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बिहार में विवादित बयानों के लिए कुख्यात हो चुके जीतन राम मांझी ने कमीशनखोरी स्वीकारी

[बिहार,पटना]विवादित बयानों के लिए कुख्यात हो चुके जीतन राम मांझी ने आज एक जनसभा में कमीशनखोरी स्वीकारी |
बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने आज एक और विवादित बयान देकरअपनी मुसीबतों को बढ़ा लिया
पूर्व मुख्य मंत्री नितीश कुमार की नाराजगी के चलते अल्प मत में आ चुके सीएम श्री मांझी एक जनसभा को सम्बोधित कर रहे थे | भाषण के दौरान उन्होंने नितीश कुमार और पूर्व मुख्य मंत्रियों पर निशाना साधा |श्री मांझी ने राज्य के पुल निर्माण कार्य में कमीशनखोरी होने का आरोप लगाया |
लेकिन इसके साथ ही यह भी कह गए कि कुछ कमीशन उन्हें भी मिलती है |
महा दलित कोटे से आये श्री मांझी ने नितीश कुमार का नाम लिए बगैर कहा कि जब उन्होंने इस कमीशन खोरी को रोकने की कोशिश की तो वे[नितीश कुमार]उन्हें मुख्यमंत्री पद से हटाने में लग गए।उन्होंने कहा कि इस प्रकार के पैसे को काट कर गरीबों के कल्याण में लगाया जाएगा|
गौरतलब है कि आज कल जे डी यूं +आरजे डी+कांग्रेस+सपा आदि जीतन राम मांझी को सी एम पद से हटाने के लिए एक जुट हैं नितीश कुमार ने ही जीतन राम मांझी को मुख्य मंत्री बना कर पद छोड़ा था |वर्तमान में मांझी ने बगावती तेवर अख्तियार कर लिए हैं

जनता परिवार के छह सदस्यों ने दिल्ली की ठिठुरती सर्दी में भावी समीकरणों की गर्मी तापी

[नई दिल्ली]जनता परिवार के छह सदस्यों ने दिल्ली की ठिठुरती सर्दी में समीकरणों की गर्मी तापी
दिल्ली में जनता परिवार के बचे खुचे छह सदस्यों ने सर जोड़ कर बैठक की और आगामी चुनावों के लिए एकता के समीकरण बैठाये और सर्दी में भी गर्मी का अहसास किया
अच्छा है बहुत ही अच्छा है शायद लालू +नितीश अपने बिखरे बिहार को बचा जाएँ और मुलायम अपने परिवार के लिए यूंपी ।
अगर लाटरी निकल गई तोये लोग केंद्र में प्रभावी घटक बन कर उभर भी सकते हैं।और जेलों से दूरी बनाये रखने में सफल हो सकते हैं लेकिन इस सरजोड़ में ममता+माया+ललिता+वाम +अजित चौधराहट के मोह से बचा गया है इसके अलावा पहली जनता पार्टी की सरकार को केवल कांग्रेस का विरोध कराएं था लेकिन अब कांग्रेस और भाजपा दोनों से सामान दूरी बनाये रखने का दिखावा किया जा रहा है ऐसे में किसी बढ़ी सफलता की उम्मीद करना जल्दबाजी होगी
झल्लेविचारनुसार जनता पार्टी की सफलता का इतिहास रिपीट हो भी गया तो असफलता का इतिहास भी जल्द ही दोहराया जाएगा क्योंकि ये परिवार सत्ता पर काबिज तो होजाते हैं मगर उसे चलाते समय फिसल जाते हैं बिखर जाते हैं |
बिगड़ैल इनैलो+हारे हुए राजद+घबराये हुए समाजवादी पार्टी (सपा) + बिखर रहे जे डी {यूं }+जद (एस) सहित इन पार्टियों ने २२ दिसंबर को जंतर-मंतर पर एक धरना दिया| इसके अधिकांश नेताओं ने संसद के मौजूदा सत्र में प्रोक्सी अटेंडेंस लगा कर भत्ता बने और उसके बाद यहाँ आ गए|
नेताओं के निशाने पर नरेंद्र मोदी ही रहे |विदेशी बैंकों से काले धन की वापिसी+पुन्रधर्मांतरण को आकर्षक शैली में उठाया गया
वयोवृद्ध मुलायम सिंह यादव ने केन्द्र सरकार पर नौजवानों और किसानों को धोखा देने का आरोप लगाते हुए कहा कि पीएम अपने वादों को लेकर झूठ बोल रहे हैं। लालू प्रसाद यादव ने दावा किया कि जनता परिवार में अहं की लड़ाई समाप्त हो गई है और जल्द ही एक पार्टी+एक झंडा का एलान करने का भरोसा भी दिलाया उन्होंने सीमा पर पाकिस्तान की गतिविधियों को भी इंगित किया
शरद यादव ने मोदी सरकार से गद्दी छोड़ने की मांग भी कर डाली

समाजवादी जनता दल में कांग्रेस के “हाथ” की उँगलियों की संख्या से मात्र एक ज्यादा सदस्यदल जुड़े

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

इसयुगी समाजवादी चीयर लीडर

ओये झल्लेया मजा आ गया ओये हसाडे पुराने बिछुड़े समाजवादी इकठ्ठा हो गए |[१]जनता दल [एस] [२]राजद [३]जद[यूं[४]इनेलो[५]समाजवादी जनता पार्टी के धुरंधररों ने हसाडे माननीय वयोवृद्ध मुलायम सिंह यादव जी के सर पर लीडर का ताज भी पहना दिया अब देखना जैसे हमने इंदिरा गांधी को हराया था वैसे ही हम सारे इकट्ठा होकर अब भाजपाइयों के “कमल” के परखच्चें उड़ाते हैं

झल्ला

ओ मेरे चतुर पहलवान जी आप जी ने ये “समाजवादी जनता दल” बनाया है इसके तो दहाई में अक्षरों के बराबर भी दल सदस्य नहीं हैं और न ही “कमल” की पंखुड़ियों की संख्या के बराबर हैं वैसे झल्ले की मानो तो ये छह दल कांग्रेस के “हाथ “की चार उँगलियों और एक अंगूठे से जरूर ज्यादा है

लोकनायक को विज्ञापनों से श्रद्धांजलि दी जा सकती है तो”सपाई”गावों के विकास के लिए मेहनत क्यूँ करें

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

भाजपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे सोणे पी एम नरेंद्र भाई दामोदर दास मोदी की सूझ बूझ| ओये सेवा और राष्‍ट्र निर्माण के लिए जीवन समर्पित करने वाले लोक नायक जय प्रकाश नारायण और कौशल और प्रयासों से समाज की सेवा करने वाले नानाजी देशमुख को सच्ची श्रद्धांजलि देते हुए मोदी जी ने महत्वकांक्षी सांसद ग्राम विकास योजना को लांच कर दिया |ओये अगर सब कुछ ठीक रहा तो २०१९ तक ढाई हजार गावं शहरों की तरह विकसित हो जायेंगे | सपा के माननीय मुलायम सिंह यादव+आर जे डी के लालू प्रसाद यादव+जे डी [यूं] के नितीश कुमार आदि खुद को जय प्रकाश नारायण जी का अनुयाई बताने में कोई जुबानी कसर नहीं छोड़ रहे लेकिन जे पी के नक़्शे कदमों पर चल कर इन्होने एक भी जय प्रकाश गावं नहीं बनाया |बस जुबानी बयान बाजी ही करते फिरते हैं

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी लोकनायक के नाम पर विज्ञापनों से जब सपाइयों का काम चलता हो तो विकास के लिए मेहनत की जरुरत ही क्या है ?इन कथित समाजवादियों को इल्म है कि मुट्ठी भर सांसदों के बल पर केंद्र में सरकार को नचा सकते हैं और राज्य में धार्मिक +जाति गत दंगे करवा कर आसानी से सत्ता कब्ज़ा सकते हैं|अख़बारों में सरकारी विज्ञापन छपवा कर छवि को कम से कम चुनावों तक तो बचा ही सकते हैं|ऐसे में अपराध का ग्राफ रोकने +विकास के लिए कर के खाने की जरुरत ही क्या है?

जीतन राम मांझी जैसे नेताओं के कारण अगड़ों पिछड़ों के कष्ट कम होने के बजाय बढ़ते ही जा रहे हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

जे डी [यूं] का चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये तो हसाडे दलितों दे नाल बढ़ा जुल्म हो रहा है |ओये अनुसूचित जाति के लोगों के साथ आज भी भेदभाव किया जा रहा है|ओये हसाडे सोणे बिहार के मुख्य मंत्री जीतन राम मांझी के कारन तो मधुबनी में भगवान की मूर्ति को धुलवा कर हसाडे सी एम का घोर अपमान किया गया| मांझी जी ने स्वयं भी यही दुखड़ा भोला राम पासवान शास्त्री जयंती पर रोया है |उन्होंने तो यहां तक कह दियाहै कि अनुसूचित जाति में जन्म लेने में उनका क्या कसूर है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान आप जी के यही मुख्य मंत्री दलित उत्थान के नाम पर चुनाव जीतते आ रहे हैं और कांग्रेस+आर जे डी वगैरह से होते हुए जे डी यूं तक पहुंचे हैं यहाँ भी नितीश कुमार की खडायूँ रख कर सरकार चला रहे हैं| अब लालू प्रसाद का पल्ला भारी देख कर नितीश कुमार के विकास अजेंडे को छोड़ कर लालू प्रसाद यादव के जाति वाद के अजेंडे को अपना कर चुनावी वैतरणी पार करना चाह रहे हैं |अगड़ों और पिछड़ों का रोना रोने वाले जे डी [यूं] के नेता श्री के सी त्यागी जाटों के वास्तविक दुखों का निदान करने के बजाय दिल्ली में सरकारी भवन पर स्मारक के नाम पर कब्ज़ा कराने पे तुले हुए हैं| सियासतदानों की इसी करनी के कारण ही अगड़ों पिछड़ों के दुःख दर्द बढ़ते ही जा रहे हैं

बिहार में सत्ता जाती देख आधी बांटने में “मंडली”नेताओं को चौथाई भी नसीब नहीं हुई

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हमने बिहार की जनता के सर से मोदी का भूत उतार दिया |ओये हसाडे महा गठबंधन को मंडल युग की फिर से राह मिल गई है|बिहार की दस सीटों के लिए हुए उपचुनावों में मोदी के गठबंधन को ओनली चार सीटें ही मिल पाई हैं |ओये हमने दो सीटों पर चुनाव लढा और भागलपुर की सीट पर जीत गए रहा ना ५०% का आंकड़ा| जे डीयूं और राजद को ३+२ सीटें मिल गई | ओये मंडल कमीशन वाले इस गठबंधन का प्रयोग दूसरे राज्यों में भी किया जाएगा और मोदी को गुजरात वापिस भगाया जाएगा

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजान जी पुरानी कहावत है के “सारी जाती देख के आधी लीजे बाँट” मगर घटकों के के हिस्से में आधी भी नहीं आई | इतिहास बताता है के आधी से भी आप लोगों को कभी संतुष्टि नहीं मिली शायद इसी गम में लालू प्रसाद यादव जी को हार्ट अटैक आ गया |झल्लेविचारानुसार बन्दर बाँट कब शुरू होगी ये देखेंगे जल्द सभी लोग

लालटेन में देख कर तीर से कमळ पर निशाना लगा तो ठीक वरना तो ये भानुमति का कुनबा ही साबित होगा

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

कांग्रेसी चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाड़ी सोणी सोनिया जी का कमाल|ओयेमोदी के कमळ को काटने के लिए जे डी यूं का तीर और लालू प्रसाद यादव की लालटेन भी अपने हाथ में उठा ली है |सन्डे की छुट्टी में भी चोरी छुपे नहीं
बल्कि अशोक होटल में दावते इफ्तार करके यह सियासी संयोग दिखा दिया है

झल्ला

हाँ जी हाथ में दम हो और आँखों में रौशनी तभी लालटेन में देख कर तीर से कमळ पर निशाना लगाया जा सकेगा वरना तो माफ़ करना भानुमति का कुनबा ही साबित होगा

कड़वी रेल दवाई से हुई राजनीतिक एसिडिटी के लिए आम बजट में टैक्स राहत के विटामिन्स हैं ?

नरेंद्र मोदी की कड़वी रेल दवाई के साइड इफेक्ट्स से परेशान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस [INC]रेल किराये में वृद्धि को अस्वीकार करके इसके रोल बैक की डिमांड के साथ सडको पर उतर आई है| आज सुबह दिल्ली की सडकों पर दिल्ली प्रदेश की कांग्रेस इकाई ने जोरदार प्रदर्शन किया|नरेंद्र मोदी के पुतले फूंके गए पोलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए वाटर कैनन का भी प्रयोग किया| \गौरतलब है कि बीते दिन रेल यात्रा भाड़े में १४.% और सामान [ freight ]भाड़े में साढ़े छह प्रतिशत की वृद्धि थोपी गई है |जिसके फलस्वरूप महंगाई के और अधिक बढ़ने के आसार बन रहे हैं|
मोदी की इस कड़वी दवाई से विरोधी दलों को राजनीतिक एसिडिटी होना स्वाभविक है| पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और नितीश कुमार ने तत्काल रोल बैक की मांग कर डाली है| उत्तर प्रदेश में सपा ने रेल रोको अभियान चला दिया|
रेलवे मंत्रालय द्वारा इस बढ़ोतरी के समर्थन में कहा गया गया है कि रेल किराये में वृद्धि का यह फैंसला यूं पी ऐ सरकार द्वारा किया गया था|यह केवल यात्रा भाड़ा में १०% और फ्रेट में केवल ५% बढ़ोतरी की गई है इसमें छह महीने में रिवाइज की जाने वाली फ्यूल एडजस्टमेंट कंपोनेंट्स[ FAC ] को शामिल करके १४.२% और ६.५% वृद्धि निकाली गई है भविष्य में टेल के दामो में गिरावट आने से यह बढ़ोतरी कम की जा सकेगी |
इस वृद्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस का कहना है कि मार्च २०१२ में मोदी ने रेल किराये में वृद्धि का विरोध किया गया था और अभी लोक सभा के चुनावो में भी नरेंद्र मोदी दवारा महंगाई को तत्काल कम करने का वायदा किया गया था लेकिन उनकी सरकार के पहले कदम में ही रेल किराये में ऐतिहासिक वृद्धि कर दी गई है|लगता है कि इनके अपने विभागों में तारतम्य नहीं नहीं है इससे खाद्य पदार्थों की कीमतों में स्वाभाविक उछाल आएगा |
नरेंद्र मोदी स्वयं को कुशल शासक+ प्रशासक+चिकित्सक कहते आ रहे हैं और कुशल चिकित्सक कड़वी दवाई के साइड इफेक्ट्स को दबाने के लिए एंटी ऑक्सिडेंट्स+बी काम्प्लेक्स+विटामिन्स आदि भी देते हैं अब सवाल उठता है कि इस कड़वी रेल दवाई के साइड इफ़ेक्ट को दूर करने के लिए वार्षिक आम बजट में कोई टैक्स राहत के एंटी ऑक्सिडेंट्स +विटामिन्स की व्यवस्था की गई है यदि हाँ तो राजनीतिक एसिडिटी कम हो सकेगी अन्यथा समझो दिल्ली तो गई हाथ से

लालू ने “सारी” सत्ता भाजपा के हाथों जाती देख कर बिहार में नितीश से “आधी” बाँटने का समझौता किया

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

दुखी बिहारी भाजपाई

ओये झल्लेया देख तो क्या जमाना आ गया है|हसाडे बिहार से राज्य सभा की ओनली दो सीटों के लिए १९ जून को होने जा रहे उप चुनावों में विपरीत दिशाओं में जा रहे जे डी यूं के नितीश कुमार और आर जे डी वाले लालू प्रसाद यादव एक हो गए हैं इस पर इनकी ढिढाई तो देख लालू जी फरमा रहे हैं कि ये गठजोड़ वर्तमान में हसाड़ी भाजपा को रोकने के लिए है ,भविष्य के लिए नहीं

झल्ला

ओ मेरे सेठ जी पुरानी कहावत है कि “सारी जाती देख के आधी लीजे बाँट” इसीलिए चतुर सुजाण लालू प्रसाद यादव ने सारी “सत्ता” आप जी की भाजपा के हाथों जाती देख कर बिहार में नितीश कुमार से आधी “सत्ता” बाँटने का समझौता किया |वैसे भी उम्र के इस पड़ाव में लालू की आँखों और उनकी पार्टी की लालटेन की रौशनी कम हो रही है इसीलिए कम से कम नितीश के तीरों से बचाव के लिए यह समझौता फिलवक्त अक्लमंदी साबित हो सकता है

बिहार में सारी सत्ता जाती देख कर नितीश और लालू ने आधी बांटने पर समझौता किया

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

जनता दल[यूं] चीयर लीडर

ओये झल्लेया मुबारकां, ओये बड़े आये थे भाजपा वाले हसाड़ी बिहार में सरकार को गिराने ! ओये अब हसाडे नाल आर जे डी के लालू प्रसाद यादव अपने २१ विधायकों के साथ भी आ गये हैं अब तो हमने १५ वी विधान सभा के आज के तेरहवें सत्र में बहुमत हासिल करके भाजपा के दावानल पर पाणी फेर ही देना है

झल्ला

ओ मेरे चतुर सुजाना साईंस का बहुत पुराणा फंडा है कि माइनस +माइनस =प्लस हो जाते हैं |वड्डों का भी अखःआण [कहना]है कि सारी जाती देख के आधी लीजिये बाँट|अभी भी नहीं समझे अरे भापा जी बिहार में सारी सत्ता जाती देख कर नितीश और लालू ने आधी बांटने पर समझौता कर ही लिया है