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पूर्व पी एम आसाम से राज्य सभा में आ सकते हैं तो प्रकाश जावड़ेकर एम पी से क्यूँ नहीं

केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी[भाजपा] ने राज्य सभा+विधान परिषद के लिए होने जा रहे उपचुनावों में तीन उम्मीदवार उतारे हैं लेकिन इनमे से एक प्रकाश जावड़ेकर चर्चा का मुख्य केंद्र हैं क्योंकि कहा भी गया है कि जो है नाम वाला वोही तो बदनाम है | जावड़ेकर अभी तक महाराष्ट्र से राजनीती करते आये हैंअब केंद्रीय मंत्री बनने के बाद भाजपा शासित मध्य प्रदेश से नामांकन भरा है इसी के स्पष्टीकरण में जावड़ेकर कह रहे हैं कि मध्य प्रदेश से उनका पुराना रिश्ता है सम्भवत इसी को लेकर पूरे मीडिया में जावड़ेकर के ही चर्चे हैं | वैसे जब पंजाब में जन्मे दिल्ली कि राजनीती करने वाले पूर्व पी एम डॉ मन मोहन सिंह आसाम से राज्य सभा का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं तो जावड़ेकर क्यूँ नहीं | डॉ मन मोहन सिंह की उनके आसाम में और अरुण जेटली के अमृतसर में निवास को लेकर बहुत आलोचना हुई थी आशा है जावड़ेकर एम पी में अपने निवास को लेकर आश्वस्त ही होंगे
[A]कौंसिल ऑफ़ स्टेट्स (राज्य सभा )
Sl.============स्टेट =================कैंडिडेट का नाम ======================चुनाव तिथि
[1] मध्य प्रदेश ========== श्री प्रकाश जावड़ेकर=====================१९ जून
[2] कर्नाटक =============== प्रभार कोरे
[B]स्टेट लेजिस्लेटिव कौंसिल (विधान परिषद )
Sl.===========स्टेट =================कैंडिडेट का नाम
[1]==========कर्नाटक =============== के एस ईश्वरप्पा

प्रकाश जावड़ेकर ने पूर्ण आजादी के लिए नौकरशाहों को सकारात्मक नजरिए से काम करने का आह्वाहन किया

[नई दिल्ली]सूचना और प्रसारण राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार)+वन पर्यावरण एवं जलवायु परि‍वर्तन (स्‍वतंत्र प्रभार) + संसदीय मामलो के मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने नई दि‍ल्‍ली में पर्यावरण एवं वन मंत्रालय की ओर से आयोजित ”लीडरशिप एंड मोटिवेशन कांक्‍लेव” में नौकरशाही के बारे में लोगों का नजरिया बदलने की जरूरत पर बल दिया
श्री जावडेकर ने कहा है कि लोगों और सरकार के बीच दुतरफा संवाद ही प्रशासनिक सुधार की प्रक्रिया है। यह दुतरफा संचार के लिए खाका और लोगों की भागीदारी स्थापित करेगा। ऐसा अनुकूल माहौल बनाने के लिए लोगों की भागीदारी आवश्यक है जिसमें संस्थागत विकास हो सके। उन्होंने कहा कि नए तौर-तरीके और नूतनता हमेशा शासन मॉडल और संबंधित परिपाटियों में ताजगी की भावना भरते हैं। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा आयोजित की गई इस सभा में श्री जावडेकर ने कहा कि नौकरशाही के बारे में लोगों के नजरिए को बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को संवेदना, दृढ़ विश्वास और सकारात्मक नजरिए के साथ काम करने की जरूरत है ताकि लोगों की जरूरतें पूरी की जा सकें। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि यह कार्य करके की पूरी आजादी आएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि लोगों में भरोसा पैदा करें कि सरकार उनकी जरूरतों के प्रति जिम्मेदार है और समस्याओं को समझती है।
श्री जावडेकर ने सरकार द्वारा अपनाई गई नूतन परिपाटियों के अंग के रूप में प्रेरक वक्ता तथा “आप जीत सकते हैं” पुस्तक के लेखक श्री शिव खेड़ा को पर्यावरण एवं सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों को नेतृत्व एवं प्रेरक सभा में संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया।
दो घंटे की चर्चा में श्री शिव खेड़ा ने अनेक आख्यानों के जरिए श्रोताओं को प्रेरित किया और उन्हें अपने निजी अनुभव सुनाए। उन्होंने अधिकारियों को अनेक प्रेरक परिकल्पनाओं से परिचित कराया।
फोटो कैप्शन
The Environment, Forest and Climate Change (Independent Charge), Shri Prakash Javadekar addressing at the Leadership and Motivation Conclave organised by the Ministry of Environment and Forests, in New Delhi on June 06, 2014.Motivational speaker and author Shri Shiv Khera, is also seen.

पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने प्रकृति के अनुकूल विकास पर बल दिया और पी एम को एक बालवृक्ष भेंट किया

विश्व पर्यावरण दिवस पर भारत के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री प्रकाश जावडेकर ने प्रकृति के अनुकूल विकास पर बल दिया और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी तथा सभी सांसदों को एक एक बाल वृक्ष भी भेंट किया| जावड़ेकर ने शासन में पारदर्शिता और मंत्रालय के बेहतर कामकाज को बढ़ावा देने के लिए एक जुलाई से केवल आनलाइन प्रणाली को ही मान्यता देने का भरोसा दिया |
विश्‍व पर्यावरण दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि लोगों का एक जगह से दूसरी जगह जाना तो जरूरी है लेकिन इसमें प्रकृति के अनुकूल प्रयासों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। भारत की समृद्ध विरासत और सकारात्‍मक सोच ने पर्यावरण के मुद्दों को समझने के लिए एक नई शब्दावली दी है।
इस अवसर पर श्री जावडेकर ने मंत्रालय का नाम बदल कर ” पर्यावरण मंत्रालय, वन एवं जलवायु परिवर्तन” करने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के विजन की चर्चा करते हुए कहा इसके पीछे गहरी सोच है। उन्‍होंने आश्‍वस्‍त किया कि आने वाले दिनों में भारत पर्यावरण से संबंधित अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं में एक सकारात्‍मक भूमिका का निर्वहन करेगा। उन्होंने कहा कि मंत्रालय की नई पहल वैसी होनी चाहिए जिसमें सभी हितधारकों का विजन और रोडमैप पूरा हो।
श्री जावडेकर ने घोषणा की कि पर्यावरण मंजूरी के लिए आनलाइन सबमिशन की जो प्रणाली पहले शुरू की गई थी वह आज से पूरी तरह से काम करने लगेगी।

विश्व पर्यावरण दिवस पर भारत के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री प्रकाश जावडेकर

विश्व पर्यावरण दिवस पर भारत के पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री प्रकाश जावडेकर

उन्‍होंने कहा कि 42 साल तक लगातार विश्‍व पर्यावरण दिवस को मनाने के बाद अब समय की मांग है कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठाए गए प्रयासों एवं कदमों का आत्मविश्लेषण और मूल्यांकन करें। समुदाय के समक्ष चुनौती यह थी कि सभी जलाशयों को साफ करें और हवा की गुणवत्ता में विकृतियों को दूर करने के लिए कार्य करें। इस समय ठोस कचरा प्रबंधन से संबंधित मसले भी चुनौती का रूप धारण किये हुए है।
उन्‍होंने सदियों पुरानी ”धरती मां” के दर्शन पर बल देते हुए कहा अभी भी प्रकृति और समुदाय के बीच संतु‍लन बनाने के दुरूह कार्य अंजाम देना होगा।
अपने संबोधन के दौरान मंत्री ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सांसदों समेत सभी हितधारकों को इस कार्य में शामिल कराने का उनका प्रयास होगा। उन्‍होंने बताया कि इसी उद्येश्‍य के लिए सभी सांसदों को एक-एक पौधा भेजा गया है ताकि वह भी पर्यावरण के प्रति जागरूक हो सकें। उन्‍होंने कहा कि आने वाले दिनों में इस तरह के कई और कदम उठाए जाएंगे।
श्री जावड़ेकर ने भारत के द्वीप समूह और तटीय क्षेत्रों पर एक विशेष पोस्टर का भी विमोचन किया। इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस का थीम “छोटे द्वीप विकासशील राज्‍य” है।
फोटो कैप्शन
[१]The Minister of State for Information and Broadcasting (Independent Charge), Environment, Forest and Climate Change (Independent Charge) and Parliamentary Affairs, Shri Prakash Javadekar presenting a sapling to the Prime Minister, Shri Narendra Modi, in New Delhi on June 05, 2014.
[२]Shri Prakash Javadekar releasing the Poster on the occasion of the World Environment Day, in New Delhi on June 05, 2014.

केंद्र सरकार सोशल मीडिया पर होगी:सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सोशल मीडिया कम्युनिकेशन हब बनेगा

सोशल मीडिया के महत्व और उसके इस्तेमाल को भली भांति समझने वाले नरेंद्र मोदी की सरकार के सभी मंत्रालय अब ट्विटर और फेस बुक जैसे सोशल साइट्स पर अपनी उपलब्धियों के साथ उपस्थित रहेंगे | मंत्रालय के विषय में कार्य की जानकारी अब सोशल साइट्स पर उपलब्ध होंगी|
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकश जावड़ेकर ने सर्कुलर जारी करके सभी मंत्रालयों को बताया है कि उनका मंत्रालय सोशल साइट्स पर ऐसे एकाउंट्स खोलने में मदद करेगा इसके लिए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सोशल मीडिया कम्युनिकेशन हब बनेगा|