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अखिलेश यादव जी प्रदेश में कानून व्यवस्था पर आवाजे राम नाइक को नक्काराये “मोदी” समझो

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया देख तो इन भाजपाइयों ने हसाडे नाल ही दादा गिरी दिखानी शुरू कर दी ||ये राम नाइक ने उत्तर प्रदेश के गवर्नर बनते ही यहां की कानून व्यवस्था को समस्या बता दिया और इसे मुद्दा बनाने की सियासी मुहीम शुरू कर दी |अरे भाई केंद्रीय गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश में अभी भी है दम क्योंकि यहाँ जुर्म हैं सबसे कम |लगता है नाइक जी प्रॉपर होम वर्क करके नहीं आये

झल्ला

ओ मेरे पहलवान जी आप जी के वयोवृद्ध नेता जी का सम्मान करते हुए केसरी नाथ त्रिपाठी के बजाय भोले भाले राम नाइक को आप की यूं पी का गवर्नर बनाया गया है इस पर भी आप लोगों ने लखनऊ हाई कोर्ट में जनहित याचिका डाल कर राम+नाइक की नियुक्ति को ही चुनौती दे डाली|अब शुरुआत जब आप लोगों ने की है तो भुगतनी भी तो आप को ही पढ़ेगीइसीलिए झल्लेविचारानुसार आवाजे राम नाइक को नक्काराये “मोदी” समझो

मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में महंगाई+बेरोजगारी+किसान समस्या+काले धन पर केंद्र सरकार को घेरा

समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव आज लोक सभा में बजट पर चर्चा के दौरान केंद्र सरकार पर जम कर बरसे | एक कुशल राजनीतिक की भांति उन्होंने चर्चा करते हुए कांग्रेस से भी समान दूरी बनाने का प्रयास किया| और यूं पी में अपनी पार्टी की सरकार की उपलब्धियां भी बता डाली
अपने राजनीतिक दाँव से उन्होंने सरकार को चेतावनी और सलाह भी दी |सरकार के बजट की आलोचना के साथ सहयोग की भी पेशकश की |
मुलायम सिंह यादव ने एन डी ऐ सरकार के पहले आम बजट को देशवासियों के लिए बुरे दिनों की शुरूआत बताया | इस वाक्य से हुए उन्होंने अपने भाषण की शुरुआत की और समाप्ति भी इसी वाक्य से ही हुई|इस दौरान सपा प्रमुख ने यूं पी में अपनी सरकार की उपलब्धियों की भी झड़ी लगा दी|
उन्होंने महंगाई+बेरोजगारी+किसान समस्या+ काले धन पर सरकार को जम कर घेरा|
उन्होंने कहा के इन मुद्दों के बल पर ही भाजपा सत्ता में आई है और अब चुप्पी साधकर सरकार ने साबित कर दिया है कि वह जनता को ठग कर सत्ता में आई है।
[१] वयोवृद्ध नेता मुलायम सिंह यादव ने लोकसभा में बजट पर चर्चा को बढ़ाते हुए कहा कि बजट में महंगाई घटाने के बारे में कुछ नहीं कहा गया है जबकि जनता महंगाई से त्राहि-त्राहि कर रही है प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान बार बार कहा था कि शपथ लेते ही 25 % महंगाई कम कर देगें लेकिन महंगाई अभी तक कम नहीं हुई है उलटे और बढ़ गई है|
[२] नौजवानों को रोजगार देने का आश्वासन दिया गया था लेकिन आज तक यह नहीं बताया कि कैसे और कितने लोगों को और कब तक रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि बजट में किसान +नौजवान के लिए कुछ भी नहीं है।श्री यादव ने कहा कि देश में ६ करोड़ बेरोजगार पंजीकृत हैं छह करोड़ पंजीकरण प्रक्रिया में हैं और इतने ही गावों में हैं | देश में इन 18 करोड़ गरीब बेरोजगारों को रोजगार दिलाना जरूरी है। इसी से हिन्दुस्तान मजबूत हो जाएगा।मुलायम सिंह यादव ने अपनी व्यथा भी व्यक्त की उन्होंने कहा की पहले देश का युवा सपा के साथ था लेकिन एक झटके में सारे भाजपा के साथ हो गए सरकार बताए कि स्थायी अस्थायी कितनी नौकरी सृजित होगीं।उन्होंने इस विषय को लेकर तंज भी किया |उन्होंने कहा के सरकार ने दावा किया है के एयरपोर्ट्स और स्मार्ट शहरों के निर्माण से रोजगार के अवसर मिलेंगे लेकिन यह कहीं नहीं बताया के कितने लोगों को रोजगार मिलेगा| यदि कोई उपाय हो तो सपा भी सहयोग करेगी |
[३]यादव ने काले धन के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा कि विदेश से कला धन निकालना तो फ़िलहाल असंभव है लेकिन सरकार बताए कि वह देश में काले धन को निकालने के लिए क्या कर रही है। बड़े उद्योग समूहों के छापे क्यों नहीं मारे? उन्होंने कहा कि काला धन अर्थव्यवस्था में आ जाए तो बाहरी कर्ज या निवेश की जरूरत नहीं पड़ेगी।
मुलायम सिंह यादव ने आरोप लगाया के काला धन निकालने के लिए कुछ छोटे लोगों के यहाँ छापे मारे गए हैं लेकिन बड़ों को छेड़ा नहीं गया है इसके लिए उन्होंने सीधे सीधे मोदी पर निशाना लगाते हुए कहा के एशिया के छह बड़े उद्योग पति गुजरात से हैं इसीलिए उनके यहाँ कोई छापा मारी नहीं हुई |
[४] स्मार्ट शहर परियोजना को लेकर सवाल किया कि स्मार्ट गांव क्यों नहीं बनाएंगे।उन्होंने कहा के सरकार किसानों को स्किल सिखाने की बात करती है तो क्या किसानी /कृषि को समाप्त करना चाहती है |उन्होंने आरोप लगाया के ७ हजार करोड़ रुपये अमीर व्यवसाईयों की झोली में डाल दिए गए हैं|
उन्होंने रक्षा क्षेत्र में एफ.डी.आई. को देश के लिए खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि तीनों सेनाओं की तैयारियों के लिए पर्याप्त धन दिया जाए। उन्होंने गंगा की सफाई और देश के विकास के लिए सभी राज्य सरकारों एवं सभी राजनीतिक दलों का सहयोग लेने और मिलकर काम करने का सुझाव दिया।मुलायम सिंह यादव ने कांग्रेस को भी सडकों पर उतरने की सलाह दे डाली उन्होंने कहा के कांग्रेस ने बहुत चिकनी चुपड़ी लम्बे समय तक खा ली है अब इन्हे भी जनसमस्याओं के लिए सडकों पर आंदोलन करना चाहिए |अपने भाषण में सपा प्रमुख ने उत्तर प्रदेश में अपनी सरकार के गुणगान भी किये और वहां चल रही निशुल्क शिक्षा+इलाज+खेती का उल्लेख भी किया |
फाइल फोटो

भाजपा ने बदले के लिए कांठ के हमलावर पोलिस कप्तान को घायल नागिन की तरह आँखों में उतारा

कांठ प्रकरण पर उत्तर प्रदेश प्रशासन को घेरते हुए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष+मेरठ शहर विधायक डॉ लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने 15 जुलाई से बडे़ आंदोलन की घोषणा की | भाजपा ने इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाया |
भाजपाई कार्यकर्ताओं और ऐ सी एम को पीट कर, भाजपा पर राजनीतिक लाभ के लिए दंगा भड़काने का आरोप लगाने वाले पुलिस कप्तान आई पी एस धर्म वीर यादव को घायल नागिन की भांति भुगतलेने की धमकी भी दी |
मुरादाबाद में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में आज डॉ वाजपई ने जख्मी नागिन की भांति हिंसा के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताने वाले मुरादाबाद के एसएसपी को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा ने इसे घायल नागिन की तरह आंखों में उतार लिया है।और इस लड़ाई को दूर तक ले जाया जाएगा |
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भगवन की मार से डरना चाहिए यह धीरे धीरे चिपकती है | एसएसपी सत्ता रुड समाजवादी पार्टी की चाकरी करते हैं तो करें, लेकिन भाजपा नेताओं के साथ उन्‍होंने जो किया है वह भूलेंगे नहीं।
इसके साथ ही डॉ वाजपई ने स्पष्ट किया कि “हम संविधान की मर्यादा में कोई गैर संवैधानिक काम नहीं करेंगे”
अखिलेश यादव की सरकार में मंत्री और समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रशासनिक अ‌‌धिकारी के खिलाफ कोई कैसे ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर सकता है।
उन्होंने भाजपा को आड़े हाथोंलेते हुए कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कांठ के बवाल में पुलिस पर हमला किया था।

समाजवादी पार्टी ने मोदी सरकार के पहले बजट प्रस्ताव को महंगाई फ्रैंडली बजट बताया

उत्तर प्रदेश में सत्ता रुड समाजवादी पार्टी ने मोदी सरकार के पहले बजट प्रस्ताव पर टीका टिपण्णी करते हुए महंगाई फ्रैंडली बजट बताया |
समाजवादी पार्टी के अनुसार अपने चुनाव भाषणों में मंहगाई को बड़ा मुद्दा बनानेवाले मोदी की सरकार के पहले बजट में इसकी अनदेखी ही की गई है। मंहगाई रोकने का कोई कारगर उपाय सरकार को नहीं सूझ रहा है बल्कि उसके तौर तरीके तो यही जता रहे हैं कि मंहगाई की आग और भड़केगी। लालफीताशाही की तर्ज पर 27 और 32 रूपए से कम प्रतिदिन खर्च करनेवाले को गरीब माननेवाली सरकार को मंहगाई का एहसास नहीं हो सकता है। नव उदारवाद में गरीब का ही विनाश होना है। जमाखोरों और कालाबाजारियों पर लगाम लगाने की कोई मंशा भी नहीं दिखाई देती है। मानसून की गड़बड़ी से सूखे की आशंका है किन्तु केन्द्रीय बजट में इस पर ध्यान नहीं है। किसान को उचित दर पर फसल की कीमत मिले, इसकी व्यवस्था के बजाय उसे 7 सात प्रतिशत ब्याज पर कर्ज दिलाकर एक तरह से उसे आत्महत्या करने के लिए ही उकसावा दिया जा रहा हैं। गावों और शहरों में बढ़ती बेरोजगारी दूर करने की दिशा में कुछ भी नहीं है।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने कहा है कि महामहिम राष्ट्रपति के अभिभाषण में मोदी सरकार ने दावा किया था कि यह गरीबों की सरकार है और इस पर पहला हक गरीबों का है। लेकिन केन्द्रीय वित्तमंत्री ने अपने बजट में कारपोरेट घरानों को साढ़े पांच लाख करोड़ से ऊपर रियायातें देने के साथ कई क्षेत्रों में पीपीपी के नाम पर निजी कम्पनियों के लिए नए चरागाह खोलने का काम किया है जबकि जनसाधारण की जरूरत की चीजों पेट्रोल, डीजल, केरोसिन और घरेलू गैस पर सब्सिडी घटाने का काम बजट से ठीक पहले शुरू कर दिया गया है। वित्तमंत्री कह रहे हैं कि राजकोषीय घाटा कम करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है इसलिए जनसामान्य को अभी और कडुवी दवाएं पीने के लिए तैयार रहना है। बजट से कहीं यह संकेत नहीं मिलता है कि सरकार अपनी फिजूलखर्ची पर रोक लगाने की सोच रही है।
सपा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भाजपा सरकार का यह बहाना चलनेवाला नहीं है कि अभी तो 45 दिन की ही सरकार है इसलिए किसानों, गरीबों, बेरेाजगारों एवं महंगाई पर नियंत्रण के लिए नीतियां बनाने में समय बनेगा। सवाल यह है कि तब फिर बड़े पूजीपतियों के पक्ष में इन 45 दिनों में नीतियां कैसे बना कर बजट में शामिल कर ली गई।
भाजपा को कांग्रेस की कॉपी केट बताते हुए राजेंद्र चौधरी ने कहा कि सच तो यह है कि मोदी सरकार अपने काम काज और निर्णयों में यूपीए की ही कार्बनकापी बन रही है। नवउदारवाद की पिटी पिटाई लकीर पर अर्थव्यवस्था को चलाकर भाजपा देश को बर्बादी की ओर ढकेल रही है।

यूं पी में पूर्ण बहुमत की सरकार का बजट सत्र ११ दिन पहले ही स्थगित हुआ:भाजपा+बसपा पर भड़ास निकली

यूं पी में पूर्ण बहुमत की सरकार का बजट सत्र ११ दिन पहले ही स्थगित हुआ:भाजपा+बसपा पर भड़ास निकली
उत्तर प्रदेश में सत्ता रुड समाजवादी पार्टी ने विधान सभा के बजट सत्र को समय से पूर्व निलंबित किये जाने के लिए भाजपा+बसपा को जिम्मेदार ठहराया |
गौरतलब है कि यूं पी का बजट सत्र आज हंगामों की भेंट चढ़ गया और प्रदेश विधान सभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 18 जून से शुरू होकर 18 जुलाई तक चलना था, लेकिन सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है|
पूर्ण बहुमत की अखिलेश यादव की समाजवादी सरकार ने इस बार बजट सत्र के पहले ही दिन से फजीहत झेली। हंगामे के बीच बजट पास कराए गए।
आज भी सदन में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मौजूदगी में जमकर हंगामा हुआ। एक घंटे में ५० से ज्यादा विभागों के बजट को पास कराया गया।
इस पर समाजवादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने भड़ास निकालते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा और बसपा दोनो आपसी भाई चारा निभाते हुए भी एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ करने पर तुले हैं। दोनों ही विधान सभा चुनावों में जनता के आक्रोश के शिकार हो चुके हैं और बसपा का तो लोकसभा चुनावों में सूपड़ा ही साफ हो गया है। इनकी मंशा समाजवादी सरकार की बढ़ती लोकप्रियता में रोड़ा अटकाना और प्रदेश की विकास के रास्ते से भटकाना ही है।
विकास कार्यो में रचनात्मक सहयेाग के बजाय धरना-प्रदर्शन और हिंसा का तांडव कर दोनों दल भाजपा-बसपा प्रदेश में अराजकता को बढ़ावा देना चाहते है।
विधान भवन के अंदर और बाहर आज भाजपा और बसपा ने मिलीभगत से हंगामा कर प्रदर्शित कर दिया है कि प्रदेश को हरहाल में पिछड़ा बनाए रहने के अजेंडे पर चल रहे हैं | विधान सभा में दोनो दलों ने विधायी कार्य में व्यवधान डाला। जनहित के मुद्दो को सदन के समक्ष आने से रोकने की जिद पर अड़े रहे। नतीजतन अध्यक्ष महोदय को विधान सभा को अनिश्चितकाल तक स्थगित करने का निर्णय घोषित करना पड़ा।
पूर्व मुख्यमंत्री सुश्री मायावती ने अपने राज में महिलाओं को कभी सम्मान नहीं दिया। गरीबों के लिए उनके दरवाजे कभी खुले नही। उन्हें तो नोटों की माला पहनने और शाही बंगलो का शौक रहा है।
बसपा का साथ भाजपा हमेशा देती आई है। उसकी मदद से सुश्री मायावती तीन बार प्रदेश की मुख्यमंत्री बन सकी। बदले में सुश्री मायावती ने गुजरात में जाकर नरेन्द्र मोदी के साथ मंच साझा किया और चुनाव में उनका प्रचार किया। लोकसभा के चुनावो में भाजपा-बसपा की निकटता खुलकर सामने आई। बसपा राज में जनधन की लूट के खिलाफ सिर्फ समाजवादी पार्टी ने संघर्ष किया जबकि भाजपा उसको मूक समर्थन देती रही।

अखिलेश यादव ने समाजवादी पार्टी के 7 महानगर/जिलाध्यक्षों को बदल कर चेहरा सुधारने की शुरुआत की

अखिलेश यादव ने एक साथ समाजवादी पार्टी के सात महानगर/जिलाध्यक्षों को बदल कर पार्टी का चेहरा सुधारने की शुरुआत की |
मेरठ+ गाजियाबाद +इटावा+ इलाहाबाद +कौशाम्बी+पीलीभीत के महानगर/जिला अध्यक्षों को बदला गया है |
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा ये ७ जिला/महानगर अध्यक्ष घोषित किये गये है।
समाज वादी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी के अनुसार निम्न जिला व महानगर अध्यक्ष नामित किये गए हैं
[१] इटावा के श्री अशोक यादव,
[२]इलाहाबाद जिला के श्री कृष्ण मूर्ति सिंह,
[३]इलाहाबाद महानगर के श्री पप्पू लाल निषाद,
[४] कौशाम्बी के श्री अशोक यादव,
[५]पीलीभीत के श्री आनन्द सिंह यादव,
[६]मेरठ जिला के श्री जयवीर सिंह तथा
[७]गाजियाबाद के जिला महासचिव श्री जे0पी0 कश्यप

मुलायम सिंह यादव+अखिलेश यादव ने रमजान की मुबारकबाद दी

मुलायम सिंह यादव+अखिलेश यादव ने रमजान की मुबारकबाद दी
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव+प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रमजान की मुबारकबाद दी
मुलायम सिंह यादव+अखिलेश यादव ने रहमत + बरकत से भरे रमजान के महीने के प्रारम्भ पर मुस्लिम भाईयों को बधाई दी है। उन्होने कहा है कि मोमिनो को अल्लाह से लगन और प्यार जाहिर करने के साथ खुद को खुदा की राह की सख्त कसौटी पर कसने का मौका देने वाला यह महीना हर बंदे के लिये नेमत है।

समाजवादी पार्टी ने अनुशासनहीनता के लिए नन्दकिशोर पाल को छह वर्षों के लिए पार्टी से निकाला

समाजवादी पार्टी उ0प्र0 की राज्य कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य नन्दकिशोर पाल को छह वर्षों के लिए पार्टी से निकाल दिया गया है |यह निष्काषन अनुशासन हीनता के लिए बताया गया है|
उत्तर प्रदेश में सत्ता रुड समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्य मंत्री द्वारा जनपद फतेहपुर के समाजवादी पार्टी उ0प्र0 की राज्य कार्यकारिणी के पूर्व सदस्य श्री नन्दकिशोर पाल को समाजवादी पार्टी की नीतियों और उद्देश्यों के विपरीत कार्य करने एवं अनुशासनहीन आचरण के लिए समाजवादी पार्टी से 06 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया है।

कड़वी रेल दवाई से हुई राजनीतिक एसिडिटी के लिए आम बजट में टैक्स राहत के विटामिन्स हैं ?

नरेंद्र मोदी की कड़वी रेल दवाई के साइड इफेक्ट्स से परेशान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस [INC]रेल किराये में वृद्धि को अस्वीकार करके इसके रोल बैक की डिमांड के साथ सडको पर उतर आई है| आज सुबह दिल्ली की सडकों पर दिल्ली प्रदेश की कांग्रेस इकाई ने जोरदार प्रदर्शन किया|नरेंद्र मोदी के पुतले फूंके गए पोलिस ने भीड़ को तितर बितर करने के लिए वाटर कैनन का भी प्रयोग किया| \गौरतलब है कि बीते दिन रेल यात्रा भाड़े में १४.% और सामान [ freight ]भाड़े में साढ़े छह प्रतिशत की वृद्धि थोपी गई है |जिसके फलस्वरूप महंगाई के और अधिक बढ़ने के आसार बन रहे हैं|
मोदी की इस कड़वी दवाई से विरोधी दलों को राजनीतिक एसिडिटी होना स्वाभविक है| पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव और नितीश कुमार ने तत्काल रोल बैक की मांग कर डाली है| उत्तर प्रदेश में सपा ने रेल रोको अभियान चला दिया|
रेलवे मंत्रालय द्वारा इस बढ़ोतरी के समर्थन में कहा गया गया है कि रेल किराये में वृद्धि का यह फैंसला यूं पी ऐ सरकार द्वारा किया गया था|यह केवल यात्रा भाड़ा में १०% और फ्रेट में केवल ५% बढ़ोतरी की गई है इसमें छह महीने में रिवाइज की जाने वाली फ्यूल एडजस्टमेंट कंपोनेंट्स[ FAC ] को शामिल करके १४.२% और ६.५% वृद्धि निकाली गई है भविष्य में टेल के दामो में गिरावट आने से यह बढ़ोतरी कम की जा सकेगी |
इस वृद्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस का कहना है कि मार्च २०१२ में मोदी ने रेल किराये में वृद्धि का विरोध किया गया था और अभी लोक सभा के चुनावो में भी नरेंद्र मोदी दवारा महंगाई को तत्काल कम करने का वायदा किया गया था लेकिन उनकी सरकार के पहले कदम में ही रेल किराये में ऐतिहासिक वृद्धि कर दी गई है|लगता है कि इनके अपने विभागों में तारतम्य नहीं नहीं है इससे खाद्य पदार्थों की कीमतों में स्वाभाविक उछाल आएगा |
नरेंद्र मोदी स्वयं को कुशल शासक+ प्रशासक+चिकित्सक कहते आ रहे हैं और कुशल चिकित्सक कड़वी दवाई के साइड इफेक्ट्स को दबाने के लिए एंटी ऑक्सिडेंट्स+बी काम्प्लेक्स+विटामिन्स आदि भी देते हैं अब सवाल उठता है कि इस कड़वी रेल दवाई के साइड इफ़ेक्ट को दूर करने के लिए वार्षिक आम बजट में कोई टैक्स राहत के एंटी ऑक्सिडेंट्स +विटामिन्स की व्यवस्था की गई है यदि हाँ तो राजनीतिक एसिडिटी कम हो सकेगी अन्यथा समझो दिल्ली तो गई हाथ से

नेता जी यूं पी में बिजली वालों की ढाल बनने के बजाय ,जनता की आहें पढ़ो ,इनमे सियासी ग्रन्थ लिखे हैं

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये मीडिया वालों ने कौन सी घुट्टी पी ली है देख तो यारा हसाडे पीछे हाथ धो कर पड़ गए हैं|पानी पीते पीते कोसने पर लगे हुए हैं|भाई बिजली का संकट तो पूरे देश भर में हैंलेकिन इन्हें तो ओनली उत्तर प्रदेश ही दिख रहा है |अब तो चुनाव हो गए यारा अब तो हमें बक्श दो

झल्ला

अरे मेरे माननीय नेता जी
ग़ुरबत के मारों का हाल पढ़ना सीख लीजिये ,हमारी आहों में ग्रंथों से ज्यादा लिखा होता है |क्या कहा नहीं समझे मुझे मालूम था आप इसे नहीं समझोगे| अब सुनो पर्याप्त बिजली आप के पास नहीं हैं मान लिया+केंद्र से खरीदनी पड़ रही है ये भी जान लिया+ सियासी विरोध हो रहा है ये भी पहचान लिया लेकिन आप जी के लिए एक सवाल फिर भी मुह बाय खड़ा होता है कि आप जी ने अपनी गवर्नन्स क्षमता को किस अखाड़े में कैद कर रखा है |उदाहरण प्रस्तुत हैचार तारिख से आसमान आग उगल रहा है मगर मीडिया हब बन चुके मेरठ से बिजली नदारद है| सुबह ६ जून को मटौर- सिंभावली २२० के वी लाइन टूट गई और उसे सात तारीख की रात तक जोड़ा जाता रहा जिसके फलस्वरूप ३३ के वी के दो बिजली घर के लाखों उपभोक्ता प्रति दिन बारह बारह घंटे आप जी की व्यवस्था को कोसते रहेइससे पहले चार जून को गंगा नगर की ही ग्लोबल सिटी में हाई वोल्टेज की सप्लाई कर दी गई जिससे लोगों के बिजली उपकरण फूंक गए |लोगों को अपनी किस्मत को कोसते हुए शहर में अपने रिश्तेदारों के घर रात बिताने जाना पड़ा| एस ई अनेको कालोनियां हैं जहाँ सुबह चार जून से रात सात जून तक बिजली के झटके झेलने पड़े हैं |नेता जी ये केवल अब का रोग नहीं हों प्रत्येक वर्ष का सियासी ष्टराग है अब ये तो आप भी मानोगे कि ऐसी स्थिति में जनता मीडिया पर दबाब डालेगी +मीडिया आप पर दबाब डालेगा+ आप को बिजली वालों पर दबाब डालना चाहिए लेकिन आप उलटे मीडिया पर ही अपने दावँ आजमाना चाहते हैं अर्थार्त बिजली वालों को बचाना चाहते हैंयहाँ तक कि अपनी सत्ता को खतरे में डाल कर बिजली वालों की ढाल बने हुए हैं |अब आहें तो निकलेंगी ही इन्हें अगर नहीं पढ़ सके तो उनका असर भी होगा ही |