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यूं पी बजट में विकास की घोषणाओं के लिए सरकार ने आवश्यक बिजली उत्पादनार्थ मुंबई के मित्रों पर भरोसा किया?

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे मुख्य मंत्री जी ने तो कमाल कर दिया प्रदेश के विकास के लिए अब तक के सबसे वड्डे पौने तीन लाख करोड़ रुपयों के वार्षिक बजट को सदन में पेश कर दिया| पिछले साल ये भाजपाई कहते फिरते थे कि हमने लोक लुभावन योजनाएं चलाई हैं अब जब हमने लैपटॉप वितरण+बेरोजगारी भत्ता+कन्या विद्या धन और यहाँ तक कि हमारी बेटी उसका कल को भी समाप्त कर दिया तो ये भाजपाई शर्मिंदा होकर सदन का ही बहिष्कार कर गए

झल्ला

अरे पहलवान जी आप जी ने जो योजनाओं का संकल्प लेकरयूं पी विधान सभा कब्जाई थी उस संकल्प को मात्र दो साल में ही तोड़ दिया |अब जो घोषणाएं की गई हैं उनका पालन करने के लिए
बिजली जरूरी है लेकिन उसके झटकों से वर्तमान में राहत और भविष्य के लिए कोई योजना नही दिख रही है |क्या इसके लिए केंद्र +अपने मुंबई के मित्र गणों पर भरोसा किया जाएगा ?

पञ्च निर्णय के आउट होने तक गैस के दामों में बढ़ोत्तरी को पैंडिंग रखो”मोइली”जी शरमाने की नौबत नहीं आयेगी

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

आम आदमी पार्टी का उतेजित चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये क्या मजाक हो रहा है पेट्रोल मंत्री एम. वीरप्पा मोइली के तैल की धार तो देख सीधे प्रधान मंत्री को दो टूक जवाब दे दिया और चुनावी सीजन में भी कह दिया कि लक्ष्य से कम गैस उत्पादन के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. का केजी.डी6 गैस फील्ड्स के ठेके को कैंसिल नहीं किया जा सकता |ओये ऐसे तो ख़ाक हो जायेंगे हम उनको खबर होने तक

झल्ला

भापा जी बुजुर्गों ने फ़रमाया है कि” खाये मुंह लज्जाये ” लेकिन ये तो “खाय मुँह गुर्राए “|
ठीक है ये गैस निकालने में कमी का मामला अभी पंच निर्णय की प्रोसेस [प्रक्रिया] में पैंडिंग है लेकिन झल्लेविचारानुसार इस कथित पञ्च निर्णय के आउट होने तक गैस के दामों में डबल बढ़ोत्तरी को भी पैंडिंग रखा जाता तो शायद शरमाने +लज्जाने +धकियाने+और गुर्राने की नौबत नहीं आती