[मेरठ] पुराने शहर के बदनाम बस्ती जिसे नई भाषा में रेड लाईट एरिया भी कहा जाता है यह अगर समाज की एक पौराणिक बीमारी है तो आधुनिक व्यवस्थापकों के लिए सोने का अंडा देने वाली मुर्गी समान कमाई का जरिया बना हुआ है|यह सत्य आज फिर चरित्रार्थ हुआ|
कबाड़ी बाज़ार में रेड लाईट एरिया में जब पुलिस ने छापा मारने की तैय्यारी की तो उनमे से ही ब्लैक शीपों ने खबर लीक कर दी जिसके फलस्वरूप कोठा संचालिकाएं और सहेलियां गायब हो गई | खुली खिड़कियाँ बंद हो गई |दरवाजों पर ताले लटक गए| गौर तलब है कि इस मार्केट्स में दूसरे प्रदेश और देशों से भी
नाबालिग लड़कियां लाकर उनसे बदनाम पेशा कराने की खबरें आती रहती है|बीते दिनों भी एक ऐसी ही लड़की को जिला अस्पताल में फरयाद करते देखा गया था इसीलिए आज छापे की यौजना थी | जाहिर है ऐसी किसी भी कार्यवाही से पहले पुलिस को अपने ब्लैक शीप पकड़ने के लिए अपने यहाँ ही छापे मारने की जरुरत है|
Recent Comments