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कोरोना पीड़ितों !हुकूमतों पर भरोसा करके जान जोखिम में मत डालो

झल्लीगल्लां
चिन्तितनागरिक
Vaccinationओए झल्लेया! ये कोरोना क्या मुसीबत है।दोबारा लौट आया। पूरा देश इस महामारी की जद में आ चुका है
लेकिन ये सियासतदां हुकूमत कब्जाने को मोह में अवाम इकट्ठा करने में लगे हैं।ओये अगर ऐसा ही चलता रहा तो अक्लमंदों के अनुसार मुल्क की माली हालत भी धाराशाई हो जाणी है।
झल्ला
झल्लाभापा जी! आप जी की चिंता वाजिब है,लेकिन असलियत ये है कि कोरोना कहीं गया ही नही था,उसे तो कुछ समय के लिए दबा दिया गया था जो अब फिर निकल आया है।इसीलिए हुकूमतों पर भरोसा करके जान जोखिम में डालने के बजाय खुद जानकार बाणिये,खुद सुरक्षित रहिये,

उद्धव बेचारा गृहमंत्री की लगाई आग से छुटकारा पाए तो अस्पतालों की सुध ले

झल्लीगल्लां
चिंतितमुम्बईकर
ओए झल्लेया!ये हसाडे महाराष्ट्र को किस भेड़े की भेड़ी नजर लग गई ?
देख तो सब तरफ आग ही आग। पुणे केंटोनमेंट के स्ट्रीट बाजार हो या फिर भांडुप के ड्रीम्समॉल सभी मे आग लग रही है।मॉल में बने सनराइज अस्पताल में तो 11 मरीज बेचारे जल कर मर गए।इससे पहले भी 10 बच्चे जल कर मर गए लेकिन आग से बचाव को कोई उपाय करने को तैयार नही।
बीएमसी के भ्र्ष्टाचार पर कोई नकेल नही ।हसाडे मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे की तो किस्मत ही खराब है।देख तो जैसे तैसे जोड़तोड़ कर सीएम की कुर्सी मिली।इन्होंने कोरोनासुरों से युद्ध मे जनताभलाई खातिर मॉल तक मे अस्पताल खुलवा दिया मगर यहां भी आग लग गई।वाकई सही कहा गया है कि जब बुरा वक्त आता है तो ऊंट पर बैठने पर भी कुत्ता काट ही जाता है।अब सुबह सुबह प्रभादेवी इलाके के वीर सावरकर रोड पर अछी खासी खड़ी पांच मंजिला वाणिज्यिक इमारत में आग लग गई।
झल्ला
वाकई भाऊ !
अब बेचारा सीएम गृहमंत्री अनिल देशमुख टॉपकॉप परमवीर और सुपर कॉप सचिन वाज़े द्वारा सीएम की कुर्सी के नीचे लगाई आग को बुझा पाए तो बाजार और मॉल की सुध ले पायेगा

पुलिस पर कब्जे को “आप”का संघर्ष मुम्बई की उगाही कांड का असर तो नही

झल्लीगल्लां
cartoon cheeyar leader aap partyआमआदमीपार्टीचेयरलीडर
ओए झल्लेया! ये क्या हो रहा है? ओए दिल्ली में हसाडी चुनी हुई सरकार के सीमित अधिकारों को भी एलजी की झोली में डाला जा रहा है। पार्लियामेंट में विपक्ष के विरोध के बावजूद केंद्र में सत्तारूढ़ सरकार ने राज्यसभा मे राष्ट्रीय राजधानी राज्य छेत्र शासन ( संशोधन )बिल पारित करवा लिया।बेशक राज्य सभा मे हम अल्पमत में थे फिर भी दिल्ली के दो करोड़ लोगों आवाज बने 83 के मुकाबिले 45 मतों की भावना का आदर किया जाना चाहिए था।इसीके विरोध में मल्लिकार्जुन खड़गे जी सदन से वाकआउट कर गए।
ये केंद्र वाले हम पर कानून व्यवस्था का ठीकरा फोड़ते रहते हैं लेकिन दिल्ली पुलिस की कमान हमे सौंपने को तैयार नही होते।गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी इसे संवैधानिक बता रहे हैं।
झल्ला आपसे पूर्ण सहानुभूति है। नोटबन्दी के पश्चात अब पुलिस का झल्लासबइंस्पेक्टर ही 100 करोड़ ₹ की उगाही प्रतिमाह करवा सकता है और पार्टी चलाने के लिए पैसा जरूरी है।इसीलिए पुलिस पर कब्जा भी जरूरी है।

संसद में वाहन कमेला उठा:स्वार्थसिद्धि का केंद्र योगी सरकार है या कमेला

झल्लीगल्लां
मेरठीभजपाई
jamos cartoonओए झल्लेया!ये सोतीगंज में चल रहे कुख्यात वाहन कमेले से ,मेरठ पोलिस को क्या मिलता है जो इस जघन्य अपराध में आकंठ डूबे वाहन कमेले का जड़मूल नाश नही कर रहे।कभी नया ऑफिसर आता है तो छापे की ओपचारिकता जरूर निभा ली जाती है।अखबारों में फोटो छपवा कर अपनी छवि का प्रदर्शन कर लिया जाता है।अब तो इसकी जड़े सोतीगंज से बाहर भी फैल चुकी हैं।ओए इसीलिए हसाडे कर्मठ+ईमानदार सांसद श्री राजेन्द्र अग्रवाल जी को इस मामले को संसद में उठाना पड़ गया।माननीय सांसद जी ने राज्य स्तर पर विशेष पोलिस टीम बनाने की मांग भी की है।
झल्ला
Jhallaa Cartoonचतुर सेठ जी!संसद में गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने राष्ट्रद्रोह जैसे विषय को राज्यों की जिम्मेदारी बता कर अपना पल्ला झाड़ लिया। पैट्रोलमंत्री धर्मेंद्रप्रधान और वित्तमंत्री श्रीमती निर्मलासीतारमण जी ने महंगाई का ठीकरा राज्यों के सर् फोड़ दिया । सर्वविदित है कि कानून व्यवस्था राज्यों की जिम्मेदारी है ।इसीलिए कहा जाता है कि सोती गंजं वाहन कमेले के मामले में राज्य सरकार सोई हुई है और इसकी शिकायत सांसद जी ने संसद में की है
प्रदेश में अपनी सरकार की शिकायत के पीछे कुछ राजनीतिक स्वार्थ जरूर होंगे लेकिन इसका उत्तर आना जरूरी है कि इस स्वार्थ सिद्धि का केंद्र बिंदु राज्य सरकार है या फिर सोतीगंज के वाहन कमेले