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ताजमहल को भी किसी धनाडय को गोद दे देना चाहिए


झल्ले दी झल्लियाँ गल्लां

पुरातत्व विशेषज्ञ

औए झल्लेया! अब तो यार ताजमहल की सफेदी के बदरंग होने पर सुप्रीम कोर्ट ने भी हथौड़ा चला दिया |अब तो इसकी देखभाल के लिए सरकारों को कुछ विशेष इंतजाम करने चाहिए|

झल्ला

भापा जी ! आपजी की और माननीय न्यायाधीशों की चिंता वाजिब है|हसाड़े मुल्क में ऐतिहासिक स्मारकों के आर्थिक दोहन के विशेष्ज्ञ है लेकिन इनके मूल स्वरुप को बहाल रखने के लिए इच्छा शक्ति भी नहीं है|पुरातत्व सर्वेक्षण की रिपोर्टों पर चिंता व्यक्त करने के लिए अदालतें हैं लेकिन मथुरा रिफायनरी के धुएं किसी व्यवस्थापक की आंख में नहीं जा रहे|इसीलिए लालकिले की भांति ताजमहल को भी किसी धनाडय को गोद दे देना चाहिए

कांग्रेसी पर्यावरणविदों को तो रमजान में ताज के नाम पर बैठे बैठाए जॉब मिल गई

झल्ले दी झल्लियां गल्लां

भाजपाई चेयर लीडर

ओ झल्लेया मुबारकां! ओये हसाडे प्रधान मंत्री ने इस्लामिक देश क़तर में भी बहा दी विकास की गंगा|ओये अब क़तर जैसे अमीर देश के अल फैसल समूह और लीला समूह मिल कर भारत के ताज महल के समीप ५०० करोड़ रुपयों का नया विश्वस्तरीय होटल बनाएंगे|

झल्ला

ओ मेरे चतुर सेठ जी बेशक इससे मोदी विरोधियों के पर कतरे जायेंगे और तो विदेशी निवेश भारत आयेगा लेकिन कांग्रेसी पर्यावरणविदों को तो रमजान में बैठे बैठाए एक जॉब मिल गई अब ताज की सुरक्षा के नाम पर उड़ेगा जुमला “आह! ताज!!”

वाह! ताज कहने वाले भी कहेंगे आह! ताज,ताजमहल का टिकट जो हुआ दोगुना

The President of the Islamic Republic of Pakistan Gen. Pervez Musharraf and Mrs. Musharraf visit the Taj Mahal at Agra on July 15, 2001.

The President of the Islamic Republic of Pakistan Gen. Pervez Musharraf and Mrs. Musharraf visit the Taj Mahal at Agra on July 15, 2001.

[आगरा,यूपी]वाह! ताज कहने वाले भी कहेंगे आह! ताज |ताजमहल का टिकट जो हुआ दोगुना
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने ताजमहल और आगरा में आने वाले अन्य सभी स्मारकों में प्रवेश शुल्क आज से बढ़ा दिया है।
एएसआई के अधिकारियों के अनुसार घरेलू पर्यटकों को अब ताजमहल देखने के लिए 20 की जगह 40 रूपए प्रतिव्यक्ति देने होंगे, जबकि विदेशी पर्यटकों के लिए प्रवेश शुल्क को 750 रूपए प्रतिव्यक्ति से बढ़ाकर 1000 रूपए कर दिया गया है।
शुल्क वृद्धि की आरंभिक योजना के तहत घरेलू पर्यटकों के लिए उसे 50 रूपए और विदेशी पर्यटकों के लिए 1200 रूपए करना था, लेकिन पर्यटन उद्योग और ट्रैवल एजेंट्स के कड़े विरोध के बाद केन्द्रीय संस्कृति मंत्री ने प्रवेश शुल्क क्रमश: 40 रूपए और 1000 रूपए तय किया।
विदेशी पर्यटकों से मिलने वाले 1000 रूपए प्रवेश शुल्क में से 50 प्रतिशत आगरा विकास प्राधिकरण को मिलेगा जबकि शेष 500 रूपए एएसआई को मिलेंगे।
फतेहपुर सीकरी, आगरा किला, एतमादुदौला, सिकंदरा और अन्य स्मारकों के प्रवेश शुल्क में भी इसी अनुपात में वृद्धि की गयी है।टूरिज्म लॉबी के दबाब के बावजूद ऐ एस आई के अधीन 116 मोनुमेंट्स क प्रवेश शुल्क बढ़ाया गया है

दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल के फानूस[chandelier]गिरने की एएसआई ने शुरू की जांच

[आगरा]दुनिया के अजूबों में शुमार ताजमहल के झाड़ फानूस[chandelier] गिरने की एएसआई ने शुरू की जांच
विश्व के सात अजूबों में ताज महल शामिल है |इसके रखरखाव पर बीते वर्षों से ज्यादा खर्चा किये जाने के बावजूद इसके मुख्य प्रवेश द्वार पर लगा ब्रिटिश काल का 60 किलोग्राम वजन का एक झाड़ फानूस हाल में गिर गया|अभी तक उस स्थान पर वैकल्पिक व्यवस्था की घोषणा नही की गई है |
सूत्रों ने बताया कि छह फुट उंचे और चार फुट चौड़े इस झाड़ फानूस को लॉर्ड कर्जन ने भेंट किया था और इसे 1905 में ताज महल के शाही द्वार पर लगाया गया था। एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद भुवन विक्रम के नेतृत्व में जांच शुरू कर दी गई है।
इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है कि झाड़ फानूस किस वजह से गिरा

वाह ताज ! रखरखाव १६ करोड़ और राजस्व मिला २१ करोड़ रुपये

[नयी दिल्ली] वाह ताज रखरखाव १६ करोड़ और राजस्व मिला २१ करोड़ रुपये|यदपि इस वर्ष खर्च बढ़ा है और आमदनी घटी है इसपर भी आमदनी का पलड़ा भारी रहा है
विश्व प्रसिद्द संगेमरमर निर्मित स्मारक ताजमहल से मिला 21 करोड़ रूपये का राजस्व,जबकि रखरखाव पर खर्च हुए 16 करोड़ रूपये
मुगल काल की ऐतिहासिक खूबसूरत मकबरे से वर्ष 2014..15 में 21.78 करोड़ रूपये का राजस्व अर्जित हुआ और इसी अवधि में इसके संरक्षण तथा रखरखाव पर 16.24 करोड़ रूपये खर्च हुए।
संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री डॉ महेश शर्मा ने आज राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आगरा स्थित ताजमहल में प्रवेश शुल्क एवं फिल्म बनाने जैसे अन्य स्रोतों से वर्ष
2012..13 में 24.58 करोड़ रूपये,
2013..14 में 22.40 करोड़ रूपये और
2014..15 में 21.78 करोड़ रूपये
का राजस्व अर्जित हुआ।
उन्होंने बताया कि ताजमहल के संरक्षण :कंजर्वेशन:, परिरक्षण :प्रिजर्वेशन: और रखरखाव पर वर्ष
2012..13 में 12.04 करोड़ रूपये
, 2013..14 में 13.73 करोड़ रूपये और
2014..15 में 16.24 करोड़ रूपये खर्च हुए।
एक प्रश्न के लिखित उत्तर में शर्मा ने बताया कि ताजमहल की संगमरमर सतह पर वायु प्रदूषण और अन्य प्राकृतिक कारकों का दुष्प्रभाव पड़ रहा है।
मुगल काल की इस ऐतिहासिक इमारत से वर्ष 2014..15 में अर्जित राजस्व में बीते वषो’ की तुलना में कमी आई जबकि इसी अवधि में इसके रखरखाव पर होने वाला खर्च बढ़ा है।
डॉ महेश शर्मा ने बताया कि
एक प्रश्न के लिखित उत्तर में शर्मा ने बताया कि ताजमहल की संगमरमर सतह पर वायु प्रदूषण और अन्य प्राकृतिक कारकों का दुष्प्रभाव पड़ रहा है।

प. यूं पी के गरीबों की आहों के असर से अमेरिकी प्रेजिडेंट बराक ओबामा का आगरा दौरा रद्द हुआ ?

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया ये तो हसाडे नाल बढ़ा जुल्म हो गया ओये हम तो पलक पांवड़े बिछाये बराक ओबामा का इन्तेजार कर रहे थे |आगरा के ताजमहल को नहला धुला कर साफ सुथरा बना रहे थे|
इस केंद्र सरकार ने हसाड़ी सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया |पता नहीं कब की दुश्मनी निकालते हुए ओबामा का आगरा दौरा ही रद्द करा दिया |ओये यारा अब हसाडे यूं पी का विकास कैसे होगा ?विदेशी निवेश कैसे आएगा?

झल्ला

ओ मेरे पहलवान जी बुजुर्गों ने फ़रमाया हुआ है कि
“दुर्बल को न सताइये जाकी मोटी हाय मुई खाल की सांस सौं लोह भस्म हुई जाये”
इसके बावजूद आप लोगों ने आगरा के वकीलों की ओबामा का विरोध करने की धमकी को नजरअंदाज कर दिया+ताज के आसपास गोबर कंडे पोथने वाले+ +कोयला जलाने वाले निर्धनों का काम बंद करवा कर उनके पेट पर लात मार दी +उसकेआलावा हाई कोर्ट की बेंच के लिए आंदोलरत पश्चिमी यूं पी के तमाम वकीलों की मार्मिक दलीलों को भी दबा दिया |अब इनकी आहों का कुछ तो असर होगा ही|

गरीबों की मुहब्बत के मजाक”ताजमहल”के नाम पर फिर से कंडे+कांच+कोयले+पर आश्रितों के ही पेट पर लात :वाह समाजवाद

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया हसाडे सोणे मुख्य मंत्री अखिलेश यादव जी ने मुहब्बत की निशानी’ ताजमहल के नूर को हवा में घुलते धुएं से बेनूर होने से बचाने के लिए ताज के आस पास गोबर के कंडों के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है ओये अगर इससे भी बात नहीं बनी तो चूड़ियां+पेठा बनाने के लिये कोयले के भी प्रयोग पर पाबंदी लगा दी जाएगीलेकिन ताज को कोई आंच नहीं आने दी जाएगी

झल्ला

ओ मेरे भोले पहलवान जी आप को याद होगा कि बादशाह शाहजहाँ ने ताज महल बना कर गरीबों की मुहब्बत का
मजाक उड़ाया था |अब उसु ताज के नाम पर आप कि समाजवादी पार्टी फिर से कंडे+कांच+कोयले+पर आश्रित गरीबों के ही पेट पर लात मारने जा रहे होअरे अगर दम है तो ताज केअस पास के सभी तेल रिफायनरी को बंद कराओ और कंडे +कोयले पर निर्भरों को गैस दिलवाओ

अंजामखान नेता मुलायमसिंह यादव को बर्थडे गिफ्ट में ताजमहल देना चाहते हैं क्या ?

झल्ले दी झल्लियां गल्लाँ

सपाई चीयर लीडर

ओये झल्लेया देखा हसाडे जनाब आजम खान साहब जैसा कोई न्याय प्रिय नहीं हैउन्होंने सुझाव दिया है कि आगरा के ताजमहल स्मारक में शाहजहाँ और मुमताज महल की भी कब्र हैं |यह एक मुक़द्दस मकबरा है|और उससे होने वाली पूरी आय उत्तर प्रदेश वक्फ बोर्ड को सौंपी जानी चाहिए ताकि उसे पिछड़े मुस्लिम समाज के कल्याण के लिए उपयोग किया जा सके |ओये इस मांग को सुन्नी मुस्लिम धार्मिक गुरुओं का समर्थन भी मिलना शुरू हो गया है |अब तो समझो ताज हुआ हसाड़ा |

झल्ला

अंजामखान नेता मुलायमसिंह यादव को बर्थडे गिफ्ट में ताजमहल देना चाहते हैं क्या ?ओ मेरे चतुर हुए पहलवान जी असली बात बताओ अपने नेता जी माननीय मुलायम सिंह यादव के यौमे पैदाइश पर देने के लिए नायाब तोहफा चाहिए |अब रामपुर में जन्म दिन का जश्न हो +लन्दन से मंगाई गई विंटेज विक्टोरिया बग्गी पर बर्थ डे बॉय विराजमान हो+७५ किलो का केक कटे |ऐसे में बर्थ डे गिफ्ट को साइकिल पर थोड़े लाया जाना चाहिए|धरतीपुत्र नेताजी के लिए वाह ताज+वाहजनाब ताज
वैसे झल्लेविचारनुसार इतिहास पर नजर डालें तो शाहजहाँ के दादा ने १५८२ ऐ डी में अपना नया धर्म दीने इलाही शुरू किया था |
जिसमे हिन्दू+मुस्लिम+जैन+ईसाई+ज़ॉरोअस्ट्रियनिस्म को भी शामिल किया था जिसके अनुयायियों में शहजादा सलीम भी थे इसीलिए इस शाहकार को एक मजहब के दायरे में बांधना अकलमंदी नहीं होगी .

ताज महल,खजुराहो जैसे 100 अति-महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धरोहरों को अब इंटरनेट के जरिए घर बैठे देखा जा सकेगा

[नई दिल्ली ] अजन्ता ,एलोरा की गुफाओं, खजुराहो या ताजमहल आदि भारतीय एतिहासिक धरोहरों को अब घर बैठे आन लाइन देखा जा सकेगा| इसके लिए भारतीय धरोहर ऑनलाइन परियोजना को शुरू किया गया है|केन्द्रीय संस्कृति मंत्री श्रीमती चन्द्रेश कुमारी कटोच द्वारा यह शुभारंभ किया गया है|
श्रीमती चन्द्रेश कुमारी कटोच ने आज भारतीय धरोहर ऑनलाइन परियोजना का शुभारंभ किया। परियोजना के तहत भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण गुगल कंपनी के साथ मिलकर अजन्ता और एलोरा की गुफाओं, खजुराहो और ताजमहल समेत भारत के 100 अति-महत्वपूर्ण ऐतिहासिक धरोहरों की 360 डिग्री की तस्वीरें ऑनलाइऩ उपलब्ध कराएगा। इस अवसर पर श्रीमती कटोच ने कहा कि ऐतिहासिक धरोहरों की ये तस्वीरें आम लोगों के लिए इंटरनेट पर उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि इसका उद्देश्य देश की इन धरोहरों को बचाए रखने के प्रति लोगों खासकर युवाओं के बीच जागरूकता और रूचि पैदा करना है। उन्होंने कहा कि इंटरनेट पर उपलब्ध कराई गई जानकारियों से आम लोगों को ऐतिहासिक इमारतों के साथ जोड़ा जा सकेगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि ऑनलाइन परियोजना से देश-विदेश में अरबों लोग भारत के विविधता भरे ऐतिहासिक धरोहरों को इंटरनेट के जरिए आसानी से देख सकेंगे, यह एक सुखद अनुभव होगा।
संस्कृति मंत्री ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण बदलते समय के साथ खुद को ढालता आया है और भारत के समृद्ध ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और प्रचार के लिए साझेदारी के अपने अभियान को पूरी शिद्दत के साथ आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि पुरात्तव सर्वेक्षण देश के 3678 ऐतिहासिक इमारतों के संरक्षण और रखरखाव की बड़ी भूमिका निभा रहा है।
संस्कृति मंत्रालय में अपर सचिव के के मित्तल ने कहा कि सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और अनुसंधान के क्षेत्र में भारतीय पुरात्तव सर्वेक्षण देश की अग्रणी संस्था है। ऐतिहासिक इमारतों, पुरातात्विक स्थलों और इनके भग्नावशेषों को संरक्षित करना इसकी प्रमुख जिम्मेदारी है। विभाग ने देश में 3678 ऐतिहासिक इमारतों को संरक्षित इमारत घोषित कर रखा है। इनमें से 20 विश्व धरोहर की श्रेणी में हैं। हाल ही में यूनेस्को ने राजस्थान के 6 किलों को विश्व धरोहर की श्रेणी में डाला है।