Ad

Tag: S A D

Badals Lightening Over Poll Notification for 4 Places

[Chandigarh,Pb]Badals Lightening Over Poll Notification for 4 Places
The opposition In Punjab Shiromani Akali Dal (SAD) demanded cancelling of a notification of elections to two municipalities and two nagar panchayats in Punjab in view of “firing and incidents of violence” there.
A party delegation led by its senior vice president Daljit Singh Cheema met Punjab State Election Commissioner (SEC) Jagpal Singh Sandhu and submitted “photographic evidence” of violence.
According to a party release, the party demanded that elections to Mallanwala and Makhu nagar panchayats in Ferozepur district and municipalities of Ghanaur in Patiala district and Baghapurana in Moga district be cancelled.

Punjab Ruling SAD Claims 95% Completion Of Their Election Manifesto

[Batala,Chandigarh,Punjab] Punjab Ruling SAD Claims 95% Completion Of Their Election Manifesto
Deputy Chief Minister Sukhbir Singh Badal today claimed that the Punjab government has fulfilled 95 per cent of the promises made in its manifesto in 2012.
while speaking at the sangat darshan Dy CM Said that Punjab government has fulfilled 95 per cent of its promises made made during the 2012 election manifesto and remaining would be fulfilled in the months to comes,
He said more than Rs 20 thousand crore would be spent connecting all major cities with 4-6 lanes across the state.
He claimed that Punjab was the only state which was giving free power upto Rs 5500 crore annually to farmers.
Talking about the people friendly and pro poor schemes, he said the
Shagun scheme,
Atta Dal,
free power to SC families,
old age pensions are the key decisions of the Government.
He said this year would observed as development year and Rs 25 crore would be released to each constituency for inclusive development.
The Deputy Chief Minister informed that more than one lakh jobs would be filled in next six months.
He said the Punjab Government has decided to release grants to M Mandals and youth clubs to empower the women and youth in the rural areas.
He announced Rs 150 crore for the sewerage and water supply in Batala city besides the creation of ADC post for the city.
The Deputy Chief Minister also distributed more than Rs 13 crore to 81 villages for development works.
Besides that Rs 12 crore was also announced as grants for the villages.
The Deputy Chief Minister said that the Congress would be the only opponent of the SAD-BJP in the next assembly elections.
Terming AAP supremo Arvind Kejriwal as a “hollow leader”, Badal alleged “he is spending Rs 552 crore on his personal propaganda which is a loot of public finances.

“AAP”Eyeing On Punjab Assembly,Step Back From Bypoll Of Khadoor Sahib

[New Delhi,Punjab]”AAP” Step Back From Bypoll Of Khadoor Sahib.The Aam Aadmi Party (AAP) has decided not to contest khadoor sahib bypoll in Punjab even as its former member Bhai Baldeep Singh backed by Swaraj Abhiyan will be in the fray.
Party had earlier contested bypolls for Talwandi Sabo + Patiala Assembly seats, but the party suffered a drubbing.
The party now said it does not want to invest its resources in the bypoll, but will focus on the main battle in 2017.
AAP’s Punjab co-convenor Durgesh Pathak said. “What is the point in fielding a candidate when the main elections are few months away? He Added We are focussing on 2017,”
Incidentally, after its resounding success in Lok Sabha polls in Punjab, which gave four MPs to the party, the AAP had contested bypolls for Talwandi Sabo and Patiala Assembly seats, but the party suffered a drubbing.
AAP had, however, won from Patiala Lok Sabha seat just few months back then.
AAP former member Bhai Baldeep Singh has got the support of Swaraj Abhiyan leaders Yogendra Yadav and Prashant Bhushan, who are formers of the party.
Making it a prestige battle, the SAD is also going out all stops to ensure victory and has fielded Ravinder Singh Brahmpura for the bypoll.

एस ऐ डी के ओंकार सिंह थापर के भाई की पत्नि का देहांत

शिरोमणि अकाली दल [बादल]के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और दिल्ली सिख गुरुद्वारा कमिटी के कर्मठ सदस्य ओंकार सिंह थापर के छोटे भाई बलविंदर सिंह थापर की धर्मपत्नि बीबी अमृत कौर आज अकाल चलाना[ Death ] कर गए| इनका अंतिम संस्कार सुभाष नगर के बेरी वाले बाग़ स्थित श्मशान घात पर किया गया दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने गुरु के चरणों में अरदास की | | अध्यक्ष मंजीत सिंह+ वरिष्ठ उपाध्यक्ष रविंदर सिंह+एस ऐ डी के राष्ट्रीय महासचिव अवतार सिंह हित+ विधायक जगदीश मुखी+आदि बड़ी संख्या में छेत्र वासिओं ने श्रधान्जली अर्पित की

एन डी ऐ के संयोजक पद के चयन के लिए प्रकाश सिंह बादल की सलाह का इन्तेजार

एन डी ऐ के नए संयोजक के लिए मंथन शुरू हो गया है संभवत शिरोमणि अकाली दल [एस ऐ डी] के प्रकाश सिंह बादल के विदेश से लौटने पर घोषणा की जा सकती है| एन डी ऐ से छिटके जे डी यूं के अध्यक्ष शरद यादव ने एन डी ऐ के संयोजक पद को भी छोड़ दिया है| इनके स्थान पर अभी तक कोई घोषणा नही की जा सकी है| अगले प्रधान मंत्री के रूप में गुजरात के मुख्य मंत्री नरेन्द्र मोदी को बढ़ावा दिए जाने से २० सांसदों के साथ जे डी यूं अलग हो गया है शायद इसीलिए भाजपा अब संयोजक के पद पर सोच समझ कर ही फैसला लेना चाह रही है| संभवत इसीलिए संयोजक का पद अभी तक खाली है|
एन डी ऐ में कभी २४ दल हुआ करते थे अब केवल तीन रह गए हैं| वैसे ८ से १० दलों के जुड़ने की संभावना जताई जा रही है मगर फिलहाल भाजपा के साथ शिव सेना और एस ऐ डी ही रह गए हैं|इन्ही तीनो पार्टियों में से संयोजक चुना जाना है| बीते दिनों भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज नाथ सिंह और शिव सेना के उद्धव ठाकरे की मुम्बई में मुलाकात हुई है|समझा जा रहा है के इस मुलाकात में एन डी ऐ के संयोजक के नाम पर भी चर्चा हुई है| पंजाब के मुख्य मंत्री एस ऐ डी के प्रकाश सिंह बादल और उप मुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल अभी भारत से बाहर हैं इसी लिए संयोजक के नाम की गोशन को रोक रखा गया है| [१]शिव सेना के प्रवक्ता संजय राउत के अनुसार एक दो दिनों में नाम की घोषणा कर दी जायेगी|[२] एस ऐ डी के प्रवक्ता डॉ दलजीत सिंह चीमा ने बताया के पार्टी अध्यक्ष के देश लौटने पर निर्णय ले लिया जाएगा| [३] भाजपा भी अभी पत्ते खोलने को तैयार नही दिखती पार्टी के प्रवक्ता वरिष्ठ नेता प्रकाश जावडेकर ने कहा के इस पर सहयोगिओं से चर्चा चल रही है शीघ्र घोषणा कर दी जायेगी|

एन डी ऐ से छिटके जे डी यूं के सांसद पार्लियामेंट के मानसून सत्र में कांग्रेस के खाद्य सुरक्षा यौजना की संजीवनी हो सकते हैं

सत्ता के गलियारों में जे डी यूं और भाजपा के रिश्तों के विषय में पिछले कुछ समय से तैर रही फुसफुसाहट ने अब हकीकत का जामा पहन लिया है|जे डी यूं ने आखिर कार एन डी ऐ के १७ साल गठबंधन को तोड़ने का एलान कर ही दिया|इसके तात्कालिक प्रभाव के रूप में भाजपा के ११ मंत्री बिहार सरकार से निकाले गए और एन डी ऐ के संयोजक के पद को आदर्शवादी शरद यादव ने छोड़ दिया लेकिन यह किस्सा यही खत्म नही होता , इस का असली प्रभाव संसद के मानसून सत्र में भी दिखाई दे सकता है|

एन डी ऐ से छिटके जे डी यूं के सांसद पार्लियामेंट के मानसून सत्र में कांग्रेस के खाद्य सुरक्षा यौजना की संजीवनी हो सकते हैं

एन डी ऐ से छिटके जे डी यूं के सांसद पार्लियामेंट के मानसून सत्र में कांग्रेस के खाद्य सुरक्षा यौजना की संजीवनी हो सकते हैं

एन डी ऐ का गठबंधन १७ साल पुराना था इन्होने मिल जुल कर केंद्र और राज्यों में सत्ता सुख भोगा है|बिहार में अभी भी जे डी यूं और भाजपा का गठबंधन की सरकार चल रही थी |ऐसे में यकायक क्या हो गया कि सत्ता के इन दोनों भागीदारों को अपना मार्ग बदलना पड़ गया| जानकारों का मानना है कि यह निर्णय यकायक नही आया है|हाल ही में जे डी यूं ने दिल्ली में सालाना सम्मलेन किया और उसमे भाजपा से अलग होने और केंद्र के नजदीक जाने के संकेत दे दिए थे|भाजपा के नरेन्द्र मोदी की खिलाफत के साथ ही बिहार को विशेष दर्जा देने पर केंद्र सत्ता रुड कांग्रेस से नजदीकियों का इशारा भी किया गया| जाहिर ऐसे में पुराने सहयोगियों से अलग होने के लिए फेस सेविंग जरुरी होती है और इसके लिए सुअवसर की प्रतीक्षा भी की जाती है| बिहार के महाराज गंज में लोक सभा के उप चुनाव में सत्ता रुड जे डी यूं की अपने चिर प्रतिद्वंदी लालू प्रसाद यादव के हाथों करारी हार हो गई|इस घटना से अपने राजनितिक भविष्य से विचलित पार्टी के लिए फेस सेविंग का अवसर तलाशने की छटपटाहट होनी स्वाभाविक है|
इसीबीच भाजपा में हुए टुर्मोइल [उथल पुथल]ने भी जे डी यूं को अवसर प्रदान कर दिया |भाजपा के चुनाव कमेटी के प्रभारी के रूप में नरेन्द्र मोदी की नियुक्ति ने यह अवसर भी दे दिया|और जे डी यूं ने इसी आधार पर भजपा से दूरी की घोषणा कर दी|इस अलगाव को नितीश कुमार जरुरी बता रहे हैं तो भाजपा की श्री मति सुषमा स्वराज +राज नाथ सिंह दुर्भाग्यपूर्ण बता रहे है|एन डी ऐ के दूसरे मुख्य घटक एस ऐ डी के नरेश गुजराल ने इसे स्थाई तलाक के बजाय अस्थाई अलगाव [ सेपरेशन ] बताया है| प्रकाश सिंह बादल ने भाजपा का साथ देने के संकल्प को दोहराया है|शिव सेना के राउत इसमें कांग्रेस का फायदा देख रहे हैं|
इस सारे घटना क्रम में यूं पी ऐ के एक साथी लालू प्रसाद यादव खुल कर नितीश को अवसर वादी और मुस्लिम वोटों के लोलूप बता रहे हैं लेकिन कांग्रेस की तरफ से बेहद सधी हुई और सतर्क प्रतिक्रिया आ रही है|प्रवक्ता सलीम ने नितीश कुमार को बधाई दी है| २४३ सदस्यों वाली बिहार विधान सभा में जे दी यूं के कुल ११८ सदस्य है और उन्हें केवल चार एम् एल ऐ और चाहियें जो सरलता से उपलब्ध हो जायेंगे ऐसे में १९ जून को नितीश बहुमत सिद्ध कर ही देंगे| इसके पश्चात भाजपा नरेन्द्र मोदी के नाम पर पिछड़ा कार्ड खेलने से नहीं चूकेगी और इसका प्रभाव नितीश सरकार पर पड़ना स्वाभाविक होगा| संसद का मानसून सत्र प्रारम्भ होना है | कांग्रेस के लिए खाद्य सुरक्षा यौजना को परवान चडाने के लिए संसद में बहुमत हासिल करना जरुरी है |२२ सांसदों वाले सपा के मुलायम सिंह यादव ने कांग्रेस के विरुद्ध अपने तेवर दिखा दिए हैं ऐसे में जे डी यूं के इतने ही सांसद प्राण दाई स्पोर्ट दे सकते हैं |यह कहना अभी परिकल्पित [ |HYPOTHETICAL ] कहा जा सकता है कि बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा लिए बगैर भी जे दी यूं के सांसद कांग्रेस का संसद में विरोध नही करेंगे| अगर जे दी यूं इस मुद्दे का बहिष्कार भी करती है तो भी यह इनके रुख को तो साफ़ ही कर करेगा| शायद यही आदर्शवादी नितीश कुमार और शरद यादव का लिटमस टेस्ट भी होगा|

गुरुद्वारा रकाब गंज साहब परिसर में १९८४ सिख कत्लेआम यादगार की नीव का पत्थर लगा ही दिया

तमाम रुकावटों को धत्ता बताते हुए आज सुबह पांच सिंह साहबान की सरपरस्ती में एतिहासिक गुरुद्वारा रकाब गंज साहब परिसर में १९८४ सिख कत्लेआम यादगार की नीव का पत्थर लगा दिया गया| राजनीतिक+सामाजिक+ धार्मिक नेताओं ने बड़ी संख्या में सिख इतिहास के इस नए अध्याय की रचना के गवाह बनने का गौरव प्राप्त किया| दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के सौजन्य से आज एतिहासिक गुरुद्वारा रकाब गंज साहब परिसर में १९८४ में हुए जनसंहार के शहीदों की याद में स्मारक की नीव का पत्थर रखा गया |सिख कत्ले आम यादगार का नीव पत्थर ज्ञानी त्रिलोचन सिंह [जत्थे दार तख्त केशगड़साहब]द्वारा अरदास के उपरांत रखा गया|पत्थर का अनावरण ज्ञानी गुरबचन सिंह[जत्थे दार अकाल तख्त साहब]ने किया |इस अवसर पर प्रमुख धार्मिक विद्वान् ज्ञानी बलवंत सिंह [जत्थेदार तख्त श्री दमदमा साहब]+ज्ञानी मल सिंह[ मुख्य ग्रंथी श्री दरबार साहब]ज्ञानी गुरमुख सिंह[श्री अकाल तख्त साहब]बाबा बचन सिंह[कारसेवा वाले]बाबा लखा सिंह [नानक सर वाले]महंत अमृतपाल सिंह[गुरुद्वार टिकाना साहब]+ आदि उपस्थित थे |इस अवसर पर एस ऐ डी [अकाली दल]के अध्यक्ष और पंजाब के उप मुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कांग्रेस सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र और दिल्ली राज्य की सरकारों ने लगातार सिखों को न्याय देने से इंकार किया है|इसीलिए दोषी सज्जन कुमार +जगदीश टायटलर को खुला छोड़ा हुआ है|जब न्याय नही मिला तो पंथ के पास केवल इस मेमोरियल के निर्माण का ही विकल्प बचा है|उन्होंने बताया कि १९८४ के जनसंहार में ४००० निर्दोष सिखों का कत्ल हुआ था| ४००० लोगों की आत्माओं को शांति प्रदान करने और काले अध्याय को जिन्दा रखने के लिए जब इस मेमोरियल को बनाने का निर्णय लिया गया तब दिल्ली सरकर इसगैर कानूनी बता रही है|गुरुद्वारा अध्यक्ष मंजीत सिंह ने कहा कि कौमे वोही जिन्दा रहती हैं जो अपने इतिहास को याद रखती हैं इसीलिए यह मेमोरियल हमें हमारे विरुद्ध अन्याय का याद दिला कर हमें ज़िंदा रखेगा|महा सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने सपोर्ट के लिए सबको धन्यवाद दिया|

 गुरुद्वारा रकाब गंज साहब परिसर में १९८४ सिख कत्लेआम यादगार की नीव का पत्थर लगा ही दिया

गुरुद्वारा रकाब गंज साहब परिसर में १९८४ सिख कत्लेआम यादगार की नीव का पत्थर लगा ही दिया


इनके अलावा पंजाब के उप मुख्य मंत्री सुखबीर सिंह बादल+अवतार सिंह+ सांसद सुख देव सिंह ढींडसा + हर सिमरन कौर बादल +मंजीत सिंह[दिल्ली कमेटी अध्यक्ष]+मनजिंदर सिंह सिरसा[महासचिव]रविंदर सिंह खुराना+तन्वन्त सिंह+हरमीत सिंह कालका+भाजपा के अध्यक्ष राज नाथ सिंह+ श्री मति सुषमा स्वराज+ सांसद नरेश गुजराल+विजय गोयल+अवतार सिंह हित+ओंकार सिंह थापर+कुलदीप सिंह भोगल+भूपिंदर सिंह आनंद+गुरमिंदर सिंह+जतिंदर सिंह शंठी +जसबीर सिंह जस्सी+कप्तान इन्द्रप्रीत सिंह+अमरजीत सिंह पप्पू+समर दीप सिंह+चमन सिंह+गुरलाड सिंह+ एम् पी एस चड्डा+परम जित सिंह चंडोक+मोंटी+ बलवंत सिंह रामूवालिया+त्रिलोचन सिंह आदि ने भी इस एतिहासिक घटना में हाजरी भरी|
इस अवसर पर गुरुद्वारा परिसर में भाई लखी शाह वंजारा हाल में गुरु अर्जुन देव के शहीदी दिवस पर कीर्तन समागम भी हुआ|इसमें कीर्तनी +ढाडी जत्थों +कवियों ने गुरुवाणी के अमृत की वर्षा करके सबको निहाल किया| अवतार सिंह प्रधान ने कहा कि कौमे वोही ज़िंदा रहती हैं जो अपने इतिहास को याद रखती है|नवम्बर १९८४ में सिखों ने तो अन्याय का संताप झेला है उसकी यादगार का पत्थर रखने पर दिल्ली कमेटी बधाई का पात्र है| ज्ञानी गुर बचन सिंह ने कहा कि १९८४ में जो सिखों कि बर्बादी हुई है उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता|सुख देव सिंह ढींढसा ने सिख कौम के योगदान का वर्णन करते हुए बताया कि सिख कौम कि आबादी केवल २% है लेकिन अन्न भण्डार में ७०% का यौग दान है |सभी युद्धों में आगे बढ कर लहू बहाया है|इसके बाव्जोद पवित्र धार्मिक स्थलों को १९८४ में ढहाया गया है|