, धार्मिक मान्यताओं को अपमानित करना आदि शामिल हैं।
गिल्ड ने कहा, ‘‘यह ध्यान रहे कि प्रदर्शन एवं कार्रवाई वाले दिन, घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों तथा पुलिस की ओर से अनेक सूचनाएं मिलीं। अत: पत्रकारों के लिए यह स्वाभाविक बात थी कि वे इन जानकारियों की रिपोर्ट करें। यह पत्रकारिता के स्थापित नियमों के अनुरूप ही था।’’
गिल्ड ने रेखांकित किया कि इन प्राथमिकियों में आरोप लगाया गया है कि ट्वीट दानिस्ता तौर पर दुर्भावनापूर्ण थे और लाल किले पर उपद्रव का कारण बने। उसने कहा कि कि इससे ज्यादा कुछ भी सच्चाई से परे नहीं हो सकता है
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया था कि किसानों की ट्रैक्टर परेड और उस दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में नोएडा पुलिस ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर और छह पत्रकारों के खिलाफ राजद्रोह समेत अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया है।
जिन पत्रकारों के नाम प्राथमिकी में हैं, उनमें मृणाल पांडे, राजदीप सरदेसाई, विनोद जोस, जफर आगा, परेश नाथ और अनंत नाथ शामिल हैं। एक अनाम व्यक्ति के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पँजांब को फिर बदनाम किया,सिख किसानों के विरुद्ध फिर भड़क रहा आक्रोश

(नयी दिल्ली)#पँजांब फिर बदनाम हुआ। #किसान रूपी #सिखों के विरुद्ध बिफरे लोग ।दिल्ली की सीमाओं पर डेरा जमाए आंदोलनकारियों को वापिस लौटने के अल्टीमेटम जारी।लेकिन प्रदर्शनकारी अभी भी आंदोलन जारी रखने पर अड़े हुए है।
1984 में पवित्र #स्वर्णमंदिर पर कब्जा करकेकुर्सी मोहियों ने आपरेशन #ब्लूस्टार को आमांत्रित किया। स्वर्ण मंदिर की पवित्रता भंग करने की साजिश हुई।दुष्परिणाम स्वरूप तत्कालीन पीएम श्रीमती इंदिरा गांधी की जघन्य हत्या हुई जिसका बदला निर्दोष सिखों की हत्या करके लिया गया।उस समय सिखों को सन्देह की नजर से देखा जाने लगा।पँजांब से बाहर निर्दोष सिखों को लूटा गया उन्हें मौत के घाट उतारा गया।
अब उस अप्रिय घटना की पुनरावृत्ति का षड्यंत्र रचा गया।कृषि कानूनों का विरोध करते समय 72 वें गणतन्त्र दिवस पर दिल्ली को ट्रैक्टर टेरर से भयभीत किया गया।ऐतिहासिक #लालकिले पर नाजायज कब्जे की नाकाम कोशिश की गई। यह तो गनीमत रही कि दिल्ली पुलिस ने अपने 394 कर्मियों को घायल होने के उपरांत भी बंदूक चलाने के बजाय पूर्ण। संयम से हाथ जोड़ कर उग्रवादियों की उग्रता को कम करने का प्रयास किया ।ट्रैक्टर टेरर के षड्यन्त्र के विरुद्ध यूपी+हरियाणा+राजस्थान के सीमावर्ती किसान एक जुट होकर किसान प्रदर्शनकारियों के विरोध में खड़े होने लग गए हैं।इनकी भाषा मे पँजांब के सिखों के प्रति वही पुराना गुस्सा +वही पुरानी नफरत दिखाई देने लग गई है।
दिल्ली पुलिस ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा को लेकर योगेंद्र यादव और बलबीर सिंह राजेवाल समेत 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है और पूछा है कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।अभी तक पर्दे के पीछे से प्रदर्शन का समर्थन कर रहे विपक्ष ने आंदोलनकारियों के समर्थन में संसद में भी खुल कर सामने आने की घोषणा कर दी है।विपक्ष किसानों के मुद्दे पर 16 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के अभिभाषण के बहिष्कार का फैसला कर लिया है।

ट्रैक्टर उपद्रव में 25 एफआईआर में 37 नामजद और गिरफ्तार ओनली 19

#दिल्लीपुलिस प्रशंसक
ओए झल्लेया !हमारी दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टरमार्च की आड़ में आतंक फैलाने वाले उपद्रवियों पर 25 एफ आई आर दर्ज करके तुरन्त कार्यवाही शुरू भी कर ली है ।ओए राष्टीय अस्मिता से खिलवाड़ करने वाला कोई उपद्रवी अब बचेगा नही
#झल्ला
भापाजी!कभी बिना आई एफआर के भी कानून व्यवस्था बना ली जाती थी लेकिन आपकी वर्तमान
दिल्लीपुलिस ने यह फिर से स्थापित कर दिया कि नालायक का बस्ता भारी ही होता है क्योंकि 394 पुलिस वाले घायल हुए+करोड़ों ₹ की सम्पत्ति स्वाह हुई +राष्ट्र केअमूल्य सम्मान को चोट पहुंचाई गई +बहुमूल्य लाल किले को दागदार किया गया ।इस पर हुआ ये कि 25 एफ आई आर में 37 किसान नेताओं के नाम और गिरफ्तारी केवल 19 की ही हुई
वैसे #संयुक्तकिसानमोर्चे ने भी अपने बस्ते को हल्का करना शुरू भी कर दिया है