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Tag: Rehabilitation

मोदी भापे

हुकुमत में जिज्ञासु और ज्ञानी
सुख भरने में कोई नहीं इन सानी
पर दुःख हरने का नाम तक नहीं ग्रहण
अर्थ और कला जैसे होन अगियानी


अर्थ
(1) अर्थार्थ ==संसारिक पदार्थों को समर्पित भजने वाला
(2)आर्त=संकट निवारक भजने वाला

मोदी भापे ! विष की क्यारी बोय,सांझ ढले पछताए 

#मोदीभापे
सर्वोच्च सेवक का पद मिला,मन हर्षाए
चाहे पीड़ा हर लो,चाहे विष लो कमाये
विष की क्यारी बोय,सांझ ढले पछताए

मोदीभापे !मानो मुल्क में कानून कहीं नही

#मोदीभापे !

#दिलकेफफोले

#विभाजनविभीषिकास्मृतिदिवस

पीड़ित की कहीं सुनवाई नही

उपाय कोई सा कारगर नही

नचाई जा रही फरियादें इस तरह

मानो मुल्क में कानून कहीं नही

#रिहैबिलिटेशन /#Compensation क्लेम की लूट

मोदीभापे !अब तो विग के बाल भी सफेद हो चुके

मोदीभापे !

दिल के फफोले

विभाजनविभिषिका स्मृति दिवस

खेलने की उम्र से लड़ते हुए आया हूँ

अब तो विग के बाल भी सफेद हो चुके

अब इससे बढ़ी सजा और क्या होगी

 जख्मो की खातिर मल्हम नसीब नही

काश पीड़ित के लिए स्वाभाविक वंदनीय शीतल उपयोगी होते

#मोदीभापे

#दिलकेफफोले

#विभाजनविभीषिकास्मृतिदिवस

वाकई तुम शत  प्रतिशत चंदन सरीखे प्रभावी राज योगी हो

काश पीड़ित के लिए स्वाभाविक वंदनीय शीतल उपयोगी होते

#रिहैबिलिटेशन/#कम्पेनसेशन क्लेम की लूट

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मोदीभापे !सात दशकों के सूखे को अभी भी है सावन की आस

#मोदीभापे!

#दिलकेफफोले

#विभाजनविभीषिकास्मृतिदिवस

खुशबू की तरह आये तो लगा,दुआएं कबूल हो गई

सात दशकों के सूखे को अभी भी है सावन की आस

#रिहैबिलिटेशन/#कम्पेनसेशन क्लेम

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मोदीभापे ! हुकूमतों के तमाशाई अहले करम किसके लिए है ?

#मोदीभापे

#दिलकेफफोले

#विभाजनविभीषिकास्मृतिदिवस

कष्ट सहे अपमानित हुई पीड़ितों की तीन पीढ़ियां

हुकूमतों के तमाशाई अहले करम किसके लिए है

#Rehabilitation

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मोदीभापे !बुढापे में भी तरस रहे हक के #कम्पनसेशनक्लेम के लिए

#मोदीभापे

#दिलकेफफोले

#विभाजनविभिषिकास्मृतिदिवस

बुढापे में भी तरस रहे हक के  #कम्पनसेशनक्लेम के लिए

,लगता है अर्थी पर साथ ही जाएगी हम पीड़ितों की हसरत

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#Compensation/#Rehabilitation Claim की लूट

 

मोदीभापे !जिनसे फरियाद की वोही टाट में लपेट कर जूते मारते हैं

#मोदीभापे !

#दिलकेफफोले

#विभाजनविभीषिकास्मृतिदिवस

इन्तेहा है !अपने वजीरों की जरा फुरस्त निकाल के देखो,

हुक्मरानों की वादाखिलाफी,हुक़ूम्बरदारों की सीना जोरी,

जिनसे फरियाद की वोही टाट में लपेट कर जूते मारते हैं 

आगाज़ दर्दीला है,जहां छोड़ने से पहले इन्तेहा भी देखेंगे

 

मोदीभापे ! माना कि मरहम दूसरों को है लाज़िम,बचा खुचा ही हमे लगा दो

#मोदीभापे !
#दिलकेफफोले
#विभाजनविभीषिकास्मृतिदिवस
शरीकों ने तो जख्म दिए,मरहम पर तकल्लुफ क्यूँ
दुआएं लो,इस पतवार से भवसागर भी पार होते है
माना कि मरहम दूसरों को है लाज़िम,बचा खुचा हमे लगा दो
ये पीड़ित तो दशकों से पूरा छलनी हैं ,जहां चाहो वही लगा दो
#Compensation/#Rehabilitation क्लेम की लूट