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प्रतिष्ठित पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकी मीडिया को दबाने का कुप्रयास;एडिटर्स गिल्ड

(नयी दिल्ली)प्रतिष्ठित पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकी मीडिया को दबाने का कुप्रयास;एडिटर्स गिल्ड
एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने किसानों की गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड तथा उस दौरान हुई हिंसा की रिपोर्टिंग करने पर वरिष्ठ संपादकों एवं पत्रकारों के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज करने के कदम की शुक्रवार को कड़ी निंदा की और इसे मीडिया को ‘‘डराने-धमकाने, प्रताड़ित करने तथा दबाने’’ का प्रयास बताया।
एडिटर्स गिल्ड ने वक्तव्य जारी कर मांग की कि ऐसी प्राथमिकियां तुरंत वापस ली जाएं तथा मीडिया को बिना किसी डर के आजादी के साथ रिपोर्टिंग करने की इजाजत दी जाए।
वक्तव्य में कहा गया कि एक प्रदर्शनकारी की मौत से जुड़ी घटना की रिपोर्टिंग करने, घटनाक्रम की जानकारी अपने निजी सोशल मीडिया हैंडल पर तथा अपने प्रकाशनों पर देने पर पत्रकारों को खासतौर पर निशाना बनाया गया।प्राथमिकियां दस भिन्न प्रावधानों के तहत दर्ज की गई हैं जिनमें राजद्रोह के कानून, सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ना, धार्मिक मान्यताओं को अपमानित करना आदि शामिल हैं।
गिल्ड ने कहा, ‘‘यह ध्यान रहे कि प्रदर्शन एवं कार्रवाई वाले दिन, घटनास्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों तथा पुलिस की ओर से अनेक सूचनाएं मिलीं। अत: पत्रकारों के लिए यह स्वाभाविक बात थी कि वे इन जानकारियों की रिपोर्ट करें। यह पत्रकारिता के स्थापित नियमों के अनुरूप ही था।’’
गिल्ड ने रेखांकित किया कि इन प्राथमिकियों में आरोप लगाया गया है कि ट्वीट दानिस्ता तौर पर दुर्भावनापूर्ण थे और लाल किले पर उपद्रव का कारण बने। उसने कहा कि कि इससे ज्यादा कुछ भी सच्चाई से परे नहीं हो सकता है
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया था कि किसानों की ट्रैक्टर परेड और उस दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में नोएडा पुलिस ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर और छह पत्रकारों के खिलाफ राजद्रोह समेत अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया है।
जिन पत्रकारों के नाम प्राथमिकी में हैं, उनमें मृणाल पांडे, राजदीप सरदेसाई, विनोद जोस, जफर आगा, परेश नाथ और अनंत नाथ शामिल हैं। एक अनाम व्यक्ति के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है।

पँजांब को फिर बदनाम किया,सिख किसानों के विरुद्ध फिर भड़क रहा आक्रोश

(नयी दिल्ली)#पँजांब फिर बदनाम हुआ। #किसान रूपी #सिखों के विरुद्ध बिफरे लोग ।दिल्ली की सीमाओं पर डेरा जमाए आंदोलनकारियों को वापिस लौटने के अल्टीमेटम जारी।लेकिन प्रदर्शनकारी अभी भी आंदोलन जारी रखने पर अड़े हुए है।
1984 में पवित्र #स्वर्णमंदिर पर कब्जा करकेकुर्सी मोहियों ने आपरेशन #ब्लूस्टार को आमांत्रित किया। स्वर्ण मंदिर की पवित्रता भंग करने की साजिश हुई।दुष्परिणाम स्वरूप तत्कालीन पीएम श्रीमती इंदिरा गांधी की जघन्य हत्या हुई जिसका बदला निर्दोष सिखों की हत्या करके लिया गया।उस समय सिखों को सन्देह की नजर से देखा जाने लगा।पँजांब से बाहर निर्दोष सिखों को लूटा गया उन्हें मौत के घाट उतारा गया।
अब उस अप्रिय घटना की पुनरावृत्ति का षड्यंत्र रचा गया।कृषि कानूनों का विरोध करते समय 72 वें गणतन्त्र दिवस पर दिल्ली को ट्रैक्टर टेरर से भयभीत किया गया।ऐतिहासिक #लालकिले पर नाजायज कब्जे की नाकाम कोशिश की गई। यह तो गनीमत रही कि दिल्ली पुलिस ने अपने 394 कर्मियों को घायल होने के उपरांत भी बंदूक चलाने के बजाय पूर्ण। संयम से हाथ जोड़ कर उग्रवादियों की उग्रता को कम करने का प्रयास किया ।ट्रैक्टर टेरर के षड्यन्त्र के विरुद्ध यूपी+हरियाणा+राजस्थान के सीमावर्ती किसान एक जुट होकर किसान प्रदर्शनकारियों के विरोध में खड़े होने लग गए हैं।इनकी भाषा मे पँजांब के सिखों के प्रति वही पुराना गुस्सा +वही पुरानी नफरत दिखाई देने लग गई है।
दिल्ली पुलिस ने किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हिंसा को लेकर योगेंद्र यादव और बलबीर सिंह राजेवाल समेत 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी किया है और पूछा है कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए।अभी तक पर्दे के पीछे से प्रदर्शन का समर्थन कर रहे विपक्ष ने आंदोलनकारियों के समर्थन में संसद में भी खुल कर सामने आने की घोषणा कर दी है।विपक्ष किसानों के मुद्दे पर 16 विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के अभिभाषण के बहिष्कार का फैसला कर लिया है।

मोदीभापे !72वें साल में तो सुणो पीड़ित की पुकार

#RepublicDay
#गणतन्त्रदिवस
पीड़ित गण की मस्ततन्त्र से फिर गुहार
72वें सालमें तो सुणोपीड़ित की पुकार

सुप्रीम कोर्ट की तरफ ट्रेक्टर मुड़ गए तो भैंस तो पानी मे जाए ही जाए

#पीड़ितनागरिक
ओए झल्लेया!ये किसानों के नाम पर दिल्ली को क्या गधीघेड़ में डाल रखा है।ओए इनके नेता गुरनाम सिंह चढूनी और शिव कुमार कक्का के उजागर होते आपसी स्वार्थों की तरफ से ध्यान बांटने के लिए 26 जनवरी को दिल्ली में ट्रेक्टरमार्च निकालने की धमकी दी जा रही है और सर्वोच्च न्यायालय इसे रोकने के बजाय याचकों को दिल्ली पुलिस के पास भेज रही हैवोही दिल्ली पुलिस को आंदोलनकारियों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन तक नही करा पाई।
#झल्ला
भापा जी!अभी तो निशाना रिपब्लिकडे परेड है अगर खुदा नाखास्ता कल को किसी ने उंगली करके सुप्रीम कोर्ट की तरफ ट्रेक्टर मौड़ दिए तो भैंस तो पानी मे जाए ही जाए

विश्व के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्रों (अमेरिका+भारत)पर संकट गहराया

(वाशिंगटन डीसी,दिल्ली)विश्व के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्रों (अमेरिका+भारत)पर संकट गहराया
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हजारों समर्थक कैपिटल परिसर में घुस गए और पुलिस के साथ उनकी झड़प हुई, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल भी हुए हैं।इधर भारत मे किसानों ने दिल्ली में ट्रेक्टर मार्च निकाल कर केंद्र सरकार को अलोकतांत्रिक तरीके से अपनी शक्ति दिखाइ और धमकी दी है कि अगर केंद्र सरकार यूँकि मांगों के समक्ष नही झुकी तो 26 जनवरिकी रिपब्लिक डे परेड को बाधित किया जाएगा।अनेकों मंत्रियों का आरोप है कि यह विद्रोही गतिविधियों को विपक्ष द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है
कांग्रेस के सदस्य बुधवार को ‘इलेक्टोरल कॉलेज वोट’ की गिनती कर रहे थे, इसी दौरान बड़ी संख्या में ट्रंप के समर्थक सुरक्षा व्यवस्था को ध्वस्त करते हुए कैपिटल परिसर में घुस गए। पुलिस को इन प्रदर्शनकारियों को काबू करने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
इन हालात में प्रतिनिधि सभा और सीनेट तथा पूरे कैपिटल को बंद कर दिया गया। उपराष्ट्रपति माइक पेंस और सांसदों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
बिगड़ते हालात के बीच राष्ट्रीय राजधानी में मेयर मुरियल बोसर ने कर्फ्यू लगा दिया लेकिन बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए सड़कों पर उतर आए।
डोनाल्ड ट्रंप, जो पहले अपने समर्थकों को बढ़ावा दे रहे थे, हिंसा के बाद उन्होंने उनसे कानून का पालन करने और घर जाने की अपील की।
ट्रंप ने एक वीडियो संदेश में कहा था, ‘‘ यह चुनाव धोखाधड़ी भरे थे, लेकिन हम ऐसा कुछ नहीं कर सकते, जिससे खुद को नुकसान पहुंचे और दूसरों को फायदा। हमें शांति चाहिए ही चाहिए। इसलिए घर जाएं।’’
राष्ट्रपति चुनाव में धांधली संबंधी पोस्ट लगातार करने पर माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अकाउंट पर बुधवार को 12 घंटे के लिए रोक लगा दी।
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस पूरी घटना पर कहा कि वह स्तब्ध और काफी दुखी हैं कि अमेरिका को ऐसा दिन देखना पड़ा।
बाइडन ने राष्ट्र के नाम एक संबोधन में कहा, ‘‘ इस समय, हमारे लोकतंत्र पर अप्रत्याक्षित हमला हो रहा है। हमने आधुनिक समय में ऐसा कभी नहीं देखा। स्वतंत्रता के गढ़, कैपिटल पर हमला। लोगों का प्रतिनिधित्व करने वालों और कैपिटल हिल पुलिस…और लोक सेवक जो हमारे गणतंत्र के मंदिर में काम करते हैं उन पर हमला…’’ उन्होंने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा, ‘‘ मैं राष्ट्रपति ट्रंप से अपनी शपथ का मान रखते हुए, राष्ट्रीय टेलीविजन पर जाकर इसके अंत की मांग करते हुए संविधान की रक्षा करने की अपील करता हूं।’’ अमेरिका के सभी चार जीवित पूर्व राष्ट्रपतियों बराक ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश, बिल क्लिंटन और जिम्मी कार्टर ने भी हमले की निंदा की है।

Pb Regt Gets Best Marching Contingent, Maha Best Tableau

[New Delhi]Pb Regt Gets Best Marching Contingent, Maha Best Tableau
Raksha Mantri felicitates winners of Republic Day Parade participants; Punjab Regiment gets best marching contingent, Whereas
Tableau from Maharashtra depicting coronation of Chhatrapati Shivaji Maharaj was awarded the first prize.
Raksha Mantri Smt Nirmala Sitharaman gave away Republic Day Parade 2018 best contingent and tableau awards at makeshift Rashtriya Rangshala Camp, Cariappa Parade Ground, Delhi Cantt today.
Among the Three Services, Punjab Regiment Contingent was awarded the best marching contingent. Indo-Tibetan Border Police was awarded the best marching contingent among the para-military and other auxiliary forces.
A total of 23 tableaux,
out of which 14 from States & Union Territories,
two from Ministry of External Affairs
depicting long socio-cultural, religious, educational & trade relations between India & ASEAN countries and the rest of the tableaux from other Ministries/Departments participated in this year’s Republic Day Parade.
Tableau from Assam depicting traditional masks and sastras begged second prize.
Tableau of Chhattisgarh, which depicted Ramgarh’s ancient amphitheatre along with artistes performing dance, based on Kalidasa’s Meghadootam, was awarded third prize.
In the category of tableaux representing Union Ministries/Departments, the best tableau award has been given to Ministry of Youth Affairs and Sports for depicting ‘Khelo India’.
In the category of school children items, South Central Zone Cultural Centre, Nagpur (Maharashtra) performing ‘Baredi Dance’ from Madhya Pradesh was awarded the first prize.