अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के आदेशनुसार वक्फ मुतवल्ली राज्य वक्फ बोर्डों को वार्षिक रिपोर्ट देंगे| केन्द्रीय वक्फ परिषद द्वारा तैयार रूपरेखा के अनुसार मुतवल्ली यह रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे |
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री डॉक्टर नजमा हेपतुल्ला ने २४ जून को केन्द्रीय वक्फ परिषद की 67वीं बैठक की अध्यक्षता की |
केन्द्रीय अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री डॉक्टर नजमा हेपतुल्ला की अध्यक्षता में आहत केन्द्रीय वक्फ परिषद की इस 67वीं बैठक में परिषद ने देश में राज्य वक्फ बोर्ड के प्रभावकारी तरीके से काम करने से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
परिषद ने वक्फ से जुड़े मुद्दों पर गहराई से विचार-विमर्श करने के पश्चात प्रबंधन के लिए फैसला किया कि –
-[१]वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2014 के सभी प्रावधानों को राज्य सरकारों द्वारा लागू किया जाए।
-[२]वक्फ संस्थानों को सुग्राही बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाना।
-[३]केन्द्रीय वक्फ परिषद द्वारा तैयार रूपरेखा के अनुसार मुतवल्ली राज्य वक्फ बोर्डों को वार्षिक रिपोर्ट देंगे।
[४]परिषद के सदस्य अपने संबद्ध राज्यों के वक्फ बोर्डों का दौरा करेंगे और रिपोर्ट देंगे।
-[५]परिषद तकनीकी संस्थानों के जरिए समुदाय के बीच शिक्षा के विकास को प्रोत्साहन देगी।
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अल्प संख्यक कल्याण के लिए वक्फ मुतवल्ली अब राज्य वक्फ बोर्डों को वक्फ की सालाना रिपोर्ट देंगे
डॉ मन मोहन सिंह ने अल्पसंख्यकों के विकास के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की
[नई दिल्ली] राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम(एनएडब्ल्यूएडीसीओ) के उद्घाटन अवसर पर प्रधानमंत्री डॉ मन मोहन सिंह ने अल्पसंख्यकों के विकास के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्धता जाहिर की |
उन्होंने कहा” आज हम अपने देश में अल्पसंख्यकों के हितों को बढ़ाने के प्रयास में एक कदम और आगे बढ़ाने जा रहे हैं । मुझे खुशी है कि मैं राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम प्रारंभ होने के मौके पर आयोजित समारोह का हिस्सा हूं । आप सभी जानते हैं कि राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम एक संस्थान है, जिसे हमारी सरकार ने मुसलमान समुदाय के हित के लिए वक्फ संपत्तियों को विकसित करने के लिए स्थापित किया है आज ही पृथक रूप से अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय की स्थापना की आठवीं वर्षगांठ है । पहली सयुंक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए-ए) सरकार के सत्ता में आने के दो वर्ष के अंदर यह कदम उठाकर हमने प्रारंभिक संकेत दिया था कि हम अल्पसंख्यकों के विकास के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं । राष्ट्रीय वक्फ विकास निगम भी हमारी सरकार की प्रतिबद्धता का उदाहरण है। 2006 में स्थापना के बाद अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा किए गए दूरगामी प्रयासों के अनेक उदाहरणों में एनएडब्ल्यूएडीसीओ एक है ।
इस निगम की स्थापना पाँच सो करोड़ रूपए की प्राधिकृत हिस्सा पूंजी से की गई है। इससे पारदर्शी तरीके से समुदाय के उद्देश्यों के लिए वक्फ संपत्तियों पर स्कूल, कॉलेज और अस्पतालों जैसी सुविधाएं स्थापित करने किए वित्तीय संसाधन जुटाने में सहायता मिलेगी”
डॉ मन मोहन सिंह ने कहा” मुझे बताया गया है कि भारत में आज 4.9 लाख पंजीकृत वक्फ संपत्तियां हैं जिनकी सालाना आय लगभग 163 करोड़ रूपए है । इनमें कई संपत्तियों के पास और लाभ कमाने की क्षमता है। ऐसे लाभों का इस्तेमाल मुसलमान समुदाय के सामाजिक-आर्थिक विकास में किया जा सकता है। सच्चर समिति के अनुमानों के अनुसार यदि इन संपत्तियों का उचित तरीके से विकास किया जाता है तो संपत्ति के मूल्य पर सालाना दस प्रतिशत के लाभ अनुमान के अनुसार इन संपत्तियों से सालाना 12 हजार करोड़ रू.की आय प्राप्त की जा सकती है। यह विशाल क्षमता है जिसे हासिल करने के लिए एनएडब्ल्यूएडीसीओ प्रयास करेगा। हमारी सरकार ने हाल में वक्फ कानून में संशोधन किया है। आशा है कि संशोधनों से वक्फ संपत्तियों के प्रशासन में पारदर्शिता आएगी और मुस्लिम समुदाय के लाभ के लिए वक्फ की जमीन के विकास और उपयोग लायक माहौल बनेगा …. मुझे विश्वास है कि निगम वक्फ संपत्तियों के विकास के लिए उचित माहौल का पूरा इस्तेमाल करेगा”
अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा तथा उनके हितों को आगे बढाने के लिए संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की प्रतिबद्धता अडिग रही है । जैसा की मैंने कुछ दिन पहले राज्य अल्पसंख्यक आयोग सम्मेलन में कहा था, हमने सच्चर समिति की अधिकतर सिफारिशों को लागू किया है । 15 सूत्री कार्यक्रम तथा बहु-क्षेत्रीय विकास कार्यक्रम ऐसे बड़े कदम हैं जिनका जोर विकास संबंधी उन कठनाईयों को दूर करने पर है जिनसे कुछ अल्पसंख्यक ग्रसित हैं। अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों के लिए छात्रवृति योजनाएं भी महत्वपूर्ण प्रयास है । अंत में, मैं एनएडब्ल्यूएडीसीओ तथा अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय को उनके प्रयासों में सफलता की कामना करता हूं। मुझे विश्वास है कि उनका काम हमारे देश के सभी हिस्सों में रहने वाले अल्पसंख्यक समुदायों के सामाजिक-आर्थिक विकास में ठोस योगदान देगा |
पी एम् के उपरोक्त 15 सूत्री कार्यक्रम तथा बहु-क्षेत्रीय विकास कार्यक्रमको लेकर विज्ञान भवन में एक आर टी आई एक्टिविस्ट डॉ फहीम में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के भाषण का विरोध भी किया ।
वक्फ विकास निगम के इस कार्यक्रम में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मंच पर मौजूद थीं। प्रधानमंत्री ने अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए नई योजनाएं शुरू करने की बात की। इसका विरोध करते हुए एक शख्स डॉ. फहीम बेग ने हंगामा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री कोई भी नई योजना लागू नहीं करें जो योजनाएं हैं, उन्हें ही अमल में लाया जाए तो नई योजनाओं की जरूरत नहीं पड़ेगी। उस शख्स ने आरोप लगाया कियोजनाएं बनी मगर विकास नहीं हुआ है। लेकिन, वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें बोलने नहीं दिया। वे उस शख्स का मुंह पकड़ कर उसे हॉल से बाहर ले गए। इसके बाद वहां मौजूद अन्य लोगों ने इस बात का यह कह कर विरोध किया कि यह अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला हैजबकि कुछ लोग यह भी कहते सुने गए कि इस विरोध के लिए यह मंच उपयुक्त नहीं था|डॉ फहीम बाद में पत्रकारों से कहते रहे कि उन्होंने १५० पत्र लिखे हैं लेकिन उनका उत्तर नहीं मिलने पर ही उन्हें विरोध का यह रास्ता अख्तियार करना पड़ा |
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The Prime Minister, Dr. Manmohan Singh unveiling the plaque to inaugurate the newly established National Waqf Development Corporation (NAWADCO) Ltd., in New Delhi on January 29, 2014.
The Chairperson, National Advisory Council, Smt. Sonia Gandhi, the Union Minister for Minority Affairs, Shri K. Rahman Khan and the Minister of State for Minority Affairs, Shri Ninong Ering are also seen.
अल्प संख्यकोंके लिए केन्द्र सरकार ने वर्ष 2013-14 में 737 करोड़ रूपए जारी किए
अल्प संख्यकोंके कल्याण के नाम पर केन्द्र सरकार ने वर्ष 2013-14 में 737 करोड़ रूपए जारी किए :यह दावा आज अल्पसंख्यक विकास मंत्री रहमान खान
ने किया |उन्होंने यह जानकारी आज बंगलौर में स्वयंसेवी संगठनों के दक्षिण क्षेत्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए दी।
रहमान खान के अधीन अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय ने अपने अंतर्गत चलाए जा रहे अल्पसंख्यक विकास कार्यक्रम के लिए 1102.66 करोड़ रूपए लागत की योजनाओं को मंजूरी प्रदान की है। अल्पसंख्यक मामले मंत्री श्री खान ने बताया कि विभिन्न राज्यों को वर्ष 2013-14 के दौरान 737 करोड़ रूपए जारी किए गए।
सम्मेलन का आयोजन केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम द्वारा किया गया। श्री रहमान ने कहा कि 12वीं पंचवर्षीय योजना के प्रथम वर्ष के दौरान
1109.74 करोड़ रूपए लागत की परियोजनाएं मंजूर की गईं और अल्पसंख्यक विकास कार्यक्रमों के लिए 646.42 करोड़ रूपए जारी किए गए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2012-13 के दौरान अल्पसंख्यक विकास कार्यक्रम के अंतर्गत शुरू की गई परियोजनाओं के अंतर्गत
इंदिरा आवास योजना में 14244 मकान, 2101 अतिरिक्त क्लास रूम, 36 स्कूल, 151 छात्रावास और 1885 आंगनबाडी केन्द्र बनाए गए। इसके अतिरिक्त 14917 पेयजल सुविधाओं, 307 स्वास्थय केन्द्रों, 793 शौचालयों, 41 आईटीआई भवनों और 13 पोलिटेक्निकों का निर्माण किया गया।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री श्री सिद्धरमैया इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने अल्पसंख्यकों के विकास के लिए राज्य में 676 करोड़ रूपए मंजूर किए हैं। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक विद्यार्थियों को शैक्षिक अधिकारिता प्रदान करने को वरियता दी जाएगी। सम्मेलन में 1200 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
अल्पसंख्यक विकास मंत्रालय में निदेशक श्री धीरज कुमार, मंत्रालय में संयुक्त सचिव श्री वाई पी सिंह और केन्द्रीय वक्फ बोर्ड के सचिव श्री अली अहमद खान भी मौजूद थे
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The Union Minister for Minority Affairs, Shri K. Rahman Khan and the Chief Minister of Karnataka, Shri Siddaramaiah at the inauguration of Southern Regional Conference of NGO’s organised by Ministry of Minority Affairs, at Bangalore on December 21, 2013.
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